Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   फ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

6  GEN 1:6  और ख़ुदा ने कहा कि पानियों के बीच ़ज़ा हो ताकि पानी, पानी से जुदा हो जाए।
7  GEN 1:7  िर ख़ुदा ने ़ज़ा को बनाया और ़ज़ा के नीचे के पानी को ़ज़ा के ऊपर के पानी से जुदा किया; और ऐसा ही हुआ।
8  GEN 1:8  और ख़ुदा ने ़ज़ा को आसमान कहा। और शाम हुई और सुबह हुई — तब दूसरा दिन हुआ।
11  GEN 1:11  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन घास और बीजदार बूटियों को, और लदार दरख़्तों को जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ लें और जो ज़मीन पर अपने आप ही में बीज रख्खें उगाए और ऐसा ही हुआ।
12  GEN 1:12  तब ज़मीन ने घास, और बूटियों को, जो अपनी — अपनी क़िस्म के मुताबिक़ बीज रख्खें और लदार दरख़्तों को जिनके बीज उन की क़िस्म के मुताबिक़ उनमें हैं उगाया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
14  GEN 1:14  और ख़ुदा ने कहा कि ़लक पर सितारे हों कि दिन को रात से अलग करें; और वह निशान और ज़मानो और दिनों और बरसों के ़र्क़ के लिए हों।
15  GEN 1:15  और वह ़लक पर रोशनी के लिए हों कि ज़मीन पर रोशनी डालें, और ऐसा ही हुआ।
16  GEN 1:16  िर ख़ुदा ने दो बड़े चमकदार सितारे बनाए; एक बड़ा चमकदार सितारा, कि दिन पर हुक्म करे और एक छोटा चमकदार सितारा कि रात पर हुक्म करे और उसने सितारों को भी बनाया।
17  GEN 1:17  और ख़ुदा ने उनको ़लक पर रख्खा कि ज़मीन पर रोशनी डालें,
20  GEN 1:20  और ख़ुदा ने कहा कि पानी जानदारों को कसरत से पैदा करे, और परिन्दे ज़मीन के ऊपर ़ज़ा में उड़ें।
22  GEN 1:22  और ख़ुदा ने उनको यह कह कर बरकत दी कि लो और बढ़ो और इन समुन्दरों के पानी को भर दो, और परिन्दे ज़मीन पर बहुत बढ़ जाएँ।
26  GEN 1:26  िर ख़ुदा ने कहा कि हम इंसान को अपनी सूरत पर अपनी शबीह की तरह बनाएँ और वह समुन्दर की मछलियों और आसमान के परिन्दों और चौपायों, और तमाम ज़मीन और सब जानदारों पर जो ज़मीन पर रेंगते हैं इख़्तियार रख्खें।
28  GEN 1:28  और ख़ुदा ने उनको बरकत दी और कहा कि लो और बढ़ो और ज़मीन को भर दो और हुकूमत करो और समुन्दर की मछलियों और हवा के परिन्दों और कुल जानवरों पर जो ज़मीन पर चलते हैं इख़ितयार रख्खो।
29  GEN 1:29  और ख़ुदा ने कहा कि देखो, मैं तमाम रू — ए — ज़मीन की कुल बीजदार सब्ज़ी और हर दरख़्त जिसमें उसका बीजदार हो, तुम को देता हूँ; यह तुम्हारे खाने को हों।
33  GEN 2:2  और ख़ुदा ने अपने काम को, जिसे वह करता था सातवें दिन ख़त्म किया, और अपने सारे काम से जिसे वह कर रहा था, सातवें दिन ़ारिग़ हुआ।
34  GEN 2:3  और ख़ुदा ने सातवें दिन को बरकत दी, और उसे मुक़द्दस ठहराया; क्यूँकि उसमें ख़ुदा सारी कायनात से जिसे उसने पैदा किया और बनाया ़ारिग़ हुआ।
38  GEN 2:7  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने ज़मीन की मिट्टी से इंसान को बनाया और उसके नथनों में ज़िन्दगी का दम ूंका इंसान जीती जान हुआ।
39  GEN 2:8  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने मशरिक़ की तरअदन में एक बाग़ लगाया और इंसान को जिसे उसने बनाया था वहाँ रख्खा।
42  GEN 2:11  पहली का नाम ़ैसून है जो हवीला की सारी ज़मीन को जहाँ सोना होता है घेरे हुए है।
45  GEN 2:14  और तीसरी नदी का नाम दिजला है जो असूर के मशरिक़ को जाती है। और चौथी नदी का नाम ़रात है।
47  GEN 2:16  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को हुक्म दिया और कहा कि तू बाग़ के हर दरख़्त का बे रोक टोक खा सकता है।
57  GEN 3:1  और साँप सब जंगली जानवरों से, जिनको ख़ुदावन्द ख़ुदा ने बनाया था चालाक था, और उसने 'औरत से कहा क्या वाक़'ई ख़ुदा ने कहा है, कि बाग़ के किसी दरख़्त का तुम न खाना?
58  GEN 3:2  'औरत ने साँप से कहा कि बाग़ के दरख़्तों का तो हम खाते हैं।
59  GEN 3:3  लेकिन जो दरख़्त बाग़ के बीच में है उसके के बारे में ख़ुदा ने कहा है कि तुम न तो उसे खाना और न छूना वरना मर जाओगे।
62  GEN 3:6  'औरत ने जो देखा कि वह दरख़्त खाने के लिए अच्छा और आँखों को ख़ुशनुमा मा'लूम होता है और अक्ल बख़्शने के लिए ख़ूब है तो उसके में से लिया और खाया और अपने शौहर को भी दिया और उसने खाया।
64  GEN 3:8  और उन्होंने ख़ुदावन्द ख़ुदा की आवाज़ जो ठंडे वक़्त बाग़ में िरता था सुनी और आदम और उसकी बीवी ने अपने आप को ख़ुदावन्द ख़ुदा के सामने से बाग़ के दरख़तों में छिपाया।
67  GEN 3:11  उसने कहा, तुझे किसने बताया कि तू नंगा है? क्या तूने उस दरख़्त का खाया जिसके बारे में मैंने तुझ को हुक्म दिया था कि उसे न खाना?
68  GEN 3:12  आदम ने कहा कि जिस 'औरत को तूने मेरे साथ किया है उसने मुझे उस दरख़्त का दिया और मैंने खाया।
72  GEN 3:16  िर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — ए — हम्ल को बहुत बढ़ाऊँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरहोगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
73  GEN 3:17  और आदम से उसने कहा चूँकि तूने अपनी बीवी की बात मानी और उस दरख़्त का खाया जिस के बारे मैंने तुझे हुक्म दिया था कि उसे न खाना इसलिए ज़मीन तेरी वजह से ला'नती हुई। मशक़्क़त के साथ तू अपनी उम्र भर उसकी पैदावार खाएगा
75  GEN 3:19  तू अपने मुँह के पसीने की रोटी खाएगा जब तक कि ज़मीन में तू िर लौट न जाए इसलिए कि तू उससे निकाला गया है क्यूँकि तू ख़ाक है और ख़ाक में िर लौट जाएगा।
80  GEN 3:24  चुनाँचे उसने आदम को निकाल दिया और बाग — ए — 'अदन के मशरिक़ की तरकरूबियों को और चारों तरघूमने वाली शो'लाज़न तलवार को रख्खा, कि वह ज़िन्दगी के दरख़्त की राह की हि़ाज़त करें।
81  GEN 4:1  और आदम अपनी बीवी हव्वा के पास गया, और वह हामिला हुई और उसके क़ाइन पैदा हुआ। तब उसने कहा, मुझे ख़ुदावन्द से एक ़र्ज़न्द मिला।
82  GEN 4:2  िर क़ाइन का भाई हाबिल पैदा हुआ; और हाबिल भेड़ बकरियों का चरवाहा और क़ाइन किसान था।
83  GEN 4:3  कुछ दिन के बाद ऐसा हुआ कि क़ाइन अपने खेत के का हदिया ख़ुदावन्द के लिए लाया।
89  GEN 4:9  तब ख़ुदावन्द ने क़ाइन से कहा कि तेरा भाई हाबिल कहाँ है? उसने कहा, मुझे मा'लूम नहीं; क्या मैं अपने भाई का मुहा़िज़ हूँ?
90  GEN 4:10  िर उसने कहा कि तूने यह क्या किया? तेरे भाई का ख़ून ज़मीन से मुझ को पुकारता है।
91  GEN 4:11  और अब तू ज़मीन की तरसे ला'नती हुआ, जिसने अपना मुँह पसारा कि तेरे हाथ से तेरे भाई का ख़ून ले।
96  GEN 4:16  इसलिए, क़ाइन ख़ुदावन्द के सामने से निकल गया और अदन के मशरिक़ की तरनूद के इलाक़े में जा बसा।
105  GEN 4:25  और आदम िर अपनी बीवी के पास गया और उसके एक और बेटा हुआ और उसका नाम सेत रख्खा: और वह कहने लगी कि ख़ुदा ने हाबिल के बदले जिसको क़ाइन ने क़त्ल किया, मुझे दूसरा ़र्ज़न्द दिया।
138  GEN 5:32  और नूह पाँच सौ साल का था, जब उससे सिम, हाम और या़त, पैदा हुए।
148  GEN 6:10  और उससे तीन बेटे सिम, हाम और या़त पैदा हुए।
152  GEN 6:14  तू गोकी लकड़ी की एक कश्ती अपने लिए बना; उस कश्ती में कोठरियाँ तैयार करना और उसके अन्दर और बाहर राल लगाना।
155  GEN 6:17  और देख, मैं ख़ुद ज़मीन पर पानी का तू़ान लानेवाला हूँ, ताकि हर इंसान को जिसमें जिन्दगी की साँस है, दुनिया से हलाक कर डालूँ, और सब जो ज़मीन पर हैं मर जाएँगे।
166  GEN 7:6  और नूह छ: सौ साल का था, जब पानी का तू़ान ज़मीन पर आया।
167  GEN 7:7  तब नूह और उसके बेटे और उसकी बीवी, और उसके बेटों की बीवियाँ, उसके साथ तू़ान के पानी से बचने के लिए कश्ती में गए।
170  GEN 7:10  और सात दिन के बाद ऐसा हुआ कि तू़ान का पानी ज़मीन पर आ गया।
171  GEN 7:11  नूह की उम्र का छ: सौवां साल था, कि उसके दूसरे महीने के ठीक सत्रहवीं तारीख़ को बड़े समुन्दर के सब सोते ूट निकले और आसमान की खिड़कियाँ खुल गई।
173  GEN 7:13  उसी दिन नूह और नूह के बेटे सिम और हाम और या़त, और
177  GEN 7:17  और चालीस दिन तक ज़मीन पर तू़ान रहा, और पानी बढ़ा और उसने कश्ती को ऊपर उठा दिया; तब कश्ती ज़मीन पर से उठ गई।
183  GEN 7:23  बल्कि हर जानदार शय जो इस ज़मीन पर थी मर मिटी — क्या इंसान क्या हैवान क्या रेंगने वाले जानदार क्या हवा का परिन्दा, यह सब के सब ज़मीन पर से मर मिटे। सिर्एक नूह बाक़ी बचा, या वह जो उसके साथ कश्ती में थे।
185  GEN 8:1  िर ख़ुदा ने नूह को और सब जानदार और सब चौपायों को जो उसके साथ कश्ती में थे याद किया; और ख़ुदा ने ज़मीन पर एक हवा चलाई और पानी रुक गया।
191  GEN 8:7  और उसने एक कौवे को उड़ा दिया; इसलिए वह निकला और जब तक कि ज़मीन पर से पानी सूख न गया इधर उधर िरता रहा।
192  GEN 8:8  िर उसने एक कबूतरी अपने पास से उड़ा दी, ताकि देखे, कि ज़मीन पर पानी घटा या नहीं।
194  GEN 8:10  और सात दिन ठहर कर उसने उस कबूतरी को िर कश्ती से उड़ा दिया;
196  GEN 8:12  तब वह सात दिन और ठहरा, इसके बाद िर उस कबूतरी को उड़ाया, लेकिन वह उसके पास िर कभी न लौटी।
201  GEN 8:17  और उन जानदारों को भी बाहर निकाल ला जो तेरे साथ हैं: क्या परिन्दे, क्या चौपाये, क्या ज़मीन के रेंगनेवाले जानदार; ताकि वह ज़मीन पर कसरत से बच्चे दें और दायक हों और ज़मीन पर बढ़ जाएँ।
205  GEN 8:21  और ख़ुदावन्द ने उसकी राहत अंगेज़ ख़ुशबू ली, और ख़ुदावन्द ने अपने दिल में कहा कि इंसान की वजह से मैं िर कभी ज़मीन पर ला'नत नहीं भेजूँगा, क्यूँकि इंसान के दिल का ख़्याल लड़कपन से बुरा है; और न िर सब जानदारों को जैसा अब किया है, मारूँगा।
206  GEN 8:22  बल्कि जब तक ज़मीन क़ाईम है बीज बोना और ़सल कटना, सर्दी और तपिश, गर्मी और जाड़ा और रात ख़त्म न होंगे।
207  GEN 9:1  और ख़ुदा ने नूह और उसके बेटों को बरकत दी और उनको कहा कि ़ायदेमन्द हो और बढ़ो और ज़मीन को भर दो।
209  GEN 9:3  हर चलता िरता जानदार तुम्हारे खाने को होगा; हरी सब्ज़ी की तरह मैंने सबका सब तुम को दे दिया
213  GEN 9:7  और तुम दायक हो और बढ़ो और ज़मीन पर खू़ब अपनी नसल बढ़ाओ, और बहुत ज़्यादा हो जाओ।
217  GEN 9:11  मैं इस 'अहद को तुम्हारे साथ क़ाईम रखूँगा कि सब जानदार तू़ान के पानी से िर हलाक न होंगे, और न कभी ज़मीन को तबाह करने के लिए िर तू़ान आएगा
221  GEN 9:15  और मैं अपने 'अहद को, जो मेरे और तुम्हारे और हर तरह के जानदार के बीच है, याद करूँगा; और तमाम जानदारों की हलाकत के लिए पानी का तू़ान िर न होगा।
224  GEN 9:18  नूह के बेटे जो कश्ती से निकले, सिम, हाम और या़त थे और हाम कनान का बाप था।
225  GEN 9:19  यही तीनों नूह के बेटे थे और इन्हीं की नसल सारी ज़मीन ैली।
229  GEN 9:23  तब सिम और या़त ने एक कपड़ा लिया और उसे अपने कन्धों पर धरा, और पीछे को उल्टे चल कर गए और अपने बाप की नंगे पन को ढाँका, इसलिए उनके मुँह उल्टी तरथे और उन्होंने अपने बाप की नंगे पन को न देखा।
232  GEN 9:26  िर कहा, ख़ुदावन्द सिम का ख़ुदा मुबारक हो, और कनान सिम का ग़ुलाम हो।
233  GEN 9:27  ख़ुदा या़त को ैलाए, कि वह सिम के डेरों में बसे, और कनान उसका गु़लाम
234  GEN 9:28  और तू़ान के बाद नूह साढ़े तीन सौ साल और ज़िन्दा रहा।
235  GEN 9:29  और नूह की कुल उम्र साढ़े नौ सौ साल की हुई। तब उसने़ात पाई।
236  GEN 10:1  नूह के बेटों सिम, हाम और या़त की औलाद यह हैं। तूान के बाद उनके यहाँ बेटे पैदा हुए।
237  GEN 10:2  बनी या़त यह हैं: जुमर और माजूज और मादी, और यावान और तूबल और मसक और तीरास।
238  GEN 10:3  और जुमर के बेटे: अशकनाज़ और री़त और तुजरमा।
240  GEN 10:5  क़ौमों के जज़ीरे इन्हीं की नसल में बट कर, हर एक की ज़बान और क़बीले के मुताबिक़ मुख़तलिमुल्क और गिरोह हो गए।
241  GEN 10:6  और बनी हाम यह हैं: कूश और मिस्र और ़ूत और कना'न।
248  GEN 10:13  और मिस्र से लूदी और अनामी और लिहाबी औऱतूही
249  GEN 10:14  और ़तरूसी और कसलूही जिनसे ़िलिस्ती निकले औऱतूरी पैदा हुए।
253  GEN 10:18  और अरवादी और समारी और हमाती पैदा हुए; और बाद में कना'नी क़बीले ैल गए।
254  GEN 10:19  और कना'नियों की हद यह है: सैदा से ग़ज़्ज़ा तक जो जिरार के रास्ते पर है, िर वहाँ से लसा' तक जो सदूम और 'अमूरा और अदमा और ज़िबयान की राह पर है।
256  GEN 10:21  और सिम के यहाँ भी जो तमाम बनी इब्र का बाप और या़त का बड़ा भाई था, औलाद हुई।
257  GEN 10:22  और बनी सिम यह हैं: ऐलाम और असुर और अऱकसद और लुद और आराम।
259  GEN 10:24  और अऱकसद से सिलह पैदा हुआ और सिलह से इब्र।
260  GEN 10:25  और इब्र के यहाँ दो बेटे पैदा हुए; एक का नाम ़लज था क्यूँकि ज़मीन उसके दिनों में बटी, और उसके भाई का नाम युक्तान था।
261  GEN 10:26  और युक्तान से अलमूदाद और सलऔर हसारमावत और इराख़।
264  GEN 10:29  औऱीर और हवील और यूबाब पैदा हुए; यह सब बनी युक्तान थे।
265  GEN 10:30  और इनकी आबादी मेसा से मशरिक़ के एक पहाड़़ार की तरथी।