Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   ौ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

19  GEN 1:19  और शाम हुई और सुबह हुई — तबथा दिन हुआ।
24  GEN 1:24  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन जानदारों को, उनकी क़िस्म के मुताबिक़,पाये और रेंगनेवाले जानदार और जंगली जानवर उनकी क़िस्म के मुताबिक़ पैदा करे, और ऐसा ही हुआ।
25  GEN 1:25  और ख़ुदा ने जंगली जानवरों औरपायों को उनकी क़िस्म के मुताबिक़ और ज़मीन के रेंगने वाले जानदारों को उनकी क़िस्म के मुताबिक़ बनाया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
26  GEN 1:26  फिर ख़ुदा ने कहा कि हम इंसान को अपनी सूरत पर अपनी शबीह की तरह बनाएँ और वह समुन्दर की मछलियों और आसमान के परिन्दों औरपायों, और तमाम ज़मीन और सब जानदारों पर जो ज़मीन पर रेंगते हैं इख़्तियार रख्खें।
36  GEN 2:5  और ज़मीन पर अब तक खेत का कोईधा न था और न मैदान की कोई सब्ज़ी अब तक उगी थी, क्यूँकि ख़ुदावन्द ख़ुदा ने ज़मीन पर पानी नहीं बरसाया था, और न ज़मीन जोतने को कोई इंसान था।
45  GEN 2:14  और तीसरी नदी का नाम दिजला है जो असूर के मशरिक़ को जाती है। औरथी नदी का नाम फ़रात है।
51  GEN 2:20  और आदम ने सबपायों और हवा के परिन्दों और सब जंगली जानवरों के नाम रख्खे लेकिन आदम के लिए कोई मददगार उसकी तरह न मिला।
62  GEN 3:6  'औरत ने जो देखा कि वह दरख़्त खाने के लिए अच्छा और आँखों को ख़ुशनुमा मा'लूम होता है और अक्ल बख़्शने के लिए ख़ूब है तो उसके फल में से लिया और खाया और अपनेहर को भी दिया और उसने खाया।
70  GEN 3:14  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने साँप से कहा, इसलिए कि तूने यह किया तू सबपायों और जंगली जानवरों में ला'नती ठहरा; तू अपने पेट के बल चलेगा, और अपनी उम्र भर खाक चाटेगा।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द — ए — हम्ल को बहुत बढ़ाऊँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपनेहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
75  GEN 3:19  तू अपने मुँह के पसीने की रोटी खाएगा जब तक कि ज़मीन में तू फिरन जाए इसलिए कि तू उससे निकाला गया है क्यूँकि तू ख़ाक है और ख़ाक में फिरजाएगा।
84  GEN 4:4  और हाबिल भी अपनी भेड़ बकरियों के कुछ पहलठे बच्चों का और कुछ उनकी चर्बी का हदिया लाया। और ख़ुदावन्द ने हाबिल को और उसके हदिये को क़ुबूल किया,
109  GEN 5:3  और आदम एक तीस साल का था जब उसकी सूरत — ओ — शबीह का एक बेटा उसके यहाँ पैदा हुआ; और उसने उसका नाम सेत रख्खा।
110  GEN 5:4  और सेत की पैदाइश के बाद आदम आठ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
111  GEN 5:5  और आदम की कुल उम्र तीस साल की हुई, तब वह मरा।
112  GEN 5:6  और सेत एक पाँच साल का था जब उससे अनूस पैदा हुआ।
113  GEN 5:7  और अनूस की पैदाइश के बाद सेत आठ सात साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
114  GEN 5:8  और सेत की कुल उम्र बारह साल की हुई, तब वह मरा।
116  GEN 5:10  और क़ीनान की पैदाइश के बाद अनूस आठ पन्द्रह साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
117  GEN 5:11  और अनूस की कुल उम्र पाँच साल की हुई, तब वह मरा।
119  GEN 5:13  और महललेल की पैदाइश के बाद क़ीनान आठ चालीस साल ज़िन्दा रहाऔर उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
120  GEN 5:14  और क़ीनान की कुल उम्र दस साल की हुई, तब वह मरा।
122  GEN 5:16  और यारिद की पैदाइश के बाद महललेल आठ तीस साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
123  GEN 5:17  और महललेल की कुल उम्र आठ पचानवे साल की हुई, तब वह मरा।
124  GEN 5:18  और यारिद एक बासठ साल का था जब उससे हनूक पैदा हुआ।
125  GEN 5:19  और हनूक की पैदाइश के बाद यारिद आठ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
126  GEN 5:20  और यारिद की कुल उम्र बासठ साल की हुई, तब वह मरा।
128  GEN 5:22  और मतूसिलह की पैदाइश के बाद हनूक तीन साल तक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
129  GEN 5:23  और हनूक की कुल उम्र तीन पैंसठ साल की हुई।
131  GEN 5:25  और मतूसिलह एक सतासी साल का था जब उससे लमक पैदा हुआ।
132  GEN 5:26  और लमक की पैदाइश के बाद मतूसिलह सात बयासी साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
133  GEN 5:27  और मतूसिलह की कुल उम्र उनहत्तर साल की हुई, तब वह मरा।
134  GEN 5:28  और लमक एक बयासी साल का था जब उससे एक बेटा पैदा हुआ।
136  GEN 5:30  और नूह की पैदाइश के बाद लमक पाँच पंचानवे साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
137  GEN 5:31  और लमक की कुल उम्र सात सत्तर साल की हुई, तब वह मरा।
138  GEN 5:32  और नूह पाँच साल का था, जब उससे सिम, हाम और याफ़त, पैदा हुए।
141  GEN 6:3  तब ख़ुदावन्द ने कहा कि मेरी रूह इंसान के साथ हमेशा मुज़ाहमत न करती रहेगी। क्यूँकि वह भी तो इंसान है; तो भी उसकी उम्र एक बीस साल की होगी।
153  GEN 6:15  और ऐसा करना कि कश्ती की लम्बाई तीन हाथ, उसकीड़ाई पचास हाथ और उसकी ऊँचाई तीस हाथ हो।
154  GEN 6:16  और उस कश्ती में एकशनदान बनाना, और ऊपर से हाथ भर छोड़ कर उसे ख़त्म कर देना; और उस कश्ती का दरवाज़ा उसके पहलू में रखना; और उसमें तीन हिस्से बनाना निचला, दूसरा और तीसरा।
166  GEN 7:6  और नूह छ: साल का था, जब पानी का तूफ़ान ज़मीन पर आया।
171  GEN 7:11  नूह की उम्र का छ:वां साल था, कि उसके दूसरे महीने के ठीक सत्रहवीं तारीख़ को बड़े समुन्दर के सब सोते फूट निकले और आसमान की खिड़कियाँ खुल गई।
174  GEN 7:14  और हर क़िस्म का जानवर और हर क़िस्म कापाया और हर क़िस्म का ज़मीन पर का रेंगने वाला जानदार और हर क़िस्म का परिन्दा और हर क़िस्म की चिड़िया, यह सब कश्ती में दाख़िल हुए।
181  GEN 7:21  और सब जानवर जो ज़मीन पर चलते थे, परिन्दे औरपाए और जंगली जानवर और ज़मीन पर के सब रेंगनेवाले जानदार, और सब आदमी मर गए।
184  GEN 7:24  और पानी ज़मीन पर एक पचास दिन तक बढ़ता रहा।
185  GEN 8:1  फिर ख़ुदा ने नूह को और सब जानदार और सबपायों को जो उसके साथ कश्ती में थे याद किया; और ख़ुदा ने ज़मीन पर एक हवा चलाई और पानी रुक गया।
187  GEN 8:3  और पानी ज़मीन पर से घटते — घटते एक पचास दिन के बाद कम हुआ।
191  GEN 8:7  और उसने एकवे को उड़ा दिया; इसलिए वह निकला और जब तक कि ज़मीन पर से पानी सूख न गया इधर उधर फिरता रहा।
193  GEN 8:9  लेकिन कबूतरी ने पंजा टेकने की जगह न पाई और उसके पास कश्ती कोआई, क्यूँकि तमाम रू — ए — ज़मीन पर पानी था। तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे ले लिया और अपने पास कश्ती में रख्खा।
195  GEN 8:11  और वह कबूतरी शाम के वक़्त उसके पासआई, और देखा तो जैतून की एक ताज़ा पत्ती उसकी चोंच में थी। तब नूह ने मा'लूम किया कि पानी ज़मीन पर से कम हो गया।
196  GEN 8:12  तब वह सात दिन और ठहरा, इसके बाद फिर उस कबूतरी को उड़ाया, लेकिन वह उसके पास फिर कभी नटी।
197  GEN 8:13  और छ: पहले साल के पहले महीने की पहली तारीख़ को ऐसा हुआ, कि ज़मीन पर से पानी सूख गया; और नूह ने कश्ती की छत खोली और देखा कि ज़मीन की सतह सूख गई है।
201  GEN 8:17  और उन जानदारों को भी बाहर निकाल ला जो तेरे साथ हैं: क्या परिन्दे, क्यापाये, क्या ज़मीन के रेंगनेवाले जानदार; ताकि वह ज़मीन पर कसरत से बच्चे दें और फल दायक हों और ज़मीन पर बढ़ जाएँ।
204  GEN 8:20  तब नूह ने ख़ुदावन्द के लिए एक मज़बह बनाया; और सब पाकपायों और पाक परिन्दों में से थोड़े से लेकर उस मज़बह पर सोख़्तनी क़ुर्बानियाँ पेश कीं।
208  GEN 9:2  और ज़मीन के सब जानदारों और हवा के सब परिन्दों पर तुम्हारी दहशत और तुम्हाराहोगा; यह और तमाम कीड़े जिन से ज़मीन भरी पड़ी है, और समुन्दर की कुल मछलियाँ तुम्हारे क़ब्ज़े में की गई।
216  GEN 9:10  और सब जानदारों से जो तुम्हारे साथ हैं, क्या परिन्दे क्यापाए क्या ज़मीन के जानवर, या'नी ज़मीन के उन सब जानवरों के बारे में जो कश्ती से उतरे, 'अहद करता हूँ
234  GEN 9:28  और तूफ़ान के बाद नूह साढ़े तीन साल और ज़िन्दा रहा।
235  GEN 9:29  और नूह की कुल उम्र साढ़े साल की हुई। तब उसने वफ़ात पाई।
240  GEN 10:5  क़मों के जज़ीरे इन्हीं की नसल में बट कर, हर एक की ज़बान और क़बीले के मुताबिक़ मुख़तलिफ़ मुल्क और गिरोह हो गए।
250  GEN 10:15  और कनान से सैदा जो उसका पहलठा था, और हित,
267  GEN 10:32  नूह के बेटों के ख़ान्दान उनके गिरोह और नसलों के ऐतबार से यही हैं, और तूफ़ान के बाद जो क़में ज़मीन पर इधर उधर बट गई वह इन्हीं में से थीं।
277  GEN 11:10  यह सिम का नसबनामा है: सिम एक साल का था जब उससे तूफ़ान के दो साल बाद अरफ़कसद पैदा हुआ;
278  GEN 11:11  और अरफ़कसद की पैदाइश के बाद सिम पाँच साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
280  GEN 11:13  और सिलह की पैदाइश के बाद अरफ़कसद चार तीन साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
282  GEN 11:15  और इब्र की पैदाइश के बाद सिलह चार तीन साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
283  GEN 11:16  जब इब्रंतीस साल का था, तो उससे फ़लज पैदा हुआ;
284  GEN 11:17  और फ़लज की पैदाइश के बाद इब्र चार तीस साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
286  GEN 11:19  और र'ऊ की पैदाइश के बाद फ़लज दो साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
288  GEN 11:21  और सरूज की पैदाइश के बाद र'ऊ दो सात साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
290  GEN 11:23  और नहूर की पैदाइश के बाद सरूज दो साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुईं।
292  GEN 11:25  और तारह की पैदाइश के बाद नहूर एक उन्नीस साल और ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
299  GEN 11:32  और तारह की उम्र दो पाँच साल की हुई और उस ने हारान में वफ़ात पाई।
301  GEN 12:2  और मैं तुझे एक बड़ी क़बनाऊँगा और बरकत दूँगा और तेरा नाम सरफ़राज़ करूँगा; इसलिए तू बरकत का ज़रिया' हो।
312  GEN 12:13  इसलिए तू यह कह देना, कि मैं इसकी बहन हूँ, ताकि तेरी वजह से मेरा भला हो और मेरी जान तेरी बदलत बची रहे।
315  GEN 12:16  और उसने उसकी ख़ातिर इब्रहाम पर एहसान किया; और भेड़ बकरियाँ और गाय, बैल और गधे और ग़ुलाम औरंडियाँ और गधियाँ और ऊँट उसके पास हो गए।
321  GEN 13:2  और इब्रहाम के पासपाए और सोना चाँदी बकसरत था।
329  GEN 13:10  तब लूत ने आँख उठाकर यरदन की सारी तराई पर जो ज़ुग़र की तरफ़ है नज़रड़ाई। क्यूँकि वह इससे पहले कि ख़ुदावन्द ने सदूम और 'अमूरा को तबाह किया, ख़ुदावन्द के बाग़ और मिस्र के मुल्क की तरह खू़ब सेराब थी।
333  GEN 13:14  और लूत के जुदा हो जाने के बाद ख़ुदावन्द ने इब्रहाम से कह कि अपनी आँख उठा और जिस जगह तू है वहाँ से शिमाल दख्खिन और मशरिक़ और मग़रिब की तरफ़ नज़रड़ा।
336  GEN 13:17  उठ, और इस मुल्क की लम्बाई औरड़ाई में घूम, क्यूँकि मैं इसे तुझ को दूँगा।
342  GEN 14:5  औरदहवें साल किदरला उम्र और उसके साथ के बादशाह आए, और रिफ़ाईम को 'असतारात क़र्नेम में, और ज़ूज़ियों को हाम में, और ऐमीम को सवीक़र्यतैम में,
344  GEN 14:7  फिर वहकर 'ऐन — मिसफ़ात या'नी क़ादिस पहुँचे, और 'अमालीक़ियों के तमाम मुल्क को, और अमोरियों को जो हसेसून तमर में रहते थे मारा।
351  GEN 14:14  जब इब्रहाम ने सुना कि उसका भाई गिरफ़्तार हुआ, तो उसने अपने तीन अट्ठारह माहिर लड़ाकों को लेकर दान तक उनका पीछा किया।
360  GEN 14:23  कि मैं न तो कोई धागा, न जूती का तस्मा, न तेरी और कोई चीज़ लूँ ताकि तू यह न कह सके कि मैंने इब्रहाम कोलतमन्द बना दिया।
374  GEN 15:13  और उसने इब्रहाम से कहा, यक़ीन जान कि तेरी नसल के लोग ऐसे मुल्क में जो उनका नहीं परदेसी होंगे और वहाँ के लोगों की ग़ुलामी करेंगे और वह चार साल तक उनको दुख देंगे।
375  GEN 15:14  लेकिन मैं उसकी 'अदालत करूँगा जिसकी वह गु़लामी करेंगे, और बाद में वह बड़ीलत लेकर वहाँ से निकल आएँगे।
377  GEN 15:16  और वहथी पुश्त में यहाँआएँगे, क्यूँकि अमोरियों के गुनाह अब तक पूरे नहीं हुए।
383  GEN 16:1  और इब्रहाम की बीवी सारय के कोई औलाद न हुई। उसकी एक मिस्रींडी थी जिसका नाम हाजिरा था।
384  GEN 16:2  और सारय ने इब्रहाम से कहा कि देख, ख़ुदावन्द ने मुझे तो औलाद से महरूम रख्खा है, इसलिए तू मेरींडी के पास जा शायद उससे मेरा घर आबाद हो। और इब्रहाम ने सारय की बात मानी।
385  GEN 16:3  और इब्रहाम को मुल्क — ए — कना'न में रहते दस साल हो गए थे जब उसकी बीवी सारय ने अपनी मिस्रींडी उसे दी कि उसकी बीवी बने।
387  GEN 16:5  तब सारय ने इब्रहाम से कहा, जो जु़ल्म मुझ पर हुआ वह तेरी गर्दन पर है। मैंने अपनींडी तेरे आग़ोश में दी और अब जो उसने आपको हामिला देखा तो मैं उसकी नज़रों में हक़ीर हो गई; इसलिए ख़ुदावन्द मेरे और तेरे बीच इन्साफ़ करे।