5603 | DEU 27:16 | 'श्रापित हो वह जो अपने पिता या माता को तुच्छ जाने।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5604 | DEU 27:17 | 'श्रापित हो वह जो किसी दूसरे की सीमा को हटाए।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5606 | DEU 27:19 | 'श्रापित हो वह जो परदेशी, अनाथ, या विधवा का न्याय बिगाड़े।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5607 | DEU 27:20 | 'श्रापित हो वह जो अपनी सौतेली माता से कुकर्म करे, क्योंकि वह अपने पिता का ओढ़ना उघाड़ता है।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5608 | DEU 27:21 | 'श्रापित हो वह जो किसी प्रकार के पशु से कुकर्म करे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5609 | DEU 27:22 | 'श्रापित हो वह जो अपनी बहन, चाहे सगी हो चाहे सौतेली, से कुकर्म करे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5610 | DEU 27:23 | 'श्रापित हो वह जो अपनी सास के संग कुकर्म करे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5611 | DEU 27:24 | 'श्रापित हो वह जो किसी को छिपकर मारे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
5613 | DEU 27:26 | 'श्रापित हो वह जो इस व्यवस्था के वचनों को मानकर पूरा न करे।' तब सब लोग कहें, 'आमीन।' |
17337 | PRO 30:16 | अधोलोक और बाँझ की कोख, भूमि जो जल पी पीकर तृप्त नहीं होती, और आग जो कभी नहीं कहती, 'बस।' |