2467 | EXO 32:28 | लावियों ने मूसा की हिदायत पर अमल किया तो उस दिन तक़रीबन 3,000 मर्द हलाक हुए। |
2658 | EXO 38:24 | उस सोने का वज़न जो लोगों के हदियों से जमा हुआ और मक़दिस की तामीर के लिए इस्तेमाल हुआ तक़रीबन 1,000 किलोग्राम था (उसे मक़दिस के बाटों के हिसाब से तोला गया)। |
2659 | EXO 38:25 | तामीर के लिए चाँदी जो मर्दुमशुमारी के हिसाब से वसूल हुई, उसका वज़न तक़रीबन 3,430 किलोग्राम था (उसे भी मक़दिस के बाटों के हिसाब से तोला गया)। |
2663 | EXO 38:29 | जो पीतल हदियों से जमा हुआ उसका वज़न तक़रीबन 2,425 किलोग्राम था। |
3625 | NUM 1:20 | रूबिन के क़बीले के 46,500 मर्द, |
3627 | NUM 1:22 | शमौन के क़बीले के 59,300 मर्द, |
3629 | NUM 1:24 | जद के क़बीले के 45,650 मर्द, |
3631 | NUM 1:26 | यहूदाह के क़बीले के 74,600 मर्द, |
3633 | NUM 1:28 | इशकार के क़बीले के 54,400 मर्द, |
3635 | NUM 1:30 | ज़बूलून के क़बीले के 57,400 मर्द, |
3637 | NUM 1:32 | यूसुफ़ के बेटे इफ़राईम के क़बीले के 40,500 मर्द, |
3639 | NUM 1:34 | यूसुफ़ के बेटे मनस्सी के क़बीले के 32,200 मर्द, |
3641 | NUM 1:36 | बिनयमीन के क़बीले के 35,400 मर्द, |
3643 | NUM 1:38 | दान के क़बीले के 62,700 मर्द, |
3645 | NUM 1:40 | आशर के क़बीले के 41,500 मर्द, |
3647 | NUM 1:42 | नफ़ताली के क़बीले के 53,400 मर्द। |
3663 | NUM 2:4 | और जिसके लशकर के 74,600 फ़ौजी थे। |
3665 | NUM 2:6 | और जिसके लशकर के 54,400 फ़ौजी थे। |
3667 | NUM 2:8 | और जिसके लशकर के 57,400 फ़ौजी थे। |
3670 | NUM 2:11 | और जिसके 46,500 फ़ौजी थे। |
3672 | NUM 2:13 | और जिसके 59,300 फ़ौजी थे। |
3674 | NUM 2:15 | और जिसके 45,650 फ़ौजी थे। |
3678 | NUM 2:19 | और जिसके 40,500 फ़ौजी थे। |
3680 | NUM 2:21 | और जिसके 32,200 फ़ौजी थे। |
3682 | NUM 2:23 | और जिसके 35,400 फ़ौजी थे। |
3685 | NUM 2:26 | और जिसके 62,700 फ़ौजी थे। |
3687 | NUM 2:28 | और जिसके 41,500 फ़ौजी थे। |
3689 | NUM 2:30 | और जिसके 53,400 फ़ौजी थे। |
3715 | NUM 3:22 | के 7,500 मर्द थे जो एक माह या इससे ज़ायद के थे। |
3721 | NUM 3:28 | के 8,600 मर्द थे जो एक माह या इससे ज़ायद के थे और जिनको मक़दिस की ख़िदमत करनी थी। |
3727 | NUM 3:34 | के 6,200 मर्द थे जो एक माह या इससे ज़ायद के थे। |
3732 | NUM 3:39 | उन लावी मर्दों की कुल तादाद जो एक माह या इससे ज़ायद के थे 22,000 थी। रब के कहने पर मूसा और हारून ने उन्हें कुंबों के मुताबिक़ गिनकर रजिस्टर में दर्ज किया। |
3736 | NUM 3:43 | जो एक माह या इससे ज़ायद के थे गिन लिए। उनकी कुल तादाद 22,273 थी। |
3743 | NUM 3:50 | यों उसने चाँदी के 1,365 सिक्के (तक़रीबन 16 किलोग्राम) जमा करके |
3779 | NUM 4:35 | उन्होंने उन तमाम मर्दों को रजिस्टर में दर्ज किया जो 30 से लेकर 50 साल के थे और जो मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत कर सकते थे। उनकी कुल तादाद 2,750 थी। मूसा और हारून ने सब कुछ वैसा ही किया जैसा रब ने मूसा की मारिफ़त फ़रमाया था। |
3782 | NUM 4:38 | फिर जैरसोनियों की मर्दुमशुमारी उनके कुंबों और आबाई घरानों के मुताबिक़ हुई। ख़िदमत के लायक़ मर्दों की कुल तादाद 2,630 थी। मूसा और हारून ने सब कुछ वैसा ही किया जैसा रब ने मूसा के ज़रीए फ़रमाया था। |
3786 | NUM 4:42 | फिर मिरारियों की मर्दुमशुमारी उनके कुंबों और आबाई घरानों के मुताबिक़ हुई। ख़िदमत के लायक़ मर्दों की कुल तादाद 3,200 थी। मूसा और हारून ने सब कुछ वैसा ही किया जैसा रब ने मूसा के ज़रीए फ़रमाया था। |
3790 | NUM 4:46 | लावियों के उन मर्दों की कुल तादाद 8,580 थी जिन्हें मुलाक़ात के ख़ैमे में ख़िदमत करना और सफ़र करते वक़्त उसे उठाकर ले जाना था। |
4244 | NUM 17:14 | तो भी 14,700 अफ़राद वबा से मर गए। इसमें वह शामिल नहीं हैं जो क़ोरह के सबब से मर गए थे। |
4481 | NUM 25:9 | तो भी 24,000 अफ़राद मर चुके थे। |
4496 | NUM 26:5 | इसराईल के पहलौठे रूबिन के क़बीले के 43,730 मर्द थे। क़बीले के चार कुंबे हनूकी, फ़ल्लुवी, हसरोनी और करमी रूबिन के बेटों हनूक, फ़ल्लू, हसरोन और करमी से निकले हुए थे। |
4503 | NUM 26:12 | शमौन के क़बीले के 22,200 मर्द थे। क़बीले के पाँच कुंबे नमुएली, यमीनी, यकीनी, ज़ारही और साऊली शमौन के बेटों नमुएल, यमीन, यकीन, ज़ारह और साऊल से निकले हुए थे। |
4506 | NUM 26:15 | जद के क़बीले के 40,500 मर्द थे। क़बीले के सात कुंबे सफ़ोनी, हज्जी, सूनी, उज़नी, एरी, अरूदी और अरेली जद के बेटों सफ़ोन, हज्जी, सूनी, उज़नी, एरी, अरूद और अरेली से निकले हुए थे। |
4510 | NUM 26:19 | यहूदाह के क़बीले के 76,500 मर्द थे। यहूदाह के दो बेटे एर और ओनान मिसर आने से पहले कनान में मर गए थे। क़बीले के तीन कुंबे सेलानी, फ़ारसी और ज़ारही यहूदाह के बेटों सेला, फ़ारस और ज़ारह से निकले हुए थे। फ़ारस के दो बेटों हसरोन और हमूल से दो कुंबे हसरोनी और हमूली निकले हुए थे। |
4514 | NUM 26:23 | इशकार के क़बीले के 64,300 मर्द थे। क़बीले के चार कुंबे तोलई, फ़ुव्वी, यसूबी और सिमरोनी इशकार के बेटों तोला, फ़ुव्वा, यसूब और सिमरोन से निकले हुए थे। |
4517 | NUM 26:26 | ज़बूलून के क़बीले के 60,500 मर्द थे। क़बीले के तीन कुंबे सरदी, ऐलोनी और यहलियेली ज़बूलून के बेटों सरद, ऐलोन और यहलियेल से निकले हुए थे। |
4520 | NUM 26:29 | मनस्सी के क़बीले के 52,700 मर्द थे। क़बीले के आठ कुंबे मकीरी, जिलियादी, इयज़री, ख़लक़ी, असरियेली, सिकमी, समीदाई और हिफ़री थे। मकीरी मनस्सी के बेटे मकीर से जबकि जिलियादी मकीर के बेटे जिलियाद से निकले हुए थे। बाक़ी कुंबे जिलियाद के छः बेटों इयज़र, ख़लक़, असरियेल, सिकम, समीदा और हिफ़र से निकले हुए थे। हिफ़र सिलाफ़िहाद का बाप था। सिलाफ़िहाद का कोई बेटा नहीं बल्कि पाँच बेटियाँ महलाह, नुआह, हुजलाह, मिलकाह और तिरज़ा थीं। |
4526 | NUM 26:35 | इफ़राईम के क़बीले के 32,500 मर्द थे। क़बीले के चार कुंबे सूतलही, बकरी, तहनी और ईरानी थे। पहले तीन कुंबे इफ़राईम के बेटों सूतलह, बकर और तहन से जबकि ईरानी सूतलह के बेटे ईरान से निकले हुए थे। |
4529 | NUM 26:38 | बिनयमीन के क़बीले के 45,600 मर्द थे। क़बीले के सात कुंबे बालाई, अशबेली, अख़ीरामी, सूफ़ामी, हूफ़ामी, अरदी और नामानी थे। पहले पाँच कुंबे बिनयमीन के बेटों बाला, अशबेल, अख़ीराम, सूफ़ाम और हूफ़ाम से जबकि अरदी और नामानी बाला के बेटों से निकले हुए थे। |
4533 | NUM 26:42 | दान के क़बीले के 64,400 मर्द थे। सब दान के बेटे सूहाम से निकले हुए थे, इसलिए सूहामी कहलाते थे। |
4535 | NUM 26:44 | आशर के क़बीले के 53,400 मर्द थे। क़बीले के पाँच कुंबे यिमनी, इसवी, बरीई, हिबरी और मलकियेली थे। पहले तीन कुंबे आशर के बेटों यिमना, इसवी और बरिया से जबकि बाक़ी बरिया के बेटों हिबर और मलकियेल से निकले हुए थे। आशर की एक बेटी बनाम सिरह भी थी। |
4539 | NUM 26:48 | नफ़ताली के क़बीले के 45,400 मर्द थे। क़बीले के चार कुंबे यहसियेली, जूनी, यिसरी और सिल्लीमी नफ़ताली के बेटों यहसियेल, जूनी, यिसर और सिल्लीम से निकले हुए थे। |
4553 | NUM 26:62 | लावियों के मर्दों की कुल तादाद 23,000 थी। इनमें वह सब शामिल थे जो एक माह या इससे ज़ायद के थे। उन्हें दूसरे इसराईलियों से अलग गिना गया, क्योंकि उन्हें इसराईल में मीरास में ज़मीन नहीं मिलनी थी। |
4670 | NUM 31:4 | हर क़बीले के 1,000 मर्द जंग लड़ने के लिए भेजो।” |
4671 | NUM 31:5 | चुनाँचे हर क़बीले के 1,000 मुसल्लह मर्द यानी कुल 12,000 आदमी चुने गए। |
4698 | NUM 31:32 | उन्होंने 6,75,000 भेड़-बकरियाँ, 72,000 गाय-बैल और 61,000 गधे गिने। |
4701 | NUM 31:35 | इनके अलावा 32,000 क़ैदी कुँवारियाँ भी थीं। |
4702 | NUM 31:36 | फ़ौजियों को तमाम चीज़ों का आधा हिस्सा मिल गया यानी 3,37,500 भेड़-बकरियाँ, 36,000 गाय-बैल, 30,500 गधे और 16,000 क़ैदी कुँवारियाँ। इनमें से उन्होंने 675 भेड़-बकरियाँ, 72 गाय-बैल, 61 गधे और 32 लड़कियाँ रब को दीं। |
4851 | NUM 35:4 | चराने के लिए ज़मीन शहर के इर्दगिर्द होगी, और चारों तरफ़ का फ़ासला फ़सीलों से 1,500 फ़ुट हो। |
4852 | NUM 35:5 | चराने की यह ज़मीन मुरब्बा शक्ल की होगी जिसके हर पहलू का फ़ासला 3,000 फ़ुट हो। शहर इस मुरब्बा शक्ल के बीच में हो। यह रक़बा शहर के बाशिंदों के लिए हो ताकि वह अपने मवेशी चरा सकें। |
5925 | JOS 4:13 | तक़रीबन 40,000 मुसल्लह मर्द उस वक़्त रब के सामने यरीहू के मैदान में पहुँच गए ताकि वहाँ जंग करें। |
6007 | JOS 8:3 | चुनाँचे यशुअ पूरे लशकर के साथ अई पर हमला करने के लिए निकला। उसने अपने सबसे अच्छे फ़ौजियों में से 30,000 को चुन लिया और उन्हें रात के वक़्त अई के ख़िलाफ़ भेजकर |
6016 | JOS 8:12 | जो शहर के मग़रिब में अई और बैतेल के दरमियान घात लगाए बैठे थे वह तक़रीबन 5,000 मर्द थे। |
6029 | JOS 8:25 | उस दिन अई के तमाम मर्द और औरतें मारे गए, कुल 12,000 अफ़राद। |
6515 | JDG 1:4 | जब यहूदाह ने दुश्मन पर हमला किया तो रब ने कनानियों और फ़रिज़्ज़ियों को उसके क़ाबू में कर दिया। बज़क़ के पास उन्होंने उन्हें शिकस्त दी, गो उनके कुल 10,000 आदमी थे। |
6599 | JDG 3:29 | उस वक़्त उन्होंने मोआब के 10,000 ताक़तवर और जंग करने के क़ाबिल आदमियों को मार डाला। एक भी न बचा। |
6607 | JDG 4:6 | एक दिन दबोरा ने बरक़ बिन अबीनुअम को बुलाया। बरक़ नफ़ताली के क़बायली इलाक़े के शहर क़ादिस में रहता था। दबोरा ने बरक़ से कहा, “रब इसराईल का ख़ुदा आपको हुक्म देता है, ‘नफ़ताली और ज़बूलून के क़बीलों में से 10,000 मर्दों को जमा करके उनके साथ तबूर पहाड़ पर चढ़ जा! |
6611 | JDG 4:10 | वहाँ बरक़ ने ज़बूलून और नफ़ताली के क़बीलों को अपने पास बुला लिया। 10,000 आदमी उस की राहनुमाई में तबूर पहाड़ पर चले गए। दबोरा भी साथ गई। |
6615 | JDG 4:14 | तब दबोरा ने बरक़ से बात की, “हमला के लिए तैयार हो जाएँ, क्योंकि रब ने आज ही सीसरा को आपके क़ाबू में कर दिया है। रब आपके आगे आगे चल रहा है।” चुनाँचे बरक़ अपने 10,000 आदमियों के साथ तबूर पहाड़ से उतर आया। |
6633 | JDG 5:8 | शहर के दरवाज़ों पर जंग छिड़ गई जब उन्होंने नए माबूदों को चुन लिया। उस वक़्त इसराईल के 40,000 मर्दों के पास एक भी ढाल या नेज़ा न था। |
6699 | JDG 7:3 | इसलिए लशकरगाह में एलान कर कि जो डर के मारे परेशान हो वह अपने घर वापस चला जाए।” जिदौन ने यों किया तो 22,000 मर्द वापस चले गए जबकि 10,000 जिदौन के पास रहे। |
6731 | JDG 8:10 | अब ज़िबह और ज़लमुन्ना क़रक़ूर पहुँच गए थे। 15,000 अफ़राद उनके साथ रह गए थे, क्योंकि मशरिक़ी इत्तहादियों के 1,20,000 तलवारों से लैस फ़ौजी हलाक हो गए थे। |
6805 | JDG 9:49 | फ़ौजियों ने भी शाख़ें काटीं और फिर अबीमलिक के पीछे लगकर मंदिर के पास वापस आए। वहाँ उन्होंने तमाम लकड़ी तहख़ाने की छत पर जमा करके उसे जला दिया। यों सिकम के बुर्ज के तक़रीबन 1,000 मर्दो-ख़वातीन सब भस्म हो गए। |
6877 | JDG 12:6 | तो जिलियाद के मर्द कहते, “तो फिर लफ़्ज़ ‘शिब्बोलेत’ बोलें।” अगर वह इफ़राईमी होता तो इसके बजाए “सिब्बोलेत” कहता। फिर जिलियादी उसे पकड़कर वहीं मार डालते। उस वक़्त कुल 42,000 इफ़राईमी हलाक हुए। |
6942 | JDG 15:11 | तब यहूदाह के 3,000 मर्द ऐताम पहाड़ के ग़ार के पास आए और समसून से कहा, “यह आपने हमारे साथ क्या किया? आपको तो पता है कि फ़िलिस्ती हम पर हुकूमत करते हैं।” समसून ने जवाब दिया, “मैंने उनके साथ सिर्फ़ वह कुछ किया जो उन्होंने मेरे साथ किया था।” |
6956 | JDG 16:5 | यह सुनकर फ़िलिस्ती सरदार उसके पास आए और कहने लगे, “समसून को उकसाएँ कि वह आपको अपनी बड़ी ताक़त का भेद बताए। हम जानना चाहते हैं कि हम किस तरह उस पर ग़ालिब आकर उसे यों बाँध सकें कि वह हमारे क़ब्ज़े में रहे। अगर आप यह मालूम कर सकें तो हममें से हर एक आपको चाँदी के 1,100 सिक्के देगा।” |
6978 | JDG 16:27 | इमारत मर्दों और औरतों से भरी थी। फ़िलिस्ती सरदार भी सब आए हुए थे। सिर्फ़ छत पर समसून का तमाशा देखनेवाले तक़रीबन 3,000 अफ़राद थे। |
6984 | JDG 17:2 | एक दिन उसने अपनी माँ से बात की, “आपके चाँदी के 1,100 सिक्के चोरी हो गए थे, ना? उस वक़्त आपने मेरे सामने ही चोर पर लानत भेजी थी। अब देखें, वह पैसे मेरे पास हैं। मैं ही चोर हूँ।” यह सुनकर माँ ने जवाब दिया, “मेरे बेटे, रब तुझे बरकत दे!” |
7071 | JDG 20:15 | उसी दिन उन्होंने अपनी फ़ौज का बंदोबस्त किया। जिबिया के 700 तजरबाकार फ़ौजियों के अलावा तलवारों से लैस 26,000 अफ़राद थे। |
7077 | JDG 20:21 | यह देखकर बिनयमीनी शहर से निकले और उन पर टूट पड़े। नतीजे में 22,000 इसराईली शहीद हो गए। |
7081 | JDG 20:25 | तो बिनयमीनी पहले की तरह शहर से निकलकर उन पर टूट पड़े। उस दिन तलवार से लैस 18,000 इसराईली शहीद हो गए। |
7090 | JDG 20:34 | अचानक जिबिया के बिनयमीनियों को 10,000 बेहतरीन फ़ौजियों का सामना करना पड़ा, उन मर्दों का जो पूरे इसराईल से चुने गए थे। बिनयमीनी उनसे ख़ूब लड़ने लगे, लेकिन उनकी आँखें अभी इस बात के लिए बंद थीं कि उनका अंजाम क़रीब आ गया है। |
7091 | JDG 20:35 | उस दिन इसराईलियों ने रब की मदद से फ़तह पाकर तलवार से लैस 25,100 बिनयमीनी फ़ौजियों को मौत के घाट उतार दिया। |
7100 | JDG 20:44 | उस वक़्त बिनयमीन के 18,000 तजरबाकार फ़ौजी हलाक हुए। |
7101 | JDG 20:45 | जो बच गए वह रेगिस्तान की चटान रिम्मोन की तरफ़ भाग निकले। लेकिन इसराईलियों ने रास्ते में उनके 5,000 अफ़राद को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उन्होंने जिदओम तक उनका ताक़्क़ुब किया। मज़ीद 2,000 बिनयमीनी हलाक हुए। |
7102 | JDG 20:46 | इस तरह बिनयमीन के कुल 25,000 तलवार से लैस और तजरबाकार फ़ौजी मारे गए। |
7114 | JDG 21:10 | तब उन्होंने 12,000 फ़ौजियों को चुनकर उन्हें हुक्म दिया, “यबीस-जिलियाद पर हमला करके तमाम बाशिंदों को बाल-बच्चों समेत मार डालो। |
7301 | 1SA 4:2 | पहले फ़िलिस्तियों ने इसराईलियों पर हमला किया। लड़ते लड़ते उन्होंने इसराईल को शिकस्त दी। तक़रीबन 4,000 इसराईली मैदाने-जंग में हलाक हुए। |
7309 | 1SA 4:10 | आपस में ऐसी बातें करते करते फ़िलिस्ती लड़ने के लिए निकले और इसराईल को शिकस्त दी। हर तरफ़ क़त्ले-आम नज़र आया, और 30,000 प्यादे इसराईली काम आए। बाक़ी सब फ़रार होकर अपने अपने घरों में छुप गए। |
7455 | 1SA 11:8 | बज़क़ के क़रीब साऊल ने फ़ौज का जायज़ा लिया। यहूदाह के 30,000 अफ़राद थे और बाक़ी क़बीलों के 3,00,000। |
7489 | 1SA 13:2 | उसने अपनी फ़ौज के लिए 3,000 इसराईली चुन लिए। जंग लड़ने के क़ाबिल बाक़ी आदमियों को उसने फ़ारिग़ कर दिया। 2,000 फ़ौजियों की ड्यूटी मिकमास और बैतेल के पहाड़ी इलाक़े में लगाई गई जहाँ साऊल ख़ुद था। बाक़ी 1,000 अफ़राद यूनतन के पास बिनयमीन के शहर जिबिया में थे। |
7492 | 1SA 13:5 | फ़िलिस्ती भी इसराईलियों से लड़ने के लिए जमा हुए। उनके 30,000 रथ, 6,000 घुड़सवार और साहिल की रेत जैसे बेशुमार प्यादा फ़ौजी थे। उन्होंने बैत-आवन के मशरिक़ में मिकमास के क़रीब अपने ख़ैमे लगाए। |
7566 | 1SA 15:4 | साऊल ने अपने फ़ौजियों को बुलाकर तलायम में उनका जायज़ा लिया। कुल 2,00,000 प्यादे फ़ौजी थे, नीज़ यहूदाह के 10,000 अफ़राद। |
7844 | 1SA 24:3 | वह तमाम इसराईल के 3,000 चीदा फ़ौजियों को लेकर पहाड़ी बकरियों की चटानों के लिए रवाना हुआ ताकि दाऊद को पकड़ ले। |
7866 | 1SA 25:2 | मऊन में कालिब के ख़ानदान का एक आदमी रहता था जिसका नाम नाबाल था। वह निहायत अमीर था। करमिल के क़रीब उस की 3,000 भेड़ें और 1,000 बकरियाँ थीं। बीवी का नाम अबीजेल था। वह ज़हीन भी थी और ख़ूबसूरत भी। उसके मुक़ाबले में नाबाल सख़्तमिज़ाज और कमीना था। एक दिन नाबाल अपनी भेड़ों के बाल कतरने के लिए करमिल आया। जब दाऊद को ख़बर मिली |
7910 | 1SA 26:2 | यह सुनकर साऊल इसराईल के 3,000 चीदा फ़ौजियों को लेकर दश्ते-ज़ीफ़ में गया ताकि दाऊद को ढूँड निकाले। |
8161 | 2SA 6:1 | एक बार फिर दाऊद ने इसराईल के चुनीदा आदमियों को जमा किया। 30,000 अफ़राद थे। |
8216 | 2SA 8:4 | दाऊद ने 1,700 घुड़सवारों और 20,000 प्यादा सिपाहियों को गिरिफ़्तार कर लिया। रथों के 100 घोड़ों को उसने अपने लिए महफ़ूज़ रखा, जबकि बाक़ियों की उसने कोंचें काट दीं ताकि वह आइंदा जंग के लिए इस्तेमाल न हो सकें। |
8217 | 2SA 8:5 | जब दमिश्क़ के अरामी बाशिंदे ज़ोबाह के बादशाह हददअज़र की मदद करने आए तो दाऊद ने उनके 22,000 अफ़राद हलाक कर दिए। |
8225 | 2SA 8:13 | जब दाऊद ने नमक की वादी में अदोमियों पर फ़तह पाई तो उस की शोहरत मज़ीद फैल गई। उस जंग में दुश्मन के 18,000 अफ़राद हलाक हुए। |