Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   Word*;    February 25, 2023 at 00:21    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

4  GEN 1:4  और परमेश्‍वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है*; और परमेश्‍वर ने उजियाले को अंधियारे से अलग किया।
49  GEN 2:18  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं*; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊँगा जो उसके लिये उपयुक्‍त होगा।” (1 कुरि. 11:9)
275  GEN 11:8  इस प्रकार यहोवा ने उनको वहाँ से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया*; और उन्होंने उस नगर का बनाना छोड़ दिया।
297  GEN 11:30  सारै तो बाँझ थी*; उसके सन्तान न हुई।
331  GEN 13:12  अब्राम तो कनान देश में रहा, पर लूत उस तराई के नगरों में रहने लगा*; और अपना तम्बू सदोम के निकट खड़ा किया।
531  GEN 21:17  परमेश्‍वर ने उस लड़के की सुनी*; और उसके दूत ने स्वर्ग से हाजिरा को पुकारकर कहा, “हे हाजिरा, तुझे क्या हुआ? मत डर; क्योंकि जहाँ तेरा लड़का है वहाँ से उसकी आवाज परमेश्‍वर को सुन पड़ी है।
705  GEN 26:12  फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया, और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया*; और यहोवा ने उसको आशीष दी,
1650  EXO 5:17  फ़िरौन ने कहा, “तुम आलसी हो, आलसी*; इसी कारण कहते हो कि हमें यहोवा के लिये बलिदान करने को जाने दे।
1658  EXO 6:2  परमेश्‍वर ने मूसा से कहा, “मैं यहोवा हूँ*;
1687  EXO 7:1  तब यहोवा ने मूसा से कहा, “सुन, मैं तुझे फ़िरौन के लिये परमेश्‍वर सा ठहराता हूँ*; और तेरा भाई हारून तेरा नबी ठहरेगा।
1784  EXO 10:6  और वे तेरे और तेरे सारे कर्मचारियों, यहाँ तक सारे मिस्रियों के घरों में भर जाएँगी*; इतनी टिड्डियाँ तेरे बाप-दादों ने या उनके पुरखाओं ने जब से पृथ्वी पर जन्मे तब से आज तक कभी न देखीं।” और वह मुँह फेरकर फ़िरौन के पास से बाहर गया।
1808  EXO 11:1  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, “एक और विपत्ति मैं फ़िरौन और मिस्र देश पर डालता हूँ, उसके पश्चात् वह तुम लोगों को वहाँ से जाने देगा*; और जब वह जाने देगा तब तुम सभी को निश्चय निकाल देगा।
1814  EXO 11:7  पर इस्राएलियों के विरुद्ध, क्या मनुष्य क्या पशु, किसी पर कोई कुत्ता भी न भौंकेगा*; जिससे तुम जान लो कि मिस्रियों और इस्राएलियों में मैं यहोवा अन्तर करता हूँ।
1870  EXO 13:2  “क्या मनुष्य के क्या पशु के, इस्राएलियों में जितने अपनी-अपनी माँ के पहलौठे हों, उन्हें मेरे लिये पवित्र मानना*; वह तो मेरा ही है।”
2189  EXO 24:11  और उसने इस्राएलियों के प्रधानों पर हाथ न बढ़ाया*; तब उन्होंने परमेश्‍वर का दर्शन किया, और खाया पिया।
2622  EXO 37:17  फिर उसने शुद्ध सोना गढ़कर पाए और डंडी समेत दीवट को बनाया*; उसके पुष्पकोष, गाँठ, और फूल सब एक ही टुकड़े के बने।
2798  LEV 4:2  “इस्राएलियों से यह कह कि यदि कोई मनुष्य उन कामों में से जिनको यहोवा ने मना किया है, किसी काम को भूल से करके पापी हो जाए*;
2977  LEV 9:23  तब मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू में गए, और निकलकर लोगों को आशीर्वाद दिया*; तब यहोवा का तेज सारी जनता को दिखाई दिया।
3299  LEV 19:17  “अपने मन में एक दूसरे के प्रति बैर न रखना*; अपने पड़ोसी को अवश्य डाँटना, नहीं तो उसके पाप का भार तुझको उठाना पड़ेगा। (मत्ती 18:15)
3372  LEV 22:2  “हारून और उसके पुत्रों से कह कि इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुओं से जिनको वे मेरे लिये पवित्र करते हैं अलग रहें, और मेरे पवित्र नाम को अपवित्र न करें*; मैं यहोवा हूँ।
3474  LEV 25:4  परन्तु सातवें वर्ष भूमि को यहोवा के लिये परमविश्रामकाल मिला करे*; उसमें न तो अपना खेत बोना और न अपनी दाख की बारी छाँटना।
3700  NUM 3:7  जो कुछ उसकी ओर से और सारी मण्डली की ओर से उन्हें सौंपा जाए उसकी देख-रेख वे मिलापवाले तम्बू के सामने करें, इस प्रकार वे तम्बू की सेवा करें*;
3829  NUM 6:5  “फिर जितने दिन उसने अलग रहने की मन्नत मानी हो उतने दिन तक वह अपने सिर पर छुरा न फिराए*; और जब तक वे दिन पूरे न हों जिनमें वह यहोवा के लिये अलग रहे तब तक वह पवित्र ठहरेगा, और अपने सिर के बालों को बढ़ाए रहे। (प्रेरि. 21:23, 24:2)
4268  NUM 18:10  उनको परमपवित्र वस्तु जानकर खाया करना*; उनको हर एक पुरुष खा सकता है; वे तेरे लिये पवित्र हैं।
4281  NUM 18:23  परन्तु लेवी मिलापवाले तम्बू की सेवा किया करें, और उनके अधर्म का भार वे ही उठाया करें*; यह तुम्हारी पीढ़ियों में सदा की विधि ठहरे; और इस्राएलियों के बीच उनका कोई निज भाग न होगा।
4323  NUM 20:11  तब मूसा ने हाथ उठाकर लाठी चट्टान पर दो बार मारी*; और उसमें से बहुत पानी फूट निकला, और मण्डली के लोग अपने पशुओं समेत पीने लगे। (1 कुरि. 10:4)
4421  NUM 23:4  और परमेश्‍वर बिलाम से मिला*; और बिलाम ने उससे कहा, “मैंने सात वेदियाँ तैयार की हैं, और प्रत्येक वेदी पर एक बछड़ा और एक मेढ़ा चढ़ाया है।”
4484  NUM 25:12  इसलिए तू कह दे, कि मैं उससे शान्ति की वाचा बाँधता हूँ*;
4622  NUM 29:12  “फिर सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन को तुम्हारी पवित्र सभा हो; और उसमें परिश्रम का कोई काम न करना, और सात दिन तक यहोवा के लिये पर्व मानना*;
4645  NUM 29:35  “फिर आठवें दिन तुम्हारी एक महासभा हो*; उसमें परिश्रम का कोई काम न करना,
4764  NUM 33:2  मूसा ने यहोवा से आज्ञा पाकर उनके कूच उनके पड़ावों के अनुसार लिख दिए*; और वे ये हैं।
5120  DEU 7:7  यहोवा ने जो तुम से स्नेह करके तुम को चुन लिया, इसका कारण यह नहीं था कि तुम गिनती में और सब देशों के लोगों से अधिक थे, किन्तु तुम तो सब देशों के लोगों से गिनती में थोड़े थे*;
5313  DEU 14:21  “जो अपनी मृत्यु से मर जाए उसे तुम न खाना*; उसे अपने फाटकों के भीतर किसी परदेशी को खाने के लिये दे सकते हो, या किसी पराए के हाथ बेच सकते हो; परन्तु तू तो अपने परमेश्‍वर यहोवा के लिये पवित्र प्रजा है। बकरी का बच्चा उसकी माता के दूध में न पकाना।
5345  DEU 16:1  “अबीब महीने को स्मरण करके अपने परमेश्‍वर यहोवा के लिये फसह का पर्व मानना*; क्योंकि अबीब महीने में तेरा परमेश्‍वर यहोवा रात को तुझे मिस्र से निकाल लाया।
5367  DEU 17:1  “तू अपने परमेश्‍वर यहोवा के लिये कोई बैल या भेड़-बकरी बलि न करना जिसमें दोष या किसी प्रकार की खोट हो*; क्योंकि ऐसा करना तेरे परमेश्‍वर यहोवा के समीप घृणित है।
5401  DEU 18:15  तेरा परमेश्‍वर यहोवा तेरे मध्य से, अर्थात् तेरे भाइयों में से मेरे समान एक नबी को उत्‍पन्‍न करेगा*; तू उसी की सुनना; (मत्ती 17:5, मर. 9:7, लूका 9:35)
5462  DEU 21:13  और अपने बन्धन के वस्त्र उतारकर तेरे घर में महीने भर रहकर अपने माता पिता के लिये विलाप करती रहे*; उसके बाद तू उसके पास जाना, और तू उसका पति और वह तेरी पत्‍नी बने।
5582  DEU 26:14  उन वस्तुओं में से मैंने शोक के समय नहीं खाया, और न उनमें से कोई वस्तु अशुद्धता की दशा में घर से निकाली, और न कुछ शोक करनेवालों को दिया*; मैंने अपने परमेश्‍वर यहोवा की सुन ली, मैंने तेरी सब आज्ञाओं के अनुसार किया है।
5710  DEU 29:28  “गुप्त बातें हमारे परमेश्‍वर यहोवा के वश में हैं*; परन्तु जो प्रगट की गई हैं वे सदा के लिये हमारे और हमारे वंश के वश में रहेंगी, इसलिए कि इस व्यवस्था की सब बातें पूरी की जाएँ।
5732  DEU 31:2  और उसने उनसे यह भी कहा, “आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूँ; और अब मैं चल फिर नहीं सकता*; क्योंकि यहोवा ने मुझसे कहा है, कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा।
5764  DEU 32:4  “वह चट्टान है, उसका काम खरा है*; और उसकी सारी गति न्याय की है। वह सच्चा परमेश्‍वर है, उसमें कुटिलता नहीं, वह धर्मी और सीधा है। (रोमी. 9:14)
5765  DEU 32:5  परन्तु इसी जाति के लोग टेढ़े और तिरछे हैं; ये बिगड़ गए, ये उसके पुत्र नहीं*; यह उनका कलंक है। (मत्ती 17:17)
5776  DEU 32:16  उन्होंने पराए देवताओं को मानकर उसमें जलन उपजाई*; और घृणित कर्म करके उसको रिस दिलाई।
5855  JOS 1:2  “मेरा दास मूसा मर गया है*; सो अब तू उठ, कमर बाँध, और इस सारी प्रजा समेत यरदन पार होकर उस देश को जा जिसे मैं उनको अर्थात् इस्राएलियों को देता हूँ।
5864  JOS 1:11  “छावनी में इधर-उधर जाकर प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दो, कि अपने-अपने लिए भोजन तैयार कर रखो*; क्योंकि तीन दिन के भीतर तुम को इस यरदन के पार उतरकर उस देश को अपने अधिकार में लेने के लिये जाना है जिसे तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा तुम्हारे अधिकार में देनेवाला है।”
5875  JOS 2:4  उस स्त्री ने दोनों पुरुषों को छिपा रखा; और इस प्रकार कहा, “मेरे पास कई पुरुष आए तो थे, परन्तु मैं नहीं जानती कि वे कहाँ के थे*; (याकू. 2:25)
6004  JOS 7:26  और उन्होंने उसके ऊपर पत्थरों का बड़ा ढेर लगा दिया जो आज तक बना है*; तब यहोवा का भड़का हुआ कोप शान्त हो गया। इस कारण उस स्थान का नाम आज तक आकोर तराई पड़ा है।
6294  JOS 17:17  फिर यहोशू ने, क्या एप्रैमी क्या मनश्शेई, अर्थात् यूसुफ के सारे घराने से कहा, “हाँ तुम लोग तो गिनती में बहुत हो, और तुम्हारी सामर्थ्य भी बड़ी है, इसलिए तुम को केवल एक ही भाग न मिलेगा*;
6324  JOS 19:1  दूसरी चिट्ठी शिमोन के नाम पर, अर्थात् शिमोनियों के कुलों के अनुसार उनके गोत्र के नाम पर निकली*; और उनका भाग यहूदियों के भाग के बीच में ठहरा।
6445  JOS 22:17  सुनो, पोर के विषय का अधर्म हमारे लिये कुछ कम था, यद्यपि यहोवा की मण्डली को भारी दण्ड मिला तो भी आज के दिन तक हम उस अधर्म से शुद्ध नहीं हुए*; क्या वह तुम्हारी दृष्टि में एक छोटी बात है,
7129  JDG 21:25  उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था*; जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था।
7216  1SA 1:2  और उसकी दो पत्नियाँ थीं*; एक का नाम हन्ना और दूसरी का पनिन्ना था। पनिन्ना के तो बालक हुए, परन्तु हन्ना के कोई बालक न हुआ।
7254  1SA 2:12  एली के पुत्र तो लुच्चे थे*; उन्होंने यहोवा को न पहचाना।
7462  1SA 11:15  तब सब लोग गिलगाल को चले, और वहाँ उन्होंने गिलगाल में यहोवा के सामने शाऊल को राजा बनाया*; और वहीं उन्होंने यहोवा को मेलबलि चढ़ाए; और वहीं शाऊल और सब इस्राएली लोगों ने अत्यन्त आनन्द मनाया।
7500  1SA 13:13  शमूएल ने शाऊल से कहा, “तूने मूर्खता का काम किया है*; तूने अपने परमेश्‍वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता।
7545  1SA 14:35  तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनवाई*; वह तो पहली वेदी है जो उसने यहोवा के लिये बनवाई।
7565  1SA 15:3  इसलिए अब तू जाकर अमालेकियों को मार, और जो कुछ उनका है उसे बिना कोमलता किए सत्यानाश कर*; क्या पुरुष, क्या स्त्री, क्या बच्चा, क्या दूध-पीता, क्या गाय-बैल, क्या भेड़-बकरी, क्या ऊँट, क्या गदहा, सब को मार डाल।'”
7573  1SA 15:11  “मैं शाऊल को राजा बना के पछताता हूँ*; क्योंकि उसने मेरे पीछे चलना छोड़ दिया, और मेरी आज्ञाओं का पालन नहीं किया।” तब शमूएल का क्रोध भड़का; और वह रात भर यहोवा की दुहाई देता रहा।
7746  1SA 20:14  और न केवल जब तक मैं जीवित रहूँ, तब तक मुझ पर यहोवा की सी कृपा ऐसे करना, कि मैं न मरूं*;
7773  1SA 20:41  जैसे ही लड़का गया, वैसे ही दाऊद दक्षिण दिशा की ओर से निकला, और भूमि पर औंधे मुँह गिरके तीन बार दण्डवत् की*; तब उन्होंने एक दूसरे को चूमा, और एक दूसरे के साथ रोए, परन्तु दाऊद का रोना अधिक था।
7780  1SA 21:6  दाऊद ने याजक को उत्तर देकर उससे कहा, “सच है कि हम तीन दिन से स्त्रियों से अलग हैं; फिर जब मैं निकल आता हूँ, तब जवानों के बर्तन पवित्र होते है*; यद्यपि यात्रा साधारण होती है, तो आज उनके बर्तन अवश्य ही पवित्र होंगे।”
7964  1SA 28:19  फिर यहोवा तुझ समेत इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ में कर देगा*; और तू अपने बेटों समेत कल मेरे साथ होगा; और इस्राएली सेना को भी यहोवा पलिश्तियों के हाथ में कर देगा।”
8202  2SA 7:19  तो भी, हे प्रभु यहोवा, यह तेरी दृष्टि में छोटी सी बात हुई*; क्योंकि तूने अपने दास के घराने के विषय आगे के बहुत दिनों तक की चर्चा की है, हे प्रभु यहोवा, यह तो मनुष्य का नियम है।
8374  2SA 14:15  और अब मैं जो अपने प्रभु राजा से यह बात कहने को आई हूँ, इसका कारण यह है, कि लोगों ने मुझे डरा दिया था*; इसलिए तेरी दासी ने सोचा, 'मैं राजा से बोलूंगी, कदाचित् राजा अपनी दासी की विनती को पूरी करे।
8450  2SA 16:21  अहीतोपेल ने अबशालोम से कहा, “जिन रखेलियों को तेरा पिता भवन की चौकसी करने को छोड़ गया, उनके पास तू जा*; और जब सब इस्राएली यह सुनेंगे, कि अबशालोम का पिता उससे घिन करता है, तब तेरे सब संगी हियाव बाँधेंगे।”
8489  2SA 18:8  युद्ध उस समस्त देश में फैल गया*; और उस दिन जितने लोग तलवार से मारे गए, उनसे भी अधिक वन के कारण मर गए।
9184  1KI 12:30  और यह बात पाप का कारण हुई*; क्योंकि लोग उनमें से एक के सामने दण्डवत् करने को दान तक जाने लगे।
10311  1CH 2:1  इस्राएल के ये पुत्र हुए*; रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा, इस्साकार, जबूलून,
10490  1CH 6:17  जब तक सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका, तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के सामने गाने के द्वारा सेवा करते थे*; और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे।
11019  1CH 23:31  और विश्रामदिनों और नये चाँद के दिनों, और नियत पर्वों में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होमबलियों को चढ़ाएँ*;
11026  1CH 24:6  और नतनेल के पुत्र शमायाह जो शास्त्री और लेवीय था, उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक, और एब्यातार के पुत्र अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के सामने लिखे*; अर्थात् पितरों का एक घराना तो एलीआजर के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया।
11827  2CH 29:31  तब हिजकिय्याह कहने लगा, “अब तुमने यहोवा के निमित्त अपना अर्पण किया है*; इसलिए समीप आकर यहोवा के भवन में मेलबलि और धन्यवाद-बलि पहुँचाओ।” तब मण्डली के लोगों ने मेलबलि और धन्यवाद-बलि पहुँचा दिए, और जितने अपनी इच्छा से देना चाहते थे उन्होंने भी होमबलि पहुँचाए। (लैव्य. 7:12)
11883  2CH 32:3  हिजकिय्याह ने अपने हाकिमों और वीरों के साथ यह सम्मति की, कि नगर के बाहर के सोतों को पटवा दें*; और उन्होंने उसकी सहायता की।
12118  EZR 4:3  जरुब्बाबेल, येशू और इस्राएल के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों ने उनसे कहा, “हमारे परमेश्‍वर के लिये भवन बनाने में, तुम को हम से कुछ काम नहीं*; हम ही लोग एक संग मिलकर फारस के राजा कुस्रू की आज्ञा के अनुसार इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा के लिये उसे बनाएँगे।”
12242  EZR 8:36  तब उन्होंने राजा की आज्ञाएँ महानद के इस पार के अधिकारियों और अधिपतियों को दीं*; और उन्होंने इस्राएली लोगों और परमेश्‍वर के भवन के काम में सहायता की।
12392  NEH 5:5  परन्तु हमारा और हमारे भाइयों का शरीर और हमारे और उनके बच्चे एक ही समान हैं, तो भी हम अपने बेटे-बेटियों को दास बनाते हैं*; वरन् हमारी कोई-कोई बेटी दासी भी हो चुकी हैं; और हमारा कुछ बस नहीं चलता, क्योंकि हमारे खेत और दाख की बारियाँ औरों के हाथ पड़ी हैं।”
12819  EST 7:8  जब राजा राजभवन की बारी से दाखमधु पीने के स्थान में लौट आया तब क्या देखा, कि हामान उसी चौकी पर जिस पर एस्तेर बैठी है झुक रहा है*; और राजा ने कहा, “क्या यह घर ही में मेरे सामने ही रानी से बरबस करना चाहता है?” राजा के मुँह से यह वचन निकला ही था, कि सेवकों ने हामान का मुँह ढाँप दिया।
12974  JOB 5:19  वह तुझे छः विपत्तियों से छुड़ाएगा*; वरन् सात से भी तेरी कुछ हानि न होने पाएगी।
12986  JOB 6:4  क्योंकि सर्वशक्तिमान के तीर मेरे अन्दर चुभे हैं*; और उनका विष मेरी आत्मा में पैठ गया है; परमेश्‍वर की भयंकर बात मेरे विरुद्ध पाँति बाँधे हैं।
13006  JOB 6:24  “मुझे शिक्षा दो और मैं चुप रहूँगा*; और मुझे समझाओ, कि मैंने किस बात में चूक की है।
13017  JOB 7:5  मेरी देह कीड़ों और मिट्टी के ढेलों से ढकी हुई है*; मेरा चमड़ा सिमट जाता, और फिर गल जाता है। (यशा. 14:11)
13092  JOB 10:2  मैं परमेश्‍वर से कहूँगा, मुझे दोषी न ठहरा*; मुझे बता दे, कि तू किस कारण मुझसे मुकद्दमा लड़ता है?
13157  JOB 12:25  वे बिन उजियाले के अंधेरे में टटोलते फिरते हैं*; और वह उन्हें ऐसा बना देता है कि वे मतवाले के समान डगमगाते हुए चलते हैं।
13249  JOB 16:7  परन्तु अब उसने मुझे थका दिया है*; उसने मेरे सारे परिवार को उजाड़ डाला है।
13362  JOB 21:3  मेरी कुछ तो सहो, कि मैं भी बातें करूँ*; और जब मैं बातें कर चुकूँ, तब पीछे ठट्ठा करना।
13467  JOB 25:2  “प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम है*; वह अपने ऊँचे-ऊँचे स्थानों में शान्ति रखता है।
13559  JOB 29:23  जैसे लोग बरसात की, वैसे ही मेरी भी बाट देखते थे*; और जैसे बरसात के अन्त की वर्षा के लिये वैसे ही वे मुँह पसारे रहते थे।
13739  JOB 35:15  परन्तु अभी तो उसने क्रोध करके दण्ड नहीं दिया है, और अभिमान पर चित्त बहुत नहीं लगाया*;
13938  JOB 42:12  और यहोवा ने अय्यूब के बाद के दिनों में उसको पहले के दिनों से अधिक आशीष दी*; और उसके चौदह हजार भेड़-बकरियाँ, छः हजार ऊँट, हजार जोड़ी बैल, और हजार गदहियाँ हो गई।
13970  PSA 3:9  उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो।
13974  PSA 4:4  यह जान रखो कि यहोवा ने भक्त को अपने लिये अलग कर रखा है*; जब मैं यहोवा को पुकारूँगा तब वह सुन लेगा।
14002  PSA 6:10  यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है*; यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा।
14036  PSA 9:5  तूने मेरे मुकद्दमें का न्याय मेरे पक्ष में किया है*; तूने सिंहासन पर विराजमान होकर धर्म से न्याय किया।
14123  PSA 17:8  अपनी आँखों की पुतली के समान सुरक्षित रख*; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख,
14213  PSA 21:7  क्योंकि तूने उसको सर्वदा के लिये आशीषित किया है*; तू अपने सम्मुख उसको हर्ष और आनन्द से भर देता है।
14230  PSA 22:10  परन्तु तू ही ने मुझे गर्भ से निकाला*; जब मैं दूध-पीता बच्चा था, तब ही से तूने मुझे भरोसा रखना सिखाया।
14257  PSA 23:5  तू मेरे सतानेवालों के सामने मेरे लिये मेज बिछाता है*; तूने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमड़ रहा है।
14275  PSA 25:7  हे यहोवा, अपनी भलाई के कारण मेरी जवानी के पापों और मेरे अपराधों को स्मरण न कर*; अपनी करुणा ही के अनुसार तू मुझे स्मरण कर।
14292  PSA 26:2  हे यहोवा, मुझ को जाँच और परख*; मेरे मन और हृदय को परख।
14308  PSA 27:6  अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊँचा होगा; और मैं यहोवा के तम्बू में आनन्द के बलिदान चढ़ाऊँगा*; और मैं गाऊँगा और यहोवा के लिए गीत गाऊँगा। (भज. 3:3)