Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   Word*    February 25, 2023 at 00:21    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

26  GEN 1:26  फिर परमेश्‍वर ने कहा, “हम मनुष्य* को अपने स्वरूप के अनुसार* अपनी समानता में बनाएँ; और वे समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार रखें।” (याकू. 3:9)
46  GEN 2:15  तब यहोवा परमेश्‍वर ने आदम को लेकर* अदन की वाटिका में रख दिया, कि वह उसमें काम करे और उसकी रखवाली करे।
62  GEN 3:6  अतः जब स्त्री ने देखा* कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उसमें से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, जो उसके साथ था और उसने भी खाया। (1 तीमु. 2:14)
80  GEN 3:24  इसलिए आदम को उसने निकाल दिया* और जीवन के वृक्ष के मार्ग का पहरा देने के लिये अदन की वाटिका के पूर्व की ओर करूबों को, और चारों ओर घूमनेवाली अग्निमय तलवार को भी नियुक्त कर दिया।
91  GEN 4:11  इसलिए अब भूमि जिसने तेरे भाई का लहू तेरे हाथ से पीने के लिये अपना मुँह खोला है, उसकी ओर से तू श्रापित* है।
147  GEN 6:9  नूह की वंशावली यह है। नूह* धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था; और नूह परमेश्‍वर ही के साथ-साथ चलता रहा।
149  GEN 6:11  उस समय पृथ्वी परमेश्‍वर की दृष्टि में बिगड़ गई* थी, और उपद्रव से भर गई थी।
207  GEN 9:1  फिर परमेश्‍वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशीष दी* और उनसे कहा, “फूलो-फलो और बढ़ो और पृथ्वी में भर जाओ।
363  GEN 15:2  अब्राम ने कहा, “हे प्रभु यहोवा, मैं तो सन्तानहीन* हूँ, और मेरे घर का वारिस यह दमिश्कवासी एलीएजेर होगा, अतः तू मुझे क्या देगा?”
378  GEN 15:17  और ऐसा हुआ कि जब सूर्य अस्त हो गया* और घोर अंधकार छा गया, तब एक अँगीठी जिसमें से धुआँ उठता था और एक जलती हुई मशाल दिखाई दी जो उन टुकड़ों के बीच में से होकर निकल गई।
384  GEN 16:2  सारै ने अब्राम से कहा, “देख, यहोवा ने तो मेरी कोख बन्द कर रखी है* इसलिए मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी के पास जा; सम्भव है कि मेरा घर उसके द्वारा बस जाए।” सारै की यह बात अब्राम ने मान ली।
401  GEN 17:3  तब अब्राम मुँह के बल गिरा* और परमेश्‍वर उससे यह बातें करता गया,
410  GEN 17:12  पीढ़ी-पीढ़ी में केवल तेरे वंश ही के लोग नहीं पर जो तेरे घर में उत्‍पन्‍न हुआ हों, अथवा परदेशियों को रूपा देकर मोल लिया जाए, ऐसे सब पुरुष भी जब आठ दिन* के हों जाएँ, तब उनका खतना किया जाए।
413  GEN 17:15  फिर परमेश्‍वर ने अब्राहम से कहा, “तेरी जो पत्‍नी सारै है, उसको तू अब सारै न कहना, उसका नाम सारा* होगा।
445  GEN 18:20  फिर यहोवा ने कहा, “सदोम और गमोरा के विरुद्ध चिल्लाहट* बढ़ गई है, और उनका पाप बहुत भारी हो गया है;
459  GEN 19:1  सांझ को वे दो दूत* सदोम के पास आए; और लूत सदोम के फाटक के पास बैठा था। उनको देखकर वह उनसे भेंट करने के लिये उठा; और मुँह के बल झुककर दण्डवत् कर कहा;
487  GEN 19:29  और ऐसा हुआ कि जब परमेश्‍वर ने उस तराई के नगरों को, जिनमें लूत रहता था, उलट पुलट कर नाश किया, तब उसने अब्राहम को याद करके* लूत को उस घटना से बचा लिया।
580  GEN 23:8  “यदि तुम्हारी यह इच्छा हो कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपनी आँख की ओट करूँ, तो मेरी प्रार्थना है, कि सोहर के पुत्र एप्रोन* से मेरे लिये विनती करो,
690  GEN 25:31  याकूब ने कहा, “अपना पहलौठे का अधिकार* आज मेरे हाथ बेच दे।”
695  GEN 26:2  वहाँ यहोवा ने उसको दर्शन देकर* कहा, “मिस्र में मत जा; जो देश मैं तुझे बताऊँ उसी में रह।
700  GEN 26:7  जब उस स्थान के लोगों ने उसकी पत्‍नी के विषय में पूछा, तब उसने यह सोचकर कि यदि मैं उसको अपनी पत्‍नी कहूँ, तो यहाँ के लोग रिबका के कारण जो परम सुन्दरी है* मुझको मार डालेंगे, उत्तर दिया, “वह तो मेरी बहन है।”
733  GEN 27:5  तब एसाव अहेर करने को मैदान में गया। जब इसहाक एसाव से यह बात कह रहा था, तब रिबका* सुन रही थी।
792  GEN 28:18  भोर को याकूब उठा, और अपने तकिये का पत्थर लेकर उसका खम्भा* खड़ा किया, और उसके सिरे पर तेल डाल दिया।
794  GEN 28:20  याकूब ने यह मन्नत मानी, “यदि परमेश्‍वर मेरे संग रहकर* इस यात्रा में मेरी रक्षा करे, और मुझे खाने के लिये रोटी, और पहनने के लिये कपड़ा दे,
875  GEN 31:1  फिर लाबान के पुत्रों* की ये बातें याकूब के सुनने में आईं, “याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है, और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है।”
888  GEN 31:14  तब राहेल और लिआ* ने उससे कहा, “क्या हमारे पिता के घर में अब भी हमारा कुछ भाग या अंश बचा है?
933  GEN 32:5  और उसने उन्हें यह आज्ञा दी, “मेरे प्रभु एसाव से यह कहना; कि तेरा दास* याकूब तुझ से यह कहता है, कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा;
959  GEN 32:31  तब याकूब ने यह कहकर उस स्थान का नाम पनीएल* रखा; “परमेश्‍वर को आमने-सामने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है।”
978  GEN 33:17  परन्तु याकूब वहाँ से निकलकर सुक्कोत* को गया, और वहाँ अपने लिये एक घर, और पशुओं के लिये झोंपड़े बनाए। इसी कारण उस स्थान का नाम सुक्कोत पड़ा।
1014  GEN 35:2  तब याकूब ने अपने घराने से, और उन सबसे भी जो उसके संग थे, कहा, “तुम्हारे बीच में जो पराए देवता* हैं, उन्हें निकाल फेंको; और अपने-अपने को शुद्ध करो, और अपने वस्त्र बदल डालो;
1033  GEN 35:21  फिर इस्राएल ने कूच किया, और एदेर* नामक गुम्मट के आगे बढ़कर अपना तम्बू खड़ा किया।
1115  GEN 37:31  तब उन्होंने यूसुफ का अंगरखा* लिया, और एक बकरे को मारकर उसके लहू में उसे डुबा दिया।
1257  GEN 42:4  पर यूसुफ के भाई बिन्यामीन को याकूब ने यह सोचकर भाइयों के साथ न भेजा* कि कहीं ऐसा न हो कि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े।
1307  GEN 43:16  उनके साथ बिन्यामीन को देखकर यूसुफ* ने अपने घर के अधिकारी से कहा, “उन मनुष्यों को घर में पहुँचा दो, और पशु मारकर भोजन तैयार करो; क्योंकि वे लोग दोपहर को मेरे संग भोजन करेंगे।”
1358  GEN 44:33  इसलिए अब तेरा दास इस लड़के के बदले* अपने प्रभु का दास होकर रहने की आज्ञा पाए, और यह लड़का अपने भाइयों के संग जाने दिया जाए।
1360  GEN 45:1  तब यूसुफ उन सबके सामने, जो उसके आस-पास खड़े थे, अपने को और रोक न सका; और पुकारकर कहा, “मेरे आस-पास से सब लोगों को बाहर कर दो।” भाइयों के सामने अपने को प्रगट करने के समय* यूसुफ के संग और कोई न रहा।
1483  GEN 49:9  यहूदा* सिंह का बच्चा है। हे मेरे पुत्र, तू अहेर करके गुफा में गया है वह सिंह अथवा सिंहनी के समान दबकर बैठ गया; फिर कौन उसको छेड़ेगा। (प्रका. 5:5)
1484  GEN 49:10  जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा, न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा; और राज्य-राज्य के लोग उसके अधीन* हो जाएँगे। (यूह. 11:52)
1544  EXO 1:11  इसलिए उन्होंने उन पर बेगारी करानेवालों* को नियुक्त किया कि वे उन पर भार डाल-डालकर उनको दुःख दिया करें; तब उन्होंने फ़िरौन के लिये पितोम और रामसेस नामक भण्डारवाले नगरों को बनाया।
1549  EXO 1:16  “जब तुम इब्री स्त्रियों को बच्चा उत्‍पन्‍न होने के समय प्रसव के पत्थरों* पर बैठी देखो, तब यदि बेटा हो, तो उसे मार डालना; और बेटी हो, तो जीवित रहने देना।”
1558  EXO 2:3  जब वह उसे और छिपा न सकी तब उसके लिये सरकण्डों की एक टोकरी* लेकर, उस पर चिकनी मिट्टी और राल लगाकर, उसमें बालक को रखकर नील नदी के किनारे कांसों के बीच छोड़ आई।
1561  EXO 2:6  तब उसने उसे खोलकर देखा कि एक रोता हुआ बालक है; तब उसे तरस आया* और उसने कहा, “यह तो किसी इब्री का बालक होगा।”
1565  EXO 2:10  जब बालक कुछ बड़ा हुआ तब वह उसे फ़िरौन की बेटी के पास ले गई, और वह उसका बेटा ठहरा; और उसने यह कहकर उसका नाम मूसा* रखा, “मैंने इसको जल से निकाला था।”
1573  EXO 2:18  जब वे अपने पिता रूएल* के पास फिर आई, तब उसने उनसे पूछा, “क्या कारण है कि आज तुम ऐसी फुर्ती से आई हो?”
1582  EXO 3:2  और परमेश्‍वर के दूत* ने एक कटीली झाड़ी के बीच आग की लौ में उसको दर्शन दिया; और उसने दृष्टि उठाकर देखा कि झाड़ी जल रही है, पर भस्म नहीं होती। (मर. 12:26, लूका 20:37)
1585  EXO 3:5  उसने कहा, “इधर पास मत आ, और अपने पाँवों से जूतियों को उतार दे*, क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि* है।” (प्रेरि. 7:33)
1591  EXO 3:11  तब मूसा ने परमेश्‍वर से कहा, “मैं कौन हूँ* जो फ़िरौन के पास जाऊँ, और इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले आऊँ?”
1612  EXO 4:10  मूसा ने यहोवा से कहा, “हे मेरे प्रभु, मैं बोलने में निपुण* नहीं, न तो पहले था, और न जब से तू अपने दास से बातें करने लगा; मैं तो मुँह और जीभ का भद्दा हूँ।”
1616  EXO 4:14  तब यहोवा का कोप मूसा पर भड़का और उसने कहा, “क्या तेरा भाई लेवीय हारून* नहीं है? मुझे तो निश्चय है कि वह बोलने में निपुण है, और वह तुझ से भेंट करने के लिये निकला भी गया है, और तुझे देखकर मन में आनन्दित होगा।
1622  EXO 4:20  तब मूसा अपनी पत्‍नी और बेटों को गदहे पर चढ़ाकर मिस्र देश की ओर परमेश्‍वर की लाठी* को हाथ में लिये हुए लौटा।
1676  EXO 6:20  अम्राम ने अपनी फूफी योकेबेद* को ब्याह लिया और उससे हारून और मूसा उत्‍पन्‍न हुए, और अम्राम की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई।
1695  EXO 7:9  “जब फ़िरौन तुम से कहे, 'अपने प्रमाण का कोई चमत्कार दिखाओ,' तब तू हारून से कहना, 'अपनी लाठी* को लेकर फ़िरौन के सामने डाल दे, कि वह अजगर बन जाए'।”
1727  EXO 8:12  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “हारून को आज्ञा दे, 'तू अपनी लाठी बढ़ाकर भूमि की धूल* पर मार, जिससे वह मिस्र देश भर में कुटकियाँ बन जाएँ'।”
1730  EXO 8:15  तब जादूगरों ने फ़िरौन से कहा, “यह तो परमेश्‍वर के हाथ* का काम है।” तो भी यहोवा के कहने के अनुसार फ़िरौन का मन कठोर होता गया, और उसने मूसा और हारून की बात न मानी।
1736  EXO 8:21  तब फ़िरौन ने मूसा और हारून को बुलवाकर कहा, “तुम जाकर अपने परमेश्‍वर के लिये* इसी देश में बलिदान करो।”
1751  EXO 9:8  फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, “तुम दोनों भट्ठी में से एक-एक मुट्ठी राख* ले लो, और मूसा उसे फ़िरौन के सामने आकाश की ओर उड़ा दे।
1759  EXO 9:16  परन्तु सचमुच मैंने इसी कारण तुझे बनाए रखा है* कि तुझे अपना सामर्थ्य दिखाऊँ, और अपना नाम सारी पृथ्वी पर प्रसिद्ध करूँ। (प्रका. 9:17)
1782  EXO 10:4  यदि तू मेरी प्रजा को जाने न दे तो सुन, कल मैं तेरे देश में टिड्डियाँ* ले आऊँगा।
1799  EXO 10:21  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि मिस्र देश के ऊपर अंधकार* छा जाए, ऐसा अंधकार कि टटोला जा सके।”
1822  EXO 12:5  तुम्हारा मेम्‍ना निर्दोष* और पहले वर्ष का नर हो, और उसे चाहे भेड़ों में से लेना चाहे बकरियों में से।
1825  EXO 12:8  और वे उसके माँस को उसी रात आग में भूँजकर अख़मीरी रोटी* और कड़वे सागपात के साथ खाएँ।
1888  EXO 13:20  फिर उन्होंने सुक्कोत से कूच करके जंगल की छोर पर एताम* में डेरा किया।
1889  EXO 13:21  और यहोवा उन्हें दिन को मार्ग दिखाने के लिये बादल के खम्भे में, और रात को उजियाला देने के लिये आग के खम्भे* में होकर उनके आगे-आगे चला करता था, जिससे वे रात और दिन दोनों में चल सके।
1902  EXO 14:12  क्या हम तुझसे मिस्र में यही बात न कहते रहे, कि हमें रहने दे* कि हम मिस्रियों की सेवा करें? हमारे लिये जंगल में मरने से मिस्रियों कि सेवा करनी अच्छी थी।”
1936  EXO 15:15  एदोम के अधिपति व्याकुल होंगे; मोआब के पहलवान* थरथरा उठेंगे; सब कनान निवासियों के मन पिघल जाएँगे।
1941  EXO 15:20  तब हारून की बहन मिर्याम नाम नबिया* ने हाथ में डफ लिया; और सब स्त्रियाँ डफ लिए नाचती हुई उसके पीछे हो लीं।
1948  EXO 15:27  तब वे एलीम* को आए, जहाँ पानी के बारह सोते और सत्तर खजूर के पेड़ थे; और वहाँ उन्होंने जल के पास डेरे खड़े किए।
1951  EXO 16:3  और इस्राएली उनसे कहने लगे, “जब हम मिस्र देश में माँस की हाँडियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे, तब यदि हम यहोवा के हाथ से* मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था; पर तुम हमको इस जंगल में इसलिए निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखा मार डालो।”
1961  EXO 16:13  तब ऐसा हुआ कि सांझ को बटेरें* आकर सारी छावनी पर बैठ गईं; और भोर को छावनी के चारों ओर ओस पड़ी।
1971  EXO 16:23  उसने उनसे कहा, “यह तो वही बात है जो यहोवा ने कही, क्योंकि कल* पवित्र विश्राम, अर्थात् यहोवा के लिये पवित्र विश्राम होगा; इसलिए तुम्हें जो तंदूर में पकाना हो उसे पकाओ, और जो सिझाना हो उसे सिझाओ, और इसमें से जितना बचे उसे सवेरे के लिये रख छोड़ो।
1977  EXO 16:29  देखो, यहोवा ने जो तुमको विश्राम का दिन दिया है, इसी कारण वह छठवें दिन को दो दिन का भोजन तुम्हें देता है; इसलिए तुम अपने-अपने यहाँ बैठे* रहना, सातवें दिन कोई अपने स्थान से बाहर न जाना।”
1993  EXO 17:9  तब मूसा ने यहोशू* से कहा, “हमारे लिये कई एक पुरुषों को चुनकर छाँट ले, और बाहर जाकर अमालेकियों से लड़; और मैं कल परमेश्‍वर की लाठी हाथ में लिये हुए पहाड़ी की चोटी पर खड़ा रहूँगा।”
1994  EXO 17:10  मूसा की इस आज्ञा के अनुसार यहोशू अमालेकियों से लड़ने लगा; और मूसा, हारून, और हूर* पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए।
2011  EXO 18:11  अब मैंने जान लिया है कि यहोवा सब देवताओं से बड़ा* है; वरन् उस विषय में भी जिसमें उन्होंने इस्राएलियों के साथ अहंकारपूर्ण व्यवहार किया था।”
2015  EXO 18:15  मूसा ने अपने ससुर से कहा, “इसका कारण यह है कि लोग मेरे पास परमेश्‍वर से पूछने* आते हैं।
2033  EXO 19:6  और तुम मेरी दृष्टि में याजकों का राज्य* और पवित्र जाति ठहरोगे।' जो बातें तुझे इस्राएलियों से कहनी हैं वे ये ही हैं।”
2055  EXO 20:3  “तू मुझे छोड़* दूसरों को परमेश्‍वर करके न मानना।
2056  EXO 20:4  “तू अपने लिये कोई मूर्ति* खोदकर न बनाना, न किसी कि प्रतिमा बनाना, जो आकाश में, या पृथ्वी पर, या पृथ्वी के जल में है।
2080  EXO 21:2  “जब तुम कोई इब्री दास* मोल लो, तब वह छः वर्ष तक सेवा करता रहे, और सातवें वर्ष स्वतंत्र होकर सेंत-मेंत चला जाए।
2084  EXO 21:6  तो उसका स्वामी उसको परमेश्‍वर के पास ले चले; फिर उसको द्वार के किवाड़ या बाजू के पास ले जाकर उसके कान में सुतारी से छेद करें; तब वह सदा* उसकी सेवा करता रहे।
2123  EXO 22:8  चाहे बैल, चाहे गदहे, चाहे भेड़ या बकरी, चाहे वस्त्र, चाहे किसी प्रकार की ऐसी खोई हुई वस्तु के विषय अपराध* क्यों न लगाया जाए, जिसे दो जन अपनी-अपनी कहते हों, तो दोनों का मुकद्दमा परमेश्‍वर के पास आए; और जिसको परमेश्‍वर दोषी ठहराए वह दूसरे को दूना भर दे।
2132  EXO 22:17  “तू जादू-टोना करनेवाली* को जीवित रहने न देना।
2163  EXO 23:18  “मेरे बलिपशु का लहू ख़मीरी रोटी के संग न चढ़ाना, और न मेरे पर्व के उत्तम बलिदान* में से कुछ सवेरे तक रहने देना।
2173  EXO 23:28  और मैं तुझसे पहले बर्रों* को भेजूँगा जो हिव्वी, कनानी, और हित्ती लोगों को तेरे सामने से भगाकर दूर कर देंगी।
2182  EXO 24:4  तब मूसा ने यहोवा के सब वचन लिख दिए। और सवेरे उठकर पर्वत के नीचे एक वेदी और इस्राएल के बारहों गोत्रों के अनुसार बारह खम्भे* भी बनवाए।
2185  EXO 24:7  तब वाचा की पुस्तक* को लेकर लोगों को पढ़ सुनाया; उसे सुनकर उन्होंने कहा, “जो कुछ यहोवा ने कहा है उस सबको हम करेंगे, और उसकी आज्ञा मानेंगे।”
2188  EXO 24:10  और इस्राएल के परमेश्‍वर का दर्शन* किया; और उसके चरणों के तले नीलमणि का चबूतरा सा कुछ था, जो आकाश के तुल्य ही स्वच्छ था।
2212  EXO 25:16  और जो साक्षीपत्र* मैं तुझे दूँगा उसे उसी सन्दूक में रखना।
2226  EXO 25:30  और मेज पर मेरे आगे भेंट की रोटियाँ* नित्य रखा करना।
2272  EXO 26:36  फिर तम्बू के द्वार के लिये नीले, बैंगनी और लाल रंग के और बटी हुई सूक्ष्म सनीवाले कपड़े का कढ़ाई का काम किया हुआ* एक परदा बनवाना।
2275  EXO 27:2  और उसके चारों कोनों पर चार सींग* बनवाना; वे उस समेत एक ही टुकड़े के हों, और उसे पीतल से मढ़वाना।
2293  EXO 27:20  फिर तू इस्राएलियों को आज्ञा देना, कि मेरे पास दीवट के लिये कूट के निकाला हुआ जैतून* का निर्मल तेल ले आना, जिससे दीपक नित्य जलता रहे।
2300  EXO 28:6  “वे एपोद* को सोने, और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े का बनाएँ, जो कि निपुण कढ़ाई के काम करनेवाले के हाथ का काम हो।
2324  EXO 28:30  और तू न्याय की चपरास में ऊरीम और तुम्मीम* को रखना, और जब-जब हारून यहोवा के सामने प्रवेश करे, तब-तब वे उसके हृदय के ऊपर हों; इस प्रकार हारून इस्राएलियों के लिये यहोवा के न्याय को अपने हृदय के ऊपर यहोवा के सामने नित्य लगाए रहे।
2417  EXO 30:34  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “बोल, नखी और कुन्दरू, ये सुगन्ध-द्रव्य निर्मल लोबान* समेत ले लेना, ये सब एक तौल के हों,
2481  EXO 33:7  मूसा तम्बू को छावनी से बाहर* वरन् दूर खड़ा कराया करता था, और उसको मिलापवाला तम्बू कहता था। और जो कोई यहोवा को ढूँढ़ता वह उस मिलापवाले तम्बू के पास जो छावनी के बाहर था निकल जाता था।
2493  EXO 33:19  उसने कहा, “मैं तेरे सम्मुख होकर चलते हुए तुझे अपनी सारी भलाई* दिखाऊँगा, और तेरे सम्मुख यहोवा नाम का प्रचार करूँगा, और जिस पर मैं अनुग्रह करना चाहूँ उसी पर अनुग्रह करूँगा, और जिस पर दया करना चाहूँ उसी पर दया करूँगा।”
2567  EXO 35:35  इन दोनों के हृदय को यहोवा ने ऐसी बुद्धि से परिपूर्ण किया है, कि वे नक्काशी करने और गढ़ने और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े, और सूक्ष्म सनी के कपड़े में काढ़ने* और बुनने, वरन् सब प्रकार की बनावट में, और बुद्धि से काम निकालने में सब भाँति के काम करें।
2575  EXO 36:8  और काम करनेवाले जितने बुद्धिमान थे* उन्होंने निवास के लिये बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के, और नीले, बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के दस परदों को काढ़े हुए करूबों सहित बनाया।
2606  EXO 37:1  फिर बसलेल ने बबूल की लकड़ी का सन्दूक* बनाया; उसकी लम्बाई ढाई हाथ, चौड़ाई डेढ़ हाथ, और ऊँचाई डेढ़ हाथ की थी।