Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ऐ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

7  GEN 1:7  फिर ख़ुदा ने फ़ज़ा को बनाया और फ़ज़ा के नीचे के पानी को फ़ज़ा के ऊपर के पानी से जुदा किया; और सा ही हुआ।
9  GEN 1:9  और ख़ुदा ने कहा कि आसमान के नीचे का पानी एक जगह जमा हो कि ख़ुश्की नज़र आए, और सा ही हुआ।
11  GEN 1:11  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन घास और बीजदार बूटियों को, और फलदार दरख़्तों को जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ फलें और जो ज़मीन पर अपने आप ही में बीज रख्खें उगाए और सा ही हुआ।
15  GEN 1:15  और वह फ़लक पर रोशनी के लिए हों कि ज़मीन पर रोशनी डालें, और सा ही हुआ।
24  GEN 1:24  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन जानदारों को, उनकी क़िस्म के मुताबिक़, चौपाये और रेंगनेवाले जानदार और जंगली जानवर उनकी क़िस्म के मुताबिक़ पैदा करे, और सा ही हुआ।
30  GEN 1:30  और ज़मीन के कुल जानवरों के लिए, और हवा के कुल परिन्दों के लिए और उन सब के लिए जो ज़मीन पर रेंगने वाले हैं जिनमें ज़िन्दगी का दम है, कुल हरी बूटियाँ खाने को देता हूँ, और सा ही हुआ।
78  GEN 3:22  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने कहा, देखो इंसान भले और बुरे की पहचान में हम में से एक की तरह हो गया: अब कहीं सा न हो कि वह अपना हाथ बढ़ाए और ज़िन्दगी के दरख़्त से भी कुछ लेकर खाए और हमेशा ज़िन्दा रहे।
83  GEN 4:3  कुछ दिन के बाद सा हुआ कि क़ाइन अपने खेत के फल का हदिया ख़ुदावन्द के लिए लाया।
88  GEN 4:8  और क़ाइन ने अपने भाई हाबिल को कुछ कहा और जब वह दोनों खेत में थे तो सा हुआ कि क़ाइन ने अपने भाई हाबिल पर हमला किया और उसे क़त्ल कर डाला।
94  GEN 4:14  देख, आज तूने मुझे रू — ए — ज़मीन से निकाल दिया है, और मैं तेरे सामने से ग़ायब हो जाऊँगा; और ज़मीन पर खानाख़राब और आवारा रहूँगा, और सा होगा कि जो कोई मुझे पाएगा क़त्ल कर डालेगा।
103  GEN 4:23  और लमक ने अपनी बीवियों से कहा कि अदा और ज़िल्ला मेरी बात सुनो; लमक की बीवियो, मेरी बात पर कान लगाओ: मैंने एक आदमी को जिसने मुझे ज़ख़्मी किया, मार डाला। और एक जवान को जिसने मेरे चोट लगाई, क़त्ल कर डाला।
147  GEN 6:9  नूह का नसबनामा यह है: नूह मर्द — ए — रास्तबाज़ और अपने ज़माने के लोगों में बे'था, और नूह ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा।
153  GEN 6:15  और सा करना कि कश्ती की लम्बाई तीन सौ हाथ, उसकी चौड़ाई पचास हाथ और उसकी ऊँचाई तीस हाथ हो।
160  GEN 6:22  और नूह ने सा ही किया; जैसा ख़ुदा ने उसे हुक्म दिया था, वैसा ही 'अमल किया।
170  GEN 7:10  और सात दिन के बाद सा हुआ कि तूफ़ान का पानी ज़मीन पर आ गया।
190  GEN 8:6  और चालीस दिन के बाद सा हुआ, कि नूह ने कश्ती की खिड़की जो उसने बनाई थी खोली,
197  GEN 8:13  और छ: सौ पहले साल के पहले महीने की पहली तारीख़ को सा हुआ, कि ज़मीन पर से पानी सूख गया; और नूह ने कश्ती की छत खोली और देखा कि ज़मीन की सतह सूख गई है।
220  GEN 9:14  और सा होगा कि जब मैं ज़मीन पर बादल लाऊँगा, तो मेरी कमान बादल में दिखाई देगी।
257  GEN 10:22  और बनी सिम यह हैं: लाम और असुर और अरफ़कसद और लुद और आराम।
267  GEN 10:32  नूह के बेटों के ख़ान्दान उनके गिरोह और नसलों के तबार से यही हैं, और तूफ़ान के बाद जो क़ौमें ज़मीन पर इधर उधर बट गई वह इन्हीं में से थीं।
269  GEN 11:2  और सा हुआ कि मशरिक़ की तरफ़ सफ़र करते करते उनको मुल्क — ए — सिन'आर में एक मैदान मिला और वह वहाँ बस गए।
271  GEN 11:4  फिर वह कहने लगे, कि आओ हम अपने लिए एक शहर और एक बुर्ज जिसकी चोटी आसमान तक पहुँचे बनाए और यहाँ अपना नाम करें, सा न हो कि हम तमाम रु — ए — ज़मीन पर बिखर जाएँ।
307  GEN 12:8  और वहाँ से कूच करके उस पहाड़ की तरफ़ गया जो बैत — एल के मशरिक़ में है, और अपना डेरा से लगाया कि बैत — एल मग़रिब में और 'एे मशरिक़ में पड़ा; और वहाँ उसने ख़ुदावन्द के लिए एक क़ुर्बानगाह बनाई और ख़ुदावन्द से दुआ की।
310  GEN 12:11  और सा हुआ कि जब वह मिस्र में दाख़िल होने को था तो उसने अपनी बीवी सारय से कहा कि देख, मैं जानता हूँ कि तू देखने में ख़ूबसूरत औरत है।
335  GEN 13:16  और मैं तेरी नसल को ख़ाक के ज़र्रों की तरह बनाऊँगा, सा कि अगर कोई शख़्स ख़ाक के ज़र्रों को गिन सके तो तेरी नसल भी गिन ली जाएगी।
338  GEN 14:1  और सिन'आर के बादशाह अमराफ़िल, और इल्लासर के बादशाह अर्युक, और 'लाम के बादशाह किदरला उम्र, और जोइम के बादशाह तिद'आल के दिनों में,
339  GEN 14:2  सा हुआ कि उन्होंने सदूम के बादशाह बर'आ, और 'अमूरा के बादशाह बिरश'आ और अदमा के बादशाह सिनिअब, और ज़िबोईम के बादशाह शिमेबर, और बाला' या'नी ज़ुग़र के बादशाह से जंग की।
342  GEN 14:5  और चौदहवें साल किदरला उम्र और उसके साथ के बादशाह आए, और रिफ़ाईम को 'असतारात क़र्नेम में, और ज़ूज़ियों को हाम में, और मीम को सवीक़र्यतैम में,
344  GEN 14:7  फिर वह लौट कर '— मिसफ़ात या'नी क़ादिस पहुँचे, और 'अमालीक़ियों के तमाम मुल्क को, और अमोरियों को जो हसेसून तमर में रहते थे मारा।
346  GEN 14:9  ताकि 'लाम के बादशाह किदरला उम्र, और जोइम के बादशाह तिद'आल, और सिन'आर के बादशाह अमराफ़िल, और इल्लासर के बादशाह अर्यूक से जंग करें; यह चार बादशाह उन पाँचों के मुक़ाबिले में थे।
362  GEN 15:1  इन बातों के बाद ख़ुदावन्द का कलाम ख़्वाब में इब्रहाम पर नाज़िल हुआ और उसने फ़रमाया, अब्राम, तू मत डर; मैं तेरी ढाल और तेरा बहुत बड़ा अज्र हूँ।”
363  GEN 15:2  इब्रहाम ने कहा, ख़ुदावन्द ख़ुदा, तू मुझे क्या देगा? क्यूँकि मैं तो बेऔलाद जाता हूँ, और मेरे घर का मुख़्तार दमिश्क़ी इली'एलियाज़र है।”
366  GEN 15:5  और वह उसको बाहर ले गया और कहा, कि अब आसमान कि तरफ़ निगाह कर और अगर तू सितारों को गिन सकता है तो गिन। और उससे कहा कि तेरी औलाद सी ही होगी।
369  GEN 15:8  और उसने कहा, ख़ुदावन्द ख़ुदा! मैं क्यूँ कर जानूँ कि मैं उसका वारिस हूँगा?”
374  GEN 15:13  और उसने इब्रहाम से कहा, यक़ीन जान कि तेरी नसल के लोग से मुल्क में जो उनका नहीं परदेसी होंगे और वहाँ के लोगों की ग़ुलामी करेंगे और वह चार सौ साल तक उनको दुख देंगे।
390  GEN 16:8  और उसने कहा, सारय की लौंडी हाजिरा, तू कहाँ से आई और किधर जाती है?” उसने कहा कि मैं अपनी बीबी सारय के पास से भाग आई हूँ।
395  GEN 16:13  और हाजिरा ने ख़ुदावन्द का जिसने उससे बातें कीं, अताएल — रोई नाम रख्खा या'नी ख़ुदा तू बसीर है; क्यूँकि उसने कहा, क्या मैंने यहाँ भी अपने देखने वाले को जाते हुए देखा?'
406  GEN 17:8  और मैं तुझ को और तेरे बाद तेरी नसल को, कनान का तमाम मुल्क जिसमें तू परदेसी है सा दूँगा, कि वह हमेशा की मिल्कियत हो जाए; और मैं उनका ख़ुदा हूँगा।
428  GEN 18:3  और कहने लगा कि मेरे ख़ुदावन्द, अगर मुझ पर आपने करम की नज़र की है तो अपने ख़ादिम के पास से चले न जाएँ।
438  GEN 18:13  फिर ख़ुदावन्द ने अब्रहाम से कहा कि सारा क्यूँ यह कह कर हँसी की क्या मेरे जो सी बुढ़िया हो गई हूँ वाक़ई बेटा होगा?
450  GEN 18:25  सा करना तुझ से दूर है कि नेक को बद के साथ मार डाले और नेक बद के बराबर हो जाएँ। ये तुझ से दूर है। क्या तमाम दुनिया का इन्साफ़ करने वाला इन्साफ़ न करेगा?”
455  GEN 18:30  फिर उसने कहा, “ख़ुदावन्द नाराज़ न हो तो मैं कुछ और 'अर्ज़ करूँ। शायद वहाँ तीस मिलें।” उसने कहा, “अगर मुझे वहाँ तीस भी मिलें तो भी सा नहीं करूँगा।”
460  GEN 19:2  और कहा, मेरे ख़ुदावन्द, अपने ख़ादिम के घर तशरीफ़ ले चलिए और रात भर आराम कीजिए और अपने पाँव धोइये और सुबह उठ कर अपनी राह लीजिए।” और उन्होंने कहा, “नहीं, हम चौक ही में रात काट लेंगे।”
465  GEN 19:7  और कहा कि भाइयो! सी बदी तो न करो।
473  GEN 19:15  जब सुबह हुई तो फ़रिश्तों ने लूत से जल्दी कराई और कहा कि उठ अपनी बीवी और अपनी दोनों बेटियों को जो यहाँ हैं ले जा; सा न हो कि तू भी इस शहर की बदी में गिरफ़्तार होकर हलाक हो जाए।
475  GEN 19:17  और यूँ हुआ कि जब वह उनको बाहर निकाल लाए तो उसने कहा, “अपनी जान बचाने को भाग; न तो पीछे मुड़ कर देखना न कहीं मैदान में ठहरना; उस पहाड़ को चला जा, सा न हो कि तू हलाक हो जाए।”
476  GEN 19:18  और लूत ने उनसे कहा कि मेरे ख़ुदावन्द, सा न कर।
477  GEN 19:19  देख, तूने अपने ख़ादिम पर करम की नज़र की है और सा बड़ा फ़ज़ल किया कि मेरी जान बचाई; मैं पहाड़ तक जा नहीं सकता, कहीं सा न हो कि मुझ पर मुसीबत आ पड़े और मैं मर जाऊँ।
478  GEN 19:20  देख, यह शहर सा नज़दीक है कि वहाँ भाग सकता हूँ और यह छोटा भी है। इजाज़त हो तो मैं वहाँ चला जाऊँ, वह छोटा सा भी है और मेरी जान बच जाएगी।
486  GEN 19:28  और उसने सदूम और 'अमूरा और उस तराई की सारी ज़मीन की तरफ़ नज़र की, और क्या देखता है कि ज़मीन पर से धुवां सा उठ रहा है जैसे भट्टी का धुवां।
500  GEN 20:4  लेकिन अबीमलिक ने उससे सोहबत नहीं की थी; तब उसने कहा, ख़ुदावन्द, क्या तू सादिक़ क़ौम को भी मारेगा?
531  GEN 21:17  और ख़ुदा ने उस लड़के की आवाज़ सुनी और ख़ुदा के फ़रिश्ता ने आसमान से हाजिरा को पुकारा और उससे कहा, हाजिरा, तुझ को क्या हुआ? मत डर, क्यूँकि ख़ुदा ने उस जगह से जहाँ लड़का पड़ा है उसकी आवाज़ सुन ली है।
549  GEN 22:1  इन बातों के बाद यूँ हुआ कि ख़ुदा ने अब्रहाम को आज़माया और उसे कहा, अब्रहाम! “उसने कहा, मैं हाज़िर हूँ।”
555  GEN 22:7  तब इस्हाक़ ने अपने बाप अब्रहाम से कहा, बाप! “उसने जवाब दिया कि मेरे बेटे, मैं हाज़िर हूँ। उसने कहा, देख, आग और लकड़ियाँ तो हैं, लेकिन सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए बर्रा कहाँ है?”
556  GEN 22:8  अब्रहाम ने कहा, मेरे बेटे ख़ुदा ख़ुद ही अपने लिए सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए बर्रा मुहय्या कर लेगा।” तब वह दोनों आगे चलते गए।
559  GEN 22:11  तब ख़ुदावन्द के फ़रिश्ता ने उसे आसमान से पुकारा, कि अब्रहाम, अब्रहाम! उसने कहा, “मैं हाज़िर हूँ।”
578  GEN 23:6  ख़ुदावन्द हमारी सुनः तू हमारे बीच ज़बरदस्त सरदार है। हमारी कब्रों में जो सबसे अच्छी हो उसमें तू अपने मुर्दे को दफ़्न कर; हम में सा कोई नहीं जो तुझ से अपनी क़ब्र का इन्कार करे, ताकि तू अपना मुर्दा दफ़न न कर सके।
583  GEN 23:11  मेरे ख़ुदावन्द! यूँ न होगा, बल्कि मेरी सुन! मैं यह खेत तुझे देता हूँ, और वह ग़ार भी जो उसमें है तुझे दिए देता हूँ। यह मैं अपनी क़ौम के लोगों के सामने तुझे देता हूँ, तू अपने मुर्दे को दफ़्न कर।”
587  GEN 23:15  मेरे ख़ुदावन्द, मेरी बात सुन; यह ज़मीन चाँदी की चार सौ मिस्काल की है इसलिए मेरे और तेरे बीच यह है क्या? तब अपना मुर्दा दफ़न कर।”
604  GEN 24:12  और कहा, ख़ुदावन्द, मेरे आक़ा अब्रहाम के खुदा, मैं तेरी मिन्नत करता हूँ के आज तू मेरा काम बना दे, और मेरे आक़ा अब्रहाम पर करम कर।
606  GEN 24:14  इसलिए ख़ुदावन्द सा हो कि जिस लड़की से मैं कहूँ, कि तू ज़रा अपना घड़ा झुका दे तो मैं पानी पी लूँ और वह कहे, कि ले पी, और मैं तेरे ऊँटों को भी पिला दूँगी'; तो वह वही हो जिसे तूने अपने बन्दे इस्हाक़ के लिए ठहराया है; और इसी से मैं समझ लूँगा कि तूने मेरे आक़ा पर करम किया है।”
622  GEN 24:30  और सा हुआ कि जब उसने वह नथ देखी, और वह कड़े भी जो उसकी बहन के हाथों में थे, और अपनी बहन रिब्क़ा का बयान भी सुन लिया कि उस शख़्स ने मुझ से सी सी बातें कहीं, तो वह उस आदमी के पास आया और देखा कि वह चश्मा के नज़दीक ऊँटों के पास खड़ा है।
623  GEN 24:31  तब उससे कहा,, तू जो ख़ुदावन्द की तरफ़ से मुबारक है। अन्दर चल, बाहर क्यूँ खड़ा है? मैंने घर को और ऊँटों के लिए भी जगह को तैयार कर लिया है।”
634  GEN 24:42  इसलिए मैं आज पानी के उस चश्मा पर आकर कहने लगा, ' ख़ुदावन्द, मेरे आक़ा अब्रहाम के ख़ुदा, अगर तू मेरे सफ़र को जो मैं कर रहा हूँ मुबारक करता है।
635  GEN 24:43  तो देख, मैं पानी के चश्मा के पास खड़ा होता हूँ, और सा हो कि जो लड़की पानी भरने निकले और मैं उससे कहूँ, 'ज़रा अपने घड़े से थोड़ा पानी मुझे पिला दे,
652  GEN 24:60  और उन्होंने रिब्क़ा को दुआ दी और उससे कहा, हमारी बहन, तू लाखों की माँ हो और तेरी नसल अपने कीना रखने वालों के फाटक की मालिक हो।”
663  GEN 25:4  और मिदियान के बेटे फ़ा और इफ़िर और हनूक और अबीदा'आ और इल्दू'आ थे; यह सब बनी क़तूरा थे।
681  GEN 25:22  और उसके पेट में दो लड़के आपस में मुज़ाहमत करने लगे। तब उसने कहा, “अगर सा ही है तो मैं जीती क्यूँ हूँ?” और वह ख़ुदावन्द से पूछने गई।
684  GEN 25:25  और पहला जो पैदा हुआ तो सुर्ख़ था और ऊपर से सा जैसे ऊनी कपड़ा, और उन्होंने उसका नाम 'सौ रख्खा।
685  GEN 25:26  उसके बाद उसका भाई पैदा हुआ और उसका हाथ 'सौ की एड़ी को पकड़े हुए था, और उसका नाम या'क़ूब रख्खा गया; जब वह रिब्क़ा से पैदा हुए तो इस्हाक़ साठ साल का था।
686  GEN 25:27  और वह लड़के बढ़े, और 'सौ शिकार में माहिर हो गया और जंगल में रहने लगा, और या'क़ूब सादा मिजाज़ डेरों में रहने वाला आदमी था।
687  GEN 25:28  और इस्हाक़ 'सौ को प्यार करता था क्यूँकि वह उसके शिकार का गोश्त खाता था और रिब्क़ा या'क़ूब को प्यार करती थी।
688  GEN 25:29  और या'क़ूब ने दाल पकाई, और 'सौ जंगल से आया और वह बहुत भूका था।
689  GEN 25:30  और 'सौ ने या'क़ूब से कहा, “यह जो लाल — लाल है मुझे खिला दे, क्यूँकि मैं बे — दम हो रहा हूँ।” इसी लिए उसका नाम अदोम भी हो गया।
691  GEN 25:32  'सौ ने कहा, “देख, मैं तो मरा जाता हूँ, पहलौठे का हक़ मेरे किस काम आएगा?”
693  GEN 25:34  तब या'क़ूब ने 'सौ को रोटी और मसूर की दाल दी; वह खा — पीकर उठा और चला गया। यूँ 'सौ ने अपने पहलौठे के हक़ की क़द्र न जाना।
727  GEN 26:34  जब 'सौ चालीस साल का हुआ, तो उसने बैरी हित्ती की बेटी यहूदिथ और लोन हिती की बेटी बशामथ से ब्याह किया;
729  GEN 27:1  जब इस्हाक़ ज़ईफ़ हो गया, और उसकी आँखें सी धुन्धला गई कि उसे दिखाई न देता था तो उसने अपने बड़े बेटे 'सौ को बुलाया और कहा, मेरे बेटे! “उसने कहा, मैं हाज़िर हूँ।”
733  GEN 27:5  और जब इस्हाक़ अपने बेटे 'सौ से बातें कर रहा था तो रिब्क़ा सुन रही थी, और 'सौ जंगल को निकल गया कि शिकार मार कर लाए।
734  GEN 27:6  तब रिब्क़ा ने अपने बेटे या'क़ूब से कहा, कि देख, मैंने तेरे बाप को तेरे भाई 'सौ से यह कहते सुना कि।
736  GEN 27:8  इसलिए मेरे बेटे, इस हुक़्म के मुताबिक़ जो मैं तुझे देती हूँ मेरी बात को मान।
739  GEN 27:11  तब या'क़ूब ने अपनी माँ रिब्क़ा से कहा, “देख, मेरे भाई 'सौ के जिस्म पर बाल हैं और मेरा जिस्म साफ़ है।
741  GEN 27:13  उसकी माँ ने उसे कहा, मेरे बेटे! तेरी ला'नत मुझ पर आए; तू सिर्फ़ मेरी बात मान और जाकर वह बच्चे मुझे ला दे।”
743  GEN 27:15  और रिब्क़ा ने अपने बड़े बेटे 'सौ के नफ़ीस लिबास, जो उसके पास घर में थे लेकर उनकी अपने छोटे बेटे या'क़ूब को पहनाया।
746  GEN 27:18  तब उसने बाप के पास आ कर कहा, मेरे बाप! “उसने कहा, मैं हाज़िर हूँ, तू कौन है मेरे बेटे?”
747  GEN 27:19  या'क़ूब ने अपने बाप से कहा, “मैं तेरा पहलौठा बेटा 'सौ हूँ। मैंने तेरे कहने के मुताबिक़ किया है; इसलिए ज़रा उठ और बैठ कर मेरे शिकार का गोश्त खा, ताकि तू दिल से मुझे दुआ दे।”
749  GEN 27:21  तब इस्हाक़ ने या'क़ूब से कहा, मेरे बेटे, ज़रा नज़दीक आ कि मैं तुझे टटोलूँ कि तू मेरा ही बेटा 'सौ है या नहीं।”
750  GEN 27:22  और या'क़ूब अपने बाप इस्हाक़ के नज़दीक गया; और उसने उसे टटोलकर कहा, “आवाज़ तो या'क़ूब की है लेकिन हाथ 'सौ के हैं।”
751  GEN 27:23  और उसने उसे न पहचाना, इसलिए कि उसके हाथों पर उसके भाई 'सौ के हाथों की तरह बाल थे; इसलिए उसने उसे दुआ दी।
752  GEN 27:24  और उसने पूछा कि क्या तू मेरा बेटासौ ही है?” उसने कहा, “मैं वही हूँ।”