Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ऊ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

2  GEN 1:2  और ज़मीन वीरान और सुनसान थी और गहराओ के पर अँधेरा था: और ख़ुदा की रूह पानी की सतह पर जुम्बिश करती थी।
7  GEN 1:7  फिर ख़ुदा ने फ़ज़ा को बनाया और फ़ज़ा के नीचे के पानी को फ़ज़ा के पर के पानी से जुदा किया; और ऐसा ही हुआ।
20  GEN 1:20  और ख़ुदा ने कहा कि पानी जानदारों को कसरत से पैदा करे, और परिन्दे ज़मीन के पर फ़ज़ा में उड़ें।
49  GEN 2:18  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा कि आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं मैं उसके लिए एक मददगार उसकी तरह बनाँगा।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — ए — हम्ल को बहुत बढ़ाँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
74  GEN 3:18  और वह तेरे लिए काँटे और ँटकटारे उगाएगी और तू खेत की सब्ज़ी खाएगा।
94  GEN 4:14  देख, आज तूने मुझे रू — ए — ज़मीन से निकाल दिया है, और मैं तेरे सामने से ग़ायब हो जाँगा; और ज़मीन पर खानाख़राब और आवारा रहूँगा, और ऐसा होगा कि जो कोई मुझे पाएगा क़त्ल कर डालेगा।
153  GEN 6:15  और ऐसा करना कि कश्ती की लम्बाई तीन सौ हाथ, उसकी चौड़ाई पचास हाथ और उसकी ँचाई तीस हाथ हो।
154  GEN 6:16  और उस कश्ती में एक रौशनदान बनाना, और पर से हाथ भर छोड़ कर उसे ख़त्म कर देना; और उस कश्ती का दरवाज़ा उसके पहलू में रखना; और उसमें तीन हिस्से बनाना निचला, दूसरा और तीसरा।
164  GEN 7:4  क्यूँकि सात दिन के बाद मैं ज़मीन पर चालीस दिन और चालीस रात पानी बरसांगा, और हर जानदार शय को जिसे मैंने बनाया ज़मीन पर से मिटा डालूँगा।
177  GEN 7:17  और चालीस दिन तक ज़मीन पर तूफ़ान रहा, और पानी बढ़ा और उसने कश्ती को पर उठा दिया; तब कश्ती ज़मीन पर से उठ गई।
178  GEN 7:18  और पानी ज़मीन पर चढ़ता ही गया और बहुत बढ़ा और कश्ती पानी के पर तैरती रही।
179  GEN 7:19  और पानी ज़मीन पर बहुत ही ज़्यादा चढ़ा और सब ँचे पहाड़ जो दुनिया में हैं छिप गए।
180  GEN 7:20  पानी उनसे पंद्रह हाथ और पर चढ़ा और पहाड़ डूब गए।
220  GEN 9:14  और ऐसा होगा कि जब मैं ज़मीन पर बादल लाँगा, तो मेरी कमान बादल में दिखाई देगी।
231  GEN 9:25  और उसने कहा कि कनान मल'हो, वह अपने भाइयों के गु़लामों का ग़ुलाम होगा
258  GEN 10:23  और बनी आराम यह हैं; ज़ और हूल और जतर और मस।
262  GEN 10:27  और हदूराम और ज़ाल और दिक़ला।
263  GEN 10:28  और बल और अबीमाएल और सिबा।
285  GEN 11:18  फ़लज तीस साल का था, जब उससे र' पैदा हुआ;
286  GEN 11:19  और र' की पैदाइश के बाद फ़लज दो सौ नौ साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
287  GEN 11:20  और र' बत्तीस साल का था, जब उससे सरूज पैदा हुआ;
288  GEN 11:21  और सरूज की पैदाइश के बाद र' दो सौ सात साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
295  GEN 11:28  और हारान अपने बाप तारह के आगे अपनी पैदाइशी जगह यानी कसदियों के में मरा।
298  GEN 11:31  और तारह ने अपने बेटे इब्रहाम को और अपने पोते लूत को, जो हारान का बेटा था, और अपनी बहू सारय को जो उसके बेटे इब्रहाम की बीवी थी, साथ लिया और वह सब कसदियों के से रवाना हुए की कनान के मुल्क में जाएँ; और वह हारान तक आए और वहीं रहने लगे।
300  GEN 12:1  ख़ुदावन्द ने इब्रहाम से कहा, कि तू अपने वतन और अपने नातेदारों के बीच से और अपने बाप के घर से निकल कर उस मुल्क में जा जो मैं तुझे दिखाँगा।
301  GEN 12:2  और मैं तुझे एक बड़ी क़ौम बनाँगा और बरकत दूँगा और तेरा नाम सरफ़राज़ करूँगा; इसलिए तू बरकत का ज़रिया' हो।
315  GEN 12:16  और उसने उसकी ख़ातिर इब्रहाम पर एहसान किया; और भेड़ बकरियाँ और गाय, बैल और गधे और ग़ुलाम और लौंडियाँ और गधियाँ और ँट उसके पास हो गए।
328  GEN 13:9  क्या यह सारा मुल्क तेरे सामने नहीं? इसलिए तू मुझ से अलग हो जा: अगर तू बाएँ जाए तो मैं दहने जाँगा, और अगर तू दहने जाए तो मैं बाएँ जाँगा।
335  GEN 13:16  और मैं तेरी नसल को ख़ाक के ज़र्रों की तरह बनाँगा, ऐसा कि अगर कोई शख़्स ख़ाक के ज़र्रों को गिन सके तो तेरी नसल भी गिन ली जाएगी।
368  GEN 15:7  और उसने उससे कहा कि मैं ख़ुदावन्द हूँ जो तुझे कसदियों के से निकाल लाया, कि तुझ को यह मुल्क मीरास में दूँ।
392  GEN 16:10  और ख़ुदावन्द के फ़रिश्ता ने उससे कहा, कि मै तेरी औलाद को बहुत बढ़ाँगा यहाँ तक कि कसरत की वजह से उसका शुमार न हो सकेगा।
400  GEN 17:2  और मैं अपने और तेरे बीच 'अहद बाँधूंगा और तुझे बहुत ज़्यादा बढ़ाँगा।
418  GEN 17:20  और इस्मा'ईल के हक़ में भी मैंने तेरी दुआ सुनी; देख मैं उसे बरकत दूँगा और उसे कामयाब करूँगा और उसे बहुत बढ़ाँगा; और उससे बारह सरदार पैदा होंगे और मैं उसे बड़ी क़ौम बनाँगा।
420  GEN 17:22  और जब ख़ुदा अब्रहाम से बातें कर चुका तो उसके पास से पर चला गया।
435  GEN 18:10  तब उसने कहा, “मैं फिर मौसम — ए — बहार में तेरे पासँगा, और देख तेरी बीवी सारा के बेटा होगा।” उसके पीछे डेरे का दरवाज़ा था, सारा वहाँ से सुन रही थी।
439  GEN 18:14  क्या ख़ुदावन्द के नज़दीक कोई बात मुश्किल है? मौसम — ए — बहार में मुक़र्रर वक़्त पर मैं तेरे पास फिरँगा और सारा के बेटा होगा।
466  GEN 19:8  देखो! मेरी दो बेटियाँ हैं जो आदमी से वाकिफ़ नहीं; मर्ज़ी हो तो मैं उनको तुम्हारे पास लेऔर जो तुम को भला मा'लूम हो उनसे करो, मगर इन आदमियों से कुछ न कहना क्यूँकि वह इसलिए मेरी पनाह में आए हैं।
477  GEN 19:19  देख, तूने अपने ख़ादिम पर करम की नज़र की है और ऐसा बड़ा फ़ज़ल किया कि मेरी जान बचाई; मैं पहाड़ तक जा नहीं सकता, कहीं ऐसा न हो कि मुझ पर मुसीबत आ पड़े और मैं मर जाँ।
478  GEN 19:20  देख, यह शहर ऐसा नज़दीक है कि वहाँ भाग सकता हूँ और यह छोटा भी है। इजाज़त हो तो मैं वहाँ चला जाँ, वह छोटा सा भी है और मेरी जान बच जाएगी।
532  GEN 21:18  उठ, और लड़के को उठा और उसे अपने हाथ से संभाल; क्यूँकि मैं उसको एक बड़ी क़ौम बनाँगा।”
538  GEN 21:24  तब अब्रहाम ने कहा, “मैं क़सम खाँगा।”
547  GEN 21:33  तब अब्रहाम ने बैरसबा' में झा का एक दरख़्त लगाया और वहाँ उसने ख़ुदावन्द से जो अबदी ख़ुदा है दुआ की।
550  GEN 22:2  तब उसने कहा कि तू अपने बेटे इस्हाक़ को जो तेरा इकलौता है और जिसे तू प्यार करता है, साथ लेकर मोरियाह के मुल्क में जा और वहाँ उसे पहाड़ों में से एक पहाड़ पर जो मैं तुझे बताँगा, सोख़्तनी क़ुर्बानी के तौर पर चढ़ा।
557  GEN 22:9  और उस जगह पहुँचे जो ख़ुदा ने बताई थी; वहाँ अब्रहाम ने क़ुर्बान गाह बनाई और उस पर लकड़ियाँ चुनीं और अपने बेटे इस्हाक़ को बाँधा और उसे क़ुर्बानगाह पर लकड़ियों के पर रख्खा।
569  GEN 22:21  या'नी ज़ जो उसका पहलौठा है, और उसका भाई बूज़ और क्रमूएल, अराम का बाप,
597  GEN 24:5  उस नौकर ने उससे कहा, “शायद वह 'औरत इस मुल्क में मेरे साथ आना न चाहे; तो क्या मैं तेरे बेटे को उस मुल्क में जहाँ से तू आया फिर ले जाँ?”
602  GEN 24:10  तब वह नौकर अपने आक़ा के ँटों में से दस ँट लेकर रवाना हुआ, और उसके आक़ा की अच्छी अच्छी चीज़ें उसके पास थीं, और वह उठकर मसोपतामिया में नहूर के शहर को गया।
603  GEN 24:11  और शाम को जिस वक़्त 'औरतें पानी भरने आती है उस ने उस शहर के बाहर बावली के पास ँटों को बिठाया।
606  GEN 24:14  इसलिए ऐ ख़ुदावन्द ऐसा हो कि जिस लड़की से मैं कहूँ, कि तू ज़रा अपना घड़ा झुका दे तो मैं पानी पी लूँ और वह कहे, कि ले पी, और मैं तेरे ँटों को भी पिला दूँगी'; तो वह वही हो जिसे तूने अपने बन्दे इस्हाक़ के लिए ठहराया है; और इसी से मैं समझ लूँगा कि तूने मेरे आक़ा पर करम किया है।”
608  GEN 24:16  वह लड़की निहायत ख़ूबसूरत और कुंवारी, और मर्द से नवाक़िफ़ थी। वह नीचे पानी के चश्मा के पास गई और अपना घड़ा भर कर पर आई।
611  GEN 24:19  जब उसे पिला चुकी तो कहने लगी, कि मैं तेरे ँटों के लिए भी पानी भर — भर लाँगी, जब तक वह पी न चुकें।”
612  GEN 24:20  और फ़ौरन अपने घड़े को हौज़ में ख़ाली करके फिर बावली की तरफ़ पानी भरने दौड़ी गई, और उसके सब ँटों के लिए भरा।
614  GEN 24:22  और जब ँट पी चुके तो उस शख़्स ने आधे मिस्काल सोने की एक नथ, और दस मिस्काल सोने के दो कड़े उसके हाथों के लिए निकाले।
622  GEN 24:30  और ऐसा हुआ कि जब उसने वह नथ देखी, और वह कड़े भी जो उसकी बहन के हाथों में थे, और अपनी बहन रिब्क़ा का बयान भी सुन लिया कि उस शख़्स ने मुझ से ऐसी — ऐसी बातें कहीं, तो वह उस आदमी के पास आया और देखा कि वह चश्मा के नज़दीक ँटों के पास खड़ा है।
623  GEN 24:31  तब उससे कहा, “ऐ, तू जो ख़ुदावन्द की तरफ़ से मुबारक है। अन्दर चल, बाहर क्यूँ खड़ा है? मैंने घर को और ँटों के लिए भी जगह को तैयार कर लिया है।”
624  GEN 24:32  तब वह आदमी घर में आया, और उसने उसके ँटों को खोला और ँटों के लिए भूसा और चारा, और उसके और उसके साथ के आदमियों के पॉव धोने को पानी दिया।
625  GEN 24:33  और खाना उसके आगे रख्खा गया, लेकिन उसने कहा कि मैं जब तक अपना मतलब बयान न कर लूँ नहीं खाँगा। उसने कहा, अच्छा, कह।
627  GEN 24:35  और ख़ुदावन्द ने मेरे आक़ा को बड़ी बरकत दी है, और वह बहुत बड़ा आदमी हो गया है; और उसने उसे भेड़ — बकरियाँ, और गाय बैल और सोना चाँदी और लौंडिया और ग़ुलाम और ँट और गधे बख़्शे हैं।
636  GEN 24:44  और वह मुझे कहे कि तू भी पी और मैं तेरे ँटों के लिए भी भर दूँगी, तो वो वही 'औरत हो जिसे ख़ुदावन्द ने मेरे आक़ा के बेटे के लिए ठहराया है।
638  GEN 24:46  उसने फ़ौरन अपना घड़ा कन्धे पर से उतारा और कहा, 'ले पी और मैं तेरे ँटों को भी पिला दूँगी। तब मैंने पिया और उसने मेरे ँटों को भी पिलाया।
640  GEN 24:48  और मैंने झुक कर ख़ुदावन्द को सिज्दा किया और ख़ुदावन्द, अपने आक़ा अब्रहाम के ख़ुदा को मुबारक कहा, जिसने मुझे ठीक राह पर चलाया कि अपने आक़ा के भाई की बेटी उसके बेटे के लिए ले जाँ।
641  GEN 24:49  इसलिए अब अगर तुम करम और सच्चाई से मेरे आक़ा के साथ पेश आना चाहते हो तो मुझे बताओ, और अगर नहीं तो कह दो, ताकि मैं दहनी या बाएँ तरफ़ फिर जाँ।
648  GEN 24:56  उसने उनसे कहा, कि मुझे न रोको क्यूँकि ख़ुदावन्द ने मेरा सफ़र मुबारक किया है, मुझे रुख़्सत कर दो ताकि मैं अपने आक़ा के पास जाँ।
650  GEN 24:58  तब उन्होंने रिब्क़ा को बुला कर उससे पूछा, “क्या तू इस आदमी के साथ जाएगी?” उसने कहा, “जाँगी।”
653  GEN 24:61  और रिब्क़ा और उसकी सहेलियाँ उठकर ँटों पर सवार हुई, और उस आदमी के पीछे हो लीं। तब वह आदमी रिब्क़ा को साथ लेकर रवाना हुआ।
655  GEN 24:63  और शाम के वक़्त इस्हाक़ बैतुलख़ला को मैदान में गया, और उसने जो अपनी आँखें उठाई और नज़र की तो क्या देखता है कि ँट चले आ रहे हैं।
656  GEN 24:64  और रिब्क़ा ने निगाह की और इस्हाक़ को देख कर ँट पर से उतर पड़ी।
657  GEN 24:65  और उसने नौकर से पूछा, “यह शख़्स कौन है जो हम से मिलने की मैदान में चला आ रहा है?” उस नौकर ने कहा, “यह मेरा आक़ा है।” तब उसने बुरक़ा लेकर अपने पर डाल लिया।
684  GEN 25:25  और पहला जो पैदा हुआ तो सुर्ख़ था और पर से ऐसा जैसे नी कपड़ा, और उन्होंने उसका नाम 'ऐसौ रख्खा।
695  GEN 26:2  और ख़ुदावन्द ने उस पर ज़ाहिर हो कर कहा कि मिस्र को न जा; बल्कि जो मुल्क मैं तुझे बताउसमें रह।
702  GEN 26:9  तब अबीमलिक ने इस्हाक़ को बुला कर कहा, “वह तो हक़ीक़त में तेरी बीवी है; फिर तूने क्यूँ कर उसे अपनी बहन बताया?” इस्हाक़ ने उससे कहा, “इसलिए कि मुझे ख़्याल हुआ कि कहीं मैं उसकी वजह से मारा न जाँ।”
717  GEN 26:24  और ख़ुदावन्द उसी रात उस पर ज़ाहिर हुआ और कहा कि मैं तेरे बाप अब्रहाम का ख़ुदा हूँ! मत डर, क्यूँकि मैं तेरे साथ हूँ और तुझे बरकत दूँगा, और अपने बन्दे अब्रहाम की ख़ातिर तेरी नसल बढ़ाँगा।
732  GEN 27:4  और मेरी हस्ब — ए पसन्द लज़ीज़ खाना मेरे लिए तैयार करके मेरे आगे ले आ, ताकि मैं खाऔर अपने मरने से पहले दिल से तुझे दुआ दूँ।
735  GEN 27:7  'मेरे लिए शिकार मार कर लज़ीज़ खाना मेरे लिए तैयार कर ताकि मैं खाऔर अपने मरने से पहले ख़ुदावन्द के आगे तुझे दुआ दूँ।
740  GEN 27:12  शायद मेरा बाप मुझे टटोले, तो मैं उसकी नज़र में दग़ाबाज़ ठहरूंगा; और बरकत नहीं बल्कि ला'नत कमाँगा।”
753  GEN 27:25  तब उसने कहा, “खाना मेरे आगे ले आ, और मैं अपने बेटे के शिकार का गोश्त खाँगा, ताकि दिल से तुझे दुआ दूँ।” तब वह उसे उसके नज़दीक ले आया, और उसने खाया; और वह उसके लिए मय लाया और उसने पी।
767  GEN 27:39  तब उसके बाप इस्हाक़ ने उससे कहा, “देख ज़रख्खेज़ ज़मीन में तेरा घर हो, और पर से आसमान की शबनम उस पर पड़े।
787  GEN 28:13  और ख़ुदावन्द उसके पर खड़ा कह रहा है, कि मैं ख़ुदावन्द, तेरे बाप अब्रहाम का ख़ुदा और इस्हाक़ का ख़ुदा हूँ। मैं यह ज़मीन जिस पर तू लेटा है तुझे और तेरी नसल को दूँगा।
789  GEN 28:15  और देख, मैं तेरे साथ हूँ और हर जगह जहाँ कहीं तू जाए तेरी हिफ़ाज़त करूँगा और तुझ को इस मुल्क में फिर लाँगा, और जो मैंने तुझ से कहा है जब तक उसे पूरा न कर लें तुझे नहीं छोडुंगा।
795  GEN 28:21  और मैं अपने बाप के घर सलामत लौटँ; तो ख़ुदावन्द मेरा ख़ुदा होगा।
817  GEN 29:21  या'क़ूब ने लाबन से कहा कि मेरी मुद्दत पूरी हो गई, इसलिए मेरी बीवी मुझे दे ताकि मैं उसके पास जाँ।
832  GEN 30:1  और जब राख़िल ने देखा कि या'क़ूब से उसके औलाद नहीं होती तो राख़िल को अपनी बहन पर रश्क आया, तब वह या'क़ूब से कहने लगी, “मुझे भी औलाद दे नहीं तो मैं मर जाँगी।”
856  GEN 30:25  और जब राख़िल से यूसुफ़ पैदा हुआ तो या'क़ूब ने लाबन से कहा, “मुझे रुख़्सत कर कि मैं अपने घर और अपने वतन को जाँ।
862  GEN 30:31  उसने कहा, “तुझे मैं क्या दूँ?” या'क़ूब ने कहा, “तू मुझे कुछ न देना, लेकिन अगर तू मेरे लिए एक काम कर दे तो मैं तेरी भेड़ — बकरियों को फिर चराँगा और उनकी निगहबानी करूँगा।
863  GEN 30:32  मैं आज तेरी सब भेड़ — बकरियों में चक्कर लगाँगा, और जितनी भेड़ें चितली और और काली हों और जितनी बकरियाँ और चितली हों उन सबको अलग एक तरफ़ कर दूँगा, इन्हीं को मैं अपनी मज़दूरी ठहराता हूँ।
874  GEN 30:43  चुनाँचे वह निहायत बढ़ता गया और उसके पास बहुत से रेवड़ और लौंडिया और नौकर चाकर और ँट और गधे हो गये।
891  GEN 31:17  तब या'क़ूब ने उठ कर अपने बाल बच्चों और बीवियों को ँटों पर बिठाया।
893  GEN 31:19  और लाबन अपनी भेड़ों की कतरने को गया हुआ था, तब राख़िल अपने बाप के बुतों को चुरा ले गई।
908  GEN 31:34  और राख़िल उन बुतों को लेकर और उनकी ँट के कजावे में रख कर उन पर बैठ गई थी, और लाबन ने सारे ख़में में टटोल टटोल कर देख लिया पर उनको न पाया।
936  GEN 32:8  तब या'क़ूब निहायत डर गया और परेशान हो और उस ने अपने साथ के लोगों और भेड़ बकरियों और गाये बैलों और ँटों के दो ग़ोल किए
941  GEN 32:13  यह तेरा ही फ़रमान है कि मैं तेरे साथ ज़रूर भलाई करूँगा और तेरी नसल को दरिया की रेत की तरह बनांगा जो कसरत की वजह से गिनी नहीं जा सकती।
944  GEN 32:16  और तीस दूध देने वाली ँटनीयां बच्चों समेत और चालीस गाय और दस बैल बीस गधियाँ और दस गधे
975  GEN 33:14  इसलिए मेरा ख़ुदावन्द अपने ख़ादिम से पहले रवाना हो जाए, और मैं चौपायों और बच्चों की रफ़्तार के मुताबिक़ आहिस्ता — आहिस्ता चलता हुआ अपने ख़ुदावन्द के पास श'ईर में आ जाँगा।”
976  GEN 33:15  तब 'ऐसौ ने कहा कि मर्ज़ी हो तो मैं जो लोग मेरे साथ हैं उनमें से थोड़े तेरे साथ छोड़ता जाँ। उसने कहा, इसकी क्या ज़रूरत है? मेरे ख़ुदावन्द की नज़र — ए — करम मेरे लिए काफ़ी है।
1011  GEN 34:30  तब या'क़ूब ने शमौन और लावी से कहा, कि तुम ने मुझे कुढ़ाया क्यूँकि तुम ने मुझे इस मुल्क के बाशिन्दों, या'नी कना'नियों और फ़रिज़्ज़ियों में नफ़रतअंगेज बना दिया, क्यूँकि मेरे साथ तो थोड़े ही आदमी हैं; अब वह मिल कर मेरे मुक़ाबिले को आएँगे और मुझे क़त्ल कर देंगे, और मैं अपने घराने समेत बर्बाद हो जाँगा।