| 10461 | 1CH 5:29 | और 'अमराम की औलाद:हारून और मूसा और मरियम। और बनी हारून: नदब और अबीहू इली'एलियाज़र और ऐतामर। |
| 10474 | 1CH 6:1 | बनी लावी:जैरसोम क़िहात, और मिरारी हैं। |
| 10480 | 1CH 6:7 | बनी क़िहात:क़िहात का बेटा अम्मीनदाब, का बेटा अम्मीनदाब का बेटा क़ोरह, क़ोरह का बेटा अस्सीर, |
| 10572 | 1CH 7:33 | और बनी यफ़लीत:फ़ासाक और और बिमहाल और 'असवात; यह बनी यफ़लीत हैं। |
| 11043 | 1CH 24:23 | बनी हबरून में से:यरियाह पहला, अमरियाह दूसरा, यहज़िएल तीसरा, यकमि'आम चौथा। |
| 11107 | 1CH 26:25 | और उसके भाई इली'एलियाज़र की तरफ़ से:उसका बेटा रहबियाह, रहबिया का बेटा यसा'याह, यसा'याह का बेटा यूराम, यूराम का बेटा ज़िकरी, ज़िकरी का बेटा सल्लूमीत। |
| 12282 | EZR 10:25 | और इस्राईल में से:बनी पर'ऊस में से, रमियाह और यज़ियाह और मलकियाह और मियामीन और इली'एलियाज़र और मलकियाह और बिनायाह |
| 12318 | NEH 2:6 | तब बादशाह ने (मलिका भी उस के पास बैठी थी) मुझ से कहा, “तेरा सफ़र कितनी मुद्दत का होगा और तू कब लौटेगा?” ग़रज़ बादशाह की मर्ज़ी हुई कि मुझे भेजे:और मैंने वक़्त मुक़र्रर करके उसे बताया। |
| 12368 | NEH 3:36 | सुन ले, ऐ हमारे ख़ुदा क्यूँकि हमारी हिक़ारत होती है और उनकी मलामत उन ही के सिर पर डाल:और ग़ुलामी के मुल्क में उनको ग़ारतगरों के हवाले कर दे। |
| 12482 | NEH 7:57 | सुलेमान के ख़ादिमों की औलाद:बनी सूती, बनी सूफ़िरत, बनी फ़रीदा, |
| 13956 | PSA 2:7 | मैं उस फ़रमान को बयान करूँगा:ख़ुदावन्द ने मुझ से कहा, “तू मेरा बेटा है। आज तू मुझ से पैदा हुआ। |
| 14159 | PSA 18:29 | इसलिए के तू मेरे चराग़ को रौशन करेगा:ख़ुदावन्द मेरा ख़ुदा मेरे अंधेरे को उजाला कर देगा। |
| 14258 | PSA 23:6 | यक़ीनन भलाई और रहमत उम्र भर मेरे साथ साथ रहेंगी:और मैं हमेशा ख़ुदावन्द के घर में सकूनत करूँगा। |
| 14270 | PSA 25:2 | ऐ मेरे ख़ुदा, मैंने तुझ पर भरोसा किया है, मुझे शर्मिन्दा न होने दे:मेरे दुश्मन मुझ पर ख़ुशी न मनाएँ। |
| 14476 | PSA 37:5 | अपनी राह ख़ुदावन्द पर छोड़ दे:और उस पर भरोसा कर, वही सब कुछ करेगा। |
| 14676 | PSA 48:12 | तेरे अहकाम की वजह से:कोह — ए — सिय्यून शादमान हो यहूदाह की बेटियाँ ख़ुशी मनाए, |
| 14787 | PSA 55:16 | उनकी मौत अचानक आ दबाए; वह जीते जी पाताल में उतर जाएँ:क्यूँकि शरारत उनके घरों में और उनके अन्दर है। |
| 14800 | PSA 56:5 | मेरा फ़ख़्र ख़ुदा पर और उसके कलाम पर है। मेरा भरोसा ख़ुदा पर है, मैं डरने का नहीं:बशर मेरा क्या कर सकता है? |
| 15003 | PSA 69:15 | मुझे दलदल में से निकाल ले और धसने न दे:मुझ से 'अदावत रखने वालों, और गहरे पानी से मुझे बचा ले। |
| 15070 | PSA 72:15 | वह ज़िन्दा रहेंगे और सबा का सोना उसको दिया जाएगा। लोग बराबर उसके हक़ में दुआ करेंगे:वह दिनभर उसे दुआ देंगे। |
| 15177 | PSA 78:6 | ताकि आइंदा नसल, या'नी वह फ़र्ज़न्द जो पैदा होंगे, उनको जान लें:और वह बड़े होकर अपनी औलाद को सिखाएँ, |
| 15179 | PSA 78:8 | और अपने बाप — दादा की तरह, सरकश और बाग़ी नसल न बनें:ऐसी नसल जिसने अपना दिल दुरुस्त न किया और जिसकी रूह ख़ुदा के सामने वफ़ादार न रही। |
| 15196 | PSA 78:25 | इंसान ने फ़रिश्तों की गिज़ा खाई:उसने खाना भेजकर उनको आसूदा किया। |
| 15254 | PSA 79:11 | कै़दी की आह तेरे सामने तक पहुँचे:अपनी बड़ी कु़दरत से मरने वालों को बचा ले। |
| 15275 | PSA 80:19 | फिर हम तुझ से नाफ़रमान न होंगे:तू हम को फिर ज़िन्दा कर और हम तेरा नाम लिया करेंगे। |
| 15877 | PSA 112:6 | उसे कभी जुम्बिश न होगी:सादिक की यादगार हमेशा रहेगी। |
| 16120 | PSA 119:154 | मेरी वकालत कर और मेरा फ़िदिया दे:अपने कलाम के मुताबिक़ मुझे ज़िन्दा कर। |
| 16230 | PSA 132:11 | ख़ुदावन्द ने सच्चाई के साथ दाऊद से क़सम खाई है; वह उससे फिरने का नहीं:कि “मैं तेरी औलाद में से किसी को तेरे तख़्त पर बिठाऊँगा। |
| 16370 | PSA 143:7 | ऐ ख़ुदावन्द, जल्द मुझे जवाब दे:मेरी रूह गुदाज़ हो चली! अपना चेहरा मुझ से न छिपा, ऐसा न हो कि मैं क़ब्र में उतरने वालों की तरह हो जाऊँ। |
| 16930 | PRO 16:20 | जो कलाम पर तवज्जुह करता है, भलाई देखेगा:और जिसका भरोसा ख़ुदावन्द पर है, मुबारक है। |
| 17477 | ECC 5:9 | ज़रदोस्त रुपये से आसूदा न होगा, और दौलत का चाहनेवाला उसके बढ़ने से सेर न होगा:ये भी बेकार है। |
| 17810 | ISA 5:1 | अब मैं अपने महबूब के लिए अपने महबूब का एक गीत, उसके बाग़ के ज़रिए' गाऊँगा:मेरे महबूब का बाग़ एक ज़रखे़ज़ पहाड़ पर था। |
| 18031 | ISA 15:1 | मुआब के बारे में नबुव्वत:एक ही रात में 'आर — ए — मोआब ख़राब और हलाक हो गया; एक ही रात में क़ीर — ए — मोआब ख़राब और हलाक हो गया। |
| 18106 | ISA 21:1 | दश्त — ए — दरिया के बारे में नबुवत:जिस तरह दक्खिनी हवा ज़ोर से चली आती है, उसी तरह वह दश्त से और मुहीब सरज़मीन से नज़दीक आ रहा है। |
| 18201 | ISA 26:1 | उस वक़्त यहूदाह के मुल्क में ये गीत गाया जाएगा:हमारा एक मुहकम शहर है, जिसकी फ़सील और नसलों की जगह वह नजात ही को मुक़र्रर करेगा। |
| 18366 | ISA 33:17 | तेरी आँखें बादशाह का जमाल देखेंगी:वह बहुत दूर तक वसी' मुल्क पर नज़र करेंगी। |
| 18389 | ISA 34:16 | तुम ख़ुदावन्द की किताब में ढूंडो और पढ़ो:इनमें से एक भी कम न होगा, और कोई बेजुफ़्त न होगा; क्यूँकि मेरे मुँह ने यही हुक्म किया है और उसकी रूह ने इनको जमा' किया है। |
| 18543 | ISA 41:22 | वह उनको हाज़िर करें ताकि वह हम को होने वाली चीज़ों की ख़बर दें:हम से अगली बातें बयान करो कि क्या थीं, ताकि हम उन पर सोचें और उनके अंजाम को समझें या आइंदा की होने वाली बातों से हम को आगाह करो। |
| 18747 | ISA 51:4 | मेरी तरफ़ मुत्वज्जिह हो, ऐ मेरे लोगो; मेरी तरफ़ कान लगा, ऐ मेरी उम्मत:क्यूँकि शरी'अत मुझ से सादिर होगी और मैं अपने 'अद्ल को लोगों की रोशनी के लिए क़ाईम करूँगा। |
| 19047 | JER 2:13 | क्यूँकि मेरे लोगों ने दो बुराइयाँ कीं:उन्होंने मुझ आब — ए — हयात के चश्मे को छोड़ दिया और अपने लिए हौज़ खोदे हैं शिकस्ता हौज़ जिनमें पानी नहीं ठहर सकता। |
| 19562 | JER 23:9 | नबियों के बारे में:मेरा दिल मेरे अन्दर टूट गया, मेरी सब हड्डियाँ थरथराती हैं; ख़ुदावन्द और उसके पाक कलाम की वजह से मैं मतवाला सा हूँ, और उस शख़्स की तरह जो मय से मग़लूब हो। |
| 19567 | JER 23:14 | मैंने येरूशलेम के नबियों में भी एक हौलनाक बात देखी:वह ज़िनाकार, झूठ के पैरौ और बदकारों के हामी हैं, यहाँ तक कि कोई अपनी शरारत से बाज़ नहीं आता; वह सब मेरे नज़दीक सदूम की तरह और उसके बाशिन्दे 'अमूरा की तरह हैं।” |
| 19747 | JER 30:11 | क्यूँकि मैं तेरे साथ हूँ, ख़ुदावन्द फ़रमाता है, ताकि तुझे बचाऊँ:अगरचे मैं सब क़ौमों को जिनमें मैंने तुझे तितर — बितर किया तमाम कर डालूँगा तोभी तुझे तमाम न करूँगा; बल्कि तुझे मुनासिब तम्बीह करूँगा और हरगिज़ बे सज़ा न छोड़ूँगा। |
| 20061 | JER 42:17 | बल्कि यूँ होगा कि वह सब लोग जो मिस्र का रुख़ करते हैं कि वहाँ जाकर रहें, तलवार और काल और वबा से मरेंगे:उनमें से कोई बाक़ी न रहेगा और न कोई उस बला से जो मैं उन पर नाज़िल करूँगा बचेगा। |
| 20415 | LAM 2:14 | तेरे नबियों ने तेरे लिए, बातिल और बेहूदा ख़्वाब देखे:और तेरी बदकिरदारी ज़ाहिर न की, ताकि तुझे ग़ुलामी से वापस लाते:बल्कि तेरे लिए झूटे पैग़ाम और जिलावतनी के सामान देखे। |
| 21763 | EZK 47:15 | 'और ज़मीन की हदें यह होंगी:उत्तर की तरफ़ बड़े समन्दर से लेकर हतलून से होती हुई सिदाद के मदख़ल तक, |
| 21794 | EZK 48:23 | और बाक़ी क़बाइल के लिए यूँ होगा:कि पूरबी सरहद से पच्छिमी सरहद तक, बिनयमीन के लिए एक हिस्सा। |
| 21802 | EZK 48:31 | और शहर के फाटक क़बाइल — ए — इस्राईल से नामज़द होंगे:तीन फाटक उत्तर की तरफ़ — एक फाटक रूबिन का, एक यहूदाह का, एक लावी का; |
| 22421 | JOL 4:9 | क़ौमों के बीच इस बात का 'ऐलान करो:लड़ाई की तैयारी करो “बहादुरों को बरअंगेख़्ता करो, जंगी जवान हाज़िर हों, वह चढ़ाई करें। |
| 22678 | MIC 3:1 | और मैंने कहा:ऐ या'क़ूब के सरदारों और बनी — इस्राईल के हाकिमों, सुनो। क्या मुनासिब नहीं कि तुम 'अदालत से वाक़िफ़ हो? |
| 22770 | NAM 2:3 | क्यूँकि ख़ुदावन्द या'क़ूब की रौनक़ को इस्राईल की रौनक़ की तरह, फिर बहाल करेगा:अगरचे ग़ारतगरों ने उनको ग़ारत किया है, और उनकी ताक की शाख़ें तोड़ डालीं हैं। |
| 22806 | HAB 1:6 | क्यूँकि देखो, मैं कसदियों को चढ़ालाऊँगा:वह गु़स्सावर और कम'अक़्ल क़ौम हैं, जो चौड़ी ज़मीन से होकर गुज़रते हैं, ताकि उन बस्तियों पर जो उनकी नहीं हैं, क़ब्ज़ा कर लें। |
| 22900 | ZEP 3:11 | उसी रोज़ तू अपने सब आ'माल की वजह से जिनसे तू मेरी गुनहगार हुई, शर्मिन्दा न होगी:क्यूँकि मैं उस वक़्त तेरे बीच से तेरे मग़रूर लोगों को निकाल दूँगा, और फिर तू मेरे मुक़द्दस पहाड़ पर तकब्बुर न करेगी। |
| 22921 | HAG 1:12 | तब ज़रुब्बाबुल — बिन — सियालतिएल और सरदार काहिन यशू'अ — बिन — यहूसदक़ और लोगों के बक़िया ख़ुदावन्द ख़ुदा अपने कलाम और उसके भेजे हुए हज्जी नबी की बातों को सुनने लगे:और लोग ख़ुदावन्द के सामने ख़ौफ़ ज़दा हुए। |
| 22947 | HAG 2:23 | रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है, ऐ मेरे ख़ादिम ज़रुब्बाबुल — बिन — सियालतिएल, उसी दिन मैं तुझे लूँगा, ख़ुदावन्द फ़रमाता है, और मैं तुझे एक मिसाल ठहराऊँगा:क्यूँकि मैंने तुझे मुक़र्रर किया है, रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है। |
| 23072 | ZEC 9:4 | देखो ख़ुदावन्द उसे ख़ारिज कर देगा, उसके ग़ुरूर को समुन्दर में डाल देगा:और आग उसको खा जाएगी। |
| 23385 | MAT 6:34 | पस कल के लिए फ़िक्र न करो क्यूँकि कल का दिन अपने लिए आप फ़िक्र कर लेगा; आज के लिए आज ही का दु:ख काफ़ी है। |
| 23416 | MAT 8:2 | और देखो:एक कौढ़ी ने पास आकर उसे सज्दा किया और कहा, “ऐ ख़ुदावन्द! अगर तू चाहे तो मुझे पाक साफ़ कर सकता है।” |
| 23461 | MAT 9:13 | मगर तुम जाकर उसके मा'ने मा'लूम करो:मैं क़ुर्बानी नहीं बल्कि रहम पसन्द करता हूँ। क्यूँकि मैं रास्तबाज़ों को नहीं बल्कि गुनाहगारों को बुलाने आया हूँ।” |
| 23762 | MAT 16:21 | उस वक़्त से ईसा अपने शागिर्दों पर ज़ाहिर करने लगा “कि उसे ज़रूर है कि येरूशलेम को जाए और बुज़ुर्गों और सरदार काहिनों और आलिमों की तरफ़ से बहुत दु:ख उठाए; और क़त्ल किया जाए और तीसरे दिन जी उठे।” |
| 23781 | MAT 17:12 | लेकिन मैं तुम से कहता हूँ; कि एलियाह तो आ चुका और उन्हों ने उसे नहीं पहचाना बल्कि जो चाहा उसके साथ किया; इसी तरह इबने आदम भी उनके हाथ से दु:ख उठाएगा।” |
| 23784 | MAT 17:15 | “ऐ ख़ुदावन्द, मेरे बेटे पर रहम कर, क्यूँकि उसको मिर्गी आती है और वो बहुत दु:ख उठाता है; इसलिए कि अक्सर आग और पानी में गिर पड़ता है। |
| 24217 | MAT 27:19 | और जब वो तख़्त — ए आदालत पर बैठा था तो उस की बीवी ने उसे कहला भेजा “तू इस रास्तबाज़ से कुछ काम न रख क्यूँकि मैंने आज ख़्वाब में इस की वजह से बहुत दु:ख उठाया है।” |
| 24600 | MRK 8:31 | फिर वो उनको ता'लीम देने लगा, कि ज़रूर है कि इबने आदम बहुत दु:ख उठाए और बुज़ुर्ग और सरदार काहिन और आलिम उसे रद्द करें, और वो क़त्ल किया जाए, और तीन दिन के बाद जी उठे। |
| 24619 | MRK 9:12 | उसने उनसे कहा, “एलियाह अलबत्ता पहले आकर सब कुछ बहाल करेगा मगर क्या वजह है कि इबने आदम के हक़ में लिखा है कि वो बहुत से दु:ख उठाएगा और ज़लील किया जाएगा? |
| 26170 | JHN 2:6 | वहाँ यहूदियों की पाकी के दस्तूर के मुवाफ़िक़ पत्थर के छे:मटके रख्खे थे, और उनमें दो — दो, तीन — तीन मन की गुंजाइश थी। |
| 26919 | JHN 19:25 | ईसा की सलीब के क़रीब:उस की माँ, उस की ख़ाला, क्लियुपास की बीवी मरियम और मरियम मग़दलिनी खड़ी थीं। |
| 27388 | ACT 11:12 | रूह ने मुझ से कहा कि तू बिला इम्तियाज़ उनके साथ चला जा और ये छे:भाई भी मेरे साथ हो लिए और हम उस शख़्स के घर में दाख़िल हुए। |
| 27546 | ACT 15:35 | मगर पौलुस और बरनबास अन्ताकिया ही में रहे:और बहुत से और लोगों के साथ ख़ुदावन्द का कलाम सिखाते और उस का ऐलान करते रहे। |
| 27973 | ACT 28:6 | मगर वो मुन्तज़िर थे, कि इस का बदन सूज जाएगा:या ये मरकर यकायक गिर पड़ेगा लेकिन जब देर तक इन्तज़ार किया और देखा कि उसको कुछ तकलीफ़ न पहुँची तो और ख़याल करके कहा, ये तो कोई देवता है। |
| 28504 | 1CO 4:3 | लेकिन मेरे नज़दीक ये निहायत छोटी बात है कि तुम या कोई इंसानी अदालत मुझे परखे:बल्कि मैं ख़ुद भी अपने आप को नहीं परखता। |
| 28523 | 1CO 5:1 | यहाँ तक कि सुनने में आया है कि तुम में हरामकारी होती है बल्कि ऐसी हरामकारी जो ग़ैर क़ौमों में भी नहीं होती:चुनाँचे तुम में से एक शख़्स अपने बाप की दूसरी बीवी को रखता है। |
| 28533 | 1CO 5:11 | यहाँ तक कि सुनने में आया है कि तुम में हरामकारी होती है बल्कि ऐसी हरामकारी जो ग़ैर क़ौमों में भी नहीं होती:चुनाँचे तुम में से एक शख़्स अपने बाप की बीवी को रखता है। लेकिन मैने तुम को दर हक़ीक़त ये लिखा था कि अगर कोई भाई कहलाकर हरामकार या लालची या बुतपरस्त या गाली देने वाला शराबी या ज़ालिम हो तो उस से सुहबत न रखो; बल्कि ऐसे के साथ खाना तक न खाना। |
| 28873 | 2CO 1:5 | क्यूँकि जिस तरह मसीह के दु:ख हम को ज़्यादा पहुँचते हैं; उसी तरह हमारी तसल्ली भी मसीह के वसीले से ज़्यादा होती है। |
| 28875 | 2CO 1:7 | और हमारी उम्मीद तुम्हारे बारे में मज़बूत है; क्यूँकि हम जानते हैं कि जिस तरह तुम दु:खों में शरीक हो उसी तरह तसल्ली में भी हो। |
| 29639 | 1TH 2:2 | बल्कि तुम को मा'लूम ही है कि बावजूद पहले फ़िलिप्पी में दु:ख उठाने और बेइज़्ज़त होने के हम को अपने ख़ुदा में ये दिलेरी हासिल हुई कि ख़ुदा की ख़ुशख़बरी बड़ी जाँफ़िशानी से तुम्हें सुनाएँ। |
| 29878 | 2TI 1:2 | प्यारे बेटे तीमुथियुस के नाम ख़त:फ़ज़ल रहम और इत्मीनान ख़ुदा बाप और हमारे ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह की तरफ़ से तुझे हासिल होता रहे। |
| 29884 | 2TI 1:8 | पस, हमारे ख़ुदावन्द की गवाही देने से और मुझ से जो उसका क़ैदी हूँ शर्म न कर बल्कि ख़ुदा की क़ुदरत के मुताबिक़ ख़ुशख़बरी की ख़ातिर मेरे साथ दु:ख उठा। |
| 29888 | 2TI 1:12 | इसी वजह से मैं ये दु:ख भी उठाता हूँ, लेकिन शर्माता नहीं क्यूँकि जिसका मैं ने यक़ीन किया है उसे जानता हूँ और मुझे यक़ीन है कि वो मेरी अमानत की उस दिन तक हिफ़ाज़त कर सकता है। |
| 29897 | 2TI 2:3 | पस मसीह 'ईसा के अच्छे सिपाही की तरह मेरे साथ दु:ख उठा। |
| 29906 | 2TI 2:12 | अगर हम दु:ख सहेंगे तो उस के साथ बादशाही भी करेंगे अगर हम उसका इन्कार करेंगे; तो वो भी हमारा इन्कार करेगा। |
| 29930 | 2TI 3:10 | लेकिन तू ने ता'लीम, चाल चलन, इरादा, ईमान, तहम्मील, मुहब्बत, सब्र, सताए जाने और दु:ख उठाने में मेरी पैरवी की। |
| 29931 | 2TI 3:11 | या'नी ऐसे दु:खों में जो अन्ताकिया और इकुनियुस और लुस्तरा शहरों में मुझ पर पड़े दीगर दु:खों में भी जो मैने उठाए हैं मगर ख़ुदावन्द ने मुझे उन सब से छुड़ा लिया। |
| 29942 | 2TI 4:5 | मगर तू सब बातों में होशियार रह, दु:ख उठा बशारत का काम अन्जाम दे अपनी ख़िदमत को पूरा कर। |
| 30176 | HEB 9:4 | इस पिछले कमरे में बख़ूर जलाने के लिए सोने की क़ुर्बानगाह और अह्द का सन्दूक़ था। अह्द के सन्दूक़ पर सोना मढा हुआ था और उस में तीन चीज़ें थीं:सोने का मर्तबान जिस में मन भरा था, हारून की वह लाठी जिस से कोंपलें फ़ूट निकली थीं और पत्थर की वह दो तख़्तियाँ जिन पर अह्द के अह्काम लिखे थे। |
| 30431 | JAS 5:10 | ऐ, भाइयों! जिन नबियों ने ख़ुदावन्द के नाम से कलाम किया उनको दु:ख उठाने और सब्र करने का नमूना समझो। |
| 30435 | JAS 5:14 | अगर तुम में कोई बीमार हो तो कलीसिया के बुज़ुर्गों को बुलाए और वो ख़ुदावन्द के नाम से उसको तेल मलकर उसके लिए दु:आ करें। |
| 30436 | JAS 5:15 | जो दु:आ ईमान के साथ होगी उसके ज़रिए बीमार बच जाएगा; और ख़ुदावन्द उसे उठा कर खड़ा करेगा, और अगर उसने गुनाह किए हों, तो उनकी भी मु'आफ़ी हो जाएगी। |
| 30437 | JAS 5:16 | पस तुम आपस में एक दूसरे से अपने अपने गुनाहों का इक़रार करो और एक दूसरे के लिए दु:आ करो ताकि शिफ़ा पाओ रास्तबाज़ की दु:आ के असर से बहुत कुछ हो सकता है। |
| 30438 | JAS 5:17 | एलियाह हमारी तरह इंसान था, उसने बड़े जोश से दु:आ की कि पानी न बरसे, चुनाँचे साढ़े तीन बरस तक ज़मीन पर पानी न बरसा। |
| 30439 | JAS 5:18 | फिर उसी ने दु:आ की तो आसमान से पानी बरसा और ज़मीन में पैदावार हुई। |
| 30485 | 1PE 2:19 | क्यूँकि अगर कोई ख़ुदा के ख़याल से बेइन्साफ़ी के बा'इस दु:ख उठाकर तकलीफ़ों को बर्दाश्त करे तो ये पसन्दीदा है। |