Wildebeest analysis examples for:   hin-hin2017   “Word‍Word    February 11, 2023 at 18:44    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

105  GEN 4:25  और आदम अपनी पत्‍नी के पास फिर गया; और उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यह कहकर शेत रखा कि “परमेश्‍वर ने मेरे लिये हाबिल के बदले, जिसको कैन ने मारा था, एक और वंश प्रदान किया।” (उत्प. 5:3-4)
520  GEN 21:6  और सारा ने कहा, “परमेश्‍वर ने मुझे प्रफुल्लित किया है; इसलिए सब सुननेवाले भी मेरे साथ प्रफुल्लित होंगे।”
837  GEN 30:6  तब राहेल ने कहा, “परमेश्‍वर ने मेरा न्याय चुकाया और मेरी सुनकर मुझे एक पुत्र दिया।” इसलिए उसने उसका नाम दान रखा।
851  GEN 30:20  तब लिआ ने कहा, “परमेश्‍वर ने मुझे अच्छा दान दिया है; अब की बार मेरा पति मेरे संग बना रहेगा, क्योंकि मेरे उससे छः पुत्र उत्‍पन्‍न हो चुके हैं।” इसलिए उसने उसका नाम जबूलून रखा।
854  GEN 30:23  इसलिए वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्‍पन्‍न हुआ; तब उसने कहा, “परमेश्‍वर ने मेरी नामधराई को दूर कर दिया है।”
855  GEN 30:24  इसलिए उसने यह कहकर उसका नाम यूसुफ रखा, “परमेश्‍वर मुझे एक पुत्र और भी देगा।”
959  GEN 32:31  तब याकूब ने यह कहकर उस स्थान का नाम पनीएल* रखा; “परमेश्‍वर को आमने-सामने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है।”
1235  GEN 41:39  फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा, “परमेश्‍वर ने जो तुझे इतना ज्ञान दिया है, कि तेरे तुल्य कोई समझदार और बुद्धिमान् नहीं;
1281  GEN 42:28  तब उसने अपने भाइयों से कहा, “मेरा रुपया तो लौटा दिया गया है, देखो, वह मेरे बोरे में है,” तब उनके जी में जी न रहा, और वे एक दूसरे की और भय से ताकने लगे, और बोले, “परमेश्‍वर ने यह हम से क्या किया है?”
1467  GEN 48:15  फिर उसने यूसुफ को आशीर्वाद देकर कहा, “परमेश्‍वर जिसके सम्मुख मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक चलते थे वही परमेश्‍वर मेरे जन्म से लेकर आज के दिन तक मेरा चरवाहा बना है; (इब्रा. 11:21)
2142  EXO 22:27  “परमेश्‍वर को श्राप न देना, और न अपने लोगों के प्रधान को श्राप देना।
4259  NUM 18:1  फिर यहोवा ने हारून से कहा, “पवित्रस्‍थान के विरुद्ध अधर्म का भार* तुझ पर, और तेरे पुत्रों और तेरे पिता के घराने पर होगा; और तुम्हारे याजक कर्म के विरुद्ध अधर्म का भार तुझ पर और तेरे पुत्रों पर होगा।
6590  JDG 3:20  तब एहूद उसके पास गया; वह तो अपनी एक हवादार अटारी में अकेला बैठा था। एहूद ने कहा, “परमेश्‍वर की ओर से मुझे तुझ से एक बात कहनी है।” तब वह गद्दी पर से उठ खड़ा हुआ। (भज. 29:1, मीका. 6:9)
6892  JDG 13:6  उस स्त्री ने अपने पति के पास जाकर कहा, “परमेश्‍वर का एक जन मेरे पास आया था जिसका रूप परमेश्‍वर के दूत का सा अति भययोग्य था; और मैंने उससे न पूछा कि तू कहाँ का है? और न उसने मुझे अपना नाम बताया;
6913  JDG 14:2  तब उसने जाकर अपने माता पिता से कहा, “तिम्‍नाह में मैंने एक पलिश्ती स्त्री को देखा है, सो अब तुम उससे मेरा विवाह करा दो*।”
7000  JDG 18:5  उन्होंने उससे कहा, “परमेश्‍वर से सलाह ले, कि हम जान लें कि जो यात्रा हम करते हैं वह सफल होगी या नहीं।”
7528  1SA 14:18  तब शाऊल ने अहिय्याह से कहा, “परमेश्‍वर का सन्दूक इधर ला।” उस समय तो परमेश्‍वर का सन्दूक इस्राएलियों के साथ था।
7554  1SA 14:44  शाऊल ने कहा, “परमेश्‍वर ऐसा ही करे, वरन् इससे भी अधिक करे; हे योनातान, तू निश्चय मारा जाएगा।”
7820  1SA 23:7  तब शाऊल को यह समाचार मिला कि दाऊद कीला को गया है। और शाऊल ने कहा, “परमेश्‍वर ने उसे मेरे हाथ में कर दिया है; वह तो फाटक और बेंड़ेवाले नगर में घुसकर बन्द हो गया है।”
7916  1SA 26:8  तब अबीशै ने दाऊद से कहा, “परमेश्‍वर ने आज तेरे शत्रु को तेरे हाथ में कर दिया है; इसलिए अब मैं उसको एक बार ऐसा मारूँ कि भाला उसे बेधता हुआ भूमि में धँस जाए, और मुझ को उसे दूसरी बार मारना न पड़ेगा।”
8079  2SA 2:27  योआब ने कहा, “परमेश्‍वर के जीवन की शपथ, कि यदि तू न बोला होता, तो निःसन्देह लोग सवेरे ही चले जाते, और अपने-अपने भाई का पीछा न करते।”
8417  2SA 15:25  तब राजा ने सादोक से कहा, “परमेश्‍वर के सन्दूक को नगर में लौटा ले जा। यदि यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो, तो वह मुझे लौटाकर उसको और अपने वासस्थान को भी दिखाएगा;
9201  1KI 13:14  और परमेश्‍वर के जन के पीछे जाकर उसे एक बांज वृक्ष के तले बैठा हुआ पाया; और उससे पूछा, “परमेश्‍वर का जो जन यहूदा से आया था, क्या तू वही है?”
9213  1KI 13:26  यह सुनकर उस नबी ने जो उसको मार्ग पर से लौटा ले आया था, कहा, “परमेश्‍वर का वही जन होगा, जिस ने यहोवा के वचन के विरुद्ध किया था, इस कारण यहोवा ने उसको सिंह के पंजे में पड़ने दिया; और यहोवा के उस वचन के अनुसार जो उसने उससे कहा था, सिंह ने उसे फाड़कर मार डाला होगा।”
9738  2KI 8:7  एलीशा दमिश्क को गया। और जब अराम के राजा बेन्हदद को जो रोगी था यह समाचार मिला, “परमेश्‍वर का भक्त* यहाँ भी आया है,”
10790  1CH 14:11  इसलिए जब वे बालपरासीम को आए, तब दाऊद ने उनको वहीं मार लिया; तब दाऊद ने कहा, “परमेश्‍वर मेरे द्वारा मेरे शत्रुओं पर जल की धारा के समान टूट पड़ा है। इस कारण उस स्थान का नाम बालपरासीम रखा गया।
11702  2CH 24:20  तब परमेश्‍वर का आत्मा यहोयादा याजक के पुत्र जकर्याह में समा गया, और वह ऊँचे स्थान पर खड़ा होकर लोगों से कहने लगा*, “परमेश्‍वर यह कहता है, कि तुम यहोवा की आज्ञाओं को क्यों टालते हो? ऐसा करके तुम्हारा भला नहीं हो सकता। देखो, तुमने तो यहोवा को त्याग दिया है, इस कारण उसने भी तुमको त्याग दिया।”
12686  NEH 13:11  तब मैंने हाकिमों को डाँटकर कहा, “परमेश्‍वर का भवन क्यों त्यागा गया है?” फिर मैंने उनको इकट्ठा करके*, एक-एक को उसके स्थान पर नियुक्त किया।
12889  JOB 1:16  वह अभी यह कह ही रहा था कि दूसरा भी आकर कहने लगा, “परमेश्‍वर की आग आकाश से गिरी और उससे भेड़-बकरियाँ और सेवक जलकर भस्म हो गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।”
13068  JOB 9:13  “परमेश्‍वर अपना क्रोध ठण्डा नहीं करता। रहब के सहायकों को उसके पाँव तले झुकना पड़ता है।
13145  JOB 12:13  “परमेश्‍वर में पूरी बुद्धि और पराक्रम पाए जाते हैं; युक्ति और समझ उसी में हैं।
13414  JOB 22:21  “परमेश्‍वर से मेलमिलाप कर* तब तुझे शान्ति मिलेगी; और इससे तेरी भलाई होगी।
14063  PSA 10:11  वह अपने मन में सोचता है, “परमेश्‍वर भूल गया, वह अपना मुँह छिपाता है; वह कभी नहीं देखेगा।”
15030  PSA 70:5  जितने तुझे ढूँढ़ते हैं, वे सब तेरे कारण हर्षित और आनन्दित हों! और जो तेरा उद्धार चाहते हैं, वे निरन्तर कहते रहें, “परमेश्‍वर की बड़ाई हो!”
15086  PSA 73:11  फिर वे कहते हैं, “परमेश्‍वर कैसे जानता है? क्या परमप्रधान को कुछ ज्ञान है?”
17446  ECC 3:17  मैंने मन में कहा, “परमेश्‍वर धर्मी और दुष्ट दोनों का न्याय करेगा,” क्योंकि उसके यहाँ एक-एक विषय और एक-एक काम का समय है।
17972  ISA 12:2  “परमेश्‍वर मेरा उद्धार है, मैं भरोसा रखूँगा और न थरथराऊँगा; क्योंकि प्रभु यहोवा मेरा बल और मेरे भजन का विषय है, और वह मेरा उद्धारकर्ता हो गया है।” (भज. 118:14, निर्ग: 15:2)
21160  EZK 25:8  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : मोआब और सेईर जो कहते हैं, देखो, यहूदा का घराना और सब जातियों के समान हो गया है।
21164  EZK 25:12  “परमेश्‍वर यहोवा यह भी कहता है : एदोम ने जो यहूदा के घराने से पलटा लिया, और उनसे बदला लेकर बड़ा दोषी हो गया है,
21167  EZK 25:15  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : क्योंकि पलिश्ती लोगों ने पलटा लिया, वरन् अपनी युग-युग की शत्रुता के कारण अपने मन के अभिमान से बदला लिया* कि नाश करें,
21184  EZK 26:15  “परमेश्‍वर यहोवा सोर से यह कहता है, तेरे गिरने के शब्द से जब घायल लोग कराहेंगे और तुझमें घात ही घात होगा, तब क्या टापू न काँप उठेंगे?
21251  EZK 28:25  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, जब मैं इस्राएल के घराने को उन सब लोगों में से इकट्ठा करूँगा, जिनके बीच वे तितर-बितर हुए हैं, और देश-देश के लोगों के सामने उनके द्वारा पवित्र ठहरूँगा, तब वे उस देश में वास करेंगे जो मैंने अपने दास याकूब को दिया था।
21265  EZK 29:13  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : चालीस वर्ष के बीतने पर मैं मिस्रियों को उन जातियों के बीच से इकट्ठा करूँगा, जिनमें वे तितर-बितर हुए;
21283  EZK 30:10  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : मैं बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ से मिस्र की भीड़-भाड़ को नाश करा दूँगा।
21286  EZK 30:13  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, मैं नोप में से मूरतों को नाश करूँगा और उसमें की मूरतों को रहने न दूँगा; फिर कोई प्रधान मिस्र देश में न उठेगा; और मैं मिस्र देश में भय उपजाऊँगा।
21314  EZK 31:15  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : जिस दिन वह अधोलोक में उतर गया, उस दिन मैंने विलाप कराया और गहरे समुद्र को ढाँप दिया, और नदियों का बहुत जल रुक गया; और उसके कारण मैंने लबानोन पर उदासी छा दी, और मैदान के सब वृक्ष मूर्छित हुए।
21461  EZK 36:33  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, जब मैं तुमको तुम्हारे सब अधर्म के कामों से शुद्ध करूँगा, तब तुम्हारे नगरों को बसाऊँगा; और तुम्हारे खण्डहर फिर बनाए जाएँगे।
21465  EZK 36:37  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, इस्राएल के घराने में फिर मुझसे विनती की जाएगी कि मैं उनके लिये यह करूँ; अर्थात् मैं उनमें मनुष्यों की गिनती भेड़-बकरियों के समान बढ़ाऊँ।
21504  EZK 38:10  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, उस दिन तेरे मन में ऐसी-ऐसी बातें आएँगी कि तू एक बुरी युक्ति भी निकालेगा;
21511  EZK 38:17  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है, क्या तू वही नहीं जिसकी चर्चा मैंने प्राचीनकाल में अपने दासों के, अर्थात् इस्राएल के उन भविष्यद्वक्ताओं द्वारा की थी, जो उन दिनों में वर्षों तक यह भविष्यद्वाणी करते गए, कि यहोवा गोग से इस्राएलियों पर चढ़ाई कराएगा?
21708  EZK 45:9  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : हे इस्राएल के प्रधानों! बस करो, उपद्रव और उत्पात को दूर करो, और न्याय और धर्म के काम किया करो; मेरी प्रजा के लोगों को निकाल देना छोड़ दो, परमेश्‍वर यहोवा की यही वाणी है।
21717  EZK 45:18  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : पहले महीने के पहले दिन को तू एक निर्दोष बछड़ा लेकर पवित्रस्‍थान को पवित्र करना।
21725  EZK 46:1  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : भीतरी आँगन का पूर्वमुखी फाटक काम-काज के छः दिन बन्द रहे, परन्तु विश्रामदिन को खुला रहे। और नये चाँद के दिन भी खुला रहे।
21740  EZK 46:16  “परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है : यदि प्रधान अपने किसी पुत्र को कुछ दे, तो वह उसका भाग होकर उसके पोतों को भी मिले; भाग के नियम के अनुसार वह उनका भी निज धन ठहरे।
21847  DAN 2:20  “परमेश्‍वर का नाम युगानुयुग धन्य है; क्योंकि बुद्धि और पराक्रम उसी के हैं।
23728  MAT 15:26  उसने उत्तर दिया, “बच्‍चों की* रोटी लेकर कुत्तों के आगे डालना अच्छा नहीं।”
24418  MRK 4:26  फिर उसने कहा, “परमेश्‍वर का राज्य ऐसा है, जैसे कोई मनुष्य भूमि पर बीज छींटे,
24731  MRK 11:22  यीशु ने उसको उत्तर दिया, “परमेश्‍वर पर विश्वास रखो।
25066  LUK 2:24  और प्रभु की व्यवस्था के वचन के अनुसार, “पण्‍डुकों का एक जोड़ा, या कबूतर के दो बच्चे लाकर बलिदान करें।” (लैव्य. 12:8)
25390  LUK 9:20  उसने उनसे पूछा, “परन्तु तुम मुझे क्या कहते हो?” पतरस ने उत्तर दिया, “परमेश्‍वर का मसीह*।”
25605  LUK 13:18  फिर उसने कहा, “परमेश्‍वर का राज्य किसके समान है? और मैं उसकी उपमा किससे दूँ?
25740  LUK 17:20  जब फरीसियों ने उससे पूछा, कि परमेश्‍वर का राज्य कब आएगा? तो उसने उनको उत्तर दिया, “परमेश्‍वर का राज्य प्रगट रूप में नहीं आता।
25864  LUK 20:16  वह आकर उन किसानों को नाश करेगा, और दाख की बारी दूसरों को सौंपेगा।” यह सुनकर उन्होंने कहा, “परमेश्‍वर ऐसा न करे।”
26354  JHN 6:28  उन्होंने उससे कहा, “परमेश्‍वर के कार्य करने के लिये हम क्या करें?”
26355  JHN 6:29  यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “परमेश्‍वर का कार्य यह है, कि तुम उस पर, जिसे उसने भेजा है, विश्वास करो।”
26533  JHN 9:24  तब उन्होंने उस मनुष्य को जो अंधा था दूसरी बार बुलाकर उससे कहा, “परमेश्‍वर की स्तुति कर; हम तो जानते हैं कि वह मनुष्य पापी है।”
27920  ACT 26:29  पौलुस ने कहा, “परमेश्‍वर से मेरी प्रार्थना यह है कि क्या थोड़े में, क्या बहुत में, केवल तू ही नहीं, परन्तु जितने लोग आज मेरी सुनते हैं, मेरे इन बन्धनों को छोड़ वे मेरे समान हो जाएँ।”
28285  ROM 11:8  जैसा लिखा है, “परमेश्‍वर ने उन्हें आज के दिन तक* मंदता की आत्मा दे रखी है और ऐसी आँखें दी जो न देखें और ऐसे कान जो न सुनें।” (व्य. 29:4, यशा. 6:9-10, यशा. 29:10, यहे. 12:2)
28813  1CO 15:27  क्योंकि “परमेश्‍वर ने सब कुछ उसके पाँवों तले कर दिया है,” परन्तु जब वह कहता है कि सब कुछ उसके अधीन कर दिया गया है तो स्पष्ट है, कि जिस ने सब कुछ मसीह के अधीन कर दिया, वह आप अलग रहा। (भज. 8:6)
30036  HEB 1:6  और जब पहलौठे को जगत में फिर लाता है, तो कहता है, “परमेश्‍वर के सब स्वर्गदूत उसे दण्डवत् करें।” (व्य. 32:43, 1 पत. 3:22)
30085  HEB 4:4  क्योंकि सातवें दिन के विषय में उसने कहीं ऐसा कहा है, “परमेश्‍वर ने सातवें दिन अपने सब कामों को निपटा करके विश्राम किया।”
30410  JAS 4:6  वह तो और भी अनुग्रह देता है; इस कारण यह लिखा है, “परमेश्‍वर अभिमानियों से विरोध करता है, पर नम्रों पर अनुग्रह करता है।”
30537  1PE 5:5  हे नवयुवकों, तुम भी वृद्ध पुरुषों के अधीन रहो, वरन् तुम सब के सब एक दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बाँधे रहो, क्योंकि “परमेश्‍वर अभिमानियों का विरोध करता है, परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है।”
30803  REV 2:18  “थुआतीरा की कलीसिया के स्वर्गदूत को यह लिख: “परमेश्‍वर का पुत्र जिसकी आँखें आग की ज्वाला के समान, और जिसके पाँव उत्तम पीतल के समान हैं, वह यह कहता है: (दानि. 10:6)
31002  REV 14:7  और उसने बड़े शब्द से कहा, “परमेश्‍वर से डरो, और उसकी महिमा करो, क्योंकि उसके न्याय करने का समय आ पहुँचा है; और उसकी आराधना करो, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जल के सोते बनाए।” (नहे. 9:6, प्रका. 4:11)