57 | GEN 3:1 | यहोवा परमेश्वर ने जितने जंगली पशु बनाए थे, उन सब में सर्प धूर्त था, और उसने स्त्री से कहा, “क्या सच है, कि परमेश्वर ने कहा, 'तुम इस वाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना'?” (प्रका. 12:9, प्रका. 20:2) |
312 | GEN 12:13 | अतः यह कहना, 'मैं उसकी बहन हूँ,’ जिससे तेरे कारण मेरा कल्याण हो और मेरा प्राण तेरे कारण बचे।” |
501 | GEN 20:5 | क्या उसी ने स्वयं मुझसे नहीं कहा, 'वह मेरी बहन है?' और उस स्त्री ने भी आप कहा, 'वह मेरा भाई है,' मैंने तो अपने मन की खराई और अपने व्यवहार की सच्चाई से यह काम किया।” |
509 | GEN 20:13 | और ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्ञा दी, तब मैंने उससे कहा, 'इतनी कृपा तुझे मुझ पर करनी होगी कि हम दोनों जहाँ-जहाँ जाएँ वहाँ-वहाँ तू मेरे विषय में कहना कि यह मेरा भाई है'।” |
606 | GEN 24:14 | इसलिए ऐसा होने दे कि जिस कन्या से मैं कहूँ, 'अपना घड़ा मेरी ओर झुका, कि मैं पीऊँ,' और वह कहे, 'ले, पी ले, बाद में मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी,' यह वही हो जिसे तूने अपने दास इसहाक के लिये ठहराया हो; इसी रीति मैं जान लूँगा कि तूने मेरे स्वामी पर करुणा की है।” |
629 | GEN 24:37 | मेरे स्वामी ने मुझे यह शपथ खिलाई है, कि 'मैं उसके पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिनके देश में वह रहता है, कोई स्त्री न ले आऊँगा। |
631 | GEN 24:39 | तब मैंने अपने स्वामी से कहा, 'कदाचित् वह स्त्री मेरे पीछे न आए।' |
637 | GEN 24:45 | मैं मन ही मन यह कह ही रहा था, कि देख रिबका कंधे पर घड़ा लिये हुए निकल आई; फिर वह सोते के पास उतरकर भरने लगी। मैंने उससे कहा, 'मुझे पानी पिला दे।' |
639 | GEN 24:47 | तब मैंने उससे पूछा, 'तू किस की बेटी है?' और उसने कहा, 'मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी हूँ,' तब मैंने उसकी नाक में वह नत्थ, और उसके हाथों में वे कंगन पहना दिए। |
735 | GEN 27:7 | 'तू मेरे लिये अहेर करके उसका स्वादिष्ट भोजन बना, कि मैं उसे खाकर तुझे यहोवा के आगे मरने से पहले आशीर्वाद दूँ।' |
882 | GEN 31:8 | जब उसने कहा, 'चित्तीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,' तब सब भेड़-बकरियाँ चित्तीवाले ही जनने लगीं, और जब उसने कहा, 'धारीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे,' तब सब भेड़-बकरियाँ धारीवाले जनने लगीं। |
885 | GEN 31:11 | तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा, 'हे याकूब,' मैंने कहा, 'क्या आज्ञा।' |
886 | GEN 31:12 | उसने कहा, 'आँखें उठाकर उन सब बकरों को जो बकरियों पर चढ़ रहे हैं, देख, कि वे धारीवाले, चित्तीवाले, और धब्बेवाले हैं; क्योंकि जो कुछ लाबान तुझ से करता है, वह मैंने देखा है। |
903 | GEN 31:29 | तुम लोगों की हानि करने की शक्ति मेरे हाथ में तो है; पर तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने मुझसे बीती हुई रात में कहा, 'सावधान रह, याकूब से न तो भला कहना और न बुरा।' |
946 | GEN 32:18 | फिर उसने अगले झुण्ड के रखवाले को यह आज्ञा दी, “जब मेरा भाई एसाव तुझे मिले, और पूछने लगे, 'तू किस का दास है, और कहाँ जाता है, और ये जो तेरे आगे-आगे हैं, वे किस के हैं?' |
947 | GEN 32:19 | तब कहना, 'यह तेरे दास याकूब के हैं। हे मेरे प्रभु एसाव, ये भेंट के लिये तेरे पास भेजे गए हैं, और वह आप भी हमारे पीछे-पीछे आ रहा है'।” |
1142 | GEN 38:22 | इसलिए उसने यहूदा के पास लौटकर कहा, “मुझे वह नहीं मिली; और उस स्थान के लोगों ने कहा, 'यहाँ तो कोई देवदासी न थी।'” |
1284 | GEN 42:31 | तब हमने उससे कहा, 'हम सीधे लोग हैं, भेदिये नहीं। |
1286 | GEN 42:33 | तब उस पुरुष ने, जो उस देश का स्वामी है, हम से कहा, 'इससे मालूम हो जाएगा कि तुम सीधे मनुष्य हो; तुम अपने में से एक को मेरे पास छोड़कर अपने घरवालों की भूख मिटाने के लिये कुछ ले जाओ, |
1294 | GEN 43:3 | तब यहूदा ने उससे कहा, “उस पुरुष ने हमको चेतावनी देकर कहा, 'यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न आए, तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे।' |
1296 | GEN 43:5 | परन्तु यदि तू उसको न भेजे, तो हम न जाएँगे, क्योंकि उस पुरुष ने हम से कहा, 'यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न हो, तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे'।” |
1298 | GEN 43:7 | उन्होंने कहा, “जब उस पुरुष ने हमारी और हमारे कुटुम्बियों की स्थिति के विषय में इस रीति पूछा, 'क्या तुम्हारा पिता अब तक जीवित है? क्या तुम्हारे कोई और भाई भी है?' तब हमने इन प्रश्नों के अनुसार उससे वर्णन किया; फिर हम क्या जानते थे कि वह कहेगा, 'अपने भाई को यहाँ ले आओ।'” |
1329 | GEN 44:4 | वे नगर से निकले ही थे, और दूर न जाने पाए थे कि यूसुफ ने अपने घर के अधिकारी से कहा, “उन मनुष्यों का पीछा कर, और उनको पाकर उनसे कह, 'तुमने भलाई के बदले बुराई क्यों की है? |
1344 | GEN 44:19 | मेरे प्रभु ने अपने दासों से पूछा था, 'क्या तुम्हारे पिता या भाई हैं?' |
1346 | GEN 44:21 | तब तूने अपने दासों से कहा था, 'उसको मेरे पास ले आओ, जिससे मैं उसको देखूँ।' |
1347 | GEN 44:22 | तब हमने अपने प्रभु से कहा था, 'वह लड़का अपने पिता को नहीं छोड़ सकता; नहीं तो उसका पिता मर जाएगा।' |
1348 | GEN 44:23 | और तूने अपने दासों से कहा, 'यदि तुम्हारा छोटा भाई तुम्हारे संग न आए, तो तुम मेरे सम्मुख फिर न आने पाओगे।' |
1350 | GEN 44:25 | तब हमारे पिता ने कहा, 'फिर जाकर हमारे लिये थोड़ी सी भोजन वस्तु मोल ले आओ।' |
1351 | GEN 44:26 | हमने कहा, 'हम नहीं जा सकते, हाँ, यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग रहे, तब हम जाएँगे; क्योंकि यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग न रहे, तो हम उस पुरुष के सम्मुख न जाने पाएँगे।' |
1352 | GEN 44:27 | तब तेरे दास मेरे पिता ने हम से कहा, 'तुम तो जानते हो कि मेरी स्त्री से दो पुत्र उत्पन्न हुए। |
1357 | GEN 44:32 | फिर तेरा दास अपने पिता के यहाँ यह कहकर इस लड़के का जामिन हुआ है, 'यदि मैं इसको तेरे पास न पहुँचा दूँ, तब तो मैं सदा के लिये तेरा अपराधी ठहरूँगा।' |
1368 | GEN 45:9 | अतः शीघ्र मेरे पिता के पास जाकर कहो, 'तेरा पुत्र यूसुफ इस प्रकार कहता है, कि परमेश्वर ने मुझे सारे मिस्र का स्वामी ठहराया है; इसलिए तू मेरे पास बिना विलम्ब किए चला आ। (प्रेरि. 7:14) |
1378 | GEN 45:19 | और तुझे आज्ञा मिली है, 'तुम एक काम करो कि मिस्र देश से अपने बाल-बच्चों और स्त्रियों के लिये गाड़ियाँ ले जाओ, और अपने पिता को ले आओ। (प्रेरि. 7:14) |
1418 | GEN 46:31 | तब यूसुफ ने अपने भाइयों से और अपने पिता के घराने से कहा, “मैं जाकर फ़िरौन को यह समाचार दूँगा, 'मेरे भाई और मेरे पिता के सारे घराने के लोग, जो कनान देश में रहते थे, वे मेरे पास आ गए हैं; |
1420 | GEN 46:33 | जब फ़िरौन तुमको बुलाकर पूछे, 'तुम्हारा उद्यम क्या है?' |
1421 | GEN 46:34 | तब यह कहना, 'तेरे दास लड़कपन से लेकर आज तक पशुओं को पालते आए हैं, वरन् हमारे पुरखा भी ऐसा ही करते थे।' इससे तुम गोशेन देश में रहने पाओगे; क्योंकि सब चरवाहों से मिस्री लोग घृणा करते हैं।”* |
1512 | GEN 50:5 | मेरे पिता ने यह कहकर, 'देख मैं मरने पर हूँ,' मुझे यह शपथ खिलाई, 'जो कब्र मैंने अपने लिये कनान देश में खुदवाई है उसी में तू मुझे मिट्टी देगा।' इसलिए अब मुझे वहाँ जाकर अपने पिता को मिट्टी देने की आज्ञा दे, तत्पश्चात् मैं लौट आऊँगा।” |
1524 | GEN 50:17 | 'तुम लोग यूसुफ से इस प्रकार कहना, कि हम विनती करते हैं, कि तू अपने भाइयों के अपराध और पाप को क्षमा कर; हमने तुझ से बुराई की थी, पर अब अपने पिता के परमेश्वर के दासों का अपराध क्षमा कर’।” उनकी ये बातें सुनकर यूसुफ रो पड़ा। |
1593 | EXO 3:13 | मूसा ने परमेश्वर से कहा, “जब मैं इस्राएलियों के पास जाकर उनसे यह कहूँ, 'तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है,' तब यदि वे मुझसे पूछें, 'उसका क्या नाम है?' तब मैं उनको क्या बताऊँ?” |
1594 | EXO 3:14 | परमेश्वर ने मूसा से कहा, “मैं जो हूँ सो हूँ*।” फिर उसने कहा, “तू इस्राएलियों से यह कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है'।” (प्रका. 1:4,8, प्रका. 4:8, प्रका. 11:17) |
1595 | EXO 3:15 | फिर परमेश्वर ने मूसा से यह भी कहा, “तू इस्राएलियों से यह कहना, 'तुम्हारे पूर्वजों का परमेश्वर, अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर, इसहाक का परमेश्वर, और याकूब का परमेश्वर, यहोवा, उसी ने मुझको तुम्हारे पास भेजा है। देख सदा तक मेरा नाम यही रहेगा, और पीढ़ी-पीढ़ी में मेरा स्मरण इसी से हुआ करेगा।' (मत्ती 22:32, मरकुस 12:26) |
1596 | EXO 3:16 | इसलिए अब जाकर इस्राएली पुरनियों को इकट्ठा कर, और उनसे कह, 'तुम्हारे पूर्वज अब्राहम, इसहाक, और याकूब के परमेश्वर, यहोवा ने मुझे दर्शन देकर यह कहा है कि मैंने तुम पर और तुम से जो बर्ताव मिस्र में किया जाता है उस पर भी चित्त लगाया है; |
1598 | EXO 3:18 | तब वे तेरी मानेंगे; और तू इस्राएली पुरनियों को संग लेकर मिस्र के राजा के पास जाकर उससे यह कहना, 'इब्रियों के परमेश्वर, यहोवा से हम लोगों की भेंट हुई है; इसलिए अब हमको तीन दिन के मार्ग पर जंगल में जाने दे कि अपने परमेश्वर यहोवा को बलिदान चढ़ाएँ।' |
1603 | EXO 4:1 | तब मूसा ने उत्तर दिया, “वे मुझ पर विश्वास न करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन् कहेंगे, 'यहोवा ने तुझको दर्शन नहीं दिया'।” |
1624 | EXO 4:22 | और तू फ़िरौन से कहना, 'यहोवा यह कहता है, कि इस्राएल मेरा पुत्र वरन् मेरा पहलौठा है, |
1634 | EXO 5:1 | इसके पश्चात् मूसा और हारून ने जाकर फ़िरौन से कहा, “इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है, 'मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे, कि वे जंगल में मेरे लिये पर्व करें'।” |
1641 | EXO 5:8 | तो भी जितनी ईटें अब तक उन्हें बनानी पड़ती थीं उतनी ही आगे को भी उनसे बनवाना, ईटों की गिनती कुछ भी न घटाना; क्योंकि वे आलसी हैं; इस कारण वे यह कहकर चिल्लाते हैं, 'हम जाकर अपने परमेश्वर के लिये बलिदान करें।' |
1643 | EXO 5:10 | तब लोगों के परिश्रम करानेवालों ने और सरदारों ने बाहर जाकर उनसे कहा, “फ़िरौन इस प्रकार कहता है, 'मैं तुम्हें पुआल नहीं दूँगा। |
1649 | EXO 5:16 | तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं, 'ईटें बनाओ, ईटें बनाओ,' और तेरे दासों ने भी मार खाई है; परन्तु दोष तेरे ही लोगों का है।” |
1662 | EXO 6:6 | इस कारण तू इस्राएलियों से कह, 'मैं यहोवा हूँ, और तुमको मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकालूँगा, और उनके दासत्व से तुमको छुड़ाऊँगा, और अपनी भुजा बढ़ाकर और भारी दण्ड देकर तुम्हें छुड़ा लूँगा, (प्रेरि. 13:17) |
1695 | EXO 7:9 | “जब फ़िरौन तुम से कहे, 'अपने प्रमाण का कोई चमत्कार दिखाओ,' तब तू हारून से कहना, 'अपनी लाठी* को लेकर फ़िरौन के सामने डाल दे, कि वह अजगर बन जाए'।” |
1702 | EXO 7:16 | और उससे इस प्रकार कहना, 'इब्रियों के परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह कहने के लिये तेरे पास भेजा है कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि जिससे वे जंगल में मेरी उपासना करें; और अब तक तूने मेरा कहना नहीं माना। |
1712 | EXO 7:26 | तब यहोवा ने फिर मूसा से कहा, “फ़िरौन के पास जाकर कह, 'यहोवा तुझसे इस प्रकार कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे जिससे वे मेरी उपासना करें। |
1727 | EXO 8:12 | फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “हारून को आज्ञा दे, 'तू अपनी लाठी बढ़ाकर भूमि की धूल* पर मार, जिससे वह मिस्र देश भर में कुटकियाँ बन जाएँ'।” |
1731 | EXO 8:16 | फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “सवेरे उठकर फ़िरौन के सामने खड़ा होना, वह तो जल की ओर आएगा, और उससे कहना, 'यहोवा तुझसे यह कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे, कि वे मेरी उपासना करें। |
1744 | EXO 9:1 | फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “फ़िरौन के पास जाकर कह, 'इब्रियों का परमेश्वर यहोवा तुझसे इस प्रकार कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे, कि मेरी उपासना करें। |
1756 | EXO 9:13 | फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “सवेरे उठकर फ़िरौन के सामने खड़ा हो, और उससे कह, 'इब्रियों का परमेश्वर यहोवा इस प्रकार कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे, कि वे मेरी उपासना करें। |
1815 | EXO 11:8 | तब तेरे ये सब कर्मचारी मेरे पास आ मुझे दण्डवत् करके यह कहेंगे, 'अपने सब अनुचरों समेत निकल जा।' और उसके पश्चात् मैं निकल जाऊँगा।” यह कहकर मूसा बड़े क्रोध में फ़िरौन के पास से निकल गया। |
1843 | EXO 12:26 | और जब तुम्हारे लड़के वाले तुम से पूछें, 'इस काम से तुम्हारा क्या मतलब है?' |
1844 | EXO 12:27 | तब तुम उनको यह उत्तर देना, 'यहोवा ने जो मिस्रियों के मारने के समय मिस्र में रहनेवाले हम इस्राएलियों के घरों को छोड़कर हमारे घरों को बचाया, इसी कारण उसके फसह का यह बलिदान किया जाता है।” तब लोगों ने सिर झुकाकर दण्डवत् किया। |
1850 | EXO 12:33 | और मिस्री जो कहते थे, 'हम तो सब मर मिटे हैं,' उन्होंने इस्राएली लोगों पर दबाव डालकर कहा, “देश से झटपट निकल जाओ।” |
1882 | EXO 13:14 | और आगे के दिनों में जब तुम्हारे पुत्र तुम से पूछें, 'यह क्या है?' तो उनसे कहना, 'यहोवा हम लोगों को दासत्व के घर से, अर्थात् मिस्र देश से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है। |
1893 | EXO 14:3 | तब फ़िरौन इस्राएलियों के विषय में सोचेगा, 'वे देश के उलझनों में फंसे हैं और जंगल में घिर गए हैं।' |
1999 | EXO 17:15 | तब मूसा ने एक वेदी बनाकर उसका नाम 'यहोवा निस्सी*' रखा; |
2031 | EXO 19:4 | 'तुमने देखा है कि मैंने मिस्रियों से क्या-क्या किया; तुमको मानो उकाब पक्षी के पंखों पर चढ़ाकर अपने पास ले आया हूँ। |
2039 | EXO 19:12 | और तू लोगों के लिये चारों ओर बाड़ा बाँध देना, और उनसे कहना, 'तुम सचेत रहो कि पर्वत पर न चढ़ो और उसकी सीमा को भी न छूओ; और जो कोई पहाड़ को छूए वह निश्चय मार डाला जाए। |
2083 | EXO 21:5 | परन्तु यदि वह दास दृढ़ता से कहे, 'मैं अपने स्वामी, और अपनी पत्नी, और बालकों से प्रेम रखता हूँ; इसलिए मैं स्वतंत्र होकर न चला जाऊँगा;' |
2125 | EXO 22:10 | तो उन दोनों के बीच यहोवा की शपथ खिलाई जाए, 'मैंने इसकी सम्पत्ति पर हाथ नहीं लगाया;' तब सम्पत्ति का स्वामी इसको सच माने, और दूसरे को उसे कुछ भी भर देना न होगा। |
2330 | EXO 28:36 | “फिर शुद्ध सोने का एक टीका बनवाना, और जैसे छापे में वैसे ही उसमें ये अक्षर खोदे जाएँ, अर्थात् 'यहोवा के लिये पवित्र।' |
2414 | EXO 30:31 | और इस्राएलियों को मेरी यह आज्ञा सुनाना, 'यह तेल तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में मेरे लिये पवित्र अभिषेक का तेल होगा। |
2434 | EXO 31:13 | “तू इस्राएलियों से यह भी कहना, 'निश्चय तुम मेरे विश्रामदिनों को मानना, क्योंकि तुम्हारी पीढ़ी-पीढ़ी में मेरे और तुम लोगों के बीच यह एक चिन्ह ठहरा है, जिससे तुम यह बात जान रखो कि यहोवा हमारा पवित्र करनेवाला है। |
2447 | EXO 32:8 | और जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैंने उनको दी थी उसको झटपट छोड़कर उन्होंने एक बछड़ा ढालकर बना लिया, फिर उसको दण्डवत् किया, और उसके लिये बलिदान भी चढ़ाया, और यह कहा है, 'हे इस्राएलियों तुम्हारा परमेश्वर जो तुम्हें मिस्र देश से छुड़ा ले आया है वह यही है'।” |
2451 | EXO 32:12 | मिस्री लोग यह क्यों कहने पाएँ, 'वह उनको बुरे अभिप्राय से, अर्थात् पहाड़ों में घात करके धरती पर से मिटा डालने की मनसा से निकाल ले गया?' तू अपने भड़के हुए कोप को शान्त कर, और अपनी प्रजा को ऐसी हानि पहुँचाने से फिर जा। |
2452 | EXO 32:13 | अपने दास अब्राहम, इसहाक, और याकूब को स्मरण कर, जिनसे तूने अपनी ही शपथ खाकर यह कहा था, 'मैं तुम्हारे वंश को आकाश के तारों के तुल्य बहुत करूँगा, और यह सारा देश जिसकी मैंने चर्चा की है तुम्हारे वंश को दूँगा, कि वह उसके अधिकारी सदैव बने रहें'।” |
2462 | EXO 32:23 | और उन्होंने मुझसे कहा, 'हमारे लिये देवता बनवा जो हमारे आगे-आगे चले; क्योंकि उस पुरुष मूसा को, जो हमें मिस्र देश से छुड़ा लाया है, हम नहीं जानते कि उसे क्या हुआ?' |
2475 | EXO 33:1 | फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “तू उन लोगों को जिन्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है संग लेकर उस देश को जा, जिसके विषय मैंने अब्राहम, इसहाक और याकूब से शपथ खाकर कहा था, 'मैं उसे तुम्हारे वंश को दूँगा।' |
2479 | EXO 33:5 | क्योंकि यहोवा ने मूसा से कह दिया था, “इस्राएलियों को मेरा यह वचन सुना, 'तुम लोग तो हठीले हो; जो मैं पल भर के लिये तुम्हारे बीच होकर चलूँ, तो तुम्हारा अन्त कर डालूँगा। इसलिए अब अपने-अपने गहने अपने अंगों से उतार दो, कि मैं जानूँ कि तुम्हारे साथ क्या करना चाहिए'।” |
2486 | EXO 33:12 | और मूसा ने यहोवा से कहा, “सुन तू मुझसे कहता है, 'इन लोगों को ले चल;' परन्तु यह नहीं बताया कि तू मेरे संग किसको भेजेगा। तो भी तूने कहा है, 'तेरा नाम मेरे चित्त में बसा है, और तुझ पर मेरे अनुग्रह की दृष्टि है।' |
2695 | EXO 39:30 | फिर उन्होंने पवित्र मुकुट की पटरी शुद्ध सोने की बनाई; और जैसे छापे में वैसे ही उसमें ये अक्षर खोदे गए, अर्थात् 'यहोवा के लिये पवित्र।' |
2957 | LEV 9:3 | और इस्राएलियों से यह कह, 'तुम पापबलि के लिये एक बकरा, और होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक भेड़ का बच्चा लो, जो एक वर्ष के हों और निर्दोष हों, |
4018 | NUM 10:29 | मूसा ने अपने ससुर रूएल मिद्यानी के पुत्र होबाब से कहा, “हम लोग उस स्थान की यात्रा करते हैं जिसके विषय में यहोवा ने कहा है, 'मैं उसे तुमको दूँगा'; इसलिए तू भी हमारे संग चल, और हम तेरी भलाई करेंगे; क्योंकि यहोवा ने इस्राएल के विषय में भला ही कहा है।” |
4043 | NUM 11:18 | और लोगों से कह, 'कल के लिये अपने को पवित्र करो, तब तुम्हें माँस खाने को मिलेगा; क्योंकि तुम यहोवा के सुनते हुए यह कह-कहकर रोए हो, कि हमें माँस खाने को कौन देगा? हम मिस्र ही में भले थे। इसलिए यहोवा तुमको माँस खाने को देगा, और तुम खाओगे। |
4392 | NUM 22:16 | उन्होंने बिलाम के पास आकर कहा, “सिप्पोर का पुत्र बालाक यह कहता है, 'मेरे पास आने से किसी कारण मना मत कर; |
4564 | NUM 27:8 | और इस्राएलियों से यह कह, 'यदि कोई मनुष्य बिना पुत्र मर जाए, तो उसका भाग उसकी बेटी के हाथ सौंपना। |
4581 | NUM 28:2 | “इस्राएलियों को यह आज्ञा सुना, 'मेरा चढ़ावा, अर्थात् मुझे सुखदायक सुगन्ध देनेवाला मेरा हव्यरूपी भोजन, तुम लोग मेरे लिये उनके नियत समयों पर चढ़ाने के लिये स्मरण रखना।' |
4731 | NUM 32:11 | 'निःसन्देह जो मनुष्य मिस्र से निकल आए हैं उनमें से, जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के हैं, वे उस देश को देखने न पाएँगे, जिसके देने की शपथ मैंने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से खाई है, क्योंकि वे मेरे पीछे पूरी रीति से नहीं हो लिये; |
4900 | DEU 1:6 | “हमारे परमेश्वर यहोवा ने होरेब के पास हम से कहा था, 'तुम लोगों को इस पहाड़ के पास रहते हुए बहुत दिन हो गए हैं; |
4903 | DEU 1:9 | “फिर उसी समय मैंने तुम से कहा, 'मैं तुम्हारा भार अकेला नहीं उठा सकता; |
4908 | DEU 1:14 | इसके उत्तर में तुमने मुझसे कहा, 'जो कुछ तू हम से कहता है उसका करना अच्छा है।' |
4910 | DEU 1:16 | और उस समय मैंने तुम्हारे न्यायियों को आज्ञा दी, 'तुम अपने भाइयों के मुकदमें सुना करो, और उनके बीच और उनके पड़ोसियों और परदेशियों के बीच भी धर्म से न्याय किया करो। (यूह. 7:51) |
4914 | DEU 1:20 | वहाँ मैंने तुम से कहा, 'तुम एमोरियों के पहाड़ी देश तक आ गए हो जिसको हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है। |
4916 | DEU 1:22 | और तुम सब मेरे पास आकर कहने लगे, 'हम अपने आगे पुरुषों को भेज देंगे, जो उस देश का पता लगाकर हमको यह सन्देश दें, कि कौन से मार्ग से होकर चलना होगा और किस-किस नगर में प्रवेश करना पड़ेगा?' |
4919 | DEU 1:25 | और उस देश के फलों में से कुछ हाथ में लेकर हमारे पास आए, और हमको यह सन्देश दिया, 'जो देश हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है वह अच्छा है।' |
4921 | DEU 1:27 | अपने-अपने डेरे में यह कहकर कुड़कुड़ाने लगे, 'यहोवा हम से बैर रखता है, इस कारण हमको मिस्र देश से निकाल ले आया है, कि हमको एमोरियों के वश में करके हमारा सत्यानाश कर डाले। |
4923 | DEU 1:29 | मैंने तुम से कहा, 'उनके कारण भय मत खाओ और न डरो। |
4929 | DEU 1:35 | 'निश्चय इस बुरी पीढ़ी के मनुष्यों में से एक भी उस अच्छे देश को देखने न पाएगा, जिसे मैंने उनके पितरों को देने की शपथ खाई थी। |
4931 | DEU 1:37 | और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ, और यह कहा, 'तू भी वहाँ जाने न पाएगा; |
4935 | DEU 1:41 | “तब तुमने मुझसे कहा, 'हमने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है; अब हम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार चढ़ाई करेंगे और लड़ेंगे।' तब तुम अपने-अपने हथियार बाँधकर पहाड़ पर बिना सोचे समझे चढ़ने को तैयार हो गए। |
4936 | DEU 1:42 | तब यहोवा ने मुझसे कहा, 'उनसे कह दे कि तुम मत चढ़ो, और न लड़ो; क्योंकि मैं तुम्हारे मध्य में नहीं हूँ; कहीं ऐसा न हो कि तुम अपने शत्रुओं से हार जाओ।' |
4943 | DEU 2:3 | 'तुम लोगों को इस पहाड़ के बाहर-बाहर चलते हुए बहुत दिन बीत गए, अब घूमकर उत्तर की ओर चलो। |