Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   ञ    February 25, 2023 at 00:21    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

40  GEN 2:9  और यहोवा परमेश्‍वर ने भूमि से सब भाँति के वृक्ष, जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं, उगाए, और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ान के वृक्ष को भी लगाया। (प्रका. 2:7, प्रका. 22:14)
47  GEN 2:16  और यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को यह आज्दी, “तू वाटिका के किसी भी वृक्षों का फल खा सकता है;
48  GEN 2:17  पर भले या बुरे के ज्ान का जो वृक्ष है, उसका फल तू कभी न खाना: क्योंकि जिस दिन तू उसका फल खाएगा उसी दिन अवश्य मर जाएगा।”
61  GEN 3:5  वरन् परमेश्‍वर आप जानता है कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारी आँखें खुल जाएँगी, और तुम भले बुरे का ज्ान पाकर परमेश्‍वर के तुल्य हो जाओगे।”
73  GEN 3:17  और आदम से उसने कहा, “तूने जो अपनी पत्‍नी की बात सुनी, और जिस वृक्ष के फल के विषय मैंने तुझे आज्दी थी कि तू उसे न खाना, उसको तूने खाया है, इसलिए भूमि तेरे कारण श्रापित है। तू उसकी उपज जीवन भर दुःख के साथ खाया करेगा; (इब्रा. 6:8)
78  GEN 3:22  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “मनुष्य भले बुरे का ज्ान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिए अब ऐसा न हो, कि वह हाथ बढ़ाकर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ कर खा ले और सदा जीवित रहे।” (प्रका. 2:7, प्रका. 22:2,14, 19, उत्प. 3:24, प्रका. 2:7)
160  GEN 6:22  परमेश्‍वर की इस आज्के अनुसार नूह ने किया।
165  GEN 7:5  यहोवा की इस आज्के अनुसार नूह ने किया।
169  GEN 7:9  और भूमि पर रेंगनेवालों में से भी, दो-दो, अर्थात् नर और मादा, जहाज में नूह के पास गए, जिस प्रकार परमेश्‍वर ने नूह को आज्दी थी।
176  GEN 7:16  और जो गए, वह परमेश्‍वर की आज्के अनुसार सब जाति के प्राणियों में से नर और मादा गए। तब यहोवा ने जहाज का द्वार बन्द कर दिया।
319  GEN 12:20  और फ़िरौन ने अपने आदमियों को उसके विषय में आज्दी और उन्होंने उसको और उसकी पत्‍नी को, सब सम्पत्ति समेत जो उसका था, विदा कर दिया।
444  GEN 18:19  क्योंकि मैं जानता हूँ, कि वह अपने पुत्रों और परिवार को जो उसके पीछे रह जाएँगे, आज्देगा कि वे यहोवा के मार्ग में अटल बने रहें, और धर्म और न्याय करते रहें, ताकि जो कुछ यहोवा ने अब्राहम के विषय में कहा है उसे पूरा करे।”
493  GEN 19:35  अतः उन्होंने उस दिन भी रात के समय अपने पिता को दाखमधु पिलाया, और छोटी बेटी जाकर उसके पास लेट गई; पर उसको उसके भी सोने और उठने का ज्ान न था।
509  GEN 20:13  और ऐसा हुआ कि जब परमेश्‍वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्दी, तब मैंने उससे कहा, 'इतनी कृपा तुझे मुझ पर करनी होगी कि हम दोनों जहाँ-जहाँ जाएँ वहाँ-वहाँ तू मेरे विषय में कहना कि यह मेरा भाई है'।”
518  GEN 21:4  और जब उसका पुत्र इसहाक आठ दिन का हुआ, तब उसने परमेश्‍वर की आज्के अनुसार उसका खतना किया। (प्रेरि. 7:8)
698  GEN 26:5  क्योंकि अब्राहम ने मेरी मानी, और जो मैंने उसे सौंपा था उसको और मेरी आज्ाओं, विधियों और व्यवस्था का पालन किया।”
704  GEN 26:11  इसलिए अबीमेलेक ने अपनी सारी प्रजा को आज्दी, “जो कोई उस पुरुष को या उस स्त्री को छूएगा, सो निश्चय मार डाला जाएगा।”
729  GEN 27:1  जब इसहाक बूढ़ा हो गया, और उसकी आँखें ऐसी धुंधली पड़ गईं कि उसको सूझता न था, तब उसने अपने जेठे पुत्र एसाव को बुलाकर कहा, “हे मेरे पुत्र,” उसने कहा, “क्या आज्ा।”
736  GEN 27:8  इसलिए अब, हे मेरे पुत्र, मेरी सुन, और यह आज्मान,
747  GEN 27:19  याकूब ने अपने पिता से कहा, “मैं तेरा जेठा पुत्र एसाव हूँ। मैंने तेरी आज्के अनुसार किया है; इसलिए उठ और बैठकर मेरे अहेर के माँस में से खा, कि तू जी से मुझे आशीर्वाद दे।”
775  GEN 28:1  तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया, और आज्दी, “तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना।
780  GEN 28:6  जब एसाव को पता चला कि इसहाक ने याकूब को आशीर्वाद देकर पद्दनराम भेज दिया, कि वह वहीं से पत्‍नी लाए, और उसको आशीर्वाद देने के समय यह आज्भी दी, “तू किसी कनानी लड़की को ब्याह न लेना,”
885  GEN 31:11  तब परमेश्‍वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, 'हे याकूब,' मैंने कहा, 'क्या आज्ा।'
933  GEN 32:5  और उसने उन्हें यह आज्दी, “मेरे प्रभु एसाव से यह कहना; कि तेरा दास* याकूब तुझ से यह कहता है, कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा;
946  GEN 32:18  फिर उसने अगले झुण्ड के रखवाले को यह आज्दी, “जब मेरा भाई एसाव तुझे मिले, और पूछने लगे, 'तू किस का दास है, और कहाँ जाता है, और ये जो तेरे आगे-आगे हैं, वे किस के हैं?'
948  GEN 32:20  और उसने दूसरे और तीसरे रखवालों को भी, वरन् उन सभी को जो झुण्डों के पीछे-पीछे थे ऐसी ही आज्दी कि जब एसाव तुमको मिले तब इसी प्रकार उससे कहना।
1097  GEN 37:13  तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा, “तेरे भाई तो शेकेम ही में भेड़-बकरी चरा रहे होंगे, इसलिए जा, मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ।” उसने उससे कहा, “जो आज्मैं हाज़िर हूँ।”
1172  GEN 39:22  इसलिए बन्दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्दियों को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो-जो काम वे वहाँ करते थे, वह उसी की आज्से होता था।
1235  GEN 41:39  फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “परमेश्‍वर ने जो तुझे इतना ज्ान दिया है, कि तेरे तुल्य कोई समझदार और बुद्धिमान् नहीं;
1236  GEN 41:40  इस कारण तू मेरे घर का अधिकारी होगा, और तेरी आज्के अनुसार मेरी सारी प्रजा चलेगी, केवल राजगद्दी के विषय मैं तुझ से बड़ा ठहरूँगा।” (प्रेरि. 7:10)
1240  GEN 41:44  फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “फ़िरौन तो मैं हूँ, और सारे मिस्र देश में कोई भी तेरी आज्के बिना हाथ पाँव न हिलाएगा।”
1278  GEN 42:25  तब यूसुफ ने आज्दी, कि उनके बोरे अन्न से भरो और एक-एक जन के बोरे में उसके रुपये को भी रख दो, फिर उनको मार्ग के लिये भोजनवस्तु दो। अतः उनके साथ ऐसा ही किया गया।
1326  GEN 44:1  तब उसने अपने घर के अधिकारी को आज्दी, “इन मनुष्यों के बोरों में जितनी भोजन वस्तु समा सके उतनी भर दे, और एक-एक जन के रुपये को उसके बोरे के मुँह पर रख दे।
1327  GEN 44:2  और मेरा चाँदी का कटोरा छोटे के बोरे के मुँह पर उसके अन्न के रुपये के साथ रख दे।” यूसुफ की इस आज्के अनुसार उसने किया।
1343  GEN 44:18  तब यहूदा उसके पास जाकर कहने लगा, “हे मेरे प्रभु, तेरे दास को अपने प्रभु से एक बात कहने की आज्हो, और तेरा कोप तेरे दास पर न भड़के; क्योंकि तू तो फ़िरौन के तुल्य हैं।
1358  GEN 44:33  इसलिए अब तेरा दास इस लड़के के बदले* अपने प्रभु का दास होकर रहने की आज्पाए, और यह लड़का अपने भाइयों के संग जाने दिया जाए।
1378  GEN 45:19  और तुझे आज्मिली है, 'तुम एक काम करो कि मिस्र देश से अपने बाल-बच्चों और स्त्रियों के लिये गाड़ियाँ ले जाओ, और अपने पिता को ले आओ। (प्रेरि. 7:14)
1380  GEN 45:21  इस्राएल के पुत्रों ने वैसा ही किया; और यूसुफ ने फ़िरौन की आज्के अनुसार उन्हें गाड़ियाँ दी, और मार्ग के लिये भोजन-सामग्री भी दी।
1389  GEN 46:2  तब परमेश्‍वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा, “हे याकूब हे याकूब।” उसने कहा, “क्या आज्ा।”
1425  GEN 47:4  फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा, “हम इस देश में परदेशी की भाँति रहने के लिये आए हैं; क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़-बकरियों के लिये चारा न रहा; इसलिए अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्दे।”
1432  GEN 47:11  तब यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों को बसा दिया, और फ़िरौन की आज्के अनुसार मिस्र देश के अच्छे से अच्छे भाग में, अर्थात् रामसेस नामक प्रदेश में, भूमि देकर उनको सौंप दिया।
1503  GEN 49:29  तब उसने यह कहकर उनको आज्दी, “मैं अपने लोगों के साथ मिलने पर हूँ: इसलिए मुझे हित्ती एप्रोन की भूमिवाली गुफा में मेरे बाप-दादों के साथ मिट्टी देना,* (प्रेरि. 7:16)
1507  GEN 49:33  याकूब जब अपने पुत्रों को यह आज्दे चुका, तब अपने पाँव खाट पर समेट प्राण छोड़े, और अपने लोगों में जा मिला। (प्रेरि. 7:15)
1509  GEN 50:2  और यूसुफ ने उन वैद्यों को, जो उसके सेवक थे, आज्दी कि उसके पिता के शव में सुगन्ध-द्रव्य भरे; तब वैद्यों ने इस्राएल के शव में सुगन्ध-द्रव्य भर दिए।
1512  GEN 50:5  मेरे पिता ने यह कहकर, 'देख मैं मरने पर हूँ,' मुझे यह शपथ खिलाई, 'जो कब्र मैंने अपने लिये कनान देश में खुदवाई है उसी में तू मुझे मिट्टी देगा।' इसलिए अब मुझे वहाँ जाकर अपने पिता को मिट्टी देने की आज्दे, तत्पश्चात् मैं लौट आऊँगा।”
1519  GEN 50:12  इस्राएल के पुत्रों ने ठीक वही काम किया जिसकी उसने उनको आज्दी थी:
1523  GEN 50:16  इसलिए उन्होंने यूसुफ के पास यह कहला भेजा, “तेरे पिता ने मरने से पहले हमें यह आज्दी थी,
1548  EXO 1:15  शिप्रा और पूआ नामक दो इब्री दाइयों को मिस्र के राजा ने आज्दी,
1550  EXO 1:17  परन्तु वे दाइयां परमेश्‍वर का भय मानती थीं, इसलिए मिस्र के राजा की आज्न मानकर लड़कों को भी जीवित छोड़ देती थीं।
1555  EXO 1:22  तब फ़िरौन ने अपनी सारी प्रजा के लोगों को आज्दी, “इब्रियों के जितने बेटे उत्‍पन्‍न हों उन सभी को तुम नील नदी में डाल देना, और सब बेटियों को जीवित रख छोड़ना।” (प्रेरि. 7:19)
1584  EXO 3:4  जब यहोवा ने देखा कि मूसा देखने को मुड़ा चला आता है, तब परमेश्‍वर ने झाड़ी के बीच से उसको पुकारा, “हे मूसा, हे मूसा!” मूसा ने कहा, “क्या आज्ा।”
1630  EXO 4:28  तब मूसा ने हारून को यह बताया कि यहोवा ने क्या-क्या बातें कहकर उसको भेजा है, और कौन-कौन से चिन्ह दिखलाने की आज्उसे दी है।
1639  EXO 5:6  फ़िरौन ने उसी दिन उन परिश्रम करवानेवालों को जो उन लोगों के ऊपर थे, और उनके सरदारों को यह आज्दी,
1669  EXO 6:13  तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फ़िरौन के लिये आज्इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ।
1682  EXO 6:26  हारून और मूसा वे ही हैं जिनको यहोवा ने यह आज्दी: “इस्राएलियों को दल-दल करके उनके जत्थों के अनुसार मिस्र देश से निकाल ले आओ।”
1688  EXO 7:2  जो-जो आज्मैं तुझे दूँ वही तू कहना, और हारून उसे फ़िरौन से कहेगा जिससे वह इस्राएलियों को अपने देश से निकल जाने दे।
1692  EXO 7:6  तब मूसा और हारून ने यहोवा की आज्के अनुसार ही किया।
1696  EXO 7:10  तब मूसा और हारून ने फ़िरौन के पास जाकर यहोवा की आज्के अनुसार किया; और जब हारून ने अपनी लाठी को फ़िरौन और उसके कर्मचारियों के सामने डाल दिया, तब वह अजगर बन गया।
1706  EXO 7:20  तब मूसा और हारून ने यहोवा की आज्ही के अनुसार किया, अर्थात् उसने लाठी को उठाकर फ़िरौन और उसके कर्मचारियों के देखते नील नदी के जल पर मारा, और नदी का सब जल लहू बन गया।
1716  EXO 8:1  फिर यहोवा ने मूसा को आज्दी, “हारून से कह दे, कि नदियों, नहरों, और झीलों के ऊपर लाठी के साथ अपना हाथ बढ़ाकर मेंढ़कों को मिस्र देश पर चढ़ा ले आए।”
1721  EXO 8:6  उसने कहा, “कल।” उसने कहा, “तेरे वचन के अनुसार होगा, जिससे तुझे यह ज्ात हो जाए कि हमारे परमेश्‍वर यहोवा के तुल्य कोई दूसरा नहीं है।
1727  EXO 8:12  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “हारून को आज्दे, 'तू अपनी लाठी बढ़ाकर भूमि की धूल* पर मार, जिससे वह मिस्र देश भर में कुटकियाँ बन जाएँ'।”
1809  EXO 11:2  मेरी प्रजा को मेरी यह आज्सुना कि एक-एक पुरुष अपने-अपने पड़ोसी, और एक-एक स्त्री अपनी-अपनी पड़ोसिन से सोने-चाँदी के गहने माँग ले।”
1833  EXO 12:16  पहले दिन एक पवित्र सभा, और सातवें दिन भी एक पवित्र सभा करना; उन दोनों दिनों में कोई काम न किया जाए; केवल जिस प्राणी का जो खाना हो उसके काम करने की आज्है।
1845  EXO 12:28  और इस्राएलियों ने जाकर, जो आज्यहोवा ने मूसा और हारून को दी थी, उसी के अनुसार किया।
1867  EXO 12:50  यह आज्जो यहोवा ने मूसा और हारून को दी उसके अनुसार सारे इस्राएलियों ने किया।
1885  EXO 13:17  जब फ़िरौन ने लोगों को जाने की आज्दे दी, तब यद्यपि पलिश्तियों के देश में होकर जो मार्ग जाता है वह छोटा था; तो भी परमेश्‍वर यह सोचकर उनको उस मार्ग से नहीं ले गया कि कहीं ऐसा न हो कि जब ये लोग लड़ाई देखें तब पछताकर मिस्र को लौट आएँ।
1892  EXO 14:2  “इस्राएलियों को आज्दे, कि वे लौटकर मिग्दोल और समुद्र के बीच पीहहीरोत के सम्मुख, बाल-सपोन के सामने अपने डेरे खड़े करें, उसी के सामने समुद्र के तट पर डेरे खड़े करें।
1905  EXO 14:15  तब यहोवा ने मूसा से कहा, “तू क्यों मेरी दुहाई दे रहा है? इस्राएलियों को आज्दे कि यहाँ से कूच करें।
1947  EXO 15:26  “यदि तू अपने परमेश्‍वर यहोवा का वचन तन मन से सुने, और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे, और उसकी आज्ाओं पर कान लगाए और उसकी सब विधियों को माने, तो जितने रोग मैंने मिस्रियों पर भेजे हैं उनमें से एक भी तुझ पर न भेजूँगा; क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करनेवाला यहोवा हूँ।”
1957  EXO 16:9  फिर मूसा ने हारून से कहा, “इस्राएलियों की सारी मण्डली को आज्दे, कि यहोवा के सामने वरन् उसके समीप आए, क्योंकि उसने उनका बुड़बुड़ाना सुना है।”
1964  EXO 16:16  जो आज्यहोवा ने दी है वह यह है, कि तुम उसमें से अपने-अपने खाने के योग्य बटोरा करना, अर्थात् अपने-अपने प्राणियों की गिनती के अनुसार, प्रति मनुष्य के पीछे एक-एक ओमेर बटोरना; जिसके डेरे में जितने हों वह उन्हीं के लिये बटोरा करे।”
1972  EXO 16:24  जब उन्होंने उसको मूसा की इस आज्के अनुसार सवेरे तक रख छोड़ा, तब न तो वह बसाया, और न उसमें कीड़े पड़े।
1976  EXO 16:28  तब यहोवा ने मूसा से कहा, “तुम लोग मेरी आज्ाओं और व्यवस्था को कब तक नहीं मानोगे?
1980  EXO 16:32  फिर मूसा ने कहा, “यहोवा ने जो आज्दी वह यह है, कि इसमें से ओमेर भर अपने वंश की पीढ़ी-पीढ़ी के लिये रख छोड़ो, जिससे वे जानें कि यहोवा हमको मिस्र देश से निकालकर जंगल में कैसी रोटी खिलाता था।”
1982  EXO 16:34  जैसी आज्यहोवा ने मूसा को दी थी, उसी के अनुसार हारून ने उसको साक्षी के सन्दूक के आगे रख दिया, कि वह वहीं रखा रहे।
1985  EXO 17:1  फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली सीन नामक जंगल से निकल चली, और यहोवा के आज्ानुसार कूच करके रपीदीम में अपने डेरे खड़े किए; और वहाँ उन लोगों को पीने का पानी न मिला।
1994  EXO 17:10  मूसा की इस आज्के अनुसार यहोशू अमालेकियों से लड़ने लगा; और मूसा, हारून, और हूर* पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए।
2023  EXO 18:23  यदि तू यह उपाय करे, और परमेश्‍वर तुझको ऐसी आज्दे, तो तू ठहर सकेगा, और ये सब लोग अपने स्थान को कुशल से पहुँच सकेंगे।”
2034  EXO 19:7  तब मूसा ने आकर लोगों के पुरनियों को बुलवाया, और ये सब बातें, जिनके कहने की आज्यहोवा ने उसे दी थी, उनको समझा दीं।
2058  EXO 20:6  और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ाओं को मानते हैं, उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ।
2160  EXO 23:15  अख़मीरी रोटी का पर्व मानना; उसमें मेरी आज्के अनुसार अबीब महीने के नियत समय पर सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना, क्योंकि उसी महीने में तुम मिस्र से निकल आए। और मुझको कोई खाली हाथ अपना मुँह न दिखाए।
2185  EXO 24:7  तब वाचा की पुस्तक* को लेकर लोगों को पढ़ सुनाया; उसे सुनकर उन्होंने कहा, “जो कुछ यहोवा ने कहा है उस सबको हम करेंगे, और उसकी आज्मानेंगे।”
2190  EXO 24:12  तब यहोवा ने मूसा से कहा, “पहाड़ पर मेरे पास चढ़, और वहाँ रह; और मैं तुझे पत्थर की पटियाएँ, और अपनी लिखी हुई व्यवस्था और आज्दूँगा कि तू उनको सिखाए।”
2218  EXO 25:22  और मैं उसके ऊपर रहकर तुझसे मिला करूँगा; और इस्राएलियों के लिये जितनी आज्ाएँ मुझको तुझे देनी होंगी, उन सभी के विषय मैं प्रायश्चित के ढकने के ऊपर से और उन करूबों के बीच में से, जो साक्षीपत्र के सन्दूक पर होंगे, तुझसे वार्तालाप किया करूँगा।
2293  EXO 27:20  फिर तू इस्राएलियों को आज्देना, कि मेरे पास दीवट के लिये कूट के निकाला हुआ जैतून* का निर्मल तेल ले आना, जिससे दीपक नित्य जलता रहे।
2297  EXO 28:3  और जितनों के हृदय में बुद्धि है, जिनको मैंने बुद्धि देनेवाली आत्मा से परिपूर्ण किया है, उनको तू हारून के वस्त्र बनाने की आज्दे कि वह मेरे निमित्त याजक का काम करने के लिये पवित्र बनें।
2372  EXO 29:35  “मैंने तुझे जो-जो आज्दी हैं, उन सभी के अनुसार तू हारून और उसके पुत्रों से करना; और सात दिन तक उनका संस्कार करते रहना,
2414  EXO 30:31  और इस्राएलियों को मेरी यह आज्सुनाना, 'यह तेल तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में मेरे लिये पवित्र अभिषेक का तेल होगा।
2424  EXO 31:3  और मैं उसको परमेश्‍वर की आत्मा से जो बुद्धि, प्रवीणता, ज्ान*, और सब प्रकार के कार्यों की समझ देनेवाली आत्मा है परिपूर्ण करता हूँ,
2427  EXO 31:6  और सुन, मैं दान के गोत्रवाले अहीसामाक के पुत्र ओहोलीआब को उसके संग कर देता हूँ; वरन् जितने बुद्धिमान हैं उन सभी के हृदय में मैं बुद्धि देता हूँ, जिससे जितनी वस्तुओं की आज्मैंने तुझे दी है उन सभी को वे बनाएँ;
2432  EXO 31:11  और अभिषेक का तेल, और पवित्रस्‍थान के लिये सुगन्धित धूप, इन सभी को वे उन सब आज्ाओं के अनुसार बनाएँ जो मैंने तुझे दी हैं।”
2447  EXO 32:8  और जिस मार्ग पर चलने की आज्मैंने उनको दी थी उसको झटपट छोड़कर उन्होंने एक बछड़ा ढालकर बना लिया, फिर उसको दण्डवत् किया, और उसके लिये बलिदान भी चढ़ाया, और यह कहा है, 'हे इस्राएलियों तुम्हारा परमेश्‍वर जो तुम्हें मिस्र देश से छुड़ा ले आया है वह यही है'।”
2487  EXO 33:13  और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो, तो मुझे अपनी गति समझा दे, जिससे जब मैं तेरा ज्ान पाऊँ तब तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे। फिर इसकी भी सुधि कर कि यह जाति तेरी प्रजा है।”
2501  EXO 34:4  तब मूसा ने पहली तख्तियों के समान दो और तख्तियाँ गढ़ीं; और भोर को सवेरे उठकर अपने हाथ में पत्थर की वे दोनों तख्तियाँ लेकर यहोवा की आज्के अनुसार पर्वत पर चढ़ गया।
2508  EXO 34:11  जो आज्मैं आज तुम्हें देता हूँ उसे तुम लोग मानना। देखो, मैं तुम्हारे आगे से एमोरी, कनानी, हित्ती, परिज्जी, हिव्वी, और यबूसी लोगों को निकालता हूँ।
2511  EXO 34:14  क्योंकि तुम्हें किसी दूसरे को परमेश्‍वर करके दण्डवत् करने की आज्नहीं, क्योंकि यहोवा जिसका नाम जलनशील है, वह जल उठनेवाला परमेश्‍वर है,
2515  EXO 34:18  “अख़मीरी रोटी का पर्व मानना। उसमें मेरी आज्के अनुसार अबीब महीने के नियत समय पर सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना; क्योंकि तू मिस्र से अबीब महीने में निकल आया।
2525  EXO 34:28  मूसा तो वहाँ यहोवा के संग चालीस दिन और रात रहा; और तब तक न तो उसने रोटी खाई और न पानी पिया। और उसने उन तख्तियों पर वाचा के वचन अर्थात् दस आज्ाएँ लिख दीं।
2529  EXO 34:32  इसके बाद सब इस्राएली पास आए, और जितनी आज्ाएँ यहोवा ने सीनै पर्वत पर उसके साथ बात करने के समय दी थीं, वे सब उसने उन्हें बताईं।