Wildebeest analysis examples for:   urd-urdgvh   ओ    February 25, 2023 at 01:29    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

22  GEN 1:22  उसने उन्हें बरकत दी और कहा, “फलो-फूलो और तादाद में बढ़ते जासमुंदर तुमसे भर जाए। इसी तरह परिंदे ज़मीन पर तादाद में बढ़ जाएँ।”
26  GEN 1:26  अल्लाह ने कहा, “आ अब हम इनसान को अपनी सूरत पर बनाएँ, वह हमसे मुशाबहत रखे। वह तमाम जानवरों पर हुकूमत करे, समुंदर की मछलियों पर, हवा के परिंदों पर, मवेशियों पर, जंगली जानवरों पर और ज़मीन पर के तमाम रेंगनेवाले जानदारों पर।”
28  GEN 1:28  अल्लाह ने उन्हें बरकत दी और कहा, “फलो-फूलो और तादाद में बढ़ते जादुनिया तुमसे भर जाए और तुम उस पर इख़्तियार रखो। समुंदर की मछलियों, हवा के परिंदों और ज़मीन पर के तमाम रेंगनेवाले जानदारों पर हुकूमत करो।”
59  GEN 3:3  सिर्फ़ उस दरख़्त के फल से गुरेज़ करना है जो बाग़ के बीच में है। अल्लाह ने कहा कि उसका फल न खा बल्कि उसे छूना भी नहीं, वरना तुम यक़ीनन मर जागे।”
61  GEN 3:5  बल्कि अल्लाह जानता है कि जब तुम उसका फल खागे तो तुम्हारी आँखें खुल जाएँगी और तुम अल्लाह की मानिंद हो जागे, तुम जो भी अच्छा और बुरा है उसे जान लोगे।”
88  GEN 4:8  एक दिन क़ाबील ने अपने भाई से कहा, “आ, हम बाहर खुले मैदान में चलें।” और जब वह खुले मैदान में थे तो क़ाबील ने अपने भाई हाबील पर हमला करके उसे मार डाला।
156  GEN 6:18  लेकिन तेरे साथ मैं अहद बाँधूँगा जिसके तहत तू अपने बेटों, अपनी बीवी और बहुके साथ कश्ती में जाएगा।
167  GEN 7:7  तूफ़ानी सैलाब से बचने के लिए नूह अपने बेटों, अपनी बीवी और बहुके साथ कश्ती में सवार हुआ।
200  GEN 8:16  “अपनी बीवी, बेटों और बहुके साथ कश्ती से निकल आ।
202  GEN 8:18  चुनाँचे नूह अपने बेटों, अपनी बीवी और बहुसमेत निकल आया।
207  GEN 9:1  फिर अल्लाह ने नूह और उसके बेटों को बरकत देकर कहा, “फलो-फूलो और तादाद में बढ़ते जादुनिया तुमसे भर जाए।
213  GEN 9:7  अब फलो-फूलो और तादाद में बढ़ते जादुनिया में फैल जा।”
240  GEN 10:5  वह उन क़ौमों के आबा--अजदाद हैं जो साहिली इलाक़ों और जज़ीरों में फैल गईं। यह याफ़त की औलाद हैं जो अपने अपने क़बीले और मुल्क में रहते हुए अपनी अपनी ज़बान बोलते हैं।
264  GEN 10:29  फ़ीर, हवीला और यूबाब थे। यह सब युक़तान के बेटे थे।
270  GEN 11:3  तब वह एक दूसरे से कहने लगे, “आ, हम मिट्टी से ईंटें बनाकर उन्हें आग में ख़ूब पकाएँ।” उन्होंने तामीरी काम के लिए पत्थर की जगह ईंटें और मसाले की जगह तारकोल इस्तेमाल किया।
271  GEN 11:4  फिर वह कहने लगे, “आ, हम अपने लिए शहर बना लें जिसमें ऐसा बुर्ज हो जो आसमान तक पहुँच जाए फिर हमारा नाम क़ायम रहेगा और हम रूए-ज़मीन पर बिखर जाने से बच जाएंगे।”
274  GEN 11:7  इसलिए, हम दुनिया में उतरकर उनकी ज़बान को दरहम-बरहम कर दें ताकि वह एक दूसरे की बात समझ न पाएँ।”
387  GEN 16:5  तब सारय ने अब्राम से कहा, “जो ज़ुल्म मुझ पर किया जा रहा है वह आप ही पर आए। मैंने ख़ुद इसे आपके बाज़ुमें दे दिया था। अब जब इसे मालूम हुआ है कि उम्मीद से है तो मुझे हक़ीर जानने लगी है। रब मेरे और आपके दरमियान फ़ैसला करे।”
409  GEN 17:11  अपना ख़तना करायह हमारे आपस के अहद का ज़ाहिरी निशान होगा।
490  GEN 19:32  , हम अब्बू को मै पिलाएँ। जब वह नशे में धुत हो तो हम उसके साथ हमबिसतर होकर अपने लिए औलाद पैदा करें ताकि हमारी नसल क़ायम रहे।”
492  GEN 19:34  अगले दिन बड़ी बहन ने छोटी बहन से कहा, “पिछली रात मैं अब्बू से हमबिसतर हुई।, आज रात को हम उसे दुबारा मै पिलाएँ। जब वह नशे में धुत हो तो तुम उसके साथ हमबिसतर होकर अपने लिए औलाद पैदा करना ताकि हमारी नसल क़ायम रहे।”
595  GEN 24:3  रब की क़सम खा जो आसमानो-ज़मीन का ख़ुदा है कि तुम इन कनानियों में से जिनके दरमियान मैं रहता हूँ मेरे बेटे के लिए बीवी नहीं लागे
596  GEN 24:4  बल्कि मेरे वतन में मेरे रिश्तेदारों के पास जागे और उन्हीं में से मेरे बेटे के लिए बीवी लागे।”
629  GEN 24:37  लेकिन मेरे आक़ा ने मुझसे कहा, ‘क़सम खा कि तुम इन कनानियों में से जिनके दरमियान मैं रहता हूँ मेरे बेटे के लिए बीवी नहीं लागे
630  GEN 24:38  बल्कि मेरे बाप के घराने और मेरे रिश्तेदारों के पास जाकर उसके लिए बीवी लागे।’
633  GEN 24:41  लेकिन अगर तुम मेरे रिश्तेदारों के पास जा और वह इनकार करें तो फिर तुम अपनी क़सम से आज़ाद होगे।’
708  GEN 26:15  अब ऐसा हुआ कि उन्होंने उन तमाम कुको मिट्टी से भरकर बंद कर दिया जो उसके बाप के नौकरों ने खोदे थे।
711  GEN 26:18  वहाँ फ़िलिस्तियों ने इब्राहीम की मौत के बाद तमाम कुको मिट्टी से भर दिया था। इसहाक़ ने उनको दुबारा खुदवाया। उसने उनके वही नाम रखे जो उसके बाप ने रखे थे।
738  GEN 27:10  तुम यह खाना उसके पास ले जागे तो वह उसे खाकर मरने से पहले तुम्हें बरकत देगा।”
741  GEN 27:13  उस की माँ ने कहा, “तुम पर आनेवाली लानत मुझ पर आए, बेटा। बस मेरी बात मान लो। जा और बकरियों के वह बच्चे ले।”
756  GEN 27:28  अल्लाह तुझे आसमान की और ज़मीन की ज़रख़ेज़ी दे। वह तुझे कसरत का अनाज और अंगूर का रस दे।
767  GEN 27:39  फिर इसहाक़ ने कहा, “तू ज़मीन की ज़रख़ेज़ी और आसमान की से महरूम रहेगा।
771  GEN 27:43  बेटा, अब मेरी सुनो, यहाँ से हिजरत कर जाहारान शहर में मेरे भाई लाबन के पास चले जा
918  GEN 31:44  इसलिए, हम एक दूसरे के साथ अहद बाँधें। इसके लिए हम यहाँ पत्थरों का ढेर लगाएँ जो अहद की गवाही देता रहे।”
973  GEN 33:12  “आ, हम रवाना हो जाएँ। मैं तुम्हारे आगे आगे चलूँगा।”
1002  GEN 34:21  “यह आदमी हमसे झगड़नेवाले नहीं हैं, इसलिए क्यों न वह इस मुल्क में हमारे साथ रहें और हमारे दरमियान तिजारत करें? हमारे मुल्क में उनके लिए भी काफ़ी जगह है।, हम उनकी बेटियों और बेटों से शादियाँ करें।
1004  GEN 34:23  अगर हम ऐसा करें तो उनके तमाम मवेशी और सारा माल हमारा ही होगा। चुनाँचे, हम मुत्तफ़िक़ होकर फ़ैसला कर लें ताकि वह हमारे दरमियान रहें।”
1052  GEN 36:11  इलीफ़ज़ के बेटे तेमान, मर, सफ़ो, जाताम, क़नज़
1056  GEN 36:15  एसौ से मुख़्तलिफ़ क़बीलों के सरदार निकले। उसके पहलौठे इलीफ़ज़ से यह क़बायली सरदार निकले : तेमान, मर, सफ़ो, क़नज़,
1064  GEN 36:23  सोबल के बेटे अलवान, मानहत, ऐबाल, सफ़ो और नाम थे।
1073  GEN 36:32  बाला बिनजो दिनहाबा शहर का था मुल्के-अदोम का पहला बादशाह था।
1101  GEN 37:17  आदमी ने कहा, “वह यहाँ से चले गए हैं। मैंने उन्हें यह कहते सुना कि, हम दूतैन जाएँ।” यह सुनकर यूसुफ़ अपने भाइयों के पीछे दूतैन चला गया। वहाँ उसे वह मिल गए।
1104  GEN 37:20  , हम उसे मार डालें और उस की लाश किसी गढ़े में फेंक दें। हम कहेंगे कि किसी वहशी जानवर ने उसे फाड़ खाया है। फिर पता चलेगा कि उसके ख़ाबों की क्या हक़ीक़त है।”
1111  GEN 37:27  , हम उसे इन इसमाईलियों के हाथ फ़रोख़्त कर दें। फिर कोई ज़रूरत नहीं होगी कि हम उसे हाथ लगाएँ। आख़िर वह हमारा भाई है।” उसके भाई राज़ी हुए।
1118  GEN 37:34  याक़ूब ने ग़म के मारे अपने कपड़े फाड़े और अपनी कमर से टाट ढ़कर बड़ी देर तक अपने बेटे के लिए मातम करता रहा।
1124  GEN 38:4  एक और बेटा पैदा हुआ जिसका नाम बीवी ने नान रखा।
1128  GEN 38:8  इस पर यहूदाह ने एर के छोटे भाई नान से कहा, “अपने बड़े भाई की बेवा के पास जा और उससे शादी करो ताकि तुम्हारे भाई की नसल क़ायम रहे।”
1129  GEN 38:9  नान ने ऐसा किया, लेकिन वह जानता था कि जो भी बच्चे पैदा होंगे वह क़ानून के मुताबिक़ मेरे बड़े भाई के होंगे। इसलिए जब भी वह तमर से हमबिसतर होता तो नुतफ़ा को ज़मीन पर गिरा देता, क्योंकि वह नहीं चाहता था कि मेरी मारिफ़त मेरे भाई के बच्चे पैदा हों।
1131  GEN 38:11  तब यहूदाह ने अपनी बहू तमर से कहा, “अपने बाप के घर वापस चली जा और उस वक़्त तक बेवा रहो जब तक मेरा बेटा सेला बड़ा न हो जाए।” उसने यह इसलिए कहा कि उसे डर था कि कहीं सेला भी अपने भाइयों की तरह मर न जाए चुनाँचे तमर अपने मैके चली गई।
1241  GEN 41:45  उसने यूसुफ़ का मिसरी नाम साफ़नत-फ़ानेह रखा और के पुजारी फ़ोतीफ़िरा की बेटी आसनत के साथ उस की शादी कराई। यूसुफ़ 30 साल का था जब वह मिसर के बादशाह फ़िरौन की ख़िदमत करने लगा। उसने फ़िरौन के हुज़ूर से निकलकर मिसर का दौरा किया।
1251  GEN 41:55  जब काल ने तमाम मिसर में ज़ोर पकड़ा तो लोग चीख़कर खाने के लिए बादशाह से मिन्नत करने लगे। तब फ़िरौन ने उनसे कहा, “यूसुफ़ के पास जाजो कुछ वह तुम्हें बताएगा वही करो।”
1255  GEN 42:2  सुना है कि मिसर में अनाज है। वहाँ जाकर हमारे लिए कुछ ख़रीद ला ताकि हम भूके न मरें।”
1273  GEN 42:20  लेकिन लाज़िम है कि तुम अपने सबसे छोटे भाई को मेरे पास लेसिर्फ़ इससे तुम्हारी बातें सच साबित होंगी और तुम मौत से बच जागे।” यूसुफ़ के भाई राज़ी हो गए।
1286  GEN 42:33  फिर उस मुल्क के मालिक ने हमसे कहा, ‘इससे मुझे पता चलेगा कि तुम शरीफ़ लोग हो कि एक भाई को मेरे पास छोड़ दो और अपने भूके घरवालों के लिए ख़ुराक लेकर चले जा
1287  GEN 42:34  लेकिन अपने सबसे छोटे भाई को मेरे पास ले ताकि मुझे मालूम हो जाए कि तुम जासूस नहीं बल्कि शरीफ़ लोग हो। फिर मैं तुमको तुम्हारा भाई वापस कर दूँगा और तुम इस मुल्क में आज़ादी से तिजारत कर सकोगे’।”
1291  GEN 42:38  लेकिन याक़ूब ने कहा, “मेरा बेटा तुम्हारे साथ जाने का नहीं। क्योंकि उसका भाई मर गया है और वह अकेला ही रह गया है। अगर उसको रास्ते में जानी नुक़सान पहुँचे तो तुम मुझ बूढ़े को ग़म के मारे पाताल में पहुँचागे।”
1293  GEN 43:2  जब मिसर से लाया गया अनाज ख़त्म हो गया तो याक़ूब ने कहा, “अब वापस जाकर हमारे लिए कुछ और ग़ल्ला ख़रीद ला।”
1303  GEN 43:12  अपने साथ दुगनी रक़म लेकर जा, क्योंकि तुम्हें वह पैसे वापस करने हैं जो तुम्हारी बोरियों में रखे गए थे। शायद किसी से ग़लती हुई हो।
1307  GEN 43:16  जब यूसुफ़ ने बिनयमीन को उनके साथ देखा तो उसने अपने घर पर मुक़र्रर मुलाज़िम से कहा, “इन आदमियों को मेरे घर ले जा ताकि वह दोपहर का खाना मेरे साथ खाएँ। जानवर को ज़बह करके खाना तैयार करो।”
1346  GEN 44:21  जनाबे-आली, आपने हमें बताया, ‘उसे यहाँ ले ताकि मैं ख़ुद उसे देख सकूँ।’
1350  GEN 44:25  फिर उन्होंने हमसे कहा, ‘मिसर लौटकर कुछ ग़ल्ला ख़रीद ला।’
1354  GEN 44:29  अगर इसको भी मुझसे ले जाने की वजह से जानी नुक़सान पहुँचे तो तुम मुझ बूढ़े को ग़म के मारे पाताल में पहुँचागे’।”
1363  GEN 45:4  फिर यूसुफ़ ने कहा, “मेरे क़रीब।” वह क़रीब आए तो उसने कहा, “मैं तुम्हारा भाई यूसुफ़ हूँ जिसे तुमने बोलकर मिसर भिजवाया।
1364  GEN 45:5  अब मेरी बात सुनो। न घबरा और न अपने आपको इलज़ाम दो कि हमने यूसुफ़ को बेच दिया। असल में अल्लाह ने ख़ुद मुझे तुम्हारे आगे यहाँ भेज दिया ताकि हम सब बचे रहें।
1372  GEN 45:13  मेरे बाप को मिसर में मेरे असरो-रसूख़ के बारे में इत्तला दो। उन्हें सब कुछ बता जो तुमने देखा है। फिर जल्द ही मेरे बाप को यहाँ ले।”
1376  GEN 45:17  उसने यूसुफ़ से कहा, “अपने भाइयों को बता कि अपने जानवरों पर ग़ल्ला लादकर मुल्के-कनान वापस चले जा
1377  GEN 45:18  वहाँ अपने बाप और ख़ानदानों को लेकर मेरे पास आ जामैं तुमको मिसर की सबसे अच्छी ज़मीन दे दूँगा, और तुम इस मुल्क की बेहतरीन पैदावार खा सकोगे।
1378  GEN 45:19  उन्हें यह हिदायत भी दे कि अपने बाल-बच्चों के लिए मिसर से गाड़ियाँ ले जा और अपने बाप को भी बिठाकर यहाँ ले
1399  GEN 46:12  यहूदाह के बेटे एर, नान, सेला, फ़ारस और ज़ारह थे (एर और नान कनान में मर चुके थे)। फ़ारस के दो बेटे हसरोन और हमूल थे।
1407  GEN 46:20  यूसुफ़ के दो बेटे मनस्सी और इफ़राईम मिसर में पैदा हुए। उनकी माँ के पुजारी फ़ोतीफ़िरा की बेटी आसनत थी।
1475  GEN 49:1  याक़ूब ने अपने बेटों को बुलाकर कहा, “मेरे पास जमा हो जा ताकि मैं तुम्हें बताऊँ कि मुस्तक़बिल में तुम्हारे साथ क्या क्या होगा।
1493  GEN 49:19  जद पर डाकुका जत्था हमला करेगा, लेकिन वह पलटकर उसी पर हमला कर देगा।
1543  EXO 1:10  , हम हिकमत से काम लें, वरना वह मज़ीद बढ़ जाएंगे। ऐसा न हो कि वह किसी जंग के मौक़े पर दुश्मन का साथ देकर हमसे लड़ें और मुल्क को छोड़ जाएँ।”
1563  EXO 2:8  फ़िरौन की बेटी ने कहा, “हाँ, जा।” लड़की चली गई और बच्चे की सगी माँ को लेकर वापस आई।
1564  EXO 2:9  फ़िरौन की बेटी ने माँ से कहा, “बच्चे को ले जा और उसे मेरे लिए दूध पिलाया करो। मैं तुम्हें इसका मुआवज़ा दूँगी।” चुनाँचे बच्चे की माँ ने उसे दूध पिलाने के लिए ले लिया।
1575  EXO 2:20  रऊएल ने कहा, “वह आदमी कहाँ है? तुम उसे क्यों छोड़कर आई हो? उसे बुला ताकि वह हमारे साथ खाना खाए।”
1637  EXO 5:4  लेकिन मिसर के बादशाह ने इनकार किया, “मूसा और हारून, तुम लोगों को काम से क्यों रोक रहे हो? जा, जो काम हमने तुमको दिया है उस पर लग जा!
1642  EXO 5:9  उनसे और ज़्यादा सख़्त काम करा, उन्हें काम में लगाए रखो। उनके पास इतना वक़्त ही न हो कि वह झूटी बातों पर ध्यान दें।”
1644  EXO 5:11  इसलिए ख़ुद जा और भूसा ढूँडकर जमा करो। लेकिन ख़बरदार! उतनी ही ईंटें बना जितनी पहले बनाते थे।”
1646  EXO 5:13  मिसरी निगरान यह कहकर उन पर दबाव डालते रहे कि उतनी ईंटें बना जितनी पहले बनाते थे।
1649  EXO 5:16  हमें भूसा नहीं दिया जा रहा और साथ साथ यह कहा गया है कि उतनी ईंटें बना जितनी पहले बनाते थे। नतीजे में हमें मारा पीटा भी जा रहा है हालाँकि ऐसा करने में आपके अपने लोग ग़लती पर हैं।”
1651  EXO 5:18  अब जा, काम करो। तुम्हें भूसा नहीं दिया जाएगा, लेकिन ख़बरदार! उतनी ही ईंटें बना जितनी पहले बनाते थे।”
1696  EXO 7:10  मूसा और हारून ने फ़िरौन के पास जाकर ऐसा ही किया। हारून ने अपनी लाठी फ़िरौन और उसके हदेदारों के सामने डाल दी तो वह साँप बन गई।
1706  EXO 7:20  चुनाँचे मूसा और हारून ने फ़िरौन और उसके हदेदारों के सामने अपनी लाठी उठाकर दरियाए-नील के पानी पर मारी। इस पर दरिया का सारा पानी ख़ून में बदल गया।
1714  EXO 7:28  दरियाए-नील मेंढकों से इतना भर जाएगा कि वह दरिया से निकलकर तेरे महल, तेरे सोने के कमरे और तेरे बिस्तर में जा घुसेंगे। वह तेरे हदेदारों और तेरी रिआया के घरों में आएँगे बल्कि तेरे तनूरों और आटा गूँधने के बरतनों में भी फुदकते फिरेंगे।
1715  EXO 7:29  मेंढक तुझ पर, तेरी क़ौम पर और तेरे हदेदारों पर चढ़ जाएंगे’।”
1716  EXO 8:1  रब ने मूसा से कहा, “हारून को बता देना कि वह अपनी लाठी को हाथ में लेकर उसे दरियां, नहरों और जोहड़ों के ऊपर उठाए ताकि मेंढक बाहर निकलकर मिसर के मुल्क में फैल जाएँ।”
1720  EXO 8:5  मूसा ने जवाब दिया, “वह वक़्त मुक़र्रर करें जब मैं आपके हदेदारों और आपकी क़ौम के लिए दुआ करूँ। फिर जो मेंढक आपके पास और आपके घरों में हैं उसी वक़्त ख़त्म हो जाएंगे। मेंढक सिर्फ़ दरिया में पाए जाएंगे।”