Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   ँ    February 25, 2023 at 00:21    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

15  GEN 1:15  और वे ज्योतिया आकाश के अन्तर में पृथ्वी पर प्रकाश देनेवाली भी ठहरें,” और वैसा ही हो गया।
16  GEN 1:16  तब परमेश्‍वर ने दो बड़ी ज्योतिया बनाईं; उनमें से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिये, और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिये बनाया; और तारागण को भी बनाया।
23  GEN 1:23  तथा सांझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार पाचवा दिन हो गया।
26  GEN 1:26  फिर परमेश्‍वर ने कहा, “हम मनुष्य* को अपने स्वरूप के अनुसार* अपनी समानता में बनाए; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।” (याकू. 3:9)
31  GEN 1:31  तब परमेश्‍वर ने जो कुछ बनाया था, सबको देखा, तो क्या देखा, कि वह बहुत ही अच्छा है। तथा सांझ हुई फिर भोर हुआ। इस प्रकार छठवा दिन हो गया। (1 तीमु. 4:4)
38  GEN 2:7  तब यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा, और उसके नथनों में जीवन का श्‍वास फूदिया; और आदम जीवित प्राणी बन गया। (1 कुरि. 15:45)
39  GEN 2:8  और यहोवा परमेश्‍वर ने पूर्व की ओर, अदन में एक वाटिका लगाई; और वहा आदम को जिसे उसने रचा था, रख दिया।
40  GEN 2:9  और यहोवा परमेश्‍वर ने भूमि से सब भाति के वृक्ष, जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं, उगाए, और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया। (प्रका. 2:7, प्रका. 22:14)
41  GEN 2:10  उस वाटिका को सींचने के लिये एक महानदी अदन से निकली और वहा से आगे बहकर चार नदियों मेंगई। (प्रका. 22:2)
42  GEN 2:11  पहली नदी का नाम पीशोन है, यह वही है जो हवीला नाम के सारे देश को जहा सोना मिलता है घेरे हुए है।
43  GEN 2:12  उस देश का सोना उत्तम होता है; वहा मोती और सुलैमानी पत्थर भी मिलते हैं।
49  GEN 2:18  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं*; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊगा जो उसके लिये उपयुक्‍त होगा।” (1 कुरि. 11:9)
50  GEN 2:19  और यहोवा परमेश्‍वर भूमि में से सब जाति के जंगली पशुओं, और आकाश के सब भाति के पक्षियों को रचकर आदम के पास ले आया कि देखे, कि वह उनका क्या-क्या नाम रखता है; और जिस-जिस जीवित प्राणी का जो-जो नाम आदम ने रखा वही उसका नाम हो गया।
52  GEN 2:21  तब यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को गहरी नींद में डाल दिया, और जब वह सो गया तब उसने उसकी एक पसली निकालकर उसकी जगह माभर दिया। (1 कुरि. 11:8)
54  GEN 2:23  तब आदम ने कहा, “अब यह मेरी हड्डियों में की हड्डी और मेरे मामें का माहै; इसलिए इसका नाम नारी होगा, क्योंकि यह नर में से निकाली गई है।”
61  GEN 3:5  वरन् परमेश्‍वर आप जानता है कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारीखें खुल जाएगी, और तुम भले बुरे का ज्ञान पाकर परमेश्‍वर के तुल्य हो जाओगे।”
63  GEN 3:7  तब उन दोनों कीखें खुल गईं, और उनको मालूम हुआ कि वे नंगे हैं; इसलिए उन्होंने अंजीर के पत्ते जोड़-जोड़कर लंगोट बना लिये।
65  GEN 3:9  तब यहोवा परमेश्‍वर ने पुकारकर आदम से पूछा, “तू कहा है?”
71  GEN 3:15  और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्‍पन्‍न करूगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।”
72  GEN 3:16  फिर स्त्री से उसने कहा, “मैं तेरी पीड़ा और तेरे गर्भवती होने के दुःख को बहुत बढ़ाऊगा; तू पीड़ित होकर बच्चे उत्‍पन्‍न करेगी; और तेरी लालसा तेरे पति की ओर होगी, और वह तुझ पर प्रभुता करेगा।” (1 कुरि. 11:3, इफि. 5:22, कुलु. 3:18)
74  GEN 3:18  और वह तेरे लिये काटे औरटकटारे उगाएगी, और तू खेत की उपज खाएगा;
85  GEN 4:5  परन्तु कैन और उसकी भेंट को उसने ग्रहण न किया। तब कैन अति क्रोधित हुआ, और उसके मुपर उदासी छा गई।
86  GEN 4:6  तब यहोवा ने कैन से कहा, “तू क्यों क्रोधित हुआ? और तेरे मुपर उदासी क्यों छा गई है?
89  GEN 4:9  तब यहोवा ने कैन से पूछा, “तेरा भाई हाबिल कहा है?” उसने कहा, “मालूम नहीं; क्या मैं अपने भाई का रखवाला हू?”
91  GEN 4:11  इसलिए अब भूमि जिसने तेरे भाई का लहू तेरे हाथ से पीने के लिये अपना मुखोला है, उसकी ओर से तू श्रापित* है।
94  GEN 4:14  देख, तूने आज के दिन मुझे भूमि पर से निकाला है और मैं तेरी दृष्टि की आड़ में रहूगा और पृथ्वी पर भटकने वाला और भगोड़ा रहूगा; और जो कोई मुझे पाएगा, मेरी हत्‍या करेगा।”
99  GEN 4:19  लेमेक ने दो स्त्रिया ब्याह लीं: जिनमें से एक का नाम आदा और दूसरी का सिल्ला है।
101  GEN 4:21  उसके भाई का नाम यूबाल था : वह उन लोगों का पिता था जो वीणा और बासुरी बजाते थे।
110  GEN 5:4  और शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
112  GEN 5:6  जब शेत एक सौ पावर्ष का हुआ, उससे एनोश उत्‍पन्‍न हुआ।
113  GEN 5:7  एनोश के जन्म के पश्चात् शेत आठ सौ सात वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
116  GEN 5:10  केनान के जन्म के पश्चात् एनोश आठ सौ पन्द्रह वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
117  GEN 5:11  इस प्रकार एनोश की कुल आयु नौ सौ पावर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।
119  GEN 5:13  महललेल के जन्म के पश्चात् केनान आठ सौ चालीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
122  GEN 5:16  येरेद के जन्म के पश्चात् महललेल आठ सौ तीस वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
125  GEN 5:19  हनोक के जन्म के पश्चात् येरेद आठ सौ वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
128  GEN 5:22  मतूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्‍वर के साथ-साथ चलता रहा,* और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
132  GEN 5:26  लेमेक के जन्म के पश्चात् मतूशेलह सात सौ बयासी वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
136  GEN 5:30  नूह के जन्म के पश्चात् लेमेक पासौ पंचानबे वर्ष जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
138  GEN 5:32  और नूह पासौ वर्ष का हुआ; और नूह ने शेम, और हाम और येपेत को जन्म दिया।
139  GEN 6:1  फिर जब मनुष्य भूमि के ऊपर बहुत बढ़ने लगे, और उनके बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं,
145  GEN 6:7  तब यहोवा ने कहा, “मैं मनुष्य को जिसकी मैंने सृष्टि की है पृथ्वी के ऊपर से मिटा दूगा;* क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या रेंगनेवाले जन्तु, क्या आकाश के पक्षी, सब को मिटा दूगा, क्योंकि मैं उनके बनाने से पछताता हू।”
151  GEN 6:13  तब परमेश्‍वर ने नूह से कहा, “सब प्राणियों के अन्त करने का प्रश्न मेरे सामने आ गया है; क्योंकि उनके कारण पृथ्वी उपद्रव से भर गई है, इसलिए मैं उनको पृथ्वी समेत नाश कर डालूगा।
152  GEN 6:14  इसलिए तू गोपेर वृक्ष की लकड़ी का एक जहाज बना ले, उसमें कोठरिया बनाना, और भीतर-बाहर उस पर राल लगाना।
153  GEN 6:15  इस ढंग से तू उसको बनाना: जहाज की लम्बाई तीन सौ हाथ, चौड़ाई पचास हाथ, औरचाई तीस हाथ की हो।
155  GEN 6:17  और सुन, मैं आप पृथ्वी पर जल-प्रलय करके सब प्राणियों को, जिनमें जीवन का श्‍वास है, आकाश के नीचे से नाश करने पर हू; और सब जो पृथ्वी पर हैं मर जाएगे।
156  GEN 6:18  परन्तु तेरे संग मैं वाचा बाधता हू;* इसलिए तू अपने पुत्रों, स्त्री, और बहुओं समेत जहाज में प्रवेश करना।
158  GEN 6:20  एक-एक जाति के पक्षी, और एक-एक जाति के पशु, और एक-एक जाति के भूमि पर रेंगनेवाले, सब में से दो-दो तेरे पास आएगे, कि तू उनको जीवित रखे।
159  GEN 6:21  और भाति-भाति का भोज्य पदार्थ जो खाया जाता है, उनको तू लेकर अपने पास इकट्ठा कर रखना; जो तेरे और उनके भोजन के लिये होगा।”
164  GEN 7:4  क्योंकि अब सात दिन और बीतने पर मैं पृथ्वी पर चालीस दिन और चालीस रात तक जल बरसाता रहूगा; और जितने प्राणी मैंने बनाये हैं उन सबको भूमि के ऊपर से मिटा दूगा।”
171  GEN 7:11  जब नूह की आयु के छः सौवें वर्ष के दूसरे महीने का सत्रहवा दिन आया; उसी दिन बड़े गहरे समुद्र के सब सोते फूट निकले और आकाश के झरोखे खुल गए।
177  GEN 7:17  पृथ्वी पर चालीस दिन तक जल-प्रलय होता रहा; और पानी बहुत बढ़ता ही गया, जिससे जहाज ऊपर को उठने लगा, और वह पृथ्वी पर सेचा उठ गया।
179  GEN 7:19  जल पृथ्वी पर अत्यन्त बढ़ गया, यहा तक कि सारी धरती पर जितने बड़े-बड़े पहाड़ थे, सब डूब गए।
189  GEN 8:5  और जल दसवें महीने तक घटता चला गया, और दसवें महीने के पहले दिन को, पहाड़ों की चोटिया दिखाई दीं।
201  GEN 8:17  क्या पक्षी, क्या पशु, क्या सब भाति के रेंगनेवाले जन्तु जो पृथ्वी पर रेंगते हैं; जितने शरीरधारी जीव-जन्तु तेरे संग हैं, उन सबको अपने साथ निकाल ले आ कि पृथ्वी पर उनसे बहुत बच्चे उत्‍पन्‍न हों; और वे फूलें-फलें, और पृथ्वी पर फैल जाए।”
202  GEN 8:18  तब नूह और उसके पुत्र और पत्‍नी और बहुए, निकल आईं। (2 पत 2:5)
205  GEN 8:21  इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा, “मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को श्राप न दूगा, यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्‍पन्‍न होता है वह बुरा ही होता है; तो भी जैसा मैंने सब जीवों को अब मारा है, वैसा उनको फिर कभी न मारूगा।
206  GEN 8:22  अब से जब तक पृथ्वी बनी रहेगी, तब तक बोने और काटने के समय, ठण्डा और तपन, धूपकाल और शीतकाल, दिन और रात, निरन्तर होते चले जाएगे।”
209  GEN 9:3  सब चलनेवाले जन्तु तुम्हारा आहार होंगे; जैसे तुमको हरे-हरे छोटे पेड़ दिए थे, वैसे ही तुम्हें सब कुछ देता हू(उत्प. 1:29-30)
210  GEN 9:4  पर माको प्राण समेत अर्थात् लहू समेत तुम न खाना।* (व्य. 12:23)
211  GEN 9:5  और निश्चय मैं तुम्हारा लहू अर्थात् प्राण का बदला लूगा: सब पशुओं, और मनुष्यों, दोनों से मैं उसे लूगा; मनुष्य के प्राण का बदला मैं एक-एक के भाई बन्धु से लूगा।
215  GEN 9:9  “सुनो, मैं तुम्हारे साथ और तुम्हारे पश्चात् जो तुम्हारा वंश होगा, उसके साथ भी वाचा बाधता हू;
217  GEN 9:11  और मैं तुम्हारे साथ अपनी यह वाचा बाधता हू कि सब प्राणी फिर जल-प्रलय से नाश न होंगे और पृथ्वी का नाश करने के लिये फिर जल-प्रलय न होगा।”
218  GEN 9:12  फिर परमेश्‍वर ने कहा, “जो वाचा मैं तुम्हारे साथ, और जितने जीवित प्राणी तुम्हारे संग हैं उन सबके साथ भी युग-युग की पीढ़ियों के लिये बाधता हू; उसका यह चिन्ह है:
221  GEN 9:15  तब मेरी जो वाचा तुम्हारे और सब जीवित शरीरधारी प्राणियों के साथ बंधी है; उसको मैं स्मरण करूगा, तब ऐसा जल-प्रलय फिर न होगा जिससे सब प्राणियों का विनाश हो।
222  GEN 9:16  बादल में जो धनुष होगा मैं उसे देखकर यह सदा की वाचा स्मरण करूगा, जो परमेश्‍वर के और पृथ्वी पर के सब जीवित शरीरधारी प्राणियों के बीच बंधी है।”
223  GEN 9:17  फिर परमेश्‍वर ने नूह से कहा, “जो वाचा मैंने पृथ्वी भर के सब प्राणियों के साथ बाधी है, उसका चिन्ह यही है*।”
229  GEN 9:23  तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा लेकर अपने कंधों पर रखा और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ढादिया और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिए उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा।
240  GEN 10:5  इनके वंश अन्यजातियों के द्वीपों के देशों में ऐसेगए कि वे भिन्न-भिन्न भाषाओं, कुलों, और जातियों के अनुसार अलग-अलग हो गए।
260  GEN 10:25  और एबेर के दो पुत्र उत्‍पन्‍न हुए, एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वीगई, और उसके भाई का नाम योक्तान था।
267  GEN 10:32  नूह के पुत्रों के घराने ये ही है: और उनकी जातियों के अनुसार उनकी वंशावलिया ये ही हैं; और जल-प्रलय के पश्चात् पृथ्वी भर की जातिया इन्हीं में से होकरगईं।
270  GEN 11:3  तब वे आपस में कहने लगे, “आओ, हम ईटें बना-बनाकर भली-भाति आग में पकाए।” और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से, और मिट्टी के गारे के स्थान में चूने से काम लिया।
273  GEN 11:6  और यहोवा ने कहा, “मैं क्या देखता हू, कि सब एक ही दल के हैं और भाषा भी उन सब की एक ही है, और उन्होंने ऐसा ही काम भी आरम्भ किया; और अब जो कुछ वे करने का यत्न करेंगे, उसमें से कुछ भी उनके लिये अनहोना न होगा।
275  GEN 11:8  इस प्रकार यहोवा ने उनको वहा से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया*; और उन्होंने उस नगर का बनाना छोड़ दिया।
278  GEN 11:11  और अर्पक्षद ने जन्म के पश्चात् शेम पासौ वर्ष जीवित रहा; और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
280  GEN 11:13  और शेलह के जन्म के पश्चात् अर्पक्षद चार सौ तीन वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
282  GEN 11:15  और एबेर के जन्म के पश्चात् शेलह चार सौ तीन वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
284  GEN 11:17  और पेलेग के जन्म के पश्चात् एबेर चार सौ तीस वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
286  GEN 11:19  और रू के जन्म के पश्चात् पेलेग दो सौ नौ वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
288  GEN 11:21  और सरूग के जन्म के पश्चात् रू दो सौ सात वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
290  GEN 11:23  और नाहोर के जन्म के पश्चात् सरूग दो सौ वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।
292  GEN 11:25  और तेरह के जन्म के पश्चात् नाहोर एक सौ उन्नीस वर्ष और जीवित रहा, और उसके और भी बेटे-बेटिया उत्‍पन्‍न हुईं।