2904 | LEV 7:24 | और जो पशु स्वयं मर जाए, और जो दूसरे पशु से फाड़ा जाए, उसकी *चर्बी और अन्य काम में लाना, परन्तु उसे किसी प्रकार से खाना नहीं। |
4267 | NUM 18:9 | जो *परमपवित्र वस्तुएँ आग में भस्म न की जाएँगी वे तेरी ही ठहरें, अर्थात् इस्राएलियों के सब चढ़ावों में से उनके सब अन्नबलि, सब पापबलि, और सब दोषबलि, जो वे मुझ को दें, वह तेरे और तेरे पुत्रों के लिये परमपवित्र ठहरें। |
4303 | NUM 19:13 | जो कोई किसी मनुष्य का शव छूकर पाप छुड़ाकर अपने को पावन न करे, वह यहोवा के निवास-स्थान का अशुद्ध करनेवाला ठहरेगा, और वह मनुष्य इस्राएल में से नाश किया जाए; क्योंकि अशुद्धता से *छुड़ानेवाला जल उस पर न छिड़का गया, इस कारण वह अशुद्ध ठहरेगा, उसकी अशुद्धता उसमें बनी रहेगी। |
4365 | NUM 21:24 | तब इस्राएलियों ने उसको तलवार से मार दिया, और अर्नोन से *यब्बोक नदी तक, जो अम्मोनियों की सीमा थी, उसके देश के अधिकारी हो गए; अम्मोनियों की सीमा तो दृढ़ थी। |
4759 | NUM 32:39 | और मनश्शे के पुत्र माकीर के वंशवालों ने *गिलाद देश में जाकर उसे ले लिया, और जो एमोरी उसमें रहते थे उनको निकाल दिया। |
4825 | NUM 34:7 | “तुम्हारी उत्तरी सीमा यह हो, अर्थात् तुम महासमुद्र से ले *होर पर्वत तक सीमा बाँधना; |
5590 | DEU 27:3 | और पार होने के बाद उन पर इस *व्यवस्था के सारे वचनों को लिखना, इसलिए कि जो देश तेरे पूर्वजों का परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुझे देता है, और जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं, उस देश में तू जाने पाए। |
5846 | DEU 34:5 | तब *यहोवा के कहने के अनुसार उसका दास मूसा वहीं मोआब देश में मर गया, |
6439 | JOS 22:11 | और इसका समाचार इस्राएलियों के सुनने में आया, कि रूबेनियों, गादियों, और मनश्शे के आधे गोत्रियों ने कनान देश के सामने यरदन की तराई में, अर्थात् उसके उस पार जो *इस्राएलियों का है, एक वेदी बनाई है। |
6830 | JDG 10:17 | तब अम्मोनियों ने इकट्ठे होकर गिलाद में अपने डेरे डाले; और इस्राएलियों ने भी इकट्ठे होकर *मिस्पा में अपने डेरे डाले। |
7292 | 1SA 3:14 | इस कारण मैंने *एली के घराने के विषय यह शपथ खाई, कि एली के घराने के अधर्म का प्रायश्चित* न तो मेलबलि से कभी होगा, और न अन्नबलि से।” |
8789 | 1KI 2:16 | इसलिए अब मैं तुझ से एक बात माँगता हूँ, *मुझ को मना न करना।” उसने कहा, “कहे जा।” |
9188 | 1KI 13:1 | तब यहोवा से वचन पाकर परमेश्वर का एक जन *यहूदा से बेतेल को आया, और यारोबाम धूप जलाने के लिये वेदी के पास खड़ा था। |
9878 | 2KI 13:3 | इसलिए *यहोवा का क्रोध इस्राएलियों के विरुद्ध भड़क उठा, और उसने उनको अराम के राजा हजाएल, और उसके पुत्र बेन्हदद के अधीन कर दिया। |
10193 | 2KI 23:24 | फिर ओझे, भूतसिद्धिवाले, गृहदेवता, मूरतें और जितनी घिनौनी वस्तुएँ यहूदा देश और यरूशलेम में जहाँ कहीं दिखाई पड़ीं, उन सभी को योशिय्याह ने इस मनसा से नाश किया, *कि व्यवस्था की जो बातें उस पुस्तक में लिखी थीं जो हिल्किय्याह याजक को यहोवा के भवन में मिली थी, उनको वह पूरी करे। |
11751 | 2CH 26:14 | इनके लिये अर्थात् पूरी सेना के लिये उज्जियाह ने ढालें, भाले, टोप, झिलम, धनुष और गोफन के पत्थर *तैयार किए। |
12615 | NEH 11:23 | क्योंकि *उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था। |
12770 | EST 4:4 | *एस्तेर रानी की सहेलियों और खोजों ने जाकर उसको बता दिया, तब रानी शोक से भर गई; और मोर्दकै के पास वस्त्र भेजकर यह कहलाया कि टाट उतारकर इन्हें पहन ले, परन्तु उसने उन्हें न लिया। |
17036 | PRO 20:12 | सुनने के लिये कान और देखने के लिये जो *आँखें हैं, उन दोनों को यहोवा ने बनाया है। |
17455 | ECC 4:4 | तब मैंने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो *लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं। यह भी व्यर्थ और मन का कुढ़ना है। |
22802 | HAB 1:2 | हे यहोवा *मैं कब तक तेरी दुहाई देता रहूँगा, और तू न सुनेगा? मैं कब तक तेरे सम्मुख “उपद्रव”, “उपद्रव” चिल्लाता रहूँगा? क्या तू उद्धार नहीं करेगा? |
22814 | HAB 1:14 | तू क्यों मनुष्यों को समुद्र की मछलियों के समान और उन रेंगनेवाले जन्तुओं के समान बनाता है *जिन पर कोई शासन करनेवाला नहीं है। |
22820 | HAB 2:3 | क्योंकि *इस दर्शन की बात नियत समय में पूरी होनेवाली है, वरन् इसके पूरे होने का समय वेग से आता है; इसमें धोखा न होगा। चाहे इसमें विलम्ब भी हो, तो भी उसकी बाट जोहते रहना; क्योंकि वह निश्चय पूरी होगी और उसमें देर न होगी। |
22831 | HAB 2:14 | क्योंकि *पृथ्वी यहोवा की महिमा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसे समुद्र जल से भर जाता है। |
22835 | HAB 2:18 | *खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देखकर बनानेवाले ने उसे खोदा है? फिर झूठ सिखानेवाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देखकर ढालनेवाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलनेवाली और निकम्मी मूरत बनाए? |
22853 | HAB 3:16 | *यह सब सुनते ही मेरा कलेजा काँप उठा, मेरे होंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियाँ सड़ने लगीं, और मैं खड़े-खड़े काँपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूँगा जब दल बाँधकर प्रजा चढ़ाई करे।। |