Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ए    February 25, 2023 at 01:28    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

6  GEN 1:6  और ख़ुदा ने कहा कि पानियों के बीच फ़ज़ा हो ताकि पानी, पानी से जुदा हो जा
9  GEN 1:9  और ख़ुदा ने कहा कि आसमान के नीचे का पानी जगह जमा हो कि ख़ुश्की नज़र, और ऐसा ही हुआ।
11  GEN 1:11  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन घास और बीजदार बूटियों को, और फलदार दरख़्तों को जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ फलें और जो ज़मीन पर अपने आप ही में बीज रख्खें उगा और ऐसा ही हुआ।
14  GEN 1:14  और ख़ुदा ने कहा कि फ़लक पर सितारे हों कि दिन को रात से अलग करें; और वह निशान और ज़मानो और दिनों और बरसों के फ़र्क़ के लि हों।
15  GEN 1:15  और वह फ़लक पर रोशनी के लि हों कि ज़मीन पर रोशनी डालें, और ऐसा ही हुआ।
16  GEN 1:16  फिर ख़ुदा ने दो बड़े चमकदार सितारे बना; बड़ा चमकदार सितारा, कि दिन पर हुक्म करे और छोटा चमकदार सितारा कि रात पर हुक्म करे और उसने सितारों को भी बनाया।
21  GEN 1:21  और ख़ुदा ने बड़े बड़े दरियाई जानवरों को, और हर क़िस्म के जानदार को जो पानी से बकसरत पैदा हु थे, उनकी क़िस्म के मुताबिक़ और हर क़िस्म के परिन्दों को उनकी क़िस्म के मुताबिक़, पैदा किया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
22  GEN 1:22  और ख़ुदा ने उनको यह कह कर बरकत दी कि फलो और बढ़ो और इन समुन्दरों के पानी को भर दो, और परिन्दे ज़मीन पर बहुत बढ़ जाँ।
26  GEN 1:26  फिर ख़ुदा ने कहा कि हम इंसान को अपनी सूरत पर अपनी शबीह की तरह बनाऔर वह समुन्दर की मछलियों और आसमान के परिन्दों और चौपायों, और तमाम ज़मीन और सब जानदारों पर जो ज़मीन पर रेंगते हैं इख़्तियार रख्खें।
29  GEN 1:29  और ख़ुदा ने कहा कि देखो, मैं तमाम रू — — ज़मीन की कुल बीजदार सब्ज़ी और हर दरख़्त जिसमें उसका बीजदार फल हो, तुम को देता हूँ; यह तुम्हारे खाने को हों।
30  GEN 1:30  और ज़मीन के कुल जानवरों के लि, और हवा के कुल परिन्दों के लि और उन सब के लि जो ज़मीन पर रेंगने वाले हैं जिनमें ज़िन्दगी का दम है, कुल हरी बूटियाँ खाने को देता हूँ, और ऐसा ही हुआ।
35  GEN 2:4  यह है आसमान और ज़मीन की पैदाइश, जब वह पैदा हु जिस दिन ख़ुदावन्द ख़ुदा ने ज़मीन और आसमान को बनाया;
37  GEN 2:6  बल्कि ज़मीन से कुहर उठती थी, और तमाम रू — — ज़मीन को सेराब करती थी।
39  GEN 2:8  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने मशरिक़ की तरफ़ अदन में बाग़ लगाया और इंसान को जिसे उसने बनाया था वहाँ रख्खा।
40  GEN 2:9  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने हर दरख़्त को जो देखने में ख़ुशनुमा और खाने के लि अच्छा था ज़मीन से उगाया और बाग़ के बीच में ज़िन्दगी का दरख़्त और भले और बुरे की पहचान का दरख़्त भी लगाया।
41  GEN 2:10  और अदन से दरिया बाग़ के सेराब करने को निकला और वहाँ से चार नदियों में तक़सीम हुआ।
42  GEN 2:11  पहली का नाम फ़ैसून है जो हवीला की सारी ज़मीन को जहाँ सोना होता है घेरे हु है।
43  GEN 2:12  और इस ज़मीन का सोना चोखा है। और वहाँ मोती और संग--सुलेमानी भी हैं।
44  GEN 2:13  और दूसरी नदी का नाम जैहून है, जो कूश की सारी ज़मीन को घेरे हु है।
46  GEN 2:15  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को लेकर बाग़ — — 'अदन में रख्खा के उसकी बाग़वानी और निगहबानी करे।
49  GEN 2:18  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा कि आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं मैं उसके लि मददगार उसकी तरह बनाऊँगा।
50  GEN 2:19  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने सब जंगली जानवर और हवा के सब परिन्दे मिट्टी से बना और उनको आदम के पास लाया कि देखे कि वह उनके क्या नाम रखता है और आदम ने जिस जानवर को जो कहा वही उसका नाम ठहरा।
51  GEN 2:20  और आदम ने सब चौपायों और हवा के परिन्दों और सब जंगली जानवरों के नाम रख्खे लेकिन आदम के लि कोई मददगार उसकी तरह न मिला।
52  GEN 2:21  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम पर गहरी नींद भेजी और वह सो गया और उसने उसकी पसलियों में से को निकाल लिया और उसकी जगह गोश्त भर दिया।
53  GEN 2:22  और ख़ुदावन्द ख़ुदा उस पसली से जो उसने आदम में से निकाली थी 'औरत बना कर उसे आदम के पास लाया।
54  GEN 2:23  और आदम ने कहा कि यह तो अब मेरी हड्डियों में से हड्डी, और मेरे गोश्त में से गोश्त है; इसलि वह 'औरत कहलागी क्यूँकि वह मर्द से निकाली गई।
55  GEN 2:24  इसलि आदमी अपने माँ बाप को छोड़ेगा और अपनी बीवी से मिला रहेगा और वह तन होंगे।
61  GEN 3:5  बल्कि ख़ुदा जानता है कि जिस दिन तुम उसे खाओगे, तुम्हारी आँखें खुल जाँगी, और तुम ख़ुदा की तरह भले और बुरे के जानने वाले बन जाओगे।
62  GEN 3:6  'औरत ने जो देखा कि वह दरख़्त खाने के लि अच्छा और आँखों को ख़ुशनुमा मा'लूम होता है और अक्ल बख़्शने के लि ख़ूब है तो उसके फल में से लिया और खाया और अपने शौहर को भी दिया और उसने खाया।
63  GEN 3:7  तब दोनों की आँखें खुल गई और उनको मा'लूम हुआ कि वह नंगे हैं और उन्होंने अंजीर के पत्तों को सी कर अपने लि लूंगियाँ बनाई।
70  GEN 3:14  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने साँप से कहा, इसलि कि तूने यह किया तू सब चौपायों और जंगली जानवरों में ला'नती ठहरा; तू अपने पेट के बल चलेगा, और अपनी उम्र भर खाक चाटेगा।
71  GEN 3:15  और मैं तेरे और 'औरत के बीच और तेरी नसल और औरत की नसल के बीच 'अदावत डालूँगा वह तेरे सिर को कुचलेगा और तू उसकी ड़ी पर काटेगा।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — — हम्ल को बहुत बढ़ाऊँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
73  GEN 3:17  और आदम से उसने कहा चूँकि तूने अपनी बीवी की बात मानी और उस दरख़्त का फल खाया जिस के बारे मैंने तुझे हुक्म दिया था कि उसे न खाना इसलि ज़मीन तेरी वजह से ला'नती हुई। मशक़्क़त के साथ तू अपनी उम्र भर उसकी पैदावार खागा
74  GEN 3:18  और वह तेरे लि काँटे और ऊँटकटारे उगागी और तू खेत की सब्ज़ी खागा।
75  GEN 3:19  तू अपने मुँह के पसीने की रोटी खागा जब तक कि ज़मीन में तू फिर लौट न जा इसलि कि तू उससे निकाला गया है क्यूँकि तू ख़ाक है और ख़ाक में फिर लौट जागा।
76  GEN 3:20  और आदम ने अपनी बीवी का नाम हव्वा रख्खा, इसलि कि वह सब ज़िन्दों की माँ है।
77  GEN 3:21  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम और उसकी बीवी के लि चमड़े के कुर्तें बना कर उनको पहना
78  GEN 3:22  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा, देखो इंसान भले और बुरे की पहचान में हम में से की तरह हो गया: अब कहीं ऐसा न हो कि वह अपना हाथ बढ़ा और ज़िन्दगी के दरख़्त से भी कुछ लेकर खा और हमेशा ज़िन्दा रहे।
79  GEN 3:23  इसलि ख़ुदावन्द ख़ुदा ने उसको बाग — — 'अदन से बाहर कर दिया, ताकि वह उस ज़मीन की जिसमें से वह लिया गया था, खेती करे।
80  GEN 3:24  चुनाँचे उसने आदम को निकाल दिया और बाग — — 'अदन के मशरिक़ की तरफ़ करूबियों को और चारों तरफ़ घूमने वाली शो'लाज़न तलवार को रख्खा, कि वह ज़िन्दगी के दरख़्त की राह की हिफ़ाज़त करें।
81  GEN 4:1  और आदम अपनी बीवी हव्वा के पास गया, और वह हामिला हुई और उसके क़ाइन पैदा हुआ। तब उसने कहा, मुझे ख़ुदावन्द से फ़र्ज़न्द मिला।
83  GEN 4:3  कुछ दिन के बाद ऐसा हुआ कि क़ाइन अपने खेत के फल का हदिया ख़ुदावन्द के लि लाया।
85  GEN 4:5  लेकिन क़ाइन को और उसके हदिये को क़ुबूल न किया। इसलि क़ाइन बहुत ग़ुस्सा हुआ और उसका मुँह बिगड़ा।
94  GEN 4:14  देख, आज तूने मुझे रू — — ज़मीन से निकाल दिया है, और मैं तेरे सामने से ग़ायब हो जाऊँगा; और ज़मीन पर खानाख़राब और आवारा रहूँगा, और ऐसा होगा कि जो कोई मुझे पागा क़त्ल कर डालेगा।
95  GEN 4:15  तब ख़ुदावन्द ने उसे कहा, नहीं, बल्कि जो क़ाइन को क़त्ल करे उससे सात गुना बदला लिया जागा। और ख़ुदावन्द ने क़ाइन के लि निशान ठहराया कि कोई उसे पा कर मार न डाले।
96  GEN 4:16  इसलि, क़ाइन ख़ुदावन्द के सामने से निकल गया और अदन के मशरिक़ की तरफ़ नूद के इलाक़े में जा बसा।
97  GEN 4:17  और क़ाइन अपनी बीवी के पास गया और वह हामिला हुई और उसके हनूक पैदा हुआ; और उसने शहर बसाया और उसका नाम अपने बेटे के नाम पर हनूक रख्खा।
98  GEN 4:18  और हनूक से ईराद पैदा हुआ, और ईराद से महुयापैदा हुआ, और महुयासे मतूसापैदा हुआ, और मत्तूसासे लमक पैदा हुआ।
99  GEN 4:19  और लमक दो औरतें ब्याह लाया: का नाम अदा और दूसरी का नाम ज़िल्ला था।
103  GEN 4:23  और लमक ने अपनी बीवियों से कहा कि ऐ अदा और ज़िल्ला मेरी बात सुनो; ऐ लमक की बीवियो, मेरी बात पर कान लगाओ: मैंने आदमी को जिसने मुझे ज़ख़्मी किया, मार डाला। और जवान को जिसने मेरे चोट लगाई, क़त्ल कर डाला।
104  GEN 4:24  अगर क़ाइन का बदला सात गुना लिया जागा, तो लमक का सत्तर और सात गुना।
105  GEN 4:25  और आदम फिर अपनी बीवी के पास गया और उसके और बेटा हुआ और उसका नाम सेत रख्खा: और वह कहने लगी कि ख़ुदा ने हाबिल के बदले जिसको क़ाइन ने क़त्ल किया, मुझे दूसरा फ़र्ज़न्द दिया।
106  GEN 4:26  और सेत के यहाँ भी बेटा पैदा हुआ, जिसका नाम उसने अनूस रख्खा; उस वक़्त से लोग यहोवा का नाम लेकर दुआ करने लगे।
108  GEN 5:2  मर्द और औरत उनको पैदा किया और उनको बरकत दी, और जिस दिन वह पैदा हु उनका नाम आदम रख्खा।
109  GEN 5:3  और आदम सौ तीस साल का था जब उसकी सूरत — ओ — शबीह का बेटा उसके यहाँ पैदा हुआ; और उसने उसका नाम सेत रख्खा।
112  GEN 5:6  और सेत सौ पाँच साल का था जब उससे अनूस पैदा हुआ।
124  GEN 5:18  और यारिद सौ बासठ साल का था जब उससे हनूक पैदा हुआ।
131  GEN 5:25  और मतूसिलह सौ सतासी साल का था जब उससे लमक पैदा हुआ।
134  GEN 5:28  और लमक सौ बयासी साल का था जब उससे बेटा पैदा हुआ।
138  GEN 5:32  और नूह पाँच सौ साल का था, जब उससे सिम, हाम और याफ़त, पैदा हु
139  GEN 6:1  जब रु — — ज़मीन पर आदमी बहुत बढ़ने लगे और उनके बेटियाँ पैदा हुई।
141  GEN 6:3  तब ख़ुदावन्द ने कहा कि मेरी रूह इंसान के साथ हमेशा मुज़ाहमत न करती रहेगी। क्यूँकि वह भी तो इंसान है; तो भी उसकी उम्र सौ बीस साल की होगी।
142  GEN 6:4  उन दिनों में ज़मीन पर जब्बार थे, और बाद में जब ख़ुदा के बेटे इंसान की बेटियों के पास, तो उनके लि उनसे औलाद हुई। यही पुराने ज़माने के सूर्मा हैं, जो बड़े नामवर हु हैं।
145  GEN 6:7  और ख़ुदावन्द ने कहा कि मैं इंसान को जिसे मैंने पैदा किया, रू — — ज़मीन पर से मिटा डालूँगा; इंसान से लेकर हैवान और रेंगनेवाले जानदार और हवा के परिन्दों तक; क्यूँकि मैं उनके बनाने से दुखी हूँ।
147  GEN 6:9  नूह का नसबनामा यह है: नूह मर्द — — रास्तबाज़ और अपने ज़माने के लोगों में बे'ऐब था, और नूह ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा।
148  GEN 6:10  और उससे तीन बेटे सिम, हाम और याफ़त पैदा हु
151  GEN 6:13  और ख़ुदा ने नूह से कहा कि पूरे इंसान का ख़ातिमा मेरे सामने आ पहुँचा है; क्यूँकि उनकी वजह से ज़मीन जुल्म से भर गई, इसलि देख, मैं ज़मीन के साथ उनको हलाक करूँगा।
152  GEN 6:14  तू गोफर की लकड़ी की कश्ती अपने लि बना; उस कश्ती में कोठरियाँ तैयार करना और उसके अन्दर और बाहर राल लगाना।
154  GEN 6:16  और उस कश्ती में रौशनदान बनाना, और ऊपर से हाथ भर छोड़ कर उसे ख़त्म कर देना; और उस कश्ती का दरवाज़ा उसके पहलू में रखना; और उसमें तीन हिस्से बनाना निचला, दूसरा और तीसरा।
155  GEN 6:17  और देख, मैं ख़ुद ज़मीन पर पानी का तूफ़ान लानेवाला हूँ, ताकि हर इंसान को जिसमें जिन्दगी की साँस है, दुनिया से हलाक कर डालूँ, और सब जो ज़मीन पर हैं मर जाँगे।
158  GEN 6:20  और परिन्दों की हर क़िस्म में से, और चरिन्दों की हर क़िस्म में से, और ज़मीन पर रेंगने वालों की हर क़िस्म में से दो दो तेरे पासँ, ताकि वह जीते बचें।
167  GEN 7:7  तब नूह और उसके बेटे और उसकी बीवी, और उसके बेटों की बीवियाँ, उसके साथ तूफ़ान के पानी से बचने के लि कश्ती में
169  GEN 7:9  दो — दो, नर और मादा, कश्ती में नूह के पास, जैसा ख़ुदा ने नूह को हुक्म दिया था।
174  GEN 7:14  और हर क़िस्म का जानवर और हर क़िस्म का चौपाया और हर क़िस्म का ज़मीन पर का रेंगने वाला जानदार और हर क़िस्म का परिन्दा और हर क़िस्म की चिड़िया, यह सब कश्ती में दाख़िल हु
175  GEN 7:15  और जो ज़िन्दगी का दम रखते हैं उनमें से दो — दो कश्ती में नूह के पास