Wildebeest analysis examples for:   urd-urd   —    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

1  GEN 1:1  ख़ुदा ने सबसे पहले ज़मीन आसमान को पैदा किया।
8  GEN 1:8  और ख़ुदा ने फ़ज़ा को आसमान कहा। और शाम हुई और सुबह हुई तब दूसरा दिन हुआ।
11  GEN 1:11  और ख़ुदा ने कहा कि ज़मीन घास और बीजदार बूटियों को, और फलदार दरख़्तों को जो अपनी अपनी क़िस्म के मुताबिक़ फलें और जो ज़मीन पर अपने आप ही में बीज रख्खें उगाए और ऐसा ही हुआ।
12  GEN 1:12  तब ज़मीन ने घास, और बूटियों को, जो अपनी अपनी क़िस्म के मुताबिक़ बीज रख्खें और फलदार दरख़्तों को जिनके बीज उन की क़िस्म के मुताबिक़ उनमें हैं उगाया; और ख़ुदा ने देखा कि अच्छा है।
13  GEN 1:13  और शाम हुई और सुबह हुई तब तीसरा दिन हुआ।
19  GEN 1:19  और शाम हुई और सुबह हुई तब चौथा दिन हुआ।
23  GEN 1:23  और शाम हुई और सुबह हुई तब पाँचवाँ दिन हुआ।
27  GEN 1:27  और ख़ुदा ने इंसान को अपनी सूरत पर पैदा किया ख़ुदा की सूरत पर उसको पैदा किया नर नारी उनको पैदा किया।
29  GEN 1:29  और ख़ुदा ने कहा कि देखो, मैं तमाम रू ज़मीन की कुल बीजदार सब्ज़ी और हर दरख़्त जिसमें उसका बीजदार फल हो, तुम को देता हूँ; यह तुम्हारे खाने को हों।
37  GEN 2:6  बल्कि ज़मीन से कुहर उठती थी, और तमाम रू ज़मीन को सेराब करती थी।
46  GEN 2:15  और ख़ुदावन्द ख़ुदा ने आदम को लेकर बाग़ 'अदन में रख्खा के उसकी बाग़वानी और निगहबानी करे।
72  GEN 3:16  फिर उसने 'औरत से कहा कि मैं तेरे दर्द हम्ल को बहुत बढ़ाऊँगा तू दर्द के साथ बच्चे जनेगी और तेरी रग़बत अपने शौहर की तरफ़ होगी और वह तुझ पर हुकूमत करेगा।
79  GEN 3:23  इसलिए ख़ुदावन्द ख़ुदा ने उसको बाग 'अदन से बाहर कर दिया, ताकि वह उस ज़मीन की जिसमें से वह लिया गया था, खेती करे।
80  GEN 3:24  चुनाँचे उसने आदम को निकाल दिया और बाग 'अदन के मशरिक़ की तरफ़ करूबियों को और चारों तरफ़ घूमने वाली शो'लाज़न तलवार को रख्खा, कि वह ज़िन्दगी के दरख़्त की राह की हिफ़ाज़त करें।
94  GEN 4:14  देख, आज तूने मुझे रू ज़मीन से निकाल दिया है, और मैं तेरे सामने से ग़ायब हो जाऊँगा; और ज़मीन पर खानाख़राब और आवारा रहूँगा, और ऐसा होगा कि जो कोई मुझे पाएगा क़त्ल कर डालेगा।
109  GEN 5:3  और आदम एक सौ तीस साल का था जब उसकी सूरत शबीह का एक बेटा उसके यहाँ पैदा हुआ; और उसने उसका नाम सेत रख्खा।
128  GEN 5:22  और मतूसिलह की पैदाइश के बाद हनूक तीन सौ साल तक ख़ुदा के साथ साथ चलता रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
130  GEN 5:24  और हनूक ख़ुदा के साथ साथ चलता रहा, और वह ग़ायब हो गया क्यूँकि ख़ुदा ने उसे उठा लिया।
139  GEN 6:1  जब रु ज़मीन पर आदमी बहुत बढ़ने लगे और उनके बेटियाँ पैदा हुई।
145  GEN 6:7  और ख़ुदावन्द ने कहा कि मैं इंसान को जिसे मैंने पैदा किया, रू ज़मीन पर से मिटा डालूँगा; इंसान से लेकर हैवान और रेंगनेवाले जानदार और हवा के परिन्दों तक; क्यूँकि मैं उनके बनाने से दुखी हूँ।
147  GEN 6:9  नूह का नसबनामा यह है: नूह मर्द रास्तबाज़ और अपने ज़माने के लोगों में बे'ऐब था, और नूह ख़ुदा के साथ साथ चलता रहा।
156  GEN 6:18  लेकिन तेरे साथ मैं अपना 'अहद क़ाईम करूँगा; और तू कश्ती में जाना तू और तेरे साथ तेरे बेटे और तेरी बीवी और तेरे बेटों की बीवियाँ।
157  GEN 6:19  और जानवरों की हर क़िस्म में से दो दो अपने साथ कश्ती में ले लेना, कि वह तेरे साथ जीते बचें, वह नर मादा हों।
162  GEN 7:2  सब पाक जानवरों में से सात सात, नर और उनकी मादा; और उनमें से जो पाक नहीं हैं दो दो, नर और उनकी मादा अपने साथ ले लेना।
163  GEN 7:3  और हवा के परिन्दों में से भी सात सात, नर और मादा, लेना ताकि ज़मीन पर उनकी नसल बाक़ी रहे।
169  GEN 7:9  दो दो, नर और मादा, कश्ती में नूह के पास गए, जैसा ख़ुदा ने नूह को हुक्म दिया था।
175  GEN 7:15  और जो ज़िन्दगी का दम रखते हैं उनमें से दो दो कश्ती में नूह के पास आए।
176  GEN 7:16  और जो अन्दर आए वो, जैसा ख़ुदा ने उसे हुक्म दिया था, सब जानवरों के नर मादा थे। तब ख़ुदावन्द ने उसको बाहर से बन्द कर दिया।
183  GEN 7:23  बल्कि हर जानदार शय जो इस ज़मीन पर थी मर मिटी क्या इंसान क्या हैवान क्या रेंगने वाले जानदार क्या हवा का परिन्दा, यह सब के सब ज़मीन पर से मर मिटे। सिर्फ़ एक नूह बाक़ी बचा, या वह जो उसके साथ कश्ती में थे।
187  GEN 8:3  और पानी ज़मीन पर से घटते घटते एक सौ पचास दिन के बाद कम हुआ।
193  GEN 8:9  लेकिन कबूतरी ने पंजा टेकने की जगह न पाई और उसके पास कश्ती को लौट आई, क्यूँकि तमाम रू ज़मीन पर पानी था। तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे ले लिया और अपने पास कश्ती में रख्खा।
218  GEN 9:12  और ख़ुदा ने कहा कि जो अहद मैंने अपने और तुम्हारे बीच और सब जानदारों के बीच जो तुम्हारे साथ हैं, नसल दर नसल हमेशा के लिए करता हूँ, उसका निशान यह है कि
243  GEN 10:8  और कूश से नमरूद पैदा हुआ। वह रू ज़मीन पर एक सूर्मा हुआ है।
255  GEN 10:20  इसलिए बनी हाम यह हैं, जो अपने अपने मुल्क और गिरोहों में अपने क़बीलों और अपनी ज़बानों के मुताबिक़ आबाद हैं।
266  GEN 10:31  इसलिए बनी सिम यह हैं, जो अपने अपने मुल्क और गिरोह में अपने क़बीलों और अपनी ज़बानों के मुताबिक़ आबाद हैं।
269  GEN 11:2  और ऐसा हुआ कि मशरिक़ की तरफ़ सफ़र करते करते उनको मुल्क सिन'आर में एक मैदान मिला और वह वहाँ बस गए।
271  GEN 11:4  फिर वह कहने लगे, कि आओ हम अपने लिए एक शहर और एक बुर्ज जिसकी चोटी आसमान तक पहुँचे बनाए और यहाँ अपना नाम करें, ऐसा न हो कि हम तमाम रु ज़मीन पर बिखर जाएँ।
275  GEN 11:8  तब, ख़ुदावन्द ने उनको वहाँ से तमाम रू ज़मीन में बिखेर दिया; तब वह उस शहर के बनाने से बाज़ आए।
276  GEN 11:9  इसलिए उसका नाम बाबुल हुआ क्यूँकि ख़ुदावन्द ने वहाँ सारी ज़मीन की ज़बान में इख्तिलाफ़ डाला और वहाँ से ख़ुदावन्द ने उनको तमाम रू ज़मीन पर बिखेर दिया।
296  GEN 11:29  और अब्राम और नहूर ने अपना अपना ब्याह कर लिया। इब्रहाम की बीवी का नाम सारय और नहुर की बीवी का नाम मिल्का था जो हारान की बेटी थी। वही मिल्का का बाप और इस्का का बाप था।
297  GEN 11:30  और सारय बाँझ थी; उसके कोई बाल बच्चा न था।
304  GEN 12:5  और इब्रहाम ने अपनी बीवी सारय, और अपने भतीजे लूत को, और सब माल को जो उन्होंने जमा किया था, और उन आदमियों को जो उनको हारान में मिल गए थे साथ लिया, और वह मुल्क कनान को रवाना हुए और मुल्क कनान में आए।
305  GEN 12:6  और इब्रहाम उस मुल्क में से गुज़रता हुआ मक़ाम सिकम में मोरा के बलूत तक पहुँचा। उस वक़्त मुल्क में कनानी रहते थे।
307  GEN 12:8  और वहाँ से कूच करके उस पहाड़ की तरफ़ गया जो बैत एल के मशरिक़ में है, और अपना डेरा ऐसे लगाया कि बैत एल मग़रिब में और 'एे मशरिक़ में पड़ा; और वहाँ उसने ख़ुदावन्द के लिए एक क़ुर्बानगाह बनाई और ख़ुदावन्द से दुआ की।
316  GEN 12:17  लेकिन ख़ुदावन्द ने फ़िर'औन और उसके ख़ान्दान पर, इब्रहाम की बीवी सारय की वजह से बड़ी बड़ी बलाएं नाज़िल कीं।
322  GEN 13:3  और वह कनान के दख्खिन से सफ़र करता हुआ बैत एल में उस जगह पहुँचा जहाँ पहले बैत एल और एे के बीच उसका डेरा था।
324  GEN 13:5  और लूत के पास भी जो इब्रहाम का हमसफ़र था भेड़ बकरियाँ, गाय बैल और डेरे थे।
331  GEN 13:12  इब्रहाम तो मुल्क कना'न में रहा, और लूत ने तराई के शहरों में सुकूनत इख़्तियार की और सदूम की तरफ़ अपना डेरा लगाया।
340  GEN 14:3  यह सब सिद्दीम या'नी दरिया शोर की वादी में इकट्ठे हुए।
343  GEN 14:6  और होरियों को उनके कोह श'ईर में मारते मारते एल-फ़ारान तक जो वीराने से लगा हुआ है आए।
344  GEN 14:7  फिर वह लौट कर 'ऐन मिसफ़ात या'नी क़ादिस पहुँचे, और 'अमालीक़ियों के तमाम मुल्क को, और अमोरियों को जो हसेसून तमर में रहते थे मारा।
347  GEN 14:10  और सिद्दीम की वादी में जा बजा नफ़्त के गढ़े थे; और सदूम और 'अमूरा के बादशाह भागते भागते वहाँ गिरे, और जो बचे पहाड़ पर भाग गए।
352  GEN 14:15  और रात को उसने और उसके ख़ादिमों ने गोल गोल होकर उन पर धावा किया और उनको मारा और खू़बा तक, जो दमिश्क़ के बाएँ हाथ है, उनका पीछा किया।
355  GEN 14:18  और मलिक सिदक़, सालिम का बादशाह, रोटी और मय लाया और वह ख़ुदा ता'ला का काहिन था।
361  GEN 14:24  सिवा उसके जो जवानों ने खा लिया और उन आदमियों के हिस्से के जो मेरे साथ गए; इसलिए 'आनेर और इस्काल और ममरे अपना अपना हिस्सा ले लें।
376  GEN 15:15  और तू सही सलामत अपने बाप दादा से जा मिलेगा और बहुत ही बुढापे में दफ़न होगा।
379  GEN 15:18  उसी रोज़ ख़ुदावन्द ने इब्रहाम से 'अहद किया और फ़रमाया, यह मुल्क दरिया मिस्र से लेकर उस बड़े दरिया या'नी दरयाए फ़रात तक,
385  GEN 16:3  और इब्रहाम को मुल्क कना'न में रहते दस साल हो गए थे जब उसकी बीवी सारय ने अपनी मिस्री लौंडी उसे दी कि उसकी बीवी बने।
395  GEN 16:13  और हाजिरा ने ख़ुदावन्द का जिसने उससे बातें कीं, अताएल रोई नाम रख्खा या'नी ऐ ख़ुदा तू बसीर है; क्यूँकि उसने कहा, क्या मैंने यहाँ भी अपने देखने वाले को जाते हुए देखा?'
399  GEN 17:1  जब इब्रहाम निनानवे साल का हुआ तब ख़ुदावन्द इब्रहाम को नज़र आया और उससे कहा कि मैं ख़ुदा क़ादिर हूँ; तू मेरे सामने में चल और कामिल हो।
401  GEN 17:3  तब इब्रहाम सिज्दे में हो गया और ख़ुदा ने उससे हम कलाम होकर फ़रमाया।
408  GEN 17:10  और मेरा 'अहद जो मेरे और तेरे बीच और तेरे बाद तेरी नसल के बीच है, और जिसे तुम मानोगे वह यह है: कि तुम में से हर एक फ़र्ज़न्द नरीना का ख़तना किया जाए।
410  GEN 17:12  तुम्हारे यहाँ नसल दर नसल हर लड़के का ख़तना, जब वह आठ रोज़ का हो, किया जाए; चाहे वह घर में पैदा हो चाहे उसे किसी परदेसी से ख़रीदा हो जो तेरी नसल से नहीं।
412  GEN 17:14  और वह फ़र्ज़न्द नरीना जिसका ख़तना न हुआ हो, अपने लोगों में से काट डाला जाए क्यूँकि उसने मेरा 'अहद तोड़ा।
419  GEN 17:21  लेकिन मैं अपना 'अहद इस्हाक़ से बाँधूगा जो अगले साल इसी वक़्त मुक़र्रर पर सारा से पैदा होगा।
430  GEN 18:5  मैं कुछ रोटी लाता हूँ, आप ताज़ा दम हो जाएँ; तब आगे बढ़ें क्यूँकि आप इसी लिए अपने ख़ादिम के यहाँ आए हैं उन्होंने कहा, जैसा तूने कहा है, वैसा ही कर।
432  GEN 18:7  और अब्रहाम गल्ले की तरफ़ दौड़ा और एक मोटा ताज़ा बछड़ा लाकर एक जवान को दिया, और उस ने जल्दी जल्दी उसे तैयार किया।
435  GEN 18:10  तब उसने कहा, “मैं फिर मौसम बहार में तेरे पास आऊँगा, और देख तेरी बीवी सारा के बेटा होगा।” उसके पीछे डेरे का दरवाज़ा था, सारा वहाँ से सुन रही थी।
437  GEN 18:12  तब सारा ने अपने दिल में हँस कर कहा, ख़ुदावन्द “क्या इस क़दर उम्र दराज़ होने पर भी मेरे लिए खु़शी हो सकती है, जबकि मेरा शौहर भी बूढ़ा है?”
439  GEN 18:14  क्या ख़ुदावन्द के नज़दीक कोई बात मुश्किल है? मौसम बहार में मुक़र्रर वक़्त पर मैं तेरे पास फिर आऊँगा और सारा के बेटा होगा।
469  GEN 19:11  और उन आदमियों को जो घर के दरवाज़े पर थे क्या छोटे क्या बड़े, अंधा कर दिया; तब वह दरवाज़ा ढूँडते ढूँडते थक गए।
490  GEN 19:32  आओ, हम अपने बाप को मय पिलाएँ और उससे हम आग़ोश हों, ताकि अपने बाप से नसल बाक़ी रख्खें।
491  GEN 19:33  इसलिए उन्होंने उसी रात अपने बाप को मय पिलाई और पहलौठी अन्दर गई और अपने बाप से हम आग़ोश हुई, लेकिन उसने न जाना कि वह कब लेटी और कब उठ गई।
492  GEN 19:34  और दूसरे दिन यूँ हुआ कि पहलौठी ने छोटी से कहा कि देख, कल रात को मैं अपने बाप से हम आग़ोश हुई, आओ, आज रात भी उसको मय पिलाएँ और तू भी जा कर उससे हमआग़ोश हो, ताकि हम अपने बाप से नसल बाक़ी रख्खें।
493  GEN 19:35  फिर उस रात भी उन्होंने अपने बाप को मय पिलाई और छोटी गई और उससे हम आग़ोश हुई, लेकिन उसने न जाना कि वह कब लेटी और कब उठ गई।
496  GEN 19:38  और छोटी के भी एक बेटा हुआ और उसने उसका नाम बिन 'अम्मी रख्खाः वही बनी 'अम्मोन का बाप है जो अब तक मौजूद हैं।
505  GEN 20:9  और अबीमलिक ने अब्रहाम को बुला कर उससे कहा, कि तूने हम से यह क्या किया? और मुझ से तेरा क्या कु़सूर हुआ कि तू मुझ पर और मेरी बादशाही पर एक गुनाह अज़ीम लाया? तूने मुझ से वह काम किए जिनका करना मुनासिब न था।
508  GEN 20:12  और फ़िल हक़ीक़त वह मेरी बहन भी है, क्यूँकि वह मेरे बाप की बेटी है अगरचे मेरी माँ की बेटी नहीं; फिर वह मेरी बीवी हुई।
513  GEN 20:17  तब अब्रहाम ने ख़ुदा से दुआ की, और ख़ुदा ने अबीमलिक और उसकी बीवी और उसकी लौंडियों की शिफ़ा बख़्शी और उनके औलाद होने लगी।
535  GEN 21:21  और वह फ़ारान के वीराने में रहता था, और उसकी माँ ने मुल्क मिस्र से उसके लिए बीवी ली।
541  GEN 21:27  फिर अब्रहाम ने भेड़ बकरियाँ और गाय बैल लेकर अबीमलिक को दिए और दोनों ने आपस में 'अहद किया।
565  GEN 22:17  मैं तुझे बरकत पर बरकत दूँगा, और तेरी नसल को बढ़ाते बढ़ाते आसमान के तारों और समुन्दर के किनारे की रेत की तरह कर दूँगा, और तेरी औलाद अपने दुश्मनों के फाटक की मालिक होगी।
575  GEN 23:3  फिर अब्रहाम मय्यत के पास से उठ कर बनी हित से बातें करने लगा और कहा कि।
576  GEN 23:4  मैं तुम्हारे बीच परदेसी और ग़रीब उल वतन हूँ। तुम अपने यहाँ क़ब्रिस्तान के लिए कोई मिलिकयत मुझे दो, ताकि मैं अपने मुर्दे को आँख के सामने से हटाकर दफ़्न कर दूँ।
579  GEN 23:7  अब्रहाम ने उठ कर और बनी हित के आगे, जो उस मुल्क के लोग हैं, आदाब बजा लाकर
588  GEN 23:16  और अब्रहाम ने 'इफ़रोन की बात मान ली; इसलिए अब्रहाम ने इफ़रोन को उतनी ही चाँदी तौल कर दी, जितनी का ज़िक्र उसने बनी हित के सामने किया था, या'नी चाँदी के चार सौ मिस्काल जो सौदागरों में राइज थी।
590  GEN 23:18  यह सब बनी हित के और उन सबके आमने सामने जो उसके शहर के दरवाज़े से दाख़िल होते थे, अब्रहाम की ख़ास मिल्कियत क़रार दिए गए।
591  GEN 23:19  इसके बाद अब्रहाम ने अपनी बीवी सारा को मकफ़ीला के खेत के ग़ार में, जो मुल्कए कना'न में ममरे या'नी हबरून के सामने है, दफ़्न किया।
592  GEN 23:20  चुनाँचे वह खेत और वह ग़ार जो उसमें था, बनी हित की तरफ़ से क़ब्रिस्तान के लिए अब्रहाम की मिल्कियत क़रार दिए गए।
595  GEN 24:3  मैं तुझ से ख़ुदावन्द की जो ज़मीन आसमान का ख़ुदा है क़सम लें, कि तू कना'नियों की बेटियों में से जिनमें मैं रहता हूँ, किसी को मेरे बेटे से नहीं ब्याहेगा।
599  GEN 24:7  ख़ुदावन्द, आसमान का ख़ुदा, जो मुझे मेरे बाप के घर और मेरी पैदाइशी जगह से निकाल लाया, और जिसने मुझ से बातें कीं और क़सम खाकर मुझ से कहा, कि मैं तेरी नसल को यह मुल्क दूँगा; वही तेरे आगे आगे अपना फ़िरिश्ता भेजेगा कि तू वहाँ से मेरे बेटे के लिए बीवी लाए।
611  GEN 24:19  जब उसे पिला चुकी तो कहने लगी, कि मैं तेरे ऊँटों के लिए भी पानी भर भर लाऊँगी, जब तक वह पी न चुकें।”
613  GEN 24:21  वह आदमी चुप चाप उसे ग़ौर से देखता रहा, ताकि मा'लूम करे कि ख़ुदावन्द ने उसका सफ़र मुबारक किया है या नहीं।
622  GEN 24:30  और ऐसा हुआ कि जब उसने वह नथ देखी, और वह कड़े भी जो उसकी बहन के हाथों में थे, और अपनी बहन रिब्क़ा का बयान भी सुन लिया कि उस शख़्स ने मुझ से ऐसी ऐसी बातें कहीं, तो वह उस आदमी के पास आया और देखा कि वह चश्मा के नज़दीक ऊँटों के पास खड़ा है।
627  GEN 24:35  और ख़ुदावन्द ने मेरे आक़ा को बड़ी बरकत दी है, और वह बहुत बड़ा आदमी हो गया है; और उसने उसे भेड़ बकरियाँ, और गाय बैल और सोना चाँदी और लौंडिया और ग़ुलाम और ऊँट और गधे बख़्शे हैं।
654  GEN 24:62  और इस्हाक़ बेरलही रोई से होकर चला आ रहा था, क्यूँकि वह दख्खिन के मुल्क में रहता था।
658  GEN 24:66  नौकर ने जो जो किया था सब इस्हाक़ को बताया।
669  GEN 25:10  यह वही खेत है जिसे अब्रहाम ने बनी हित से ख़रीदा था; वहीं अब्रहाम और उसकी बीवी सारा दफ़्न हुए।
670  GEN 25:11  और अब्रहाम की वफ़ात के बाद ख़ुदा ने उसके बेटे इस्हाक़ को बरकत बख़्शी और इस्हाक़ बैर लही रोई के नज़दीक रहता था।
682  GEN 25:23  ख़ुदावन्द ने उससे कहा, “दो क़ौमें तेरे पेट में हैं, और दो क़बीले तेरे बत्न से निकलते ही अलग अलग हो जाएँगे। और एक क़बीला दूसरे क़बीले से ताक़तवर होगा, और बड़ा छोटे की ख़िदमत करेगा।”