Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ँ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

2  GEN 1:2  और ज़मीन वीरान और सुनसान थी और गहराओ के ऊपरधेरा था: और ख़ुदा की रूह पानी की सतह पर जुम्बिश करती थी।
4  GEN 1:4  और ख़ुदा ने देखा कि रोशनी अच्छी है, और ख़ुदा ने रोशनी कोधेरे से जुदा किया।
5  GEN 1:5  और ख़ुदा ने रोशनी को तो दिन कहा औरधेरे को रात। और शाम हुई और सुबह हुई तब पहला दिन हुआ।
22  GEN 1:22  और ख़ुदा ने उनको यह कह कर बरकत दी कि फलो और बढ़ो और इन समुन्दरों के पानी को भर दो, और परिन्दे ज़मीन पर बहुत बढ़ जाए
23  GEN 1:23  और शाम हुई और सुबह हुई — तब पाचवा दिन हुआ।
26  GEN 1:26  फिर ख़ुदा ने कहा कि हम इंसान को अपनी सूरत पर अपनी शबीह की तरह बनाए और वह समुन्दर की मछलियों और आसमान के परिन्दों और चौपायों, और तमाम ज़मीन और सब जानदारों पर जो ज़मीन पर रेंगते हैं इख़्तियार रख्खें।
29  GEN 1:29  और ख़ुदा ने कहा कि देखो, मैं तमाम रू — ए — ज़मीन की कुल बीजदार सब्ज़ी और हर दरख़्त जिसमें उसका बीजदार फल हो, तुम को देता हू; यह तुम्हारे खाने को हों।
30  GEN 1:30  और ज़मीन के कुल जानवरों के लिए, और हवा के कुल परिन्दों के लिए और उन सब के लिए जो ज़मीन पर रेंगने वाले हैं जिनमें ज़िन्दगी का दम है, कुल हरी बूटिया खाने को देता हू, और ऐसा ही हुआ।
34  GEN 2:3  और ख़ुदा ने सातवें दिन को बरकत दी, और उसे मुक़द्दस ठहराया; क्यूकि उसमें ख़ुदा सारी कायनात से जिसे उसने पैदा किया और बनाया फ़ारिग़ हुआ।
36  GEN 2:5  और ज़मीन पर अब तक खेत का कोई पौधा न था और न मैदान की कोई सब्ज़ी अब तक उगी थी, क्यूकि ख़ुदावन्द ख़ुदा ने ज़मीन पर पानी नहीं बरसाया था, और न ज़मीन जोतने को कोई इंसान था।
39  GEN 2:8  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने मशरिक़ की तरफ़ अदन में एक बाग़ लगाया और इंसान को जिसे उसने बनाया था वहा रख्खा।
41  GEN 2:10  और अदन से एक दरिया बाग़ के सेराब करने को निकला और वहा से चार नदियों में तक़सीम हुआ।
42  GEN 2:11  पहली का नाम फ़ैसून है जो हवीला की सारी ज़मीन को जहा सोना होता है घेरे हुए है।
43  GEN 2:12  और इस ज़मीन का सोना चोखा है। और वहा मोती और संग-ए-सुलेमानी भी हैं।
48  GEN 2:17  लेकिन भले और बुरे की पहचान के दरख़्त का कभी न खाना क्यूकि जिस रोज़ तूने उसमें से खायेगा तू मर जायेगा।
49  GEN 2:18  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा कि आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं मैं उसके लिए एक मददगार उसकी तरह बनाऊगा।
54  GEN 2:23  और आदम ने कहा कि यह तो अब मेरी हड्डियों में से हड्डी, और मेरे गोश्त में से गोश्त है; इसलिए वह 'औरत कहलाएगी क्यूकि वह मर्द से निकाली गई।
55  GEN 2:24  इसलिए आदमी अपने मा बाप को छोड़ेगा और अपनी बीवी से मिला रहेगा और वह एक तन होंगे।
57  GEN 3:1  और सासब जंगली जानवरों से, जिनको ख़ुदावन्द ख़ुदा ने बनाया था चालाक था, और उसने 'औरत से कहा क्या वाक़'ई ख़ुदा ने कहा है, कि बाग़ के किसी दरख़्त का फल तुम न खाना?
58  GEN 3:2  'औरत ने सासे कहा कि बाग़ के दरख़्तों का फल तो हम खाते हैं।
60  GEN 3:4  तब साने 'औरत से कहा कि तुम हरगिज़ न मरोगे!
61  GEN 3:5  बल्कि ख़ुदा जानता है कि जिस दिन तुम उसे खाओगे, तुम्हारीखें खुल जाएगी, और तुम ख़ुदा की तरह भले और बुरे के जानने वाले बन जाओगे।
62  GEN 3:6  'औरत ने जो देखा कि वह दरख़्त खाने के लिए अच्छा औरखों को ख़ुशनुमा मा'लूम होता है और अक्ल बख़्शने के लिए ख़ूब है तो उसके फल में से लिया और खाया और अपने शौहर को भी दिया और उसने खाया।
63  GEN 3:7  तब दोनों कीखें खुल गई और उनको मा'लूम हुआ कि वह नंगे हैं और उन्होंने अंजीर के पत्तों को सी कर अपने लिए लूंगिया बनाई।
65  GEN 3:9  तब ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को पुकारा और उससे कहा कि तू कहा है?
66  GEN 3:10  उसने कहा, मैंने बाग़ में तेरी आवाज़ सुनी और मैं डरा क्यूकि मैं नंगा था और मैंने अपने आप को छिपाया।
69  GEN 3:13  तब ख़ुदावन्द ख़ुदा ने, 'औरत से कहा कि तूने यह क्या किया? 'औरत ने कहा कि साने मुझ को बहकाया तो मैंने खाया।
70  GEN 3:14  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने सासे कहा, इसलिए कि तूने यह किया तू सब चौपायों और जंगली जानवरों में ला'नती ठहरा; तू अपने पेट के बल चलेगा, और अपनी उम्र भर खाक चाटेगा।
71  GEN 3:15  और मैं तेरे और 'औरत के बीच और तेरी नसल और औरत की नसल के बीच 'अदावत डालूगा वह तेरे सिर को कुचलेगा और तू उसकी एड़ी पर काटेगा।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — ए — हम्ल को बहुत बढ़ाऊगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
73  GEN 3:17  और आदम से उसने कहा चूकि तूने अपनी बीवी की बात मानी और उस दरख़्त का फल खाया जिस के बारे मैंने तुझे हुक्म दिया था कि उसे न खाना इसलिए ज़मीन तेरी वजह से ला'नती हुई। मशक़्क़त के साथ तू अपनी उम्र भर उसकी पैदावार खाएगा
74  GEN 3:18  और वह तेरे लिए काटे औरटकटारे उगाएगी और तू खेत की सब्ज़ी खाएगा।
75  GEN 3:19  तू अपने मुके पसीने की रोटी खाएगा जब तक कि ज़मीन में तू फिर लौट न जाए इसलिए कि तू उससे निकाला गया है क्यूकि तू ख़ाक है और ख़ाक में फिर लौट जाएगा।
76  GEN 3:20  और आदम ने अपनी बीवी का नाम हव्वा रख्खा, इसलिए कि वह सब ज़िन्दों की मा है।
80  GEN 3:24  चुनाचे उसने आदम को निकाल दिया और बाग — ए — 'अदन के मशरिक़ की तरफ़ करूबियों को और चारों तरफ़ घूमने वाली शो'लाज़न तलवार को रख्खा, कि वह ज़िन्दगी के दरख़्त की राह की हिफ़ाज़त करें।
85  GEN 4:5  लेकिन क़ाइन को और उसके हदिये को क़ुबूल न किया। इसलिए क़ाइन बहुत ग़ुस्सा हुआ और उसका मुबिगड़ा।
86  GEN 4:6  और ख़ुदावन्द ने क़ाइन से कहा, तू क्यू ग़ुस्सा हुआ? और तेरा मुक्यू बिगड़ा हुआ है?
89  GEN 4:9  तब ख़ुदावन्द ने क़ाइन से कहा कि तेरा भाई हाबिल कहा है? उसने कहा, मुझे मा'लूम नहीं; क्या मैं अपने भाई का मुहाफ़िज़ हू?
91  GEN 4:11  और अब तू ज़मीन की तरफ़ से ला'नती हुआ, जिसने अपना मुपसारा कि तेरे हाथ से तेरे भाई का ख़ून ले।
94  GEN 4:14  देख, आज तूने मुझे रू — ए — ज़मीन से निकाल दिया है, और मैं तेरे सामने से ग़ायब हो जाऊगा; और ज़मीन पर खानाख़राब और आवारा रहूगा, और ऐसा होगा कि जो कोई मुझे पाएगा क़त्ल कर डालेगा।
106  GEN 4:26  और सेत के यहा भी एक बेटा पैदा हुआ, जिसका नाम उसने अनूस रख्खा; उस वक़्त से लोग यहोवा का नाम लेकर दुआ करने लगे।
109  GEN 5:3  और आदम एक सौ तीस साल का था जब उसकी सूरत — ओ — शबीह का एक बेटा उसके यहा पैदा हुआ; और उसने उसका नाम सेत रख्खा।
110  GEN 5:4  और सेत की पैदाइश के बाद आदम आठ सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
112  GEN 5:6  और सेत एक सौ पासाल का था जब उससे अनूस पैदा हुआ।
113  GEN 5:7  और अनूस की पैदाइश के बाद सेत आठ सौ सात साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
116  GEN 5:10  और क़ीनान की पैदाइश के बाद अनूस आठ सौ पन्द्रह साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
117  GEN 5:11  और अनूस की कुल उम्र नौ सौ पासाल की हुई, तब वह मरा।
119  GEN 5:13  और महललेल की पैदाइश के बाद क़ीनान आठ सौ चालीस साल ज़िन्दा रहाऔर उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
122  GEN 5:16  और यारिद की पैदाइश के बाद महललेल आठ सौ तीस साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
125  GEN 5:19  और हनूक की पैदाइश के बाद यारिद आठ सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
128  GEN 5:22  और मतूसिलह की पैदाइश के बाद हनूक तीन सौ साल तक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
130  GEN 5:24  और हनूक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और वह ग़ायब हो गया क्यूकि ख़ुदा ने उसे उठा लिया।
132  GEN 5:26  और लमक की पैदाइश के बाद मतूसिलह सात सौ बयासी साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
136  GEN 5:30  और नूह की पैदाइश के बाद लमक पासौ पंचानवे साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटिया पैदा हुई।
138  GEN 5:32  और नूह पासौ साल का था, जब उससे सिम, हाम और याफ़त, पैदा हुए।
139  GEN 6:1  जब रु — ए — ज़मीन पर आदमी बहुत बढ़ने लगे और उनके बेटिया पैदा हुई।
141  GEN 6:3  तब ख़ुदावन्द ने कहा कि मेरी रूह इंसान के साथ हमेशा मुज़ाहमत न करती रहेगी। क्यूकि वह भी तो इंसान है; तो भी उसकी उम्र एक सौ बीस साल की होगी।
145  GEN 6:7  और ख़ुदावन्द ने कहा कि मैं इंसान को जिसे मैंने पैदा किया, रू — ए — ज़मीन पर से मिटा डालूगा; इंसान से लेकर हैवान और रेंगनेवाले जानदार और हवा के परिन्दों तक; क्यूकि मैं उनके बनाने से दुखी हू
150  GEN 6:12  और ख़ुदा ने ज़मीन पर नज़र की और देखा, कि वह नापाक हो गई है; क्यूकि हर इंसान ने ज़मीन पर अपना तरीक़ा बिगाड़ लिया था।
151  GEN 6:13  और ख़ुदा ने नूह से कहा कि पूरे इंसान का ख़ातिमा मेरे सामने आ पहुचा है; क्यूकि उनकी वजह से ज़मीन जुल्म से भर गई, इसलिए देख, मैं ज़मीन के साथ उनको हलाक करूगा।
152  GEN 6:14  तू गोफर की लकड़ी की एक कश्ती अपने लिए बना; उस कश्ती में कोठरिया तैयार करना और उसके अन्दर और बाहर राल लगाना।
153  GEN 6:15  और ऐसा करना कि कश्ती की लम्बाई तीन सौ हाथ, उसकी चौड़ाई पचास हाथ और उसकीचाई तीस हाथ हो।
155  GEN 6:17  और देख, मैं ख़ुद ज़मीन पर पानी का तूफ़ान लानेवाला हू, ताकि हर इंसान को जिसमें जिन्दगी की साहै, दुनिया से हलाक कर डालू, और सब जो ज़मीन पर हैं मर जाएगे।
156  GEN 6:18  लेकिन तेरे साथ मैं अपना 'अहद क़ाईम करूगा; और तू कश्ती में जाना — तू और तेरे साथ तेरे बेटे और तेरी बीवी और तेरे बेटों की बीविया
158  GEN 6:20  और परिन्दों की हर क़िस्म में से, और चरिन्दों की हर क़िस्म में से, और ज़मीन पर रेंगने वालों की हर क़िस्म में से दो दो तेरे पास आए, ताकि वह जीते बचें।
159  GEN 6:21  और तू हर तरह की खाने की चीज़ लेकर अपने पास जमा' कर लेना, क्यूकि यही तेरे और उनके खाने को होगा।
161  GEN 7:1  और ख़ुदावन्द ने नूह से कहा कि तू अपने पूरे ख़ान्दान के साथ कश्ती में आ; क्यूकि मैंने तुझी को अपने सामने इस ज़माना में रास्तबाज़ देखा है।
164  GEN 7:4  क्यूकि सात दिन के बाद मैं ज़मीन पर चालीस दिन और चालीस रात पानी बरसाऊंगा, और हर जानदार शय को जिसे मैंने बनाया ज़मीन पर से मिटा डालूगा।
167  GEN 7:7  तब नूह और उसके बेटे और उसकी बीवी, और उसके बेटों की बीविया, उसके साथ तूफ़ान के पानी से बचने के लिए कश्ती में गए।
171  GEN 7:11  नूह की उम्र का छ: सौवां साल था, कि उसके दूसरे महीने के ठीक सत्रहवीं तारीख़ को बड़े समुन्दर के सब सोते फूट निकले और आसमान की खिड़किया खुल गई।
179  GEN 7:19  और पानी ज़मीन पर बहुत ही ज़्यादा चढ़ा और सबचे पहाड़ जो दुनिया में हैं छिप गए।
189  GEN 8:5  और पानी दसवें महीने तक बराबर घटता रहा, और दसवें महीने की पहली तारीख़ को पहाड़ों की चोटिया नज़र आई।
193  GEN 8:9  लेकिन कबूतरी ने पंजा टेकने की जगह न पाई और उसके पास कश्ती को लौट आई, क्यूकि तमाम रू — ए — ज़मीन पर पानी था। तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे ले लिया और अपने पास कश्ती में रख्खा।
200  GEN 8:16  कश्ती से बाहर निकल आ; तू और तेरे साथ तेरी बीवी और तेरे बेटे और तेरे बेटों की बीविया
201  GEN 8:17  और उन जानदारों को भी बाहर निकाल ला जो तेरे साथ हैं: क्या परिन्दे, क्या चौपाये, क्या ज़मीन के रेंगनेवाले जानदार; ताकि वह ज़मीन पर कसरत से बच्चे दें और फल दायक हों और ज़मीन पर बढ़ जाए
204  GEN 8:20  तब नूह ने ख़ुदावन्द के लिए एक मज़बह बनाया; और सब पाक चौपायों और पाक परिन्दों में से थोड़े से लेकर उस मज़बह पर सोख़्तनी क़ुर्बानिया पेश कीं।
205  GEN 8:21  और ख़ुदावन्द ने उसकी राहत अंगेज़ ख़ुशबू ली, और ख़ुदावन्द ने अपने दिल में कहा कि इंसान की वजह से मैं फिर कभी ज़मीन पर ला'नत नहीं भेजूगा, क्यूकि इंसान के दिल का ख़्याल लड़कपन से बुरा है; और न फिर सब जानदारों को जैसा अब किया है, मारूगा।
208  GEN 9:2  और ज़मीन के सब जानदारों और हवा के सब परिन्दों पर तुम्हारी दहशत और तुम्हारा रौब होगा; यह और तमाम कीड़े जिन से ज़मीन भरी पड़ी है, और समुन्दर की कुल मछलिया तुम्हारे क़ब्ज़े में की गई।
211  GEN 9:5  मैं तुम्हारे खू़न का बदला ज़रूर लुगा, हर जानवर से उसका बदला लूगा; आदमी की जान का बदला आदमी से और उसके भाई बन्द से लुगा।