Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   ढ    February 25, 2023 at 00:21    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

22  GEN 1:22  परमेश्‍वर ने यह कहकर उनको आशीष दी*, “फूलो-फलो, और समुद्र के जल में भर जाओ, और पक्षी पृथ्वी पऱें।”
72  GEN 3:16  फिर स्त्री से उसने कहा, “मैं तेरी पीड़ा और तेरे गर्भवती होने के दुःख को बहुत़ाऊँगा; तू पीड़ित होकर बच्चे उत्‍पन्‍न करेगी; और तेरी लालसा तेरे पति की ओर होगी, और वह तुझ पर प्रभुता करेगा।” (1 कुरि. 11:3, इफि. 5:22, कुलु. 3:18)
78  GEN 3:22  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिए अब ऐसा न हो, कि वह हाथ़ाकर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ कर खा ले और सदा जीवित रहे।” (प्रका. 2:7, प्रका. 22:2,14, 19, उत्प. 3:24, प्रका. 2:7)
84  GEN 4:4  और हाबिल भी अपनी भेड़-बकरियों के कई एक पहलौठे बच्चे भेंट़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट़ाई;* तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया, (इब्रा. 11:4)
88  GEN 4:8  तब कैन ने अपने भाई हाबिल से कुछ कहा; और जब वे मैदान में थे, तब कैन ने अपने भाई हाबिल पऱकर उसकी हत्‍या कर दी।
102  GEN 4:22  और सिल्ला ने भी तूबल-कैन नामक एक पुत्र को जन्म दिया: वह पीतल और लोहे के सब धारवाले हथियारों का़नेवाला हुआ। और तूबल-कैन की बहन नामाह थी।
139  GEN 6:1  फिर जब मनुष्य भूमि के ऊपर बहुत़ने लगे, और उनके बेटियाँ उत्‍पन्‍न हुईं,
143  GEN 6:5  यहोवा ने देखा कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी परगई है, और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्‍पन्‍न होता है वह निरन्तर बुरा ही होता है। (भज. 53:2)
153  GEN 6:15  इस ंग से तू उसको बनाना: जहाज की लम्बाई तीन सौ हाथ, चौड़ाई पचास हाथ, और ऊँचाई तीस हाथ की हो।
177  GEN 7:17  पृथ्वी पर चालीस दिन तक जल-प्रलय होता रहा; और पानी बहुत़ता ही गया, जिससे जहाज ऊपर को उठने लगा, और वह पृथ्वी पर से ऊँचा उठ गया।
178  GEN 7:18  जल़ते-ब़ते पृथ्वी पर बहुत हीगया, और जहाज जल के ऊपर-ऊपर तैरता रहा।
179  GEN 7:19  जल पृथ्वी पर अत्यन्तगया, यहाँ तक कि सारी धरती पर जितने बड़े-बड़े पहाड़ थे, सब डूब गए।
180  GEN 7:20  जल तो पन्द्रह हाथ ऊपरगया, और पहाड़ भी डूब गए।
193  GEN 8:9  उस कबूतरी को अपने पैर टेकने के लिये कोई आधार न मिला, तो वह उसके पास जहाज में लौट आई: क्योंकि सारी पृथ्वी के ऊपर जल ही जल छाया था तब उसने हाथ़ाकर उसे अपने पास जहाज में ले लिया।
204  GEN 8:20  तब नूह ने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई;* और सब शुद्ध पशुओं, और सब शुद्ध पक्षियों में से, कुछ-कुछ लेकर वेदी पर होमबलि़ाया।
207  GEN 9:1  फिर परमेश्‍वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशीष दी* और उनसे कहा, “फूलो-फलो औऱो और पृथ्वी में भर जाओ।
213  GEN 9:7  और तुम तो फूलो-फलो औऱो और पृथ्वी पर बहुतायत से सन्तान उत्‍पन्‍न करके उसमें भर जाओ।”
218  GEN 9:12  फिर परमेश्‍वर ने कहा, “जो वाचा मैं तुम्हारे साथ, और जितने जीवित प्राणी तुम्हारे संग हैं उन सबके साथ भी युग-युग की पी़ियों के लिये बाँधता हूँ; उसका यह चिन्ह है:
229  GEN 9:23  तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा लेकर अपने कंधों पर रखा और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ाँप दिया और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिए उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा।
234  GEN 9:28  जल-प्रलय के पश्चात् नूह सा़े तीन सौ वर्ष जीवित रहा।
235  GEN 9:29  इस प्रकार नूह की कुल आयु सा़े नौ सौ वर्ष की हुई; तत्पश्चात् वह मर गया।
307  GEN 12:8  फिर वहाँ से आगे़कर, वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है; और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसके पश्चिम की ओर तो बेतेल, और पूर्व की ओर आई है; और वहाँ भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई: और यहोवा से प्रार्थना की।
308  GEN 12:9  और अब्राम आगेकरके दक्षिण देश की ओर चला गया।
347  GEN 14:10  सिद्दीम नामक तराई में जहाँ लसार मिट्टी के गड्ही गड्थे; सदोम और गमोरा के राजा भागते-भागते उनमें गिर पड़े, और जो बचे वे पहाड़ पर भाग गए।
352  GEN 14:15  और अपने दासों के अलग-अलग दल बाँधकर रात को उन पऱाई करके उनको मार लिया और होबा तक, जो दमिश्क की उत्तर की ओर है, उनका पीछा किया।
362  GEN 15:1  इन बातों के पश्चात् यहोवा का यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुँचा “हे अब्राम, मत डर; मैं तेरी ाल और तेरा अत्यन्त बड़ा प्रतिफल हूँ।”
370  GEN 15:9  यहोवा ने उससे कहा, “मेरे लिये तीन वर्ष की एक बछिया, और तीन वर्ष की एक बकरी, और तीन वर्ष का एक मे़ा, और एक पिंडुक और कबूतर का एक बच्चा ले।”
376  GEN 15:15  तू तो अपने पितरों में कुशल के साथ मिल जाएगा; तुझे पूरे बु़ापे में मिट्टी दी जाएगी।
377  GEN 15:16  पर वे चौथी पी़ी में यहाँ फिर आएँगे: क्योंकि अब तक एमोरियों का अधर्म पूरा नहीं हुआ हैं।”
392  GEN 16:10  और यहोवा के दूत ने उससे कहा, “मैं तेरे वंश को बहुत़ाऊँगा,* यहाँ तक कि बहुतायत के कारण उसकी गिनती न हो सकेगी।”
400  GEN 17:2  मैं तेरे साथ वाचा बाँधूँगा, और तेरे वंश को अत्यन्त ही़ाऊँगा।”
405  GEN 17:7  और मैं तेरे साथ, और तेरे पश्चात् पी़ी-पी़ी तक तेरे वंश के साथ भी इस आशय की युग-युग की वाचा बाँधता हूँ, कि मैं तेरा और तेरे पश्चात् तेरे वंश का भी परमेश्‍वर रहूँगा।
407  GEN 17:9  फिर परमेश्‍वर ने अब्राहम से कहा, “तू भी मेरे साथ बाँधी हुई वाचा का पालन करना; तू और तेरे पश्चात् तेरा वंश भी अपनी-अपनी पी़ी में उसका पालन करे।
410  GEN 17:12  पी़ी-पी़ी में केवल तेरे वंश ही के लोग नहीं पर जो तेरे घर में उत्‍पन्‍न हुआ हों, अथवा परदेशियों को रूपा देकर मोल लिया जाए, ऐसे सब पुरुष भी जब आठ दिन* के हों जाएँ, तब उनका खतना किया जाए।
418  GEN 17:20  इश्माएल के विषय में भी मैंने तेरी सुनी है; मैं उसको भी आशीष दूँगा, और उसे फलवन्त करूँगा और अत्यन्त ही़ा दूँगा; उससे बारह प्रधान उत्‍पन्‍न होंगे, और मैं उससे एक बड़ी जाति बनाऊँगा।
420  GEN 17:22  तब परमेश्‍वर ने अब्राहम से बातें करनी बन्द की और उसके पास से ऊपरगया।
430  GEN 18:5  फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊँ, और उससे आप अपने-अपने जीव को तृप्त करें; तब उसके पश्चात् आगे़ें क्योंकि आप अपने दास के पास इसलिए पधारे हैं।” उन्होंने कहा, “जैसा तू कहता है वैसा ही कर।”
436  GEN 18:11  अब्राहम और सारा दोनों बहुत बू़े थे; और सारा का मासिक धर्म बन्द हो गया था। (रोम. 4:9)
437  GEN 18:12  इसलिए सारा मन में हँस कर कहने लगी, “मैं तो बू़ी हूँ, और मेरा स्वामी भी बू़ा है, तो क्या मुझे यह सुख होगा?”
438  GEN 18:13  तब यहोवा ने अब्राहम से कहा, “सारा यह कहकर क्यों हँसी, कि क्या मेरे, जो ऐसी बु़िया हो गई हूँ, सचमुच एक पुत्र उत्‍पन्‍न होगा?
445  GEN 18:20  फिर यहोवा ने कहा, “सदोम और गमोरा के विरुद्ध चिल्लाहट*गई है, और उनका पाप बहुत भारी हो गया है;
452  GEN 18:27  फिर अब्राहम ने कहा, “हे प्रभु, सुन मैं तो मिट्टी और राख हूँ; तो भी मैंने इतनी िठाई की कि तुझ से बातें करूँ।
456  GEN 18:31  फिर उसने कहा, “हे प्रभु, सुन, मैंने इतनी िठाई तो की है कि तुझ से बातें करूँ: कदाचित् उसमें बीस मिलें।” उसने कहा, “मैं बीस के कारण भी उसका नाश न करूँगा।”
462  GEN 19:4  उनके सो जाने के पहले, सदोम नगर के पुरुषों ने, जवानों से लेकर बू़ों तक, वरन् चारों ओर के सब लोगों ने आकर उस घर को घेर लिया;
468  GEN 19:10  तब उन अतिथियों ने हाथ़ाकर लूत को अपने पास घर में खींच लिया, और किवाड़ को बन्द कर दिया।
471  GEN 19:13  क्योंकि हम यह स्थान नाश करने पर हैं, इसलिए कि इसकी चिल्लाहट यहोवा के सम्मुखगई है; और यहोवा ने हमें इसका सत्यानाश करने के लिये भेज दिया है।”
489  GEN 19:31  तब बड़ी बेटी ने छोटी से कहा, “हमारा पिता बू़ा है, और पृथ्वी भर में कोई ऐसा पुरुष नहीं जो संसार की रीति के अनुसार हमारे पास आए।
516  GEN 21:2  सारा अब्राहम से गर्भवती होकर उसके बु़ापे में उसी नियुक्त समय पर जो परमेश्‍वर ने उससे ठहराया था, एक पुत्र उत्‍पन्‍न हुआ।
521  GEN 21:7  फिर उसने यह भी कहा, “क्या कोई कभी अब्राहम से कह सकता था, कि सारा लड़कों को दूध पिलाएगी? पर देखो, मुझसे उसके बु़ापे में एक पुत्र उत्‍पन्‍न हुआ।”
522  GEN 21:8  और वह लड़का़ा और उसका दूध छुड़ाया गया; और इसहाक के दूध छुड़ाने के दिन अब्राहम ने बड़ा भोज किया। (गला. 4:22, इब्रा 11:11)
550  GEN 22:2  उसने कहा, “अपने पुत्र को अर्थात् अपने एकलौते पुत्र इसहाक को, जिससे तू प्रेम रखता है, संग लेकर मोरिय्याह देश में चला जा, और वहाँ उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊँगा होमबलि करके़ा।”
558  GEN 22:10  फिर अब्राहम ने हाथ़ाकर छुरी को ले लिया कि अपने पुत्र को बलि करे।
560  GEN 22:12  उसने कहा, “उस लड़के पर हाथ मत़ा, और न उसे कुछ कर; क्योंकि तूने जो मुझसे अपने पुत्र, वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा; इससे मैं अब जान गया कि तू परमेश्‍वर का भय मानता है।”
561  GEN 22:13  तब अब्राहम ने आँखें उठाई, और क्या देखा, कि उसके पीछे एक मे़ा अपने सींगों से एक झाड़ी में फँसा हुआ है; अतः अब्राहम ने जाकर उस मे़े को लिया, और अपने पुत्र के स्थान पर होमबलि करके़ाया।
628  GEN 24:36  और मेरे स्वामी की पत्‍नी सारा के बु़ापे में उससे एक पुत्र उत्‍पन्‍न हुआ है; और उस पुत्र को अब्राहम ने अपना सब कुछ दे दिया है।
653  GEN 24:61  तब रिबका अपनी सहेलियों समेत चली; और ऊँट पऱकर उस पुरुष के पीछे हो ली। इस प्रकार वह दास रिबका को साथ लेकर चल दिया।
657  GEN 24:65  तब उसने दास से पूछा, “जो पुरुष मैदान पर हम से मिलने को चला आता है, वह कौन है?” दास ने कहा, “वह तो मेरा स्वामी है।” तब रिबका ने घूँघट लेकर अपने मुँह को ाँप लिया।
667  GEN 25:8  अब्राहम का दीर्घायु होने के कारण अर्थात् पूरे बु़ापे की अवस्था में प्राण छूट गया; और वह अपने लोगों में जा मिला।
686  GEN 25:27  फिर वे लड़के़ने लगे और एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया, पर याकूब सीधा मनुष्य था, और तम्बूओं में रहा करता था।
706  GEN 26:13  और वह़ा और उसकी उन्नति होती चली गई, यहाँ तक कि वह बहुत धनी पुरुष हो गया।
717  GEN 26:24  और उसी दिन यहोवा ने रात को उसे दर्शन देकर कहा, “मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्‍वर हूँ; मत डर, क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ, और अपने दास अब्राहम के कारण तुझे आशीष दूँगा, और तेरा वंश़ाऊँगा।”
729  GEN 27:1  जब इसहाक बू़ा हो गया, और उसकी आँखें ऐसी धुंधली पड़ गईं कि उसको सूझता न था, तब उसने अपने जेठे पुत्र एसाव को बुलाकर कहा, “हे मेरे पुत्र,” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”
730  GEN 27:2  उसने कहा, “सुन, मैं तो बू़ा हो गया हूँ, और नहीं जानता कि मेरी मृत्यु का दिन कब होगा
777  GEN 28:3  सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर तुझे आशीष दे, और फलवन्त कर के़ाए, और तू राज्य-राज्य की मण्डली का मूल हो।
786  GEN 28:12  तब उसने स्वप्न में क्या देखा, कि एक सी़ी पृथ्वी पर खड़ी है, और उसका सिरा स्वर्ग तक पहुँचा है; और परमेश्‍वर के दूत उस पर से़ते-उतरते हैं।
799  GEN 29:3  और जब सब झुण्ड वहाँ इकट्ठे हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर से लु़काकर भेड़-बकरियों को पानी पिलाते, और फिर पत्थर को कुएँ के मुँह पर ज्यों का त्यों रख देते थे।
804  GEN 29:8  उन्होंने कहा, “हम अभी ऐसा नहीं कर सकते, जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएँ के मुँह से लु़काया जाता है, और तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाते हैं।”
806  GEN 29:10  अपने मामा लाबान की बेटी राहेल को, और उसकी भेड़-बकरियों को भी देखकर याकूब ने निकट जाकर कुएँ के मुँह पर से पत्थर को लु़काकर अपने मामा लाबान की भेड़-बकरियों को पानी पिलाया।
874  GEN 30:43  इस प्रकार वह पुरुष अत्यन्त धना्य हो गया, और उसके बहुत सी भेड़-बकरियाँ, और दासियाँ और दास और ऊँट और गदहे हो गए।
884  GEN 31:10  भेड़-बकरियों के गाभिन होने के समय मैंने स्वप्न में क्या देखा, कि जो बकरे बकरियों पररहे हैं, वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं।
886  GEN 31:12  उसने कहा, 'आँखें उठाकर उन सब बकरों को जो बकरियों पररहे हैं, देख, कि वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं; क्योंकि जो कुछ लाबान तुझ से करता है, वह मैंने देखा है।
891  GEN 31:17  तब याकूब ने अपने बच्चों और स्त्रियों को ऊँटों पऱाया;
892  GEN 31:18  और जितने पशुओं को वह पद्दनराम में इकट्ठा करके धना्य हो गया था, सबको कनान में अपने पिता इसहाक के पास जाने की मनसा से, साथ ले गया।
909  GEN 31:35  राहेल ने अपने पिता से कहा, “हे मेरे प्रभु; इससे अप्रसन्न न हो, कि मैं तेरे सामने नहीं उठी; क्योंकि मैं मासिक धर्म से हूँ।” अतः उसके ूँाँकरने पर भी गृहदेवता उसको न मिले।
912  GEN 31:38  इन बीस वर्षों से मैं तेरे पास रहा; इनमें न तो तेरी भेड़-बकरियों के गर्भ गिरे, और न तेरे मे़ों का माँस मैंने कभी खाया।
920  GEN 31:46  तब याकूब ने अपने भाई-बन्धुओं से कहा, “पत्थर इकट्ठा करो,” यह सुनकर उन्होंने पत्थर इकट्ठा करके एक ेर लगाया और वहीं ेर के पास उन्होंने भोजन किया।
921  GEN 31:47  उस ेर का नाम लाबान ने तो जैगर सहादुथा, पर याकूब ने गिलियाद रखा।
922  GEN 31:48  लाबान ने कहा, “यह ेर आज से मेरे और तेरे बीच साक्षी रहेगा।” इस कारण उसका नाम गिलियाद रखा गया,
925  GEN 31:51  फिर लाबान ने याकूब से कहा, “इस ेर को देख और इस खम्भे को भी देख, जिनको मैंने अपने और तेरे बीच में खड़ा किया है।
926  GEN 31:52  यह ेर और यह खम्भा दोनों इस बात के साक्षी रहें कि हानि करने की मनसा से न तो मैं इस ेर को लाँघकर तेरे पास जाऊँगा, न तू इस ेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।
928  GEN 31:54  और याकूब ने उस पहाड़ पर बलि़ाया, और अपने भाई-बन्धुओं को भोजन करने के लिये बुलाया, तब उन्होंने भोजन करके पहाड़ पर रात बिताई।
943  GEN 32:15  अर्थात् दो सौ बकरियाँ, और बीस बकरे, और दो सौ भेड़ें, और बीस मे़े,
945  GEN 32:17  इनको उसने झुण्ड-झुण्ड करके, अपने दासों को सौंपकर उनसे कहा, “मेरे आगेजाओ; और झुण्डों के बीच-बीच में अन्तर रखो।”
954  GEN 32:26  जब उसने देखा कि मैं याकूब पर प्रबल नहीं होता, तब उसकी जाँघ की नस को छुआ; और याकूब की जाँघ की नस उससे मल्लयुद्ध करते ही करतेगई।
964  GEN 33:3  और आप उन सबके आगे़ा और सात बार भूमि पर गिरकर दण्डवत् की,* और अपने भाई के पास पहुँचा।
973  GEN 33:12  फिर एसाव ने कहा, “आ, हमचलें: और मैं तेरे आगे-आगे चलूँगा।”
975  GEN 33:14  इसलिए मेरा प्रभु अपने दास के आगेजाए, और मैं इन पशुओं की गति के अनुसार, जो मेरे आगे है, और बच्चों की गति के अनुसार धीरे-धीरे चलकर सेईर में अपने प्रभु के पास पहुँचूँगा।”
1008  GEN 34:27  याकूब के पुत्रों ने घात कर डालने पर भी़कर नगर को इसलिए लूट लिया कि उसमें उनकी बहन अशुद्ध की गई थी।
1011  GEN 34:30  तब याकूब ने शिमोन और लेवी से कहा, “तुमने जो इस देश के निवासी कनानियों और परिज्जियों के मन में मेरे प्रति घृणा उत्‍पन्‍न कराई है, इससे तुमने मुझे संकट में डाला है,* क्योंकि मेरे साथ तो थोड़े ही लोग हैं, इसलिए अब वे इकट्ठे होकर मुझ पऱेंगे, और मुझे मार डालेंगे, तो मैं अपने घराने समेत सत्यानाश हो जाऊँगा।”
1023  GEN 35:11  फिर परमेश्‍वर ने उससे कहा, “मैं सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर हूँ। तू फूले-फले औऱे; और तुझ से एक जाति वरन् जातियों की एक मण्डली भी उत्‍पन्‍न होगी, और तेरे वंश में राजा उत्‍पन्‍न होंगे।
1025  GEN 35:13  तब परमेश्‍वर उस स्थान में, जहाँ उसने याकूब से बातें की, उनके पास से ऊपरगया।
1033  GEN 35:21  फिर इस्राएल ने कूच किया, और एदेर* नामक गुम्मट के आगे़कर अपना तम्बू खड़ा किया।
1041  GEN 35:29  और इसहाक का प्राण छूट गया, और वह मर गया, और वह बू़ा और पूरी आयु का होकर अपने लोगों में जा मिला; और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी।