Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ल    February 25, 2023 at 01:28    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

1  GEN 1:1  ख़ुदा ने सबसे पहज़मीन — ओ — आसमान को पैदा किया।
5  GEN 1:5  और ख़ुदा ने रोशनी को तो दिन कहा और अँधेरे को रात। और शाम हुई और सुबह हुई तब पहदिन हुआ।
11  GEN 1:11  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन घास और बीजदार बूटियों को, औरदार दरख़्तों को जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ें और जो ज़मीन पर अपने आप ही में बीज रख्खें उगाए और ऐसा ही हुआ।
12  GEN 1:12  तब ज़मीन ने घास, और बूटियों को, जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ बीज रख्खें औरदार दरख़्तों को जिनके बीज उन की क़िस्म के मुताबिक़ उनमें हैं उगाया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
14  GEN 1:14  और ख़ुदा ने कहा कि फ़पर सितारे हों कि दिन को रात सेकरें; और वह निशान और ज़मानो और दिनों और बरसों के फ़र्क़ के िए हों।
15  GEN 1:15  और वह फ़पर रोशनी के िए हों कि ज़मीन पर रोशनी डाें, और ऐसा ही हुआ।
17  GEN 1:17  और ख़ुदा ने उनको फ़पर रख्खा कि ज़मीन पर रोशनी डाें,
18  GEN 1:18  और दिन पर और रात पर हुक्म करें, और उजाको अन्धेरे से जुदा करें; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
22  GEN 1:22  और ख़ुदा ने उनको यह कह कर बरकत दी किऔर बढ़ो और इन समुन्दरों के पानी को भर दो, और परिन्दे ज़मीन पर बहुत बढ़ जाएँ।
24  GEN 1:24  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन जानदारों को, उनकी क़िस्म के मुताबिक़, चौपाये और रेंगनेवाजानदार और जंगजानवर उनकी क़िस्म के मुताबिक़ पैदा करे, और ऐसा ही हुआ।
25  GEN 1:25  और ख़ुदा ने जंगजानवरों और चौपायों को उनकी क़िस्म के मुताबिक़ और ज़मीन के रेंगने वाजानदारों को उनकी क़िस्म के मुताबिक़ बनाया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
26  GEN 1:26  फिर ख़ुदा ने कहा कि हम इंसान को अपनी सूरत पर अपनी शबीह की तरह बनाएँ और वह समुन्दर की मछियों और आसमान के परिन्दों और चौपायों, और तमाम ज़मीन और सब जानदारों पर जो ज़मीन पर रेंगते हैं इख़्तियार रख्खें।
28  GEN 1:28  और ख़ुदा ने उनको बरकत दी और कहा किऔर बढ़ो और ज़मीन को भर दो और हुकूमत करो और समुन्दर की मछियों और हवा के परिन्दों और कु जानवरों पर जो ज़मीन परते हैं इख़ितयार रख्खो।
29  GEN 1:29  और ख़ुदा ने कहा कि देखो, मैं तमाम रू — ए — ज़मीन की कु बीजदार सब्ज़ी और हर दरख़्त जिसमें उसका बीजदार हो, तुम को देता हूँ; यह तुम्हारे खाने को हों।
30  GEN 1:30  और ज़मीन के कु जानवरों के िए, और हवा के कु परिन्दों के िए और उन सब के िए जो ज़मीन पर रेंगने वाहैं जिनमें ज़िन्दगी का दम है, कु हरी बूटियाँ खाने को देता हूँ, और ऐसा ही हुआ।
32  GEN 2:1  तब आसमान और ज़मीन और उनके कु श्कर का बनाना ख़त्म हुआ।
37  GEN 2:6  ्कि ज़मीन से कुहर उठती थी, और तमाम रू — ए — ज़मीन को सेराब करती थी।
39  GEN 2:8  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने मशरिक़ की तरफ़ अदन में एक बाग़ गाया और इंसान को जिसे उसने बनाया था वहाँ रख्खा।
40  GEN 2:9  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने हर दरख़्त को जो देखने में ख़ुशनुमा और खाने के िए अच्छा था ज़मीन से उगाया और बाग़ के बीच में ज़िन्दगी का दरख़्त औरऔर बुरे की पहचान का दरख़्त भी गाया।
41  GEN 2:10  और अदन से एक दरिया बाग़ के सेराब करने को निकऔर वहाँ से चार नदियों में तक़सीम हुआ।
42  GEN 2:11  पहका नाम फ़ैसून है जो हवीकी सारी ज़मीन को जहाँ सोना होता है घेरे हुए है।
43  GEN 2:12  और इस ज़मीन का सोना चोखा है। और वहाँ मोती और संग-ए-सुेमानी भी हैं।
45  GEN 2:14  और तीसरी नदी का नाम दिजहै जो असूर के मशरिक़ को जाती है। और चौथी नदी का नाम फ़रात है।
46  GEN 2:15  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को ेकर बाग़ — ए — 'अदन में रख्खा के उसकी बाग़वानी और निगहबानी करे।
47  GEN 2:16  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को हुक्म दिया और कहा कि तू बाग़ के हर दरख़्त का बे रोक टोक खा सकता है।
48  GEN 2:17  ेकिन और बुरे की पहचान के दरख़्त का कभी न खाना क्यूँकि जिस रोज़ तूने उसमें से खायेगा तू मर जायेगा।
49  GEN 2:18  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा कि आदम का अकेरहना अच्छा नहीं मैं उसके िए एक मददगार उसकी तरह बनाऊँगा।
50  GEN 2:19  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने सब जंगजानवर और हवा के सब परिन्दे मिट्टी से बनाए और उनको आदम के पास ाया कि देखे कि वह उनके क्या नाम रखता है और आदम ने जिस जानवर को जो कहा वही उसका नाम ठहरा।
51  GEN 2:20  और आदम ने सब चौपायों और हवा के परिन्दों और सब जंगजानवरों के नाम रख्खे ेकिन आदम के िए कोई मददगार उसकी तरह न मिा।
52  GEN 2:21  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम पर गहरी नींद भेजी और वह सो गया और उसने उसकी पसियों में से एक को निका िया और उसकी जगह गोश्त भर दिया।
53  GEN 2:22  और ख़ुदावन्द ख़ुदा उस पससे जो उसने आदम में से निकाथी एक 'औरत बना कर उसे आदम के पास ाया।
54  GEN 2:23  और आदम ने कहा कि यह तो अब मेरी हड्डियों में से हड्डी, और मेरे गोश्त में से गोश्त है; इसिए वह 'औरत कहाएगी क्यूँकि वह मर्द से निकागई।
55  GEN 2:24  इसिए आदमी अपने माँ बाप को छोड़ेगा और अपनी बीवी से मिरहेगा और वह एक तन होंगे।
57  GEN 3:1  और साँप सब जंगजानवरों से, जिनको ख़ुदावन्द ख़ुदा ने बनाया था चााक था, और उसने 'औरत से कहा क्या वाक़'ई ख़ुदा ने कहा है, कि बाग़ के किसी दरख़्त का तुम न खाना?
58  GEN 3:2  'औरत ने साँप से कहा कि बाग़ के दरख़्तों का तो हम खाते हैं।
59  GEN 3:3  ेकिन जो दरख़्त बाग़ के बीच में है उसके के बारे में ख़ुदा ने कहा है कि तुम न तो उसे खाना और न छूना वरना मर जाओगे।
61  GEN 3:5  ्कि ख़ुदा जानता है कि जिस दिन तुम उसे खाओगे, तुम्हारी आँखें खु जाएँगी, और तुम ख़ुदा की तरहऔर बुरे के जानने वाबन जाओगे।
62  GEN 3:6  'औरत ने जो देखा कि वह दरख़्त खाने के िए अच्छा और आँखों को ख़ुशनुमा मा'ूम होता है और अक् बख़्शने के िए ख़ूब है तो उसके में से िया और खाया और अपने शौहर को भी दिया और उसने खाया।
63  GEN 3:7  तब दोनों की आँखें खु गई और उनको मा'ूम हुआ कि वह नंगे हैं और उन्होंने अंजीर के पत्तों को सी कर अपने िए ूंगियाँ बनाई।
67  GEN 3:11  उसने कहा, तुझे किसने बताया कि तू नंगा है? क्या तूने उस दरख़्त का खाया जिसके बारे में मैंने तुझ को हुक्म दिया था कि उसे न खाना?
68  GEN 3:12  आदम ने कहा कि जिस 'औरत को तूने मेरे साथ किया है उसने मुझे उस दरख़्त का दिया और मैंने खाया।
70  GEN 3:14  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने साँप से कहा, इसिए कि तूने यह किया तू सब चौपायों और जंगजानवरों में ा'नती ठहरा; तू अपने पेट के ेगा, और अपनी उम्र भर खाक चाटेगा।
71  GEN 3:15  और मैं तेरे और 'औरत के बीच और तेरी नस और औरत की नस के बीच 'अदावत डाूँगा वह तेरे सिर को कुचेगा और तू उसकी एड़ी पर काटेगा।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — ए — हम् को बहुत बढ़ाऊँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
73  GEN 3:17  और आदम से उसने कहा चूँकि तूने अपनी बीवी की बात मानी और उस दरख़्त का खाया जिस के बारे मैंने तुझे हुक्म दिया था कि उसे न खाना इसिए ज़मीन तेरी वजह से ा'नती हुई। मशक़्क़त के साथ तू अपनी उम्र भर उसकी पैदावार खाएगा
74  GEN 3:18  और वह तेरे िए काँटे और ऊँटकटारे उगाएगी और तू खेत की सब्ज़ी खाएगा।
75  GEN 3:19  तू अपने मुँह के पसीने की रोटी खाएगा जब तक कि ज़मीन में तू फिर ौट न जाए इसिए कि तू उससे निकागया है क्यूँकि तू ख़ाक है और ख़ाक में फिर ौट जाएगा।