Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   ऐ    February 11, 2023 at 18:44    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

6  GEN 1:6  फिर परमेश्‍वर ने कहा*, “जल के बीच एक सा अन्तर हो कि जल दो भाग हो जाए।”
49  GEN 2:18  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं*; मैं उसके लिये एक सा सहायक बनाऊँगा जो उसके लिये उपयुक्‍त होगा।” (1 कुरि. 11:9)
51  GEN 2:20  अतः आदम ने सब जाति के घरेलू पशुओं, और आकाश के पक्षियों, और सब जाति के जंगली पशुओं के नाम रखे; परन्तु आदम के लिये कोई सा सहायक न मिला जो उससे मेल खा सके।
78  GEN 3:22  फिर यहोवा परमेश्‍वर ने कहा, “मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिए अब सा न हो, कि वह हाथ बढ़ाकर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ कर खा ले और सदा जीवित रहे।” (प्रका. 2:7, प्रका. 22:2,14, 19, उत्प. 3:24, प्रका. 2:7)
95  GEN 4:15  इस कारण यहोवा ने उससे कहा, “जो कोई कैन की हत्‍या करेगा उससे सात गुणा पलटा लिया जाएगा।” और यहोवा ने कैन के लिये एक चिन्ह ठहराया सा न हो कि कोई उसे पाकर मार डाले।
190  GEN 8:6  फिर सा हुआ कि चालीस दिन के पश्चात् नूह ने अपने बनाए हुए जहाज की खिड़की को खोलकर,
221  GEN 9:15  तब मेरी जो वाचा तुम्हारे और सब जीवित शरीरधारी प्राणियों के साथ बंधी है; उसको मैं स्मरण करूँगा, तब सा जल-प्रलय फिर न होगा जिससे सब प्राणियों का विनाश हो।
240  GEN 10:5  इनके वंश अन्यजातियों के द्वीपों के देशों में से बँट गए कि वे भिन्न-भिन्न भाषाओं, कुलों, और जातियों के अनुसार अलग-अलग हो गए।
271  GEN 11:4  फिर उन्होंने कहा, “आओ, हम एक नगर और एक मीनार बना लें, जिसकी चोटी आकाश से बातें करे, इस प्रकार से हम अपना नाम करें, सा न हो कि हमको सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े।”
273  GEN 11:6  और यहोवा ने कहा, “मैं क्या देखता हूँ, कि सब एक ही दल के हैं और भाषा भी उन सब की एक ही है, और उन्होंने सा ही काम भी आरम्भ किया; और अब जो कुछ वे करने का यत्न करेंगे, उसमें से कुछ भी उनके लिये अनहोना न होगा।
310  GEN 12:11  फिर सा हुआ कि मिस्र के निकट पहुँचकर, उसने अपनी पत्‍नी सारै से कहा, “सुन, मुझे मालूम है, कि तू एक सुन्दर स्त्री है;
313  GEN 12:14  फिर सा हुआ कि जब अब्राम मिस्र में आया, तब मिस्रियों ने उसकी पत्‍नी को देखा कि यह अति सुन्दर है।
338  GEN 14:1  शिनार के राजा अम्रापेल, और एल्लासार के राजा अर्योक, और एलाम के राजा कदोर्लाओमेर, और गोयीम के राजा तिदाल के दिनों में सा हुआ,
360  GEN 14:23  उसकी मैं यह शपथ खाता हूँ,* कि जो कुछ तेरा है उसमें से न तो मैं एक सूत, और न जूती का बन्धन, न कोई और वस्तु लूँगा; कि तू सा न कहने पाए, कि अब्राम मेरे ही कारण धनी हुआ।
366  GEN 15:5  और उसने उसको बाहर ले जाकर कहा, “आकाश की ओर दृष्टि करके तारागण को गिन, क्या तू उनको गिन सकता है?” फिर उसने उससे कहा, “तेरा वंश सा ही होगा।” (रोम. 4:18)
378  GEN 15:17  और सा हुआ कि जब सूर्य अस्त हो गया* और घोर अंधकार छा गया, तब एक अँगीठी जिसमें से धुआँ उठता था और एक जलती हुई मशाल दिखाई दी जो उन टुकड़ों के बीच में से होकर निकल गई।
410  GEN 17:12  पीढ़ी-पीढ़ी में केवल तेरे वंश ही के लोग नहीं पर जो तेरे घर में उत्‍पन्‍न हुआ हों, अथवा परदेशियों को रूपा देकर मोल लिया जाए, से सब पुरुष भी जब आठ दिन* के हों जाएँ, तब उनका खतना किया जाए।
414  GEN 17:16  मैं उसको आशीष दूँगा, और तुझको उसके द्वारा एक पुत्र दूँगा; और मैं उसको सी आशीष दूँगा, कि वह जाति-जाति की मूलमाता हो जाएगी; और उसके वंश में राज्य-राज्य के राजा उत्‍पन्‍न होंगे।”
417  GEN 17:19  तब परमेश्‍वर ने कहा, “निश्चय तेरी पत्‍नी सारा के तुझसे एक पुत्र उत्‍पन्‍न होगा; और तू उसका नाम इसहाक रखना; और मैं उसके साथ सी वाचा बाँधूँगा जो उसके पश्चात् उसके वंश के लिये युग-युग की वाचा होगी। (गला. 4:7-8)
438  GEN 18:13  तब यहोवा ने अब्राहम से कहा, “सारा यह कहकर क्यों हँसी, कि क्या मेरे, जो सी बुढ़िया हो गई हूँ, सचमुच एक पुत्र उत्‍पन्‍न होगा?
454  GEN 18:29  फिर उसने उससे यह भी कहा, “कदाचित् वहाँ चालीस मिलें।” उसने कहा, “तो मैं चालीस के कारण भी सा न करूँगा।”
455  GEN 18:30  फिर उसने कहा, “हे प्रभु, क्रोध न कर, तो मैं कुछ और कहूँ: कदाचित् वहाँ तीस मिलें।” उसने कहा, “यदि मुझे वहाँ तीस भी मिलें, तो भी सा न करूँगा।”
465  GEN 19:7  “हे मेरे भाइयों, सी बुराई न करो।
475  GEN 19:17  और सा हुआ कि जब उन्होंने उनको बाहर निकाला, तब उसने कहा, “अपना प्राण लेकर भाग जा; पीछे की ओर न ताकना, और तराई भर में न ठहरना; उस पहाड़ पर भाग जाना, नहीं तो तू भी भस्म हो जाएगा।”
476  GEN 19:18  लूत ने उनसे कहा, “हे प्रभु, सा न कर!
477  GEN 19:19  देख, तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है, और तूने इसमें बड़ी कृपा दिखाई, कि मेरे प्राण को बचाया है; पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता, कहीं सा न हो, कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े, और मैं मर जाऊँ।
478  GEN 19:20  देख, वह नगर सा निकट है कि मैं वहाँ भाग सकता हूँ, और वह छोटा भी है। मुझे वहीं भाग जाने दे, क्या वह नगर छोटा नहीं है? और मेरा प्राण बच जाएगा।”
487  GEN 19:29  और सा हुआ कि जब परमेश्‍वर ने उस तराई के नगरों को, जिनमें लूत रहता था, उलट पुलट कर नाश किया, तब उसने अब्राहम को याद करके* लूत को उस घटना से बचा लिया।
489  GEN 19:31  तब बड़ी बेटी ने छोटी से कहा, “हमारा पिता बूढ़ा है, और पृथ्वी भर में कोई सा पुरुष नहीं जो संसार की रीति के अनुसार हमारे पास आए।
492  GEN 19:34  और सा हुआ कि दूसरे दिन बड़ी ने छोटी से कहा, “देख, कल रात को मैं अपने पिता के साथ सोई; इसलिए आज भी रात को हम उसको दाखमधु पिलाएँ; तब तू जाकर उसके साथ सोना कि हम अपने पिता के द्वारा वंश उत्‍पन्‍न करें।”
505  GEN 20:9  तब अबीमेलेक ने अब्राहम को बुलवाकर कहा, “तूने हम से यह क्या किया है? और मैंने तेरा क्या बिगाड़ा था कि तूने मेरे और मेरे राज्य के ऊपर सा बड़ा पाप डाल दिया है? तूने मेरे साथ वह काम किया है जो उचित न था।”
506  GEN 20:10  फिर अबीमेलेक ने अब्राहम से पूछा, “तूने क्या समझकर सा काम किया?”
509  GEN 20:13  और सा हुआ कि जब परमेश्‍वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्ञा दी, तब मैंने उससे कहा, 'इतनी कृपा तुझे मुझ पर करनी होगी कि हम दोनों जहाँ-जहाँ जाएँ वहाँ-वहाँ तू मेरे विषय में कहना कि यह मेरा भाई है'।”
536  GEN 21:22  उन दिनों में सा हुआ कि अबीमेलेक अपने सेनापति पीकोल को संग लेकर अब्राहम से कहने लगा, “जो कुछ तू करता है उसमें परमेश्‍वर तेरे संग रहता है;
549  GEN 22:1  इन बातों के पश्चात् सा हुआ कि परमेश्‍वर ने, अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की*, “हे अब्राहम!” उसने कहा, “देख, मैं यहाँ हूँ।” (इब्रा. 11:17)
568  GEN 22:20  इन बातों के पश्चात् सा हुआ कि अब्राहम को यह सन्देश मिला, “मिल्का के तेरे भाई नाहोर से सन्तान उत्‍पन्‍न हुई हैं।”
576  GEN 23:4  “मैं तुम्हारे बीच अतिथि और परदेशी हूँ; मुझे अपने मध्य में कब्रिस्तान के लिये सी भूमि दो जो मेरी निज की हो जाए, कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपने आँख की ओट करूँ।”
583  GEN 23:11  “हे मेरे प्रभु, सा नहीं, मेरी सुन; वह भूमि मैं तुझे देता हूँ, और उसमें जो गुफा है, वह भी मैं तुझे देता हूँ; अपने जाति भाइयों के सम्मुख मैं उसे तुझको दिए देता हूँ; अतः अपने मृतक को कब्र में रख।”
585  GEN 23:13  और उनके सुनते हुए एप्रोन से कहा, “यदि तू सा चाहे, तो मेरी सुन उस भूमि का जो दाम हो, वह मैं देना चाहता हूँ; उसे मुझसे ले ले, तब मैं अपने मुर्दे को वहाँ गाड़ूँगा।”
588  GEN 23:16  अब्राहम ने एप्रोन की मानकर उसको उतना रूपा तौल दिया, जितना उसने हित्तियों के सुनते हुए कहा था, अर्थात् चार सौ से शेकेल जो व्यापारियों में चलते थे।
606  GEN 24:14  इसलिए सा होने दे कि जिस कन्या से मैं कहूँ, 'अपना घड़ा मेरी ओर झुका, कि मैं पीऊँ,' और वह कहे, 'ले, पी ले, बाद में मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी,' यह वही हो जिसे तूने अपने दास इसहाक के लिये ठहराया हो; इसी रीति मैं जान लूँगा कि तूने मेरे स्वामी पर करुणा की है।”
607  GEN 24:15  और सा हुआ कि जब वह कह ही रहा था कि रिबका, जो अब्राहम के भाई नाहोर के जन्माये मिल्का के पुत्र, बतूएल की बेटी थी, वह कंधे पर घड़ा लिये हुए आई।
622  GEN 24:30  और सा हुआ कि जब उसने वह नत्थ और अपनी बहन रिबका के हाथों में वे कंगन भी देखे, और उसकी यह बात भी सुनी कि उस पुरुष ने मुझसे सी बातें कहीं; तब वह उस पुरुष के पास गया; और क्या देखा, कि वह सोते के निकट ऊँटों के पास खड़ा है।
635  GEN 24:43  तो देख मैं जल के इस कुएँ के निकट खड़ा हूँ; और सा हो, कि जो कुमारी जल भरने के लिये आए, और मैं उससे कहूँ, “अपने घड़े में से मुझे थोड़ा पानी पिला,”
681  GEN 25:22  लड़के उसके गर्भ में आपस में लिपट कर एक दूसरे को मारने लगे*। तब उसने कहा, “मेरी जो सी ही दशा रहेगी तो मैं कैसे जीवित रहूँगी?” और वह यहोवा की इच्छा पूछने को गई।
702  GEN 26:9  तब अबीमेलेक ने इसहाक को बुलवाकर कहा, “वह तो निश्चय तेरी पत्‍नी है; फिर तूने क्यों उसको अपनी बहन कहा?” इसहाक ने उत्तर दिया, “मैंने सोचा था, कि सा न हो कि उसके कारण मेरी मृत्यु हो।”
703  GEN 26:10  अबीमेलेक ने कहा, “तूने हम से यह क्या किया? से तो प्रजा में से कोई तेरी पत्‍नी के साथ सहज से कुकर्म कर सकता, और तू हमको पाप में फँसाता।
729  GEN 27:1  जब इसहाक बूढ़ा हो गया, और उसकी आँखें सी धुंधली पड़ गईं कि उसको सूझता न था, तब उसने अपने जेठे पुत्र एसाव को बुलाकर कहा, “हे मेरे पुत्र,” उसने कहा, “क्या आज्ञा।”
755  GEN 27:27  उसने निकट जाकर उसको चूमा। और उसने उसके वस्त्रों का सुगन्ध पाकर उसको वह आशीर्वाद दिया, “देख, मेरे पुत्र की सुगन्ध जो से खेत की सी है जिस पर यहोवा ने आशीष दी हो;
773  GEN 27:45  फिर जब तेरे भाई का क्रोध तुझ पर से उतरे, और जो काम तूने उससे किया है उसको वह भूल जाए; तब मैं तुझे वहाँ से बुलवा भेजूँगी। सा क्यों हो कि एक ही दिन में मुझे तुम दोनों से वंचित होना पड़े?”
774  GEN 27:46  फिर रिबका ने इसहाक से कहा, “हित्ती लड़कियों के कारण मैं अपने प्राण से घिन करती हूँ; इसलिए यदि सी हित्ती लड़कियों में से, जैसी इस देश की लड़कियाँ हैं, याकूब भी एक को कहीं ब्याह ले, तो मेरे जीवन में क्या लाभ होगा?”
804  GEN 29:8  उन्होंने कहा, “हम अभी सा नहीं कर सकते, जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएँ के मुँह से लुढ़काया जाता है, और तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाते हैं।”
821  GEN 29:25  भोर को मालूम हुआ कि यह तो लिआ है, इसलिए उसने लाबान से कहा, “यह तूने मुझसे क्या किया है? मैंने तेरे साथ रहकर जो तेरी सेवा की, तो क्या राहेल के लिये नहीं की? फिर तूने मुझसे क्यों सा छल किया है?”
822  GEN 29:26  लाबान ने कहा, “हमारे यहाँ सी रीति नहीं, कि बड़ी बेटी से पहले दूसरी का विवाह कर दें।
824  GEN 29:28  याकूब ने सा ही किया, और लिआ के सप्ताह को पूरा किया; तब लाबान ने उसे अपनी बेटी राहेल भी दी, कि वह उसकी पत्‍नी हो।
868  GEN 30:37  तब याकूब ने चिनार, और बादाम, और अर्मोन वृक्षों की हरी-हरी छड़ियाँ लेकर, उनके छिलके कहीं-कहीं छील के, उन्हें धारीदार बना दिया, सी कि उन छड़ियों की सफेदी दिखाई देने लगी।
900  GEN 31:26  तब लाबान याकूब से कहने लगा, “तूने यह क्या किया, कि मेरे पास से चोरी से चला आया, और मेरी बेटियों को सा ले आया, जैसा कोई तलवार के बल से बन्दी बनाई गई हों?
939  GEN 32:11  तूने जो-जो काम अपनी करुणा और सच्चाई से अपने दास के साथ किए हैं, कि मैं जो अपनी छड़ी ही लेकर इस यरदन नदी के पार उतर आया, और अब मेरे दो दल हो गए हैं, तेरे से-से कामों में से मैं एक के भी योग्य तो नहीं हूँ।
940  GEN 32:12  मेरी विनती सुनकर मुझे मेरे भाई एसाव के हाथ से बचा मैं तो उससे डरता हूँ, कहीं सा न हो कि वह आकर मुझे और माँ समेत लड़कों को भी मार डाले।
948  GEN 32:20  और उसने दूसरे और तीसरे रखवालों को भी, वरन् उन सभी को जो झुण्डों के पीछे-पीछे थे सी ही आज्ञा दी कि जब एसाव तुमको मिले तब इसी प्रकार उससे कहना।
974  GEN 33:13  याकूब ने कहा, “हे मेरे प्रभु, तू जानता ही है कि मेरे साथ सुकुमार लड़के, और दूध देनेहारी भेड़-बकरियाँ और गायें है; यदि से पशु एक दिन भी अधिक हाँके जाएँ, तो सबके सब मर जाएँगे।
988  GEN 34:7  याकूब के पुत्र यह सुनते ही मैदान से बहुत उदास और क्रोधित होकर आए; क्योंकि शेकेम ने याकूब की बेटी के साथ कुकर्म करके इस्राएल के घराने से मूर्खता का सा काम किया था, जिसका करना अनुचित था।
995  GEN 34:14  “हम सा काम नहीं कर सकते कि किसी खतनारहित पुरुष को अपनी बहन दें; क्योंकि इससे हमारी नामधराई होगी।
1006  GEN 34:25  तीसरे दिन, जब वे लोग पीड़ित पड़े थे, तब सा हुआ कि शिमोन और लेवी नाम याकूब के दो पुत्रों ने, जो दीना के भाई थे, अपनी-अपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुसकर सब पुरुषों को घात किया।
1017  GEN 35:5  तब उन्होंने कूच किया; और उनके चारों ओर के नगर निवासियों के मन में परमेश्‍वर की ओर से सा भय समा गया, कि उन्होंने याकूब के पुत्रों का पीछा न किया।
1030  GEN 35:18  तब सा हुआ कि वह मर गई, और प्राण निकलते-निकलते उसने उस बेटे का नाम बेनोनी रखा; पर उसके पिता ने उसका नाम बिन्यामीन रखा।
1034  GEN 35:22  जब इस्राएल उस देश में बसा था, तब एक दिन सा हुआ कि रूबेन ने जाकर अपने पिता की रखैली बिल्हा के साथ कुकर्म किया; और यह बात इस्राएल को मालूम हो गई। याकूब के बारह पुत्र हुए।
1107  GEN 37:23  इसलिए सा हुआ कि जब यूसुफ अपने भाइयों के पास पहुँचा तब उन्होंने उसका रंगबिरंगा अंगरखा, जिसे वह पहने हुए था, उतार लिया।
1121  GEN 38:1  उन्हीं दिनों में सा हुआ कि यहूदा अपने भाइयों के पास से चला गया, और हीरा नामक एक अदुल्लामवासी पुरुष के पास डेरा किया।
1129  GEN 38:9  ओनान तो जानता था कि सन्तान मेरी न ठहरेगी; इसलिए सा हुआ कि जब वह अपनी भौजाई के पास गया, तब उसने भूमि पर वीर्य गिराकर नाश किया, जिससे सा न हो कि उसके भाई के नाम से वंश चले।
1131  GEN 38:11  तब यहूदा ने इस डर के मारे कि कहीं सा न हो कि अपने भाइयों के समान शेला भी मरे, अपनी बहू तामार से कहा, “जब तक मेरा पुत्र शेला सयाना न हो जाए तब तक अपने पिता के घर में विधवा ही बैठी रह। इसलिए तामार अपने पिता के घर में जाकर रहने लगी।
1157  GEN 39:7  इन बातों के पश्चात् सा हुआ, कि उसके स्वामी की पत्‍नी ने यूसुफ की ओर आँख लगाई और कहा, “मेरे साथ सो।”
1159  GEN 39:9  इस घर में मुझसे बड़ा कोई नहीं; और उसने तुझे छोड़, जो उसकी पत्‍नी है; मुझसे कुछ नहीं रख छोड़ा; इसलिए भला, मैं सी बड़ी दुष्टता करके परमेश्‍वर का अपराधी क्यों बनूँ?”
1160  GEN 39:10  और सा हुआ कि वह प्रतिदिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी कि उसके पास लेटे या उसके संग रहे।
1169  GEN 39:19  अपनी पत्‍नी की ये बातें सुनकर कि तेरे दास ने मुझसे सा-सा काम किया, यूसुफ के स्वामी का कोप भड़का।
1174  GEN 40:1  इन बातों के पश्चात् सा हुआ, कि मिस्र के राजा के पिलानेहारे और पकानेहारे ने अपने स्वामी के विरुद्ध कुछ अपराध किया।
1188  GEN 40:15  क्योंकि सचमुच इब्रानियों के देश से मुझे चुरा कर लाया गया हैं, और यहाँ भी मैंने कोई सा काम नहीं किया, जिसके कारण मैं इस कारागार में डाला जाऊँ।”
1215  GEN 41:19  फिर, क्या देखा, कि उनके पीछे सात और गायें निकली, जो दुबली, और बहुत कुरूप, और दुर्बल हैं; मैंने तो सारे मिस्र देश में सी कुडौल गायें कभी नहीं देखीं।
1234  GEN 41:38  इसलिए फ़िरौन ने अपने कर्मचारियों से कहा, “क्या हमको सा पुरुष, जैसा यह है, जिसमें परमेश्‍वर का आत्मा रहता है, मिल सकता है?”
1257  GEN 42:4  पर यूसुफ के भाई बिन्यामीन को याकूब ने यह सोचकर भाइयों के साथ न भेजा* कि कहीं सा न हो कि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े।
1278  GEN 42:25  तब यूसुफ ने आज्ञा दी, कि उनके बोरे अन्न से भरो और एक-एक जन के बोरे में उसके रुपये को भी रख दो, फिर उनको मार्ग के लिये भोजनवस्तु दो। अतः उनके साथ सा ही किया गया।
1302  GEN 43:11  तब उनके पिता इस्राएल ने उनसे कहा, “यदि सचमुच सी ही बात है, तो यह करो; इस देश की उत्तम-उत्तम वस्तुओं में से कुछ-कुछ अपने बोरों में उस पुरुष के लिये भेंट ले जाओ: जैसे थोड़ा सा बलसान, और थोड़ा सा मधु, और कुछ सुगन्ध-द्रव्य, और गन्धरस, पिस्ते, और बादाम।
1323  GEN 43:32  तब उन्होंने उसके लिये तो अलग, और भाइयों के लिये भी अलग, और जो मिस्री उसके संग खाते थे, उनके लिये भी अलग, भोजन परोसा; इसलिए कि मिस्री इब्रियों के साथ भोजन नहीं कर सकते, वरन् मिस्री सा करना घृणा समझते थे।
1331  GEN 44:6  तब उसने उन्हें जा पकड़ा, और सी ही बातें उनसे कहीं।
1332  GEN 44:7  उन्होंने उससे कहा, “हे हमारे प्रभु, तू सी बातें क्यों कहता है? सा काम करना तेरे दासों से दूर रहे।
1342  GEN 44:17  उसने कहा,सा करना मुझसे दूर रहे, जिस जन के पास कटोरा निकला है, वही मेरा दास होगा; और तुम लोग अपने पिता के पास कुशल क्षेम से चले जाओ।”
1359  GEN 44:34  क्योंकि लड़के के बिना संग रहे मैं कैसे अपने पिता के पास जा सकूँगा; सा न हो कि मेरे पिता पर जो दुःख पड़ेगा वह मुझे देखना पड़े।”
1365  GEN 45:6  क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है; और अब पाँच वर्ष और से ही होंगे कि उनमें न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा। (प्रेरि. 7:15)
1370  GEN 45:11  और अकाल के जो पाँच वर्ष और होंगे, उनमें मैं वहीं तेरा पालन-पोषण करूँगा; सा न हो कि तू, और तेरा घराना, वरन् जितने तेरे हैं, वे भूखे मरें।' (प्रेरि. 7:14)
1421  GEN 46:34  तब यह कहना, 'तेरे दास लड़कपन से लेकर आज तक पशुओं को पालते आए हैं, वरन् हमारे पुरखा भी सा ही करते थे।' इससे तुम गोशेन देश में रहने पाओगे; क्योंकि सब चरवाहों से मिस्री लोग घृणा करते हैं।”*
1424  GEN 47:3  फ़िरौन ने उसके भाइयों से पूछा, “तुम्हारा उद्यम क्या है?” उन्होंने फ़िरौन से कहा, “तेरे दास चरवाहे हैं, और हमारे पुरखा भी से ही रहे।”
1447  GEN 47:26  इस प्रकार यूसुफ ने मिस्र की भूमि के विषय में सा नियम ठहराया, जो आज के दिन तक चला आता है कि पंचमांश फ़िरौन को मिला करे; केवल याजकों ही की भूमि फ़िरौन की नहीं हुई।
1466  GEN 48:14  तब इस्राएल ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर एप्रैम के सिर पर जो छोटा था, और अपना बायाँ हाथ बढ़ाकर मनश्शे के सिर पर रख दिया; उसने तो जान-बूझकर सा किया; नहीं तो जेठा मनश्शे ही था।
1470  GEN 48:18  और यूसुफ ने अपने पिता से कहा, “हे पिता, सा नहीं; क्योंकि जेठा यही है; अपना दाहिना हाथ इसके सिर पर रख।”
1472  GEN 48:20  फिर उसने उसी दिन यह कहकर उनको आशीर्वाद दिया, “इस्राएली लोग तेरा नाम ले लेकर सा आशीर्वाद दिया करेंगे, 'परमेश्‍वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे,'” और उसने मनश्शे से पहले एप्रैम का नाम लिया।
1527  GEN 50:20  यद्यपि तुम लोगों ने मेरे लिये बुराई का विचार किया था; परन्तु परमेश्‍वर ने उसी बात में भलाई का विचार किया, जिससे वह सा करे, जैसा आज के दिन प्रगट है, कि बहुत से लोगों के प्राण बचे हैं।
1543  EXO 1:10  इसलिए आओ, हम उनके साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करें, कहीं सा न हो कि जब वे बहुत बढ़ जाएँ, और यदि युद्ध का समय आ पड़े, तो हमारे बैरियों से मिलकर हम से लड़ें और इस देश से निकल जाएँ।”
1551  EXO 1:18  तब मिस्र के राजा ने उनको बुलवाकर पूछा, “तुम जो लड़कों को जीवित छोड़ देती हो, तो सा क्यों करती हो?” (प्रेरि. 7:19)