Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ठ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

31  GEN 1:31  और ख़ुदा ने सब पर जो उसने बनाया था नज़र की, और देखा कि बहुत अच्छा है, और शाम हुई और सुबह हुई तबदिन हुआ।
34  GEN 2:3  और ख़ुदा ने सातवें दिन को बरकत दी, और उसे मुक़द्दस हराया; क्यूँकि उसमें ख़ुदा सारी कायनात से जिसे उसने पैदा किया और बनाया फ़ारिग़ हुआ।
37  GEN 2:6  बल्कि ज़मीन से कुहरती थी, और तमाम रू — ए — ज़मीन को सेराब करती थी।
50  GEN 2:19  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने सब जंगली जानवर और हवा के सब परिन्दे मिट्टी से बनाए और उनको आदम के पास लाया कि देखे कि वह उनके क्या नाम रखता है और आदम ने जिस जानवर को जो कहा वही उसका नाम हरा।
64  GEN 3:8  और उन्होंने ख़ुदावन्द ख़ुदा की आवाज़ जो ंडे वक़्त बाग़ में फिरता था सुनी और आदम और उसकी बीवी ने अपने आप को ख़ुदावन्द ख़ुदा के सामने से बाग़ के दरख़तों में छिपाया।
70  GEN 3:14  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने साँप से कहा, इसलिए कि तूने यह किया तू सब चौपायों और जंगली जानवरों में ला'नती हरा; तू अपने पेट के बल चलेगा, और अपनी उम्र भर खाक चाटेगा।
84  GEN 4:4  और हाबिल भी अपनी भेड़ बकरियों के कुछ पहलौबच्चों का और कुछ उनकी चर्बी का हदिया लाया। और ख़ुदावन्द ने हाबिल को और उसके हदिये को क़ुबूल किया,
87  GEN 4:7  अगर तू भला करे तो क्या तू मक़्बूल न होगा? और अगर तू भला न करे तो गुनाह दरवाज़े पर दुबका बैहै और तेरा मुश्ताक़ है, लेकिन तू उस पर ग़ालिब आ।
95  GEN 4:15  तब ख़ुदावन्द ने उसे कहा, नहीं, बल्कि जो क़ाइन को क़त्ल करे उससे सात गुना बदला लिया जाएगा। और ख़ुदावन्द ने क़ाइन के लिए एक निशान हराया कि कोई उसे पा कर मार न डाले।
110  GEN 5:4  और सेत की पैदाइश के बाद आदम सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
113  GEN 5:7  और अनूस की पैदाइश के बाद सेत सौ सात साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
116  GEN 5:10  और क़ीनान की पैदाइश के बाद अनूस सौ पन्द्रह साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
119  GEN 5:13  और महललेल की पैदाइश के बाद क़ीनान सौ चालीस साल ज़िन्दा रहाऔर उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
121  GEN 5:15  और महललेल पैंस साल का था जब उससे यारिद पैदा हुआ।
122  GEN 5:16  और यारिद की पैदाइश के बाद महललेल सौ तीस साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
123  GEN 5:17  और महललेल की कुल उम्र सौ पचानवे साल की हुई, तब वह मरा।
124  GEN 5:18  और यारिद एक सौ बास साल का था जब उससे हनूक पैदा हुआ।
125  GEN 5:19  और हनूक की पैदाइश के बाद यारिद सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
126  GEN 5:20  और यारिद की कुल उम्र नौ सौ बास साल की हुई, तब वह मरा।
127  GEN 5:21  और हनूक पैंस साल का था उससे मतुसिलह पैदा हुआ।
129  GEN 5:23  और हनूक की कुल उम्र तीन सौ पैंस साल की हुई।
130  GEN 5:24  और हनूक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और वह ग़ायब हो गया क्यूँकि ख़ुदा ने उसेलिया।
152  GEN 6:14  तू गोफर की लकड़ी की एक कश्ती अपने लिए बना; उस कश्ती में कोरियाँ तैयार करना और उसके अन्दर और बाहर राल लगाना।
171  GEN 7:11  नूह की उम्र का छ: सौवां साल था, कि उसके दूसरे महीने के ीक सत्रहवीं तारीख़ को बड़े समुन्दर के सब सोते फूट निकले और आसमान की खिड़कियाँ खुल गई।
177  GEN 7:17  और चालीस दिन तक ज़मीन पर तूफ़ान रहा, और पानी बढ़ा और उसने कश्ती को ऊपरदिया; तब कश्ती ज़मीन पर से गई।
194  GEN 8:10  और सात दिन हर कर उसने उस कबूतरी को फिर कश्ती से उड़ा दिया;
196  GEN 8:12  तब वह सात दिन और हरा, इसके बाद फिर उस कबूतरी को उड़ाया, लेकिन वह उसके पास फिर कभी न लौटी।
250  GEN 10:15  और कनान से सैदा जो उसका पहलौथा, और हित,
325  GEN 13:6  और उस मुल्क में इतनी गुन्जाइश न थी कि वह इकट्रहें, क्यूँकि उनके पास इतना माल था कि वह इकट्नहीं रह सकते थे।
329  GEN 13:10  तब लूत ने आँखाकर यरदन की सारी तराई पर जो ज़ुग़र की तरफ़ है नज़र दौड़ाई। क्यूँकि वह इससे पहले कि ख़ुदावन्द ने सदूम और 'अमूरा को तबाह किया, ख़ुदावन्द के बाग़ और मिस्र के मुल्क की तरह खू़ब सेराब थी।
333  GEN 13:14  और लूत के जुदा हो जाने के बाद ख़ुदावन्द ने इब्रहाम से कह कि अपनी आँखऔर जिस जगह तू है वहाँ से शिमाल दख्खिन और मशरिक़ और मग़रिब की तरफ़ नज़र दौड़ा।
336  GEN 13:17  , और इस मुल्क की लम्बाई और चौड़ाई में घूम, क्यूँकि मैं इसे तुझ को दूँगा।
337  GEN 13:18  और इब्रहाम ने अपना डेरााया, और ममरे के बलूतों में जो हबरून में हैं जा कर रहने लगा; और वहाँ ख़ुदावन्द के लिए एक क़ुर्बानगाह बनाई।
340  GEN 14:3  यह सब सिद्दीम या'नी दरिया — ए — शोर की वादी में इकट्हुए।
351  GEN 14:14  जब इब्रहाम ने सुना कि उसका भाई गिरफ़्तार हुआ, तो उसने अपने तीन सौ अट्ारह माहिर लड़ाकों को लेकर दान तक उनका पीछा किया।
378  GEN 15:17  और जब सूरज डूबा और अन्धेरा छा गया, तो एक तनूर जिसमें से धुंआता था दिखाई दिया, और एक जलती मश'अल उन टुकड़ों के बीच में से होकर गुज़री।
403  GEN 17:5  और तेरा नाम फिर इब्रहाम नहीं कहलाएगा बल्कि तेरा नाम अब्रहाम होगा, क्यूँकि मैंने तुझे बहुत क़ौमों का बाप हरा दिया है।
410  GEN 17:12  तुम्हारे यहाँ नसल — दर — नसल हर लड़के का ख़तना, जब वह रोज़ का हो, किया जाए; चाहे वह घर में पैदा हो चाहे उसे किसी परदेसी से ख़रीदा हो जो तेरी नसल से नहीं।
426  GEN 18:1  फिर ख़ुदावन्द ममरे के बलूतों में उसे नज़र आया और वह दिन को गर्मी के वक़्त अपने खे़मे के दरवाज़े पर बैथा।
427  GEN 18:2  और उसने अपनी आँखेंकर नज़र की और क्या देखता है कि तीन मर्द उसके सामने खड़े हैं। वह उनको देख कर खे़मे के दरवाज़े से उनसे मिलने को दौड़ा और ज़मीन तक झुका।
441  GEN 18:16  तब वह मर्द वहाँ सेऔर उन्होंने सदूम का रुख़ किया, और अब्रहाम उनको रुख़सत करने को उनके साथ हो लिया।
459  GEN 19:1  और वह दोनों फ़रिश्ता शाम को सदूम में आए और लूत सदूम के फाटक पर बैथा। और लूत उनको देख कर उनके इस्तक़बाल के लिएऔर ज़मीन तक झुका,
460  GEN 19:2  और कहा, “ऐ मेरे ख़ुदावन्द, अपने ख़ादिम के घर तशरीफ़ ले चलिए और रात भर आराम कीजिए और अपने पाँव धोइये और सुबह कर अपनी राह लीजिए।” और उन्होंने कहा, “नहीं, हम चौक ही में रात काट लेंगे।”
472  GEN 19:14  तब लूत ने बाहर जाकर अपने दामादों से जिन्होंने उसकी बेटियाँ ब्याही थीं बातें कीं और कहा किऔर इस मक़ाम से निकलो क्यूँकि ख़ुदावन्द इस शहर को बर्बाद करेगा। लेकिन वह अपने दामादों की नज़र में मज़ाक़ सा मा'लूम हुआ।
473  GEN 19:15  जब सुबह हुई तो फ़रिश्तों ने लूत से जल्दी कराई और कहा कि अपनी बीवी और अपनी दोनों बेटियों को जो यहाँ हैं ले जा; ऐसा न हो कि तू भी इस शहर की बदी में गिरफ़्तार होकर हलाक हो जाए।
475  GEN 19:17  और यूँ हुआ कि जब वह उनको बाहर निकाल लाए तो उसने कहा, “अपनी जान बचाने को भाग; न तो पीछे मुड़ कर देखना न कहीं मैदान में हरना; उस पहाड़ को चला जा, ऐसा न हो कि तू हलाक हो जाए।”
485  GEN 19:27  और अब्रहाम सुबह सवेरे कर उस जगह गया जहाँ वह ख़ुदावन्द के सामने खड़ा हुआ था;
486  GEN 19:28  और उसने सदूम और 'अमूरा और उस तराई की सारी ज़मीन की तरफ़ नज़र की, और क्या देखता है कि ज़मीन पर से धुवां ऐसा रहा है जैसे भट्टी का धुवां।
489  GEN 19:31  तब पहलौने छोटी से कहा, कि हमारा बाप बूढ़ा है और ज़मीन पर कोई आदमी नहीं जो दुनिया के दस्तूर के मुताबिक़ हमारे पास आए।
491  GEN 19:33  इसलिए उन्होंने उसी रात अपने बाप को मय पिलाई और पहलौअन्दर गई और अपने बाप से हम — आग़ोश हुई, लेकिन उसने न जाना कि वह कब लेटी और कब गई।
492  GEN 19:34  और दूसरे दिन यूँ हुआ कि पहलौने छोटी से कहा कि देख, कल रात को मैं अपने बाप से हम — आग़ोश हुई, आओ, आज रात भी उसको मय पिलाएँ और तू भी जा कर उससे हमआग़ोश हो, ताकि हम अपने बाप से नसल बाक़ी रख्खें।
493  GEN 19:35  फिर उस रात भी उन्होंने अपने बाप को मय पिलाई और छोटी गई और उससे हम — आग़ोश हुई, लेकिन उसने न जाना कि वह कब लेटी और कब गई।
497  GEN 20:1  और अब्रहाम वहाँ से दख्खिन के मुल्क की तरफ़ चला और क़ादिस और शोर के बीच हरा और जिरार में क़याम किया।
504  GEN 20:8  तब अबीमलिक ने सुबह सवेरे कर अपने सब नौकरों को बुलाया और उनको ये सब बातें कह सुनाई, तब वह लोग बहुत डर गए।
518  GEN 21:4  और अब्रहाम ने ख़ुदा के हुक्म के मुताबिक़ अपने बेटे इस्हाक़ का ख़तना, उस वक़्त किया जब वह दिन का हुआ।
523  GEN 21:9  और सारा ने देखा कि हाजिरा मिस्री का बेटा जो उसके अब्रहाम से हुआ था, ट्मारता है।
528  GEN 21:14  तब अब्रहाम ने सुबह सवेरे कर रोटी और पानी की एक मश्क ली और उसे हाजिरा को दिया, बल्कि उसे उसके कन्धे पर रख दिया और लड़के को भी उसके हवाले करके उसे रुख़सत कर दिया। इसलिए वह चली गई और बैरसबा' के वीराने में आवारा फिरने लगी।
530  GEN 21:16  और ख़ुद उसके सामने एक टप्पे के किनारे पर दूर जा कर बैऔर कहने लगी कि मैं इस लड़के का मरना तो न देखूँ। इसलिए वह उसके सामने बै गई और ज़ोर ज़ोर से रोने लगी।
532  GEN 21:18  , और लड़के कोऔर उसे अपने हाथ से संभाल; क्यूँकि मैं उसको एक बड़ी क़ौम बनाऊँगा।”
546  GEN 21:32  तब उन्होंने बैरसबा' में 'अहद किया, तब अबीमलिक और उसके लश्कर का सरदार फ़ीकुल दोनों खड़े हुए और फ़िलिस्तियों के मुल्क को लौट गए।
551  GEN 22:3  तब अब्रहाम ने सुबह सवेरे कर अपने गधे पर चार जामा कसा और अपने साथ दो जवानों और अपने बेटे इस्हाक़ को लिया, और सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए लकड़ियाँ चीरी और कर उस जगह को जो ख़ुदा ने उसे बताई थी रवाना हुआ।
553  GEN 22:5  तब अब्रहाम ने अपने जवानों से कहा, “तुम यहीं गधे के पास हरो, मैं और यह लड़का दोनों ज़रा वहाँ तक जाते हैं, और सिज्दा करके फिर तुम्हारे पास लौट आएँगे।”
554  GEN 22:6  और अब्रहाम ने सोख्त़नी क़ुर्बानी की लकड़ियाँ लेकर अपने बेटें इस्हाक़ पर रख्खीं, और आग और छुरी अपने हाथ में ली और दोनों इकट्रवाना हुए।
567  GEN 22:19  तब अब्रहाम अपने जवानों के पास लौट गया, और वहऔर इकट्बैरसबा' को गए; और अब्रहाम बैरसबा' में रहा।
569  GEN 22:21  या'नी ऊज़ जो उसका पहलौहै, और उसका भाई बूज़ और क्रमूएल, अराम का बाप,
571  GEN 22:23  और बैतूएल से रिब्क़ा पैदा हुई। यहों अब्रहाम के भाई नहूर से मिल्काह के पैदा हुए।
575  GEN 23:3  फिर अब्रहाम मय्यत के पास से कर बनी — हित से बातें करने लगा और कहा कि।
579  GEN 23:7  अब्रहाम ने कर और बनी — हित के आगे, जो उस मुल्क के लोग हैं, आदाब बजा लाकर
582  GEN 23:10  और 'इफ़रोन बनी-हित के बीच बैथा। तब 'इफ़रोन हित्ती ने बनी हित के सामने, उन सब लोगों के आमने सामने जो उसके शहर के दरवाज़े से दाख़िल होते थे अब्रहाम को जवाब दिया,
602  GEN 24:10  तब वह नौकर अपने आक़ा के ऊँटों में से दस ऊँट लेकर रवाना हुआ, और उसके आक़ा की अच्छी अच्छी चीज़ें उसके पास थीं, और वहकर मसोपतामिया में नहूर के शहर को गया।
603  GEN 24:11  और शाम को जिस वक़्त 'औरतें पानी भरने आती है उस ने उस शहर के बाहर बावली के पास ऊँटों को बिाया।
606  GEN 24:14  इसलिए ऐ ख़ुदावन्द ऐसा हो कि जिस लड़की से मैं कहूँ, कि तू ज़रा अपना घड़ा झुका दे तो मैं पानी पी लूँ और वह कहे, कि ले पी, और मैं तेरे ऊँटों को भी पिला दूँगी'; तो वह वही हो जिसे तूने अपने बन्दे इस्हाक़ के लिए हराया है; और इसी से मैं समझ लूँगा कि तूने मेरे आक़ा पर करम किया है।”
619  GEN 24:27  और कहा, “ख़ुदावन्द मेरे आक़ा अब्रहाम का ख़ुदा मुबारक हो, जिसने मेरे आक़ा को अपने करम और सच्चाई से महरूम नहीं रख्खा और मुझे तो ख़ुदावन्द ीक राह पर चलाकर मेरे आक़ा के भाइयों के घर लाया।”
636  GEN 24:44  और वह मुझे कहे कि तू भी पी और मैं तेरे ऊँटों के लिए भी भर दूँगी, तो वो वही 'औरत हो जिसे ख़ुदावन्द ने मेरे आक़ा के बेटे के लिए हराया है।
640  GEN 24:48  और मैंने झुक कर ख़ुदावन्द को सिज्दा किया और ख़ुदावन्द, अपने आक़ा अब्रहाम के ख़ुदा को मुबारक कहा, जिसने मुझे ीक राह पर चलाया कि अपने आक़ा के भाई की बेटी उसके बेटे के लिए ले जाऊँ।
646  GEN 24:54  और उसने और उसके साथ के आदमियों ने खाया पिया और रात भर वहीं रहे; सुबह को वहऔर उसने कहा, कि मुझे मेरे आक़ा के पास रवाना कर दो।
653  GEN 24:61  और रिब्क़ा और उसकी सहेलियाँकर ऊँटों पर सवार हुई, और उस आदमी के पीछे हो लीं। तब वह आदमी रिब्क़ा को साथ लेकर रवाना हुआ।
655  GEN 24:63  और शाम के वक़्त इस्हाक़ बैतुलख़ला को मैदान में गया, और उसने जो अपनी आँखेंाई और नज़र की तो क्या देखता है कि ऊँट चले आ रहे हैं।
672  GEN 25:13  और इस्मा'ईल के बेटों के नाम यह है: यह नाम तरतीबवार उनकी पैदाइश के मुताबिक़ हैं, इस्मा'ईल का पहलौनबायोत था, फिर कीदार और अदबिएल और मिबसाम,
685  GEN 25:26  उसके बाद उसका भाई पैदा हुआ और उसका हाथ 'ऐसौ की एड़ी को पकड़े हुए था, और उसका नाम या'क़ूब रख्खा गया; जब वह रिब्क़ा से पैदा हुए तो इस्हाक़ सा साल का था।
690  GEN 25:31  तब या'क़ूब ने कहा, “तू आज अपने पहलौका हक़ मेरे हाथ बेच दे।”
691  GEN 25:32  'ऐसौ ने कहा, “देख, मैं तो मरा जाता हूँ, पहलौका हक़ मेरे किस काम आएगा?”
692  GEN 25:33  तब या'क़ूब ने कहा कि आज ही मुझ से क़सम खा, उसने उससे क़सम खाई; और उसने अपना पहलौका हक़ या'क़ूब के हाथ बेच दिया।
693  GEN 25:34  तब या'क़ूब ने 'ऐसौ को रोटी और मसूर की दाल दी; वह खा — पीकरऔर चला गया। यूँ 'ऐसौ ने अपने पहलौके हक़ की क़द्र न जाना।
724  GEN 26:31  और वह सुबह सवेरेऔर आपस में क़सम खाई; और इस्हाक़ ने उन्हें रुख़्सत किया और वह उसके पास से सलामत चले गए।
740  GEN 27:12  शायद मेरा बाप मुझे टटोले, तो मैं उसकी नज़र में दग़ाबाज़ हरूंगा; और बरकत नहीं बल्कि ला'नत कमाऊँगा।”
747  GEN 27:19  या'क़ूब ने अपने बाप से कहा, “मैं तेरा पहलौबेटा 'ऐसौ हूँ। मैंने तेरे कहने के मुताबिक़ किया है; इसलिए ज़रा और बै कर मेरे शिकार का गोश्त खा, ताकि तू दिल से मुझे दुआ दे।”
759  GEN 27:31  वह भी लज़ीज़ खाना पका कर अपने बाप के पास लाया, और उसने अपने बाप से कहा, मेरा बाप कर अपने बेटे के शिकार का गोश्त खाए, ताकि दिल से मुझे दुआ दे।
760  GEN 27:32  उसके बाप इस्हाक़ ने उससे पूछा कि तू कौन है? उसने कहा, मैं तेरा पहलौबेटा “ऐसौ हूँ।”
762  GEN 27:34  ऐसौ अपने बाप की बातें सुनते ही बड़ी बुलन्दी और हसरतनाक आवाज़ से चिल्लाा, और अपने बाप से कहा, “मुझ को भी दुआ दे, ऐ मेरे बाप! मुझ को भी।”
764  GEN 27:36  तब उसने कहा, “क्या उसका नाम या'क़ूब ीक नहीं रख्खा गया? क्यूँकि उसने दोबारा मुझे धोखा दिया। उसने मेरा पहलौका हक़ तो ले ही लिया था, और देख, अब वह मेरी बरकत भी ले गया।” फिर उसने कहा, “क्या तूने मेरे लिए कोई बरकत नहीं रख छोड़ी है?”