Wildebeest analysis examples for:   urd-urdgvh   ASCII_DIGIT    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

109  GEN 5:3  आदम की उम्र 130 साल थी जब उसका बेटा सेत पैदा हुआ। सेत सूरत के लिहाज़ से अपने बाप की मानिंद था, वह उससे मुशाबहत रखता था।
110  GEN 5:4  सेत की पैदाइश के बाद आदम मज़ीद 800 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
111  GEN 5:5  वह 930 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
112  GEN 5:6  सेत 105 साल का था जब उसका बेटा अनूस पैदा हुआ।
113  GEN 5:7  इसके बाद वह मज़ीद 807 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
114  GEN 5:8  वह 912 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
115  GEN 5:9  अनूस 90 बरस का था जब उसका बेटा क़ीनान पैदा हुआ।
116  GEN 5:10  इसके बाद वह मज़ीद 815 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
117  GEN 5:11  वह 905 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
118  GEN 5:12  क़ीनान 70 साल का था जब उसका बेटा महललेल पैदा हुआ।
119  GEN 5:13  इसके बाद वह मज़ीद 840 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
120  GEN 5:14  वह 910 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
121  GEN 5:15  महललेल 65 साल का था जब उसका बेटा यारिद पैदा हुआ।
122  GEN 5:16  इसके बाद वह मज़ीद 830 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
123  GEN 5:17  वह 895 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
124  GEN 5:18  यारिद 162 साल का था जब उसका बेटा हनूक पैदा हुआ।
125  GEN 5:19  इसके बाद वह मज़ीद 800 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
126  GEN 5:20  वह 962 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
127  GEN 5:21  हनूक 65 साल का था जब उसका बेटा मतूसिलह पैदा हुआ।
128  GEN 5:22  इसके बाद वह मज़ीद 300 साल अल्लाह के साथ चलता रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
129  GEN 5:23  वह कुल 365 साल दुनिया में रहा।
130  GEN 5:24  हनूक अल्लाह के साथ साथ चलता था। 365 साल की उम्र में वह ग़ायब हुआ, क्योंकि अल्लाह ने उसे उठा लिया।
131  GEN 5:25  मतूसिलह 187 साल का था जब उसका बेटा लमक पैदा हुआ।
132  GEN 5:26  वह मज़ीद 782 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे और बेटियाँ भी पैदा हुए।
133  GEN 5:27  वह 969 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
134  GEN 5:28  लमक 182 साल का था जब उसका बेटा पैदा हुआ।
136  GEN 5:30  इसके बाद वह मज़ीद 595 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
137  GEN 5:31  वह 777 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
138  GEN 5:32  नूह 500 साल का था जब उसके बेटे सिम, हाम और याफ़त पैदा हुए।
141  GEN 6:3  फिर रब ने कहा, “मेरी रूह हमेशा के लिए इनसान में न रहे क्योंकि वह फ़ानी मख़लूक़ है। अब से वह 120 साल से ज़्यादा ज़िंदा नहीं रहेगा।”
153  GEN 6:15  उस की लंबाई 450 फ़ुट, चौड़ाई 75 फ़ुट और ऊँचाई 45 फ़ुट हो।
154  GEN 6:16  कश्ती की छत को यों बनाना कि उसके नीचे 18 इंच खुला रहे। एक तरफ़ दरवाज़ा हो, और उस की तीन मनज़िलें हों।
166  GEN 7:6  वह 600 साल का था जब यह तूफ़ानी सैलाब ज़मीन पर आया।
171  GEN 7:11  यह सब कुछ उस वक़्त हुआ जब नूह 600 साल का था। दूसरे महीने के 17वें दिन ज़मीन की गहराइयों में से तमाम चश्मे फूट निकले और आसमान पर पानी के दरीचे खुल गए।
180  GEN 7:20  बल्कि सबसे ऊँची चोटी पर पानी की गहराई 20 फ़ुट थी।
187  GEN 8:3  पानी घटता गया। 150 दिन के बाद वह काफ़ी कम हो गया था।
188  GEN 8:4  सातवें महीने के 17वें दिन कश्ती अरारात के एक पहाड़ पर टिक गई।
197  GEN 8:13  जब नूह 601 साल का था तो पहले महीने के पहले दिन ज़मीन की सतह पर पानी ख़त्म हो गया। तब नूह ने कश्ती की छत खोल दी और देखा कि ज़मीन की सतह पर पानी नहीं है।
198  GEN 8:14  दूसरे महीने के 27वें दिन ज़मीन बिलकुल ख़ुश्क हो गई।
234  GEN 9:28  सैलाब के बाद नूह मज़ीद 350 साल ज़िंदा रहा।
235  GEN 9:29  वह 950 साल की उम्र में फ़ौत हुआ।
277  GEN 11:10  यह सिम का नसबनामा है : सिम 100 साल का था जब उसका बेटा अरफ़क्सद पैदा हुआ। यह सैलाब के दो साल बाद हुआ।
278  GEN 11:11  इसके बाद वह मज़ीद 500 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
279  GEN 11:12  अरफ़क्सद 35 साल का था जब सिलह पैदा हुआ।
280  GEN 11:13  इसके बाद वह मज़ीद 403 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
281  GEN 11:14  सिलह 30 साल का था जब इबर पैदा हुआ।
282  GEN 11:15  इसके बाद वह मज़ीद 403 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
283  GEN 11:16  इबर 34 साल का था जब फ़लज पैदा हुआ।
284  GEN 11:17  इसके बाद वह मज़ीद 430 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
285  GEN 11:18  फ़लज 30 साल का था जब रऊ पैदा हुआ।
286  GEN 11:19  इसके बाद वह मज़ीद 209 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
287  GEN 11:20  रऊ 32 साल का था जब सरूज पैदा हुआ।
288  GEN 11:21  इसके बाद वह मज़ीद 207 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
289  GEN 11:22  सरूज 30 साल का था जब नहूर पैदा हुआ।
290  GEN 11:23  इसके बाद वह मज़ीद 200 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
291  GEN 11:24  नहूर 29 साल का था जब तारह पैदा हुआ।
292  GEN 11:25  इसके बाद वह मज़ीद 119 साल ज़िंदा रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
293  GEN 11:26  तारह 70 साल का था जब उसके बेटे अब्राम, नहूर और हारान पैदा हुए।
299  GEN 11:32  तारह 205 साल का था जब उसने हारान में वफ़ात पाई।
303  GEN 12:4  अब्राम ने रब की सुनी और हारान से रवाना हुआ। लूत उसके साथ था। उस वक़्त अब्राम 75 साल का था।
351  GEN 14:14  जब अब्राम को पता चला कि भतीजे को गिरिफ़्तार कर लिया गया है तो उसने अपने घर में पैदा हुए तमाम जंगआज़मूदा ग़ुलामों को जमा करके दान तक दुश्मन का ताक़्क़ुब किया। उसके साथ 318 अफ़राद थे।
374  GEN 15:13  फिर रब ने उससे कहा, “जान ले कि तेरी औलाद ऐसे मुल्क में रहेगी जो उसका नहीं होगा। वहाँ वह अजनबी और ग़ुलाम होगी, और उस पर 400 साल तक बहुत ज़ुल्म किया जाएगा।
398  GEN 16:16  उस वक़्त अब्राम 86 साल का था।
399  GEN 17:1  जब अब्राम 99 साल का था तो रब उस पर ज़ाहिर हुआ। उसने कहा, “मैं अल्लाह क़ादिरे-मुतलक़ हूँ। मेरे हुज़ूर चलता रह और बेइलज़ाम हो।
415  GEN 17:17  इब्राहीम मुँह के बल गिर गया। लेकिन दिल ही दिल में वह हँस पड़ा और सोचा, “यह किस तरह हो सकता है? मैं तो 100 साल का हूँ। ऐसे आदमी के हाँ बच्चा किस तरह पैदा हो सकता है? और सारा जैसी उम्ररसीदा औरत के बच्चा किस तरह पैदा हो सकता है? उस की उम्र तो 90 साल है।”
422  GEN 17:24  इब्राहीम 99 साल का था जब उसका ख़तना हुआ,
423  GEN 17:25  जबकि उसका बेटा इसमाईल 13 साल का था।
431  GEN 18:6  इब्राहीम ख़ैमे की तरफ़ दौड़कर सारा के पास आया और कहा, “जल्दी करो! 16 किलोग्राम बेहतरीन मैदा ले और उसे गूँधकर रोटियाँ बना।”
449  GEN 18:24  हो सकता है कि शहर में 50 रास्तबाज़ हों। क्या तू फिर भी शहर को बरबाद कर देगा और उसे उन 50 के सबब से मुआफ़ नहीं करेगा?
451  GEN 18:26  रब ने जवाब दिया, “अगर मुझे शहर में 50 रास्तबाज़ मिल जाएँ तो उनके सबब से तमाम को मुआफ़ कर दूँगा।”
453  GEN 18:28  लेकिन हो सकता है कि सिर्फ़ 45 रास्तबाज़ उसमें हों। क्या तू फिर भी उन पाँच लोगों की कमी के सबब से पूरे शहर को तबाह करेगा?” उसने कहा, “अगर मुझे 45 भी मिल जाएँ तो उसे बरबाद नहीं करूँगा।”
454  GEN 18:29  इब्राहीम ने अपनी बात जारी रखी, “और अगर सिर्फ़ 40 नेक लोग हों तो?” रब ने कहा, “मैं उन 40 के सबब से उन्हें छोड़ दूँगा।”
455  GEN 18:30  इब्राहीम ने कहा, “रब ग़ुस्सा न करे कि मैं एक दफ़ा और बात करूँ। शायद वहाँ सिर्फ़ 30 हों।” उसने जवाब दिया, “फिर भी उन्हें छोड़ दूँगा।”
456  GEN 18:31  इब्राहीम ने कहा, “मैं मुआफ़ी चाहता हूँ कि मैंने रब से बात करने की जुर्रत की है। अगर सिर्फ़ 20 पाए जाएँ?” रब ने कहा, “मैं 20 के सबब से शहर को बरबाद करने से बाज़ रहूँगा।”
457  GEN 18:32  इब्राहीम ने एक आख़िरी दफ़ा बात की, “रब ग़ुस्सा न करे अगर मैं एक और बार बात करूँ। शायद उसमें सिर्फ़ 10 पाए जाएँ।” रब ने कहा, “मैं उसे उन 10 लोगों के सबब से भी बरबाद नहीं करूँगा।”
519  GEN 21:5  जब इसहाक़ पैदा हुआ उस वक़्त इब्राहीम 100 साल का था।
530  GEN 21:16  कोई 300 फ़ुट दूर बैठ गई। क्योंकि उसने दिल में कहा, “मैं उसे मरते नहीं देख सकती।” वह वहाँ बैठकर रोने लगी।
573  GEN 23:1  सारा 127 साल की उम्र में हबरून में इंतक़ाल कर गई।
586  GEN 23:14  इफ़रोन ने जवाब दिया, “मेरे आक़ा, सुनें। इस ज़मीन की क़ीमत सिर्फ़ 400 चाँदी के सिक्के है। आपके और मेरे दरमियान यह क्या है? अपनी बीवी को दफ़न कर दें।”
588  GEN 23:16  इब्राहीम ने इफ़रोन की मतलूबा क़ीमत मान ली और सबके सामने चाँदी के 400 सिक्के तोलकर इफ़रोन को दे दिए। इसके लिए उसने उस वक़्त के रायज बाट इस्तेमाल किए।
614  GEN 24:22  ऊँट पानी पीने से फ़ारिग़ हुए तो उसने रिबक़ा को सोने की एक नथ और दो कंगन दिए। नथ का वज़न तक़रीबन 6 ग्राम था और कंगनों का 120 ग्राम।
666  GEN 25:7  इब्राहीम 175 साल की उम्र में फ़ौत हुआ। ग़रज़ वह बहुत उम्ररसीदा और ज़िंदगी से आसूदा होकर इंतक़ाल करके अपने बापदादा से जा मिला।
676  GEN 25:17  इसमाईल 137 साल का था जब वह कूच करके अपने बापदादा से जा मिला।
679  GEN 25:20  इसहाक़ 40 साल का था जब उस की रिबक़ा से शादी हुई। रिबक़ा लाबन की बहन और अरामी मर्द बतुएल की बेटी थी (बतुएल मसोपुतामिया का था)।
685  GEN 25:26  इसके बाद दूसरा बच्चा पैदा हुआ। वह एसौ की एड़ी पकड़े हुए निकला, इसलिए उसका नाम याक़ूब यानी ‘एड़ी पकड़नेवाला’ रखा गया। उस वक़्त इसहाक़ 60 साल का था।
727  GEN 26:34  जब एसौ 40 साल का था तो उसने दो हित्ती औरतों से शादी की, बैरी की बेटी यहूदित से और ऐलोन की बेटी बासमत से।
935  GEN 32:7  जब क़ासिद वापस आए तो उन्होंने कहा, “हम आपके भाई एसौ के पास गए, और वह 400 आदमी साथ लेकर आपसे मिलने आ रहा है।”
943  GEN 32:15  200 बकरियाँ, 20 बकरे, 200 भेड़ें, 20 मेंढे,
944  GEN 32:16  30 दूध देनेवाली ऊँटनियाँ बच्चों समेत, 40 गाएँ, 10 बैल, 20 गधियाँ और 10 गधे।
962  GEN 33:1  फिर एसौ उनकी तरफ़ आता हुआ नज़र आया। उसके साथ 400 आदमी थे। उन्हें देखकर याक़ूब ने बच्चों को बाँटकर लियाह, राख़िल और दोनों लौंडियों के हवाले कर दिया।
980  GEN 33:19  उसके ख़ैमे हमोर की औलाद की ज़मीन पर लगे थे। उसने यह ज़मीन चाँदी के 100 सिक्कों के बदले ख़रीद ली।
1040  GEN 35:28  इसहाक़ 180 साल का था जब वह उम्ररसीदा और ज़िंदगी से आसूदा होकर अपने बापदादा से जा मिला। उसके बेटे एसौ और याक़ूब ने उसे दफ़न किया।
1086  GEN 37:2  यह याक़ूब के ख़ानदान का बयान है। उस वक़्त याक़ूब का बेटा यूसुफ़ 17 साल का था। वह अपने भाइयों यानी बिलहाह और ज़िलफ़ा के बेटों के साथ भेड़-बकरियों की देख-भाल करता था। यूसुफ़ अपने बाप को अपने भाइयों की बुरी हरकतों की इत्तला दिया करता था।
1112  GEN 37:28  चुनाँचे जब मिदियानी ताजिर वहाँ से गुज़रे तो भाइयों ने यूसुफ़ को खींचकर गढ़े से निकाला और चाँदी के 20 सिक्कों के एवज़ बेच डाला। इसमाईली उसे लेकर मिसर चले गए।
1241  GEN 41:45  उसने यूसुफ़ का मिसरी नाम साफ़नत-फ़ानेह रखा और ओन के पुजारी फ़ोतीफ़िरा की बेटी आसनत के साथ उस की शादी कराई। यूसुफ़ 30 साल का था जब वह मिसर के बादशाह फ़िरौन की ख़िदमत करने लगा। उसने फ़िरौन के हुज़ूर से निकलकर मिसर का दौरा किया।
1381  GEN 45:22  उसने हर एक भाई को कपड़ों का एक जोड़ा भी दिया। लेकिन बिनयमीन को उसने चाँदी के 300 सिक्के और पाँच जोड़े दिए।
1402  GEN 46:15  इन बेटों की माँ लियाह थी, और वह मसोपुतामिया में पैदा हुए। इनके अलावा दीना उस की बेटी थी। कुल 33 मर्द लियाह की औलाद थे।
1405  GEN 46:18  कुल 16 अफ़राद ज़िलफ़ा की औलाद थे जिसे लाबन ने अपनी बेटी लियाह को दिया था।
1409  GEN 46:22  कुल 14 मर्द राख़िल की औलाद थे।
1412  GEN 46:25  कुल 7 मर्द बिलहाह की औलाद थे जिसे लाबन ने अपनी बेटी राख़िल को दिया था।
1413  GEN 46:26  याक़ूब की औलाद के 66 अफ़राद उसके साथ मिसर चले गए। इस तादाद में बेटों की बीवियाँ शामिल नहीं थीं।
1414  GEN 46:27  जब हम याक़ूब, यूसुफ़ और उसके दो बेटे इनमें शामिल करते हैं तो याक़ूब के घराने के 70 अफ़राद मिसर गए।
1430  GEN 47:9  याक़ूब ने जवाब दिया, “मैं 130 साल से इस दुनिया का मेहमान हूँ। मेरी ज़िंदगी मुख़तसर और तकलीफ़देह थी, और मेरे बापदादा मुझसे ज़्यादा उम्ररसीदा हुए थे जब वह इस दुनिया के मेहमान थे।”
1449  GEN 47:28  याक़ूब 17 साल मिसर में रहा। वह 147 साल का था जब फ़ौत हुआ।
1510  GEN 50:3  इसमें 40 दिन लग गए। आम तौर पर हनूत करने के लिए इतने ही दिन लगते हैं। मिसरियों ने 70 दिन तक याक़ूब का मातम किया।
1529  GEN 50:22  यूसुफ़ अपने बाप के ख़ानदान समेत मिसर में रहा। वह 110 साल ज़िंदा रहा।
1533  GEN 50:26  फिर यूसुफ़ फ़ौत हो गया। वह 110 साल का था। उसे हनूत करके मिसर में एक ताबूत में रखा गया।
1538  EXO 1:5  उस वक़्त याक़ूब की औलाद की तादाद 70 थी। यूसुफ़ तो पहले ही मिसर आ चुका था।
1672  EXO 6:16  लावी के तीन बेटे जैरसोन, क़िहात और मिरारी थे। (लावी 137 साल की उम्र में फ़ौत हुआ)।
1674  EXO 6:18  क़िहात के चार बेटे अमराम, इज़हार, हबरून और उज़्ज़ियेल थे। (क़िहात 133 साल की उम्र में फ़ौत हुआ)।
1676  EXO 6:20  अमराम ने अपनी फूफी यूकबिद से शादी की। उनके दो बेटे हारून और मूसा पैदा हुए। (अमराम 137 साल की उम्र में फ़ौत हुआ)।
1693  EXO 7:7  फ़िरौन से बात करते वक़्त मूसा 80 साल का और हारून 83 साल का था।
1823  EXO 12:6  महीने के 14वें दिन तक उस की देख-भाल करो। उस दिन तमाम इसराईली सूरज के ग़ुरूब होते वक़्त अपने लेले ज़बह करें।
1835  EXO 12:18  पहले महीने के 14वें दिन की शाम से लेकर 21वें दिन की शाम तक सिर्फ़ बेख़मीरी रोटी खाना।
1854  EXO 12:37  इसराईली रामसीस से रवाना होकर सुक्कात पहुँच गए। औरतों और बच्चों को छोड़कर उनके 6 लाख मर्द थे।
1857  EXO 12:40  इसराईली 430 साल तक मिसर में रहे थे।
1858  EXO 12:41  430 साल के ऐन बाद, उसी दिन रब के यह तमाम ख़ानदान मिसर से निकले।
1897  EXO 14:7  वह 600 बेहतरीन क़िस्म के रथ और मिसर के बाक़ी तमाम रथों को साथ ले गया। तमाम रथों पर अफ़सरान मुक़र्रर थे।
1948  EXO 15:27  फिर इसराईली रवाना होकर एलीम पहुँचे जहाँ 12 चश्मे और खजूर के 70 दरख़्त थे। वहाँ उन्होंने पानी के क़रीब अपने ख़ैमे लगाए।
1949  EXO 16:1  इसके बाद इसराईल की पूरी जमात एलीम से सफ़र करके सीन के रेगिस्तान में पहुँची जो एलीम और सीना के दरमियान है। वह मिसर से निकलने के बाद दूसरे महीने के 15वें दिन पहुँचे।
1983  EXO 16:35  इसराईलियों को 40 साल तक मन मिलता रहा। वह उस वक़्त तक मन खाते रहे जब तक रेगिस्तान से निकलकर कनान की सरहद पर न पहुँचे।
2110  EXO 21:32  लेकिन अगर बैल किसी ग़ुलाम या लौंडी को मार दे तो उसका मालिक ग़ुलाम के मालिक को चाँदी के 30 सिक्के दे और बैल को संगसार किया जाए।
2179  EXO 24:1  रब ने मूसा से कहा, “तू, हारून, नदब, अबीहू और इसराईल के 70 बुज़ुर्ग मेरे पास ऊपर आएँ। कुछ फ़ासले पर खड़े होकर मुझे सिजदा करो।
2187  EXO 24:9  इसके बाद मूसा, हारून, नदब, अबीहू और इसराईल के 70 बुज़ुर्ग सीना पहाड़ पर चढ़े।
2235  EXO 25:39  शमादान और उस सारे सामान के लिए पूरे 34 किलोग्राम ख़ालिस सोना इस्तेमाल किया जाए।
2238  EXO 26:2  हर परदे की लंबाई 42 फ़ुट और चौड़ाई 6 फ़ुट हो।
2240  EXO 26:4  दोनों टुकड़ों को एक दूसरे के साथ मिलाने के लिए नीले धागे के हलक़े बनाना। यह हलक़े हर टुकड़े के 42 फ़ुटवाले एक किनारे पर लगाए जाएँ,
2241  EXO 26:5  एक टुकड़े के हाशिये पर 50 हलक़े और दूसरे पर भी उतने ही हलक़े। इन दो हाशियों के हलक़े एक दूसरे के आमने-सामने हों।
2242  EXO 26:6  फिर सोने की 50 हुकें बनाकर उनसे आमने-सामने के हलक़े एक दूसरे के साथ मिलाना। यों दोनों टुकड़े जुड़कर ख़ैमे का काम देंगे।
2243  EXO 26:7  बकरी के बालों से भी 11 परदे बनाना जिन्हें कपड़ेवाले ख़ैमे के ऊपर रखा जाए।
2244  EXO 26:8  हर परदे की लंबाई 45 फ़ुट और चौड़ाई 6 फ़ुट हो।
2246  EXO 26:10  बकरी के बाल के इन दोनों टुकड़ों को भी मिलाना है। इसके लिए हर टुकड़े के 45 फ़ुटवाले एक किनारे पर पचास पचास हलक़े लगाना।
2247  EXO 26:11  फिर पीतल की 50 हुकें बनाकर उनसे दोनों हिस्से मिलाना।
2252  EXO 26:16  हर तख़्ते की ऊँचाई 15 फ़ुट हो और चौड़ाई सवा दो फ़ुट।
2254  EXO 26:18  ख़ैमे की जुनूबी दीवार के लिए 20 तख़्तों की ज़रूरत है
2255  EXO 26:19  और साथ ही चाँदी के 40 पाइयों की। उन पर तख़्ते खड़े किए जाएंगे। हर तख़्ते के नीचे दो पाए होंगे, और हर पाए में एक चूल लगेगी।
2256  EXO 26:20  इसी तरह ख़ैमे की शिमाली दीवार के लिए भी 20 तख़्तों की ज़रूरत है
2257  EXO 26:21  और साथ ही चाँदी के 40 पाइयों की। वह भी तख़्तों को खड़ा करने के लिए हैं। हर तख़्ते के नीचे दो पाए होंगे।
2261  EXO 26:25  यों पिछले यानी मग़रिबी तख़्तों की पूरी तादाद 8 होगी और इनके लिए चाँदी के पाइयों की तादाद 16, हर तख़्ते के नीचे दो दो पाए होंगे।
2282  EXO 27:9  मुक़द्दस ख़ैमे के लिए सहन बनाना। उस की चारदीवारी बारीक कतान के कपड़े से बनाई जाए। चारदीवारी की लंबाई जुनूब की तरफ़ 150 फ़ुट हो।
2283  EXO 27:10  कपड़े को चाँदी की हुकों और पट्टियों से लकड़ी के 20 खंबों के साथ लगाया जाए। हर खंबा पीतल के पाए पर खड़ा हो।
2285  EXO 27:12  ख़ैमे के पीछे मग़रिब की तरफ़ चारदीवारी की चौड़ाई 75 फ़ुट हो और कपड़ा लकड़ी के 10 खंबों के साथ लगाया जाए। यह खंबे भी पीतल के पाइयों पर खड़े हों।
2286  EXO 27:13  सामने, मशरिक़ की तरफ़ जहाँ से सूरज तुलू होता है चारदीवारी की चौड़ाई भी 75 फ़ुट हो।
2287  EXO 27:14  यहाँ चारदीवारी का दरवाज़ा हो। कपड़ा दरवाज़े के दाईं तरफ़ साढ़े 22 फ़ुट चौड़ा हो और उसके बाईं तरफ़ भी उतना ही चौड़ा। उसे दोनों तरफ़ तीन तीन लकड़ी के खंबों के साथ लगाया जाए जो पीतल के पाइयों पर खड़े हों।
2289  EXO 27:16  दरवाज़े का परदा 30 फ़ुट चौड़ा बनाना। वह नीले, अरग़वानी और क़िरमिज़ी रंग के धागे और बारीक कतान से बनाया जाए, और उस पर कढ़ाई का काम हो। यह कपड़ा लकड़ी के चार खंबों के साथ लगाया जाए। वह भी पीतल के पाइयों पर खड़े हों।
2291  EXO 27:18  चारदीवारी की लंबाई 150 फ़ुट, चौड़ाई 75 फ़ुट और ऊँचाई साढ़े 7 फ़ुट हो। खंबों के तमाम पाए पीतल के हों।
2396  EXO 30:13  जिस जिसका शुमार किया गया हो वह चाँदी के आधे सिक्के के बराबर रक़म उठानेवाली क़ुरबानी के तौर पर दे। सिक्के का वज़न मक़दिस के सिक्कों के बराबर हो। यानी चाँदी के सिक्के का वज़न 11 ग्राम हो, इसलिए छः ग्राम चाँदी देनी है।
2397  EXO 30:14  जिसकी भी उम्र 20 साल या इससे ज़ायद हो वह रब को यह रक़म उठानेवाली क़ुरबानी के तौर पर दे।
2406  EXO 30:23  “मसह के तेल के लिए उम्दा क़िस्म के मसाले इस्तेमाल करना। 6 किलोग्राम आबे-मुर, 3 किलोग्राम ख़ुशबूदार दारचीनी, 3 किलोग्राम ख़ुशबूदार बेद
2407  EXO 30:24  और 6 किलोग्राम तेजपात। यह चीज़ें मक़दिस के बाटों के हिसाब से तोलकर चार लिटर ज़ैतून के तेल में डालना।
2467  EXO 32:28  लावियों ने मूसा की हिदायत पर अमल किया तो उस दिन तक़रीबन 3,000 मर्द हलाक हुए।
2576  EXO 36:9  हर परदे की लंबाई 42 फ़ुट और चौड़ाई 6 फ़ुट थी।
2578  EXO 36:11  दोनों टुकड़ों को एक दूसरे के साथ मिलाने के लिए उन्होंने नीले धागे के हलक़े बनाए। यह हलक़े हर टुकड़े के 42 फ़ुटवाले एक किनारे पर लगाए गए,
2579  EXO 36:12  एक टुकड़े के हाशिये पर 50 हलक़े और दूसरे पर भी उतने ही हलक़े। इन दो हाशियों के हलक़े एक दूसरे के आमने-सामने थे।
2580  EXO 36:13  फिर बज़लियेल ने सोने की 50 हुकें बनाकर उनसे आमने-सामने के हलक़ों को एक दूसरे के साथ मिलाया। यों दोनों टुकड़ों के जोड़ने से ख़ैमा बन गया।
2581  EXO 36:14  उसने बकरी के बालों से भी 11 परदे बनाए जिन्हें कपड़ेवाले ख़ैमे के ऊपर रखना था।
2582  EXO 36:15  हर परदे की लंबाई 45 फ़ुट और चौड़ाई 6 फ़ुट थी।
2584  EXO 36:17  इन दोनों टुकड़ों को मिलाने के लिए उसने हर टुकड़े के 45 फ़ुटवाले एक किनारे पर पचास पचास हलक़े लगाए।
2585  EXO 36:18  फिर पीतल की 50 हुकें बनाकर उसने दोनों हिस्से मिलाए।
2588  EXO 36:21  हर तख़्ते की ऊँचाई 15 फ़ुट थी और चौड़ाई सवा दो फ़ुट।
2590  EXO 36:23  ख़ैमे की जुनूबी दीवार के लिए 20 तख़्ते बनाए गए
2591  EXO 36:24  और साथ ही चाँदी के 40 पाए भी जिन पर तख़्ते खड़े किए जाते थे। हर तख़्ते के नीचे दो पाए थे, और हर पाए में एक चूल लगती थी।
2592  EXO 36:25  इसी तरह ख़ैमे की शिमाली दीवार के लिए भी 20 तख़्ते बनाए गए
2593  EXO 36:26  और साथ ही चाँदी के 40 पाए जो तख़्तों को खड़ा करने के लिए थे। हर तख़्ते के नीचे दो पाए थे।
2597  EXO 36:30  यों पिछले यानी मग़रिबी तख़्तों की पूरी तादाद 8 थी और इनके लिए चाँदी के पाइयों की तादाद 16, हर तख़्ते के नीचे दो पाए।
2629  EXO 37:24  शमादान और उसके तमाम सामान के लिए पूरे 34 किलोग्राम ख़ालिस सोना इस्तेमाल हुआ।
2643  EXO 38:9  फिर बज़लियेल ने सहन बनाया। उस की चारदीवारी बारीक कतान के कपड़े से बनाई गई। चारदीवारी की लंबाई जुनूब की तरफ़ 150 फ़ुट थी।
2646  EXO 38:12  ख़ैमे के पीछे मग़रिब की तरफ़ चारदीवारी की चौड़ाई 75 फ़ुट थी। कपड़े के अलावा उसके लिए 10 खंबे, 10 पाए और कपड़ा लगाने के लिए चाँदी की हुकें और पट्टियाँ बनाई गईं।
2647  EXO 38:13  सामने, मशरिक़ की तरफ़ जहाँ से सूरज तुलू होता है चारदीवारी की चौड़ाई भी 75 फ़ुट थी।
2648  EXO 38:14  कपड़ा दरवाज़े के दाईं तरफ़ साढ़े 22 फ़ुट चौड़ा था और उसके बाईं तरफ़ भी उतना ही चौड़ा। उसे दोनों तरफ़ तीन तीन खंबों के साथ लगाया गया जो पीतल के पाइयों पर खड़े थे।
2652  EXO 38:18  चारदीवारी के दरवाज़े का परदा नीले, अरग़वानी और क़िरमिज़ी रंग के धागे और बारीक कतान से बनाया गया, और उस पर कढ़ाई का काम किया गया। वह 30 फ़ुट चौड़ा और चारदीवारी के दूसरे परदों की तरह साढ़े सात फ़ुट ऊँचा था।
2658  EXO 38:24  उस सोने का वज़न जो लोगों के हदियों से जमा हुआ और मक़दिस की तामीर के लिए इस्तेमाल हुआ तक़रीबन 1,000 किलोग्राम था (उसे मक़दिस के बाटों के हिसाब से तोला गया)।
2659  EXO 38:25  तामीर के लिए चाँदी जो मर्दुमशुमारी के हिसाब से वसूल हुई, उसका वज़न तक़रीबन 3,430 किलोग्राम था (उसे भी मक़दिस के बाटों के हिसाब से तोला गया)।
2660  EXO 38:26  जिन मर्दों की उम्र 20 साल या इससे ज़ायद थी उन्हें चाँदी का आधा आधा सिक्का देना पड़ा। मर्दों की कुल तादाद 6,03,550 थी।
2661  EXO 38:27  चूँकि दीवारों के तख़्तों के पाए और मुक़द्दसतरीन कमरे के दरवाज़े के सतूनों के पाए चाँदी के थे इसलिए तक़रीबन पूरी चाँदी इन 100 पाइयों के लिए सर्फ़ हुई।
2662  EXO 38:28  तक़रीबन 30 किलोग्राम चाँदी बच गई। इससे चारदीवारी के खंबों की हुकें और पट्टियाँ बनाई गईं, और यह खंबों के ऊपर के सिरों पर भी चढ़ाई गई।
2663  EXO 38:29  जो पीतल हदियों से जमा हुआ उसका वज़न तक़रीबन 2,425 किलोग्राम था।
2847  LEV 5:16  जितना नुक़सान मक़दिस को हुआ है उतना ही वह दे। इसके अलावा वह मज़ीद 20 फ़ीसद अदा करे। वह उसे इमाम को दे दे और इमाम जानवर को क़ुसूर की क़ुरबानी के तौर पर पेश करके उसका कफ़्फ़ारा दे। यों उसे मुआफ़ी मिल जाएगी।
2855  LEV 5:24  या जिसके बारे में उसने क़सम खाकर झूट बोला है। वह उसका उतना ही वापस करके 20 फ़ीसद ज़्यादा दे। और वह यह सब कुछ उस दिन वापस करे जब वह अपनी क़ुसूर की क़ुरबानी पेश करता है।
3049  LEV 12:4  फिर माँ मज़ीद 33 दिन इंतज़ार करे। इसके बाद उस की वह नापाकी दूर हो जाएगी जो ख़ून बहने से पैदा हुई है। इस दौरान वह कोई मख़सूस और मुक़द्दस चीज़ न छुए, न मक़दिस के पास जाए।
3050  LEV 12:5  अगर उसके लड़की पैदा हो जाए तो वह माहवारी के ऐयाम की तरह नापाक है। यह नापाकी 14 दिन तक रहेगी। फिर वह मज़ीद 66 दिन इंतज़ार करे। इसके बाद उस की वह नापाकी दूर हो जाएगी जो ख़ून बहने से पैदा हुई है।
3122  LEV 14:10  आठवें दिन वह दो भेड़ के नर बच्चे और एक यकसाला भेड़ चुन ले जो बेऐब हों। साथ ही वह ग़ल्ला की नज़र के लिए तेल के साथ मिलाया गया साढ़े 4 किलोग्राम बेहतरीन मैदा और 300 मिलीलिटर तेल ले।
3124  LEV 14:12  भेड़ का एक नर बच्चा और 300 मिलीलिटर तेल क़ुसूर की क़ुरबानी के लिए है। इमाम उन्हें हिलानेवाली क़ुरबानी के तौर पर रब के सामने हिलाए।
3127  LEV 14:15  अब वह 300 मिलीलिटर तेल में से कुछ लेकर अपने बाएँ हाथ की हथेली पर डाले।
3133  LEV 14:21  अगर शफ़ायाब शख़्स ग़ुरबत के बाइस यह क़ुरबानियाँ नहीं चढ़ा सकता तो फिर वह क़ुसूर की क़ुरबानी के लिए भेड़ का सिर्फ़ एक नर बच्चा ले आए। काफ़ी है कि कफ़्फ़ारा देने के लिए यही रब के सामने हिलाया जाए। साथ साथ ग़ल्ला की नज़र के लिए डेढ़ किलोग्राम बेहतरीन मैदा तेल के साथ मिलाकर पेश किया जाए और 300 मिलीलिटर तेल।
3136  LEV 14:24  इमाम भेड़ के बच्चे को 300 मिलीलिटर तेल समेत लेकर हिलानेवाली क़ुरबानी के तौर पर रब के सामने हिलाए।
3138  LEV 14:26  अब वह 300 मिलीलिटर तेल में से कुछ अपने बाएँ हाथ की हथेली पर डाले
3384  LEV 22:14  जिस शख़्स ने नादानिस्ता तौर पर मुक़द्दस क़ुरबानियों में से इमाम के हिस्से से कुछ खाया है वह इमाम को सब कुछ वापस करने के अलावा 20 फ़ीसद ज़्यादा दे।
3416  LEV 23:13  साथ ही ग़ल्ला की नज़र के लिए तेल से मिलाया गया 3 किलोग्राम बेहतरीन मैदा भी पेश करना। जलनेवाली यह क़ुरबानी रब को पसंद है। इसके अलावा मै की नज़र के लिए एक लिटर मै भी पेश करना।
3420  LEV 23:17  हर घराने की तरफ़ से रब को हिलानेवाली क़ुरबानी के तौर पर दो रोटियाँ पेश की जाएँ। हर रोटी के लिए 3 किलोग्राम बेहतरीन मैदा इस्तेमाल किया जाए। उनमें ख़मीर डालकर पकाना है। यह फ़सल की पहली पैदावार की क़ुरबानी हैं।
3452  LEV 24:5  बारह रोटियाँ पकाना। हर रोटी के लिए 3 किलोग्राम बेहतरीन मैदा इस्तेमाल किया जाए।
3478  LEV 25:8  सात सबत के साल यानी 49 साल के बाद एक और काम करना है।
3574  LEV 27:3  उस आदमी के लिए जिसकी उम्र 20 और 60 साल के दरमियान है चाँदी के 50 सिक्के,
3575  LEV 27:4  इसी उम्र की औरत के लिए चाँदी के 30 सिक्के,
3576  LEV 27:5  उस लड़के के लिए जिसकी उम्र 5 और 20 साल के दरमियान हो चाँदी के 20 सिक्के, इसी उम्र की लड़की के लिए चाँदी के 10 सिक्के,
3577  LEV 27:6  एक माह से लेकर 5 साल तक के लड़के के लिए चाँदी के 5 सिक्के, इसी उम्र की लड़की के लिए चाँदी के 3 सिक्के,
3578  LEV 27:7  साठ साल से बड़े आदमी के लिए चाँदी के 15 सिक्के और इसी उम्र की औरत के लिए चाँदी के 10 सिक्के।
3584  LEV 27:13  अगर मन्नत माननेवाला उसे वापस ख़रीदना चाहे तो वह मुक़र्ररा क़ीमत जमा 20 फ़ीसद अदा करे।
3586  LEV 27:15  अगर घर को मख़सूस करनेवाला उसे वापस ख़रीदना चाहे तो वह मुक़र्ररा रक़म जमा 20 फ़ीसद अदा करे।
3587  LEV 27:16  अगर कोई अपनी मौरूसी ज़मीन में से कुछ रब के लिए मख़सूसो-मुक़द्दस करे तो उस की क़ीमत उस बीज की मिक़दार के मुताबिक़ मुक़र्रर की जाए जो उसमें बोना होता है। जिस खेत में 135 किलोग्राम जौ का बीज बोया जाए उस की क़ीमत चाँदी के 50 सिक्के होगी।