Wildebeest analysis examples for:   urd-urdgvh   थ    February 11, 2023 at 19:52    Script wb_pprint_html.py   by Ulf Hermjakob

2  GEN 1:2  अभी तक ज़मीन वीरान और ख़ाली ी। वह गहरे पानी से ढकी हुई जिसके ऊपर अंधेरा ही अंधेरा ा। अल्लाह का रूह पानी के ऊपर मँडला रहा ा।
12  GEN 1:12  ज़मीन ने हरियावल पैदा की, ऐसे पौदे जो अपनी अपनी क़िस्म के बीज रखते और ऐसे दरख़्त जिनके फल अपनी अपनी क़िस्म के बीज रखते े। अल्लाह ने देखा कि यह अच्छा है।
16  GEN 1:16  अल्लाह ने दो बड़ी रौशनियाँ बनाईं, सूरज जो बड़ा दिन पर हुकूमत करने को और चाँद जो छोटा रात पर। इनके अलावा उसने सितारों को भी बनाया।
19  GEN 1:19  शाम हुई, फिर सुबह। यों चौदिन गुज़र गया।
36  GEN 2:5  तो शुरू में झाड़ियाँ और पौदे नहीं उगते े। वजह यह कि अल्लाह ने बारिश का इंतज़ाम नहीं किया ा। और अभी इनसान भी पैदा नहीं हुआ कि ज़मीन की खेतीबाड़ी करता।
37  GEN 2:6  इसकी बजाए ज़मीन में से धुंध उठकर उस की पूरी सतह को तर करती ी।
38  GEN 2:7  फिर रब ख़ुदा ने ज़मीन से मिट्टी लेकर इनसान को तश्कील दिया और उसकेनों में ज़िंदगी का दम फूँका तो वह जीती जान हुआ।
39  GEN 2:8  रब ख़ुदा ने मशरिक़ में मुल्के-अदन में एक बाग़ लगाया। उसमें उसने उस आदमी को रखा जिसे उसने बनाया ा।
40  GEN 2:9  रब ख़ुदा के हुक्म पर ज़मीन में से तरह तरह के दरख़्त फूट निकले, ऐसे दरख़्त जो देखने में दिलकश और खाने के लिए अच्छे े। बाग़ के बीच में दो दरख़्त े। एक का फल ज़िंदगी बख़्शता जबकि दूसरे का फल अच्छे और बुरे की पहचान दिलाता ा।
41  GEN 2:10  अदन में से एक दरिया निकलकर बाग़ की आबपाशी करता ा। वहाँ से बहकर वह चार शाख़ों में तक़सीम हुआ।
45  GEN 2:14  तीसरी का नाम दिजला है जो असूर के मशरिक़ को जाती है और चौका नाम फ़ुरात है।
50  GEN 2:19  रब ख़ुदा ने मिट्टी से ज़मीन पर चलने-फिरनेवाले जानवर और हवा के परिंदे बनाए े। अब वह उन्हें आदमी के पास ले आया ताकि मालूम हो जाए कि वह उनके क्या क्या नाम रखेगा। यों हर जानवर को आदम की तरफ़ से नाम मिल गया।
52  GEN 2:21  तब रब ख़ुदा ने उसे सुला दिया। जब वह गहरी नींद सो रहा तो उसने उस की पसलियों में से एक निकालकर उस की जगह गोश्त भर दिया।
55  GEN 2:24  इसलिए मर्द अपने माँ-बाप को छोड़कर अपनी बीवी के सा पैवस्त हो जाता है, और वह दोनों एक हो जाते हैं।
56  GEN 2:25  दोनों, आदमी और औरत नंगे े, लेकिन यह उनके लिए शर्म का बाइस नहीं ा।
57  GEN 3:1  साँप ज़मीन पर चलने-फिरनेवाले उन तमाम जानवरों से ज़्यादा चालाक जिनको रब ख़ुदा ने बनाया ा। उसने औरत से पूछा, “क्या अल्लाह ने वाक़ई कहा कि बाग़ के किसी भी दरख़्त का फल न खाना?”
62  GEN 3:6  औरत ने दरख़्त पर ग़ौर किया कि खाने के लिए अच्छा और देखने में भी दिलकश है। सबसे दिलफ़रेब बात यह कि उससे समझ हासिल हो सकती है! यह सोचकर उसने उसका फल लेकर उसे खाया। फिर उसने अपने शौहर को भी दे दिया, क्योंकि वह उसके सा ा। उसने भी खा लिया।
67  GEN 3:11  उसने पूछा, “किसने तुझे बताया कि तू नंगा है? क्या तूने उस दरख़्त का फल खाया है जिसे खाने से मैंने मना किया ा?”
68  GEN 3:12  आदम ने कहा, “जो औरत तूने मेरे सा रहने के लिए दी है उसने मुझे फल दिया। इसलिए मैंने खा लिया।”
73  GEN 3:17  आदम से उसने कहा, “तूने अपनी बीवी की बात मानी और उस दरख़्त का फल खाया जिसे खाने से मैंने मना किया ा। इसलिए तेरे सबब से ज़मीन पर लानत है। उससे ख़ुराक हासिल करने के लिए तुझे उम्र-भर मेहनत-मशक़्क़त करनी पड़ेगी।
78  GEN 3:22  उसने कहा, “इनसान हमारी मानिंद हो गया है, वह अच्छे और बुरे का इल्म रखता है। अब ऐसा न हो कि वह हा बढ़ाकर ज़िंदगी बख़्शनेवाले दरख़्त के फल से ले और उससे खाकर हमेशा तक ज़िंदा रहे।”
79  GEN 3:23  इसलिए रब ख़ुदा ने उसे बाग़े-अदन से निकालकर उस ज़मीन की खेतीबाड़ी करने की ज़िम्मादारी दी जिसमें से उसे लिया गया ा।
80  GEN 3:24  इनसान को ख़ारिज करने के बाद उसने बाग़े-अदन के मशरिक़ में करूबी फ़रिश्ते खड़े किए और सा सा एक आतिशी तलवार रखी जो इधर-उधर घूमती ताकि उस रास्ते की हिफ़ाज़त करे जो ज़िंदगी बख़्शनेवाले दरख़्त तक पहुँचाता ा।
88  GEN 4:8  एक दिन क़ाबील ने अपने भाई से कहा, “आओ, हम बाहर खुले मैदान में चलें।” और जब वह खुले मैदान में तो क़ाबील ने अपने भाई हाबील पर हमला करके उसे मार डाला।
91  GEN 4:11  इसलिए तुझ पर लानत है और ज़मीन ने तुझे रद्द किया है, क्योंकि ज़मीन को मुँह खोलकर तेरे हा से क़त्ल किए हुए भाई का ख़ून पीना पड़ा।
98  GEN 4:18  हनूक का बेटा ईराद ा, ईराद का बेटा महूयाएल, महूयाएल का बेटा मतूसाएल और मतूसाएल का बेटा लमक ा।
99  GEN 4:19  लमक की दो बीवियाँ ीं, अदा और ज़िल्ला।
100  GEN 4:20  अदा का बेटा याबल ा। उस की नसल के लोग ख़ैमों में रहते और मवेशी पालते े।
101  GEN 4:21  याबल का भाई यूबल ा। उस की नसल के लोग सरोद और बाँसरी बजाते े।
102  GEN 4:22  ज़िल्ला के भी बेटा पैदा हुआ जिसका नाम तूबल-क़ाबील ा। वह लोहार ा। उस की नसल के लोग पीतल और लोहे की चीज़ें बनाते े। तूबल-क़ाबील की बहन का नाम नामा ा।
109  GEN 5:3  आदम की उम्र 130 साल जब उसका बेटा सेत पैदा हुआ। सेत सूरत के लिहाज़ से अपने बाप की मानिंद ा, वह उससे मुशाबहत रखता ा।
112  GEN 5:6  सेत 105 साल का जब उसका बेटा अनूस पैदा हुआ।
115  GEN 5:9  अनूस 90 बरस का जब उसका बेटा क़ीनान पैदा हुआ।
118  GEN 5:12  क़ीनान 70 साल का जब उसका बेटा महललेल पैदा हुआ।
121  GEN 5:15  महललेल 65 साल का जब उसका बेटा यारिद पैदा हुआ।
124  GEN 5:18  यारिद 162 साल का जब उसका बेटा हनूक पैदा हुआ।
127  GEN 5:21  हनूक 65 साल का जब उसका बेटा मतूसिलह पैदा हुआ।
128  GEN 5:22  इसके बाद वह मज़ीद 300 साल अल्लाह के सा चलता रहा। उसके और बेटे-बेटियाँ भी पैदा हुए।
130  GEN 5:24  हनूक अल्लाह के सा सा चलता ा। 365 साल की उम्र में वह ग़ायब हुआ, क्योंकि अल्लाह ने उसे उठा लिया।
131  GEN 5:25  मतूसिलह 187 साल का जब उसका बेटा लमक पैदा हुआ।
134  GEN 5:28  लमक 182 साल का जब उसका बेटा पैदा हुआ।
138  GEN 5:32  नूह 500 साल का जब उसके बेटे सिम, हाम और याफ़त पैदा हुए।
142  GEN 6:4  उन दिनों में और बाद में भी दुनिया में देवक़ामत अफ़राद जो इनसानी औरतों और उन आसमानी हस्तियों की शादियों से पैदा हुए े। यह देवक़ामत अफ़राद क़दीम ज़माने के मशहूर सूरमा े।
146  GEN 6:8  सिर्फ़ नूह पर रब की नज़रे-करम ी।
147  GEN 6:9  यह उस की ज़िंदगी का बयान है। नूह रास्तबाज़ ा। उस ज़माने के लोगों में सिर्फ़ वही बेक़ुसूर ा। वह अल्लाह के सा सा चलता ा।
148  GEN 6:10  नूह के तीन बेटे े, सिम, हाम और याफ़त।
149  GEN 6:11  लेकिन दुनिया अल्लाह की नज़र में बिगड़ी हुई और ज़ुल्मो-तशद्दुद से भरी हुई ी।
150  GEN 6:12  जहाँ भी अल्लाह देखता दुनिया ख़राब ी, क्योंकि तमाम जानदारों ने ज़मीन पर अपनी रविश को बिगाड़ दिया ा।
156  GEN 6:18  लेकिन तेरे सा मैं अहद बाँधूँगा जिसके तहत तू अपने बेटों, अपनी बीवी और बहुओं के सा कश्ती में जाएगा।
157  GEN 6:19  हर क़िस्म के जानवर का एक नर और एक मादा भी अपने सा कश्ती में ले जाना ताकि वह तेरे सा जीते बचें।
162  GEN 7:2  हर क़िस्म के पाक जानवरों में से सात सात नरो-मादा के जोड़े जबकि नापाक जानवरों में से नरो-मादा का सिर्फ़ एक एक जोड़ा सा ले जाना।
163  GEN 7:3  इसी तरह हर क़िस्म के पर रखनेवालों में से सात सात नरो-मादा के जोड़े भी सा ले जाना ताकि उनकी नसलें बची रहें।
165  GEN 7:5  नूह ने वैसा ही किया जैसा रब ने हुक्म दिया ा।
166  GEN 7:6  वह 600 साल का जब यह तूफ़ानी सैलाब ज़मीन पर आया।
167  GEN 7:7  तूफ़ानी सैलाब से बचने के लिए नूह अपने बेटों, अपनी बीवी और बहुओं के सा कश्ती में सवार हुआ।
169  GEN 7:9  नरो-मादा की सूरत में दो दो होकर वह नूह के पास आकर कश्ती में सवार हुए। सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा अल्लाह ने नूह को हुक्म दिया ा।
171  GEN 7:11  यह सब कुछ उस वक़्त हुआ जब नूह 600 साल का ा। दूसरे महीने के 17वें दिन ज़मीन की गहराइयों में से तमाम चश्मे फूट निकले और आसमान पर पानी के दरीचे खुल गए।
173  GEN 7:13  जब बारिश शुरू हुई तो नूह, उसके बेटे सिम, हाम और याफ़त, उस की बीवी और बहुएँ कश्ती में सवार हो चुके े।
174  GEN 7:14  उनके सा हर क़िस्म के जंगली जानवर, मवेशी, रेंगने और पर रखनेवाले जानवर े।
175  GEN 7:15  हर क़िस्म के जानदार दो दो होकर नूह के पास आकर कश्ती में सवार हो चुके े।
176  GEN 7:16  नरो-मादा आए े। सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा अल्लाह ने नूह को हुक्म दिया ा। फिर रब ने दरवाज़े को बंद कर दिया।
180  GEN 7:20  बल्कि सबसे ऊँची चोटी पर पानी की गहराई 20 फ़ुट ी।
181  GEN 7:21  ज़मीन पर रहनेवाली हर मख़लूक़ हलाक हुई। परिंदे, मवेशी, जंगली जानवर, तमाम जानदार जिनसे ज़मीन भरी हुई और इनसान, सब कुछ मर गया।
183  GEN 7:23  यों हर मख़लूक़ को रूए-ज़मीन पर से मिटा दिया गया। इनसान, ज़मीन पर फिरने और रेंगनेवाले जानवर और परिंदे, सब कुछ ख़त्म कर दिया गया। सिर्फ़ नूह और कश्ती में सवार उसके साबच गए।
185  GEN 8:1  लेकिन अल्लाह को नूह और तमाम जानवर याद रहे जो कश्ती में े। उसने हवा चला दी जिससे पानी कम होने लगा।
187  GEN 8:3  पानी घटता गया। 150 दिन के बाद वह काफ़ी कम हो गया ा।
189  GEN 8:5  दसवें महीने के पहले दिन पानी इतना कम हो गया कि पहाड़ों की चोटियाँ नज़र आने लगी ीं।
190  GEN 8:6  चालीस दिन के बाद नूह ने कश्ती की खिड़की खोलकर एक कौवा छोड़ दिया, और वह उड़कर चला गया। लेकिन जब तक ज़मीन पर पानी वह आता जाता रहा।
193  GEN 8:9  लेकिन कबूतर को कहीं भी बैठने की जगह न मिली, क्योंकि अब तक पूरी ज़मीन पर पानी ही पानी ा। वह कश्ती और नूह के पास वापस आ गया, और नूह ने अपना हा बढ़ाया और कबूतर को पकड़कर अपने पास कश्ती में रख लिया।
195  GEN 8:11  शाम के वक़्त वह लौट आया। इस दफ़ा उस की चोंच में ज़ैतून का ताज़ा पत्ता ा। तब नूह को मालूम हुआ कि ज़मीन पानी से निकल आई है।
197  GEN 8:13  जब नूह 601 साल का तो पहले महीने के पहले दिन ज़मीन की सतह पर पानी ख़त्म हो गया। तब नूह ने कश्ती की छत खोल दी और देखा कि ज़मीन की सतह पर पानी नहीं है।
200  GEN 8:16  “अपनी बीवी, बेटों और बहुओं के सा कश्ती से निकल आ।
201  GEN 8:17  जितने भी जानवर सा हैं उन्हें निकाल दे, ख़ाह परिंदे हों, ख़ाह ज़मीन पर फिरने या रेंगनेवाले जानवर। वह दुनिया में फैल जाएँ, नसल बढ़ाएँ और तादाद में बढ़ते जाएँ।”
215  GEN 9:9  “अब मैं तुम्हारे और तुम्हारी औलाद के सा अहद क़ायम करता हूँ।
216  GEN 9:10  यह अहद उन तमाम जानवरों के सा भी होगा जो कश्ती में से निकले हैं यानी परिंदों, मवेशियों और ज़मीन पर के तमाम जानवरों के सा
217  GEN 9:11  मैं तुम्हारे सा अहद बाँधकर वादा करता हूँ कि अब से ऐसा कभी नहीं होगा कि ज़मीन की तमाम ज़िंदगी सैलाब से ख़त्म कर दी जाएगी। अब से ऐसा सैलाब कभी नहीं आएगा जो पूरी ज़मीन को तबाह कर दे।
218  GEN 9:12  इस अबदी अहद का निशान जो मैं तुम्हारे और तमाम जानदारों के सा क़ायम कर रहा हूँ यह है कि
219  GEN 9:13  मैं अपनी कमान बादलों में रखता हूँ। वह मेरे दुनिया के सा अहद का निशान होगा।
221  GEN 9:15  तो मैं यह अहद याद करूँगा जो तुम्हारे और तमाम जानदारों के सा किया गया है। अब कभी भी ऐसा सैलाब नहीं आएगा जो तमाम ज़िंदगी को हलाक कर दे।
223  GEN 9:17  यह उस अहद का निशान है जो मैंने दुनिया के तमाम जानदारों के सा किया है।”
224  GEN 9:18  नूह के जो बेटे उसके सा कश्ती से निकले सिम, हाम और याफ़त े। हाम कनान का बाप ा।